इसी सप्ताह माननिया लावण्या जी के विषय मे किसी सिरफ़िरे/सिरफ़िरी ने बहुत ही हल्के स्तर की टिपणि की जो वाकई बहुत ही दुखद और निंदनिय है. ऐसी ही बातें यहां का माहोल खराब करती हैं. इस स्तर के आक्षेप असहनिय है. .
ऐसी टीपणियां निजी द्वेष से भी की गई हो सकती हैं. पर स्वस्थ बहस का माहोल खराब करती हैं. और दुर्भावना साफ़ झलकती है. इस विषय मे अभी चिट्ठाचर्चा पर फ़ुरसतिया जी ने एक विस्तृत पालिमिक्स यानि जूतमपैजारियता के बारे लेख लिखा है और आप यकीनन अवश्य पढें.
इसी सप्ताह लवली जी का जन्मदिन था. इसकी जानकारी PD ने बहुत लेट दी. ऐसे खुशी के मौकों की जानकारी समय रहते दी जाना चाहिये, जिससे सभी लोग इन खुशियों में शामिल हो सकें.
खैर लेट ही सही.. लवली जी आपको ताऊ साप्ताहिक पत्रिका के संपादक मंडल की तरफ़ से जन्मदिन की ढेरों बधाईयां और शुभकामनाएं.
अब आपका और समय नही खाते हुये हम आज का रिजल्ट घोषित करने के लिये आपको बीनू फ़िरंगी के पास लिय चलते हैं.
ताऊ रामपुरिया की तरफ़ से आपको बहुत घणी रामराम
आदर्णीय देवियों और सज्जनों, ताऊ के भाइयो, बहणों, भतीजियों और भतीजो, समस्त संपादक मंडल के सदस्य गणों और आप सबको बीनू फ़िरंगी का सादर प्रणाम.
और मिस रामप्यारी को विशेष रामराम.
ताऊ पहेली राऊंड –२ के तृतिय अंक का रिजल्ट घोषित करते हुये मुझे अपार हर्ष हो रहा है. और मैं अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि मुझे ये मौका आज फ़िर मिला. और जब तक ताऊ चाहेगा आगे भी मिलता रहेगा.
मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि मैं बिना किसी ईमान और इमानदारी के रिजल्ट घोषित करुंगा. और आशा है आप मेरे द्वारा तैयार रिजल्ट से संतुष्ट होंगे.
तो आईये अब चलते हैं रिजल्ट की तरफ़ :- हमारी इस पहेली का सही जवाब है रोहतांग दर्रे पर स्थित व्यास कुंड. इस विषय पर विस्तृत जानकारी हमारे कल के अंक मे पत्रिका की विशेष संपादक सु.अल्पना वर्मा दे रही हैं.
सर्वाधिक अंक प्रात किये १०१ -सुश्री सीमा गुप्ता घणी बधाई प्रथम स्थान के लिये. . तालियां..... तालियां..... तालियां..... जोरदार …. तालियां
विशेष बधाई….
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आज के उप विजेता अंक १०० के साथ बधाई -श्री दिलिप कवठेकर |
आज की तृतिय विजेता अंक ९९ के साथ ...बधाई... -सुश्री पूजा उपाध्याय आपको बहुत बधाई. |
आईये अब अन्य माननिय विजेताओं के क्रम जानते हैं. सभी को हार्दिक बधाई.
Pt.डी.के.शर्मा"वत्स" अंक ९८ बधाई... |
शुभम आर्य अंक ९७ बधाई... |
वरुण जायसवाल अंक ९६ बधाई... |
आशीष खण्डेलवाल अंक ९५ बधाई... |
Udan Tashtari अंक ९४ बधाई... |
नितिन व्यास अंक ९३ बधाई... |
Smart Indian - स्मार्ट इंडियन अंक ९२ बधाई... |
रंजन अंक ९१ बधाई... |
दीपक "तिवारी साहब" अंक ९० बधाई... |
इसके अलावा श्री अनूप शुक्ल, श्री अरविंद मिश्रा, श्री डा. रुपचन्द्र शाश्त्री, श्री योगिन्द्र
मौदगिल, श्री रतन सिंह शेखावत, श्री अजीत बडनेर्कर, महाताऊ संजय बैंगाणी, श्री
दिनेश राय द्विवेदी, श्री कुश, सु. लवली कुमारी, सु रंजना [रंजू भाटिया], श्री
जितेन्द्र, श्री सुशील कुमार छोंक्कर, श्री महेन्द्र मिश्रा जी, श्री अंतर सोहिल,
श्री हे प्रभु ये तेरा पथ, श्री मकरंद, श्री प्रशांत प्रियदर्शी, श्री मुसाफ़िर जाट,
श्री सैयद अकबर, श्री राज भाटिया , श्री नीरज गोस्वामी, श्री सण्डे सिंह,
श्री शाश्त्री जी और श्री भैरव ने हमारा विशेष रुप से उत्साह बढाया. आप सबका
हार्दिक आभार.
अब आईये रामप्यारी की क्लास में:-
आप सबको रामप्यारी की नमस्ते. मेरी टीचर ने सही मे अमीर खुसरो की किताब से ही ये पहेली पूछी थी और आपने इतनी कठीन पहेली का जवाब भी दे दिया. मुझे तो ये बातें समझ मे ही नही आती. और सही जवाब है "तलवार" शुभम अंकल, समीर अंकल, वरुण अंकल, सीमा आंटी, दिलिप कवठेकर अंकल, आलोक सिंह अंकल, पंडित डी.के. शर्मा अंकल, आशीष खंडेलवाल अंकल, नितिन व्यास अंकल और हिमांशू अंकल आप सबने रामप्यारी को पिटने से बचाया. आप सबका बहुत धन्यवाद. और बदले मे मैने आप सबके खाते मे तीस तीस नम्बर जमा करवा दिये हैं. अगर किसी अंकल, आंटी या दीदी को लगता हो कि उन्होने जवाब दिया था और रामप्यारी ने नम्बर नही दिये तो मुझे चुपके से मेरे ब्लाग पर बता देना, मैं आपकी कापी दुबारा चेक करवा कर नम्बर जमा करवा दूंगी. पर आप ताऊ को मत बताना. ताऊ आजकल फ़ुरसतिया अंकल के साथ मिलकर कुछ पाकिस्तान पाकिस्तान खेलने मे लगा है. जबरन मुझे डांट पड जायेगी. अच्छा अब अगले शनीवार तक अलविदा. |
अच्छा अब नमस्ते. कल सोमवार को ताऊ साप्ताहिक पत्रिका मे सिर्फ़ रिजल्ट वाला हिस्सा
छोडकर बाकी सब स्तम्भ यथावत प्रकाशित होंगे.
सभी प्रतिभागियों को इस प्रतियोगिता मे हमारा उत्साह वर्धन करने के लिये हार्दिक धन्यवाद. इस दुसरे राऊंड की तीसरी पहेली का आयोजन एवम संचालन ताऊ रामपुरिया और सुश्री अल्पना वर्मा ने किया.
संपादक मंडल :-
मुख्य संपादक : ताऊ रामपुरिया
विशेष संपादक : अल्पना वर्मा
संपादक (प्रबंधन) : seema gupta
संपादक (तकनीकी) : आशीष खण्डेलवाल
सहायक संपादक : बीनू फ़िरंगी एवम मिस. रामप्यारी
मुश्किल पहेली थी .विजेताओं को बधाई.शुभकामनाओं का बहुत धन्यवाद.
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई।
ReplyDeleteसभी जनों को घणी बधाई..........
ReplyDeleteबधाईयां जी सभी विजेताओ को ,
ReplyDeleteविजेता को बधाई और लावली जी को ,विलंब से जानकारी मिलने पर जन्मदिन की हार्दिक शुभकामना .बढ़िया आलेख के लिए ताऊ जी वो क्या कहूं मुझे पंजाबी आती नहीं है इसीलिए धन्यवाद. राम राम
ReplyDeleteताऊ बधाई, आपने टिप्पणी छापने का तरीका बदल पहेली को वाकई रोचक बना दिया.. सभी को बधाई..
ReplyDeleteरामप्यारी सही जबाब तो बता दे न..;)
पहेली विजेताओ को हार्दिक बधाई |
ReplyDeleteताऊ हमने तो ऐसे दर्रे जिण माता जी के यहाँ जाते हुए खाईयों के रूप में ही देखे है अच्छा हुआ यह दर्रा भी आपने ब्लॉग पर दिखा दिया , हम तो कहेंगे घुमने जाने के लिए बहार निकलने की कोई जरुरत अब नहीं रह गई हम तो ताऊ के ब्लॉग की पहेली में ही सारा हिंदुस्तान घूम लेंगे |
रामप्यारी, परिणाम बताने का शु्क्रिया! सभी विजेताओं (मैं भी शामिल) को बधाईयां।
ReplyDeletesabhi vijetaon ko bahut bahut badhayee.
ReplyDeletelavely ji aap ko bhi janamdin ki der se magar dher sari badhayee.
yah paheli thoda mushkil lagi sab ko..mujhey sach mein bura laga..aap sab naaraaz nahin hongey..aisee asha karti hun.
agla interview kis ka hai??
ek sujhaav hai..jis ka interview aane wala ho----agar pathakon se bhi un ke liye prashn invite kiye jayen to rochakta aur interaction badega..
dhnywaad.
इसको कहते हैं मेहनत का फल देर सवेर मिलता ही है(नहीं तो नकलपट्टी ही सही, रामप्यारी को धन्यवाद), अरे भाई नक़ल के लिए भी तो अकल चाहिए :) अच्छा लगा बहुत दिन बाद किसी एक्साम में पोजीशन आई है.लेकिन ताऊ आपने मेरे बक्से में बधाई तो लिखी ही नहीं :(
ReplyDeleteकोई नहीं हम बाकी बधाइयों से काम चला लेंगे. बाकी सभी लोगो को भी बहुत बधाई.
विजेताओं को बहुत बहुत बधाई! रामप्यारी ने बहुत मेहनत का काम किया उसके लिये एक मिल्क चाकलेट भेजी जा रही है!
ReplyDeleteसीमा जी, दिलीप जी और पूजा जी को बधाई..........
ReplyDeleteदिलीप जी का गीत अभी अभी अल्पना जी ब्लॉग पर सुन कर आ रहा हूँ..........मधुर आवाज़ के मालिक है वो, ढेरो बधाई
सभी विजेताओं को बधाई! पहेली मुश्किल थी और ऐसा इसलिए था क्योंकि पहेली चित्र से सम्पूर्ण खाका नहीं खिंच रहा था. लेकिन इसी तरह की पहेली की ज़रुरत है. व्यास कुंद के बारे में और जानकारी का इंतज़ार रहेगा.
ReplyDelete(हम बेईमानी कर सकते थे मगर हमने की नहीं - है कोई स्पेशल अवार्ड ईमानदारी का - वैसे हमें चाहिए नहीं.)
लावण्या जी की पोस्ट पर आग लगाकर हाथ सेंकने वालों की बात उठाकर अच्छा किया आपने, धन्यवाद.
क्या बात है...
ReplyDeleteआपकी प्रतियोगिता और विजेताओं ने मन मोह लिया...
सभी विजेताओं को बधाई. बस १० मिनट के अंतर से प्रथम स्थान खिसक गया. सीमा जी को विशेष बधाईयां.
ReplyDeleteहमारे यहां भी सात बजे बिजली गुल रहती है.मगर पिछले अंक से सुबह सुबह इन्वर्टर के कनेक्शन से लेप्टोप पर ब्रॊड्बॆंड के मोडेम को जुगाड से बिठा कर साथ बजे ताऊनामा खोल के बैठ गया था. मगर वाकई में पहेली कठिण थी. मगर इससे किसी तरह का कोई आक्षेप नही हो सकता. अल्पना जी आप निश्चिंत रहें , पहेली भी अच्छी ही होना चाहिये. अगर चेलेंज ना हो तो क्या?
रोहतांग दर्रे के पास ये जो ब्यास कुंड है, यहां जाने का मौका मिला था कुछ साल पहले, जब Snow & Avelanche Study Centre, Manali के लिये और सियाचिन जैसी जगह के लिये फ़ोल्डिंग स्ट्रक्चर्स के डिज़ाईनींग के लिये जाना पड गया था.
लेकिन संयोग यूं रहा कि उसी दिन ब्यास कुंड जाने से पहले ही वहां एवेलांची का अंदेशा हो गया था और हडबडी में ठीक जूते नहीं पहनने की वजह से मैं बर्फ़ में काफ़ी दूर तक फ़िसलता चला गया था.
वहां एक तो बर्फ़ ही बर्फ़, दूसरे हवा का दबाव कम होने से सांस लेने में तकलीफ़ , और तीसरे पीठ के बल गिरने के कारण रीढ की हड्डी की सिहरन भरी पीडा.क्या कहने. बच ही गये!!
यहां विशेष बात ये है कि साथ वाले नीचे मनाली ले जाने की तैय्यारी में थे तो कहीं से एक तिब्बती साधु (MONK) नमूदार हुआ. उसने झोले से एक बडी सिगार नुमा वस्तु निकाली, उसे सिगार की तरह जलाई, पीठ से मात्र एक इंच दूर रख दी .
एक चमत्कार की तरह उसकी ठंडी आग अंदर तक प्रवेश करने लगी , और थोडे ही देर में वह आंच पूरे रीढ में पहुंच गयी और जो पीडा थी वह ५०% कम हो गयी. बाद में मालूम हुआ वह साधु ब्यास कुंड आता रहता है, और वह सिगार जैसी चीज़ में तमाखू की जगह एक विशिष्ट जडी बूटी थी. मैंने उससे तीन सिगार मांग लिये, जो बाद में काम आये. आज भी एक बचा हुआ उस दिन की याद दिलाता है. अगर उस दिन वहां गिरा नही होता तो ब्यास कुंड ज़रूर जाने ही वाला था. आब आप लोगों नें पहुंचा दिया, और कल बाकी रोचक जानकारी भी मिल ही जायेगी.
फ़िर से धन्यवाद.
ताऊ का ब्लॉग तो कम्यूनिटी ब्लॉग की तरह इवाल्व कर गया है।
ReplyDeleteबहुत मेहनती जीव है यह ताऊ!
सर्वाधिक अंक प्रात किये १०१ सीमाजी गुप्ता ने इसलिऐ ३ तालियो से स्वागत, बधाई ।
ReplyDeleteआज के उप विजेता अंक १०० के साथ श्री दिलिप कवठेकर को दो तालियो के सग बधाई।
आज की तृतिय विजेता अंक ९९ के साथ सुश्री पूजा उपाध्याय को एक तालि से बधाई।
बाकी को बिना ताली कि बधाई।
लवली कुमारीजी का जन्म दिन था ऐसा पीडी से ज्ञात हुआ लवलीजी आपको हार्दीक बधाई जन्म दिन पर।
ताऊ कम से कम अण्डे वाला पुरस्कार के लिऐ तो हम अब पक्के उम्मीदवार है, लाज रखियो।
विजेताओं को बधाई. रामप्यारी को टॉफी...स्कूल जा का सही जबाब देने के लिए. :)
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई। ताऊ! और सिर्फ़ सीमाजी को होली की मिठाई। हा हा! राम प्यारी के लिए चाकलेट कल शाम बावरे फ़कीरा प्रोग्राम में सामने वाले चंद्रभान अनाड़ी के यहाँ से समीर लाल जी को खरीद कर हम ही दिए थे सो उन्होंने आप तक पहुँचा ही दी है । राम राम।
ReplyDeleteतीन विजेताओं में पुरुष सिर्फ़ एक। वाह क्या बात है। ये मचा डंका....। टन टन, टन टन,,,।
ReplyDeleteकोई मर्द अब यह मुगालता न पाले कि यह दुनिया वही चला रहा है। पहेली बूझना कौनो आसान बात है का? पहले भी देवियाँ आगे रही हैं। जवाब खोजने हेरने में इनका कोई शानी नहीं है।
कठवेकर जी को बधाई और सीमा व पूजा को हिप-हिप हुर्रे।
"सभी विजेताओं को बधाई।, जी विलंब से जानकारी मिलने पर लवली जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामना , रामप्यारी अब तो बच गयी न पिटाई से.....पहेली बहुत रोचक और कठिन भी थी....."
ReplyDeleteregards
"सभी विजेताओं को बधाई।, जी विलंब से जानकारी मिलने पर लवली जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामना , रामप्यारी अब तो बच गयी न पिटाई से.....पहेली बहुत रोचक और कठिन भी थी....."
ReplyDeleteRegards
सभी जीतने वालों को बधाई बहुत बहुत ...:)
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