एक गोष्ठी और
ताऊ प्रधान वक्ता
भाषण का समय
पति पत्नी का विषय
कुछ ऐसे प्रस्तुत किए
ताऊ ने अपने सदविचार ....
"दाल भात मे
नमक हो ज्यादा
चुपचाप खाएगा
पत्नि रुठ कर
कोपभवन जा बैठी
पति जा मनायेगा
पति रुठा तो
बेचारा उम्र भर
रुठा ही रह जायेगा
पत्नी मौज मनायेगी
पति की जेब पर
ऐश उडाएगी
पति ने डांटा तो
पीहर चली जायेगी
सास अगर कुछ कह बैठी
बाघिन सी गुर्रायेगी
पति हो भ्रष्ट अफ़सर
छोटे भाई के नाम से
बंगला और कोठी बनवाएगी ....."
(इस रचना के दुरूस्तीकरण के लिये सुश्री सीमा गुप्ता का हार्दिक आभार!)
ताऊ प्रधान वक्ता
भाषण का समय
पति पत्नी का विषय
कुछ ऐसे प्रस्तुत किए
ताऊ ने अपने सदविचार ....
"दाल भात मे
नमक हो ज्यादा
चुपचाप खाएगा
पत्नि रुठ कर
कोपभवन जा बैठी
पति जा मनायेगा
पति रुठा तो
बेचारा उम्र भर
रुठा ही रह जायेगा
पत्नी मौज मनायेगी
पति की जेब पर
ऐश उडाएगी
पति ने डांटा तो
पीहर चली जायेगी
सास अगर कुछ कह बैठी
बाघिन सी गुर्रायेगी
पति हो भ्रष्ट अफ़सर
छोटे भाई के नाम से
बंगला और कोठी बनवाएगी ....."
(इस रचना के दुरूस्तीकरण के लिये सुश्री सीमा गुप्ता का हार्दिक आभार!)
रंगों के पर्व होली पर आपको हार्दिक शुभकामना
ReplyDeleteताऊजी होली कि घणी घणी बधाई यह रन्गो का त्योहार हिन्दी ब्लोग जगत मे प्रेम सोहार्द लाऐ ईसी शुभकामनाओ के साथ
ReplyDeleteताऊ और ताई को परिवार सहित होली कि ढेर सारी बधाई । होली का उल्लास आपके जीवन मे रंग भरे ।
ReplyDeleteसास अगर कुछ कह बैठी
ReplyDeleteबाघिन सी गुर्रायेगी
पति हो भ्रष्ट अफ़सर
छोटे भाई के नाम से
बंगला और कोठी बनवाएगी ....."
kya khoob kavita hai...
sab bahiya ke naam karegi tai,phir tau ji kaha rehenge:),noli mubarak
ReplyDeleteहोली पर यह डराऊ कविता
ReplyDeleteकल ही शादी की सालगिरह मना कर ताऊ जी आज क्या गजब ढा रहे हैं..????? ताई जी ने पढ़ी नहीं ये कविता लगता है हा हा हा हा हाहा हा हा
ReplyDeleteपत्नी मौज मनायेगी
पति की जेब पर
ऐश उडाएगी
पति ने डांटा तो
पीहर चली जायेगी
सास अगर कुछ कह बैठी
बाघिन सी गुर्रायेगी
Regards
वाह जी वाह क्या लिखा है आज के दिन।
ReplyDeleteपति रुठा तो
बेचारा उम्र भर
रुठा ही रह जायेगा
अजी नही अगली होली पर मना लिया जाऐगा। होली मुबारक। लगता है आज हम पहले आए है फिर तो जी हमें भी ईनाम मिलना चाहिए ना।
हा हा...होली पे अच्छी भेंट....और आलेख के साथ उतरता हुआ ये ’बुरा न मानो होली है’ बड़ा फब रहा है
ReplyDeleteप्रार्थना करिए कि आदरणीय ताई की नज़र इस पर ना पड़े.. वरना मैने सुना है भाटिया जी ने जर्मन लटठो का एक कंटेनर एक्सपोर्ट किया है.. बुरा ना मानो होली है...
ReplyDeleteताऊ राम राम
ReplyDeleteलगता है भुग्त भोगी हो, इतना कुछ लिख दिया पत्नी को लेकर
पर मज़ा आ गया पढ़ कर
ताऊ जी आपको सपरिवार होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाऎं..........
ReplyDeleteताऊ और ताई को होली पर हार्दिक शुभकामना
ReplyDeletewaah ! kya kavita hai..
ReplyDeleteumeed hai tayee ji ne na padh li ho!nahin to khair nahin..itni taarif jo kar di hai...
Holi ke parv par dher sari shubhkamnayen
भ्रष्ट अफसर क्या पत्नी के सामने मिमियाता है? जरा खुलासा किया जाये!
ReplyDelete@ आ. ज्ञानदत जी
ReplyDeleteआपको डरने की आवश्यकता नही है.:)
वैसे भ्रष्ट अफसर नामक प्राणि पत्नि के सामने विशेष रुप से डरता पाया गया है क्योंकि उसकी सारी पोल पट्टी पत्नि के पास रहती है और माल ससुरालियों के नाम रहता है सो डरने की वजह वाजिब है. :)
रामराम.
होली पर रंगारंग बधाई।
ReplyDeleteहोली की ढेरों रंग बिरंगी शुभकामनाएं.
ReplyDeleteनीरज
बहुत मौज ले रहे हैं पति-पत्नी से होली के बहाने। गुड है जी। होली मुबारक!
ReplyDeleteTau,
ReplyDeleteapko Holi ki shubhakamanaye.
Apakee 35 vee shadi ki salagirah par bhee badhaee. magar tai to bahar hai?
kavitaa badhiyaa hai, aur rango kee bareesh bhe....
ReplyDeleteआपको होली की अनेक शुभकामनाऎ...
ReplyDeleteऐसी ही होती हैं पत्नियाँ! होली की बधाई ताऊ.
ReplyDeleteहोली पर्व का अब मज़ा आया आपको बहुत बधाई सीमाजी
ReplyDelete- लावण्या
सीमा जी की रचना मजेदार थी. आपको होली की शुभकामनायें. सुबह आये थे लेकिन नेट ने दगा दे दिया.
ReplyDeleteवाह वाह क्या बात है, अभी ताई को फ़ोन पर बताता हूं....
ReplyDeleteताऊ को, ताई कॊ और आपके परिवार को होली की रंग-बिरंगी ओर बहुत बधाई।
बुरा न मानो होली है। होली है जी होली है
बच के रहना ताऊ ......साले से, घर के आले से:)
ReplyDeleteहोली के खूब मजे लिए जा रहे हैं..
ReplyDeleteमुबारक हो..
बजा फरमाया आपने. इसी बात पर होली की मुबारकबाद स्वीकारें!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना. बधाई.
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