कुछ भक्तजनों द्वारा आसमान में हमको अनगिनत संदेश भेजे गये. और बताया गया कि आजकल ब्लागाव्रत मे घोर अव्यस्था फ़ैली हुई है. एक अखण्ड ब्लागाव्रत की अवधारणा को कुछ तुच्छ मानसिकता वाले स्वयं भू क्षत्रपों ने खंडित कर दिया है. फ़लस्वरूप छोटे छोटे मोहल्ले जैसे ग्रूप बन गये हैं. आज तक एक क्षत्रप को छोडकर कोई भी सौ गांवो (टिप्पणियों) से ज्यादा का जमींदार नही बन पाया . बाकी सब दस बीस ज्यादा से ज्यादा पच्चीस गांव के छोटे मोटे जमींदार ही रह गये हैं. एवम अन्य सब दो पांच गांव के लोगों ने भी अपने आपको स्वतंत्र घोषित कर दिया है.
जगत कल्याणकारी सिद्ध ताऊ आसमानी बाबा
हमने तो कभी का यह धरा धाम छोड कर आसमान में रहने का फ़ैसला कर लिया था पर आप सबको इस हाल में देखकर वापस पृथ्वी पर प्रकटे हैं, ज्योतिष का परम ज्ञान देने के लिये. आज उपरोक्त स्थितियों के मद्देनजर कुछ चालू टाईप के लोग अपना साम्राज्य बढाने के लिये उल्टी सीधी सलाह देकर बहुत नाजायज फ़ायदा उठा रहे हैं और ब्लागाव्रत में यह जो क्लेश और वैमनस्य का राज्य भी सब उन्हीं की कृपा का फ़ल है. अत: आप सबसे निवेदन है कि आप उनके जाल में ना फ़से और हमारी ज्योतिषिय सेवाओं से लाभ उठायें.
भक्तजनों, अब हम आप सब पर विशेष कृपा करके वापस आगये हैं आप चिंता नही करें. मैं सबसे पहले आपको स्वयं आपकी कुंडली देखना सिखाऊंगा और फ़िर असली ज्योतिषिय गूढ ज्ञान प्रदान करूंगा, जिससे आप इन नकली मठाधीशों से बच सकें . आपको सबसे पहले आपका लग्न/राशि देखना आना चाहिये. आज हम आपको बताऊंगा कि आप अपने लग्न/राशि को जानकर यह तय कर लें कि आपका कौन सा समय खराब है? कब आपको सम्मेलन में बुलाया जायेगा? कब नही बुलवाया जायेगा? कब आपको ब्लागाव्रत में विजयश्री मिलेगी? हमारा दावा है कि आप इस सलाह के अनुसार कार्य करेंगे तो आप हमेशा सफ़ल रहेंगे और फ़िर आपको कुछ स्पेशल हवन पूजन की आवश्यकता पडेगी तब तो हम हैं ही.
ईश्वर ने आपको पृथ्वी पर भेजते समय ही आपके प्रारब्ध के अनुसार तय कर दिया है कि आपके ऊपर ईश्वर कितना विश्वास करेगा? कितने दिन बाद आपसे ईश्वर हिसाब मांगेगा? और यह सब जन्मकुंडली में लिख दिया गया है. और साढे साती के माध्यम से यह कर्मफ़लों का हिसाब करता है. इसे कोई साधारण ज्योतिषि नही देख सकता यह तो बस हम जैसे पहुंचे हुये दिव्य चक्षु प्राप्त ज्ञानी ताऊ आसमानी बाबा ही यह सब जान सकते हैं. पर हम आज अति प्रसन्न हैं तो आपको बता देते हैं. आप सब अपना लग्न जान कर यहां आपका अच्छा बुरा समय जान लें और उसी अनूरूप आचरण करें, खराब समय में किसी से ना उलझे और अच्छे समय में जिसकी ऐसी तैसी करनी हो उसकी कर दें. ईश्वर साढे साती के रूप मे आपके कर्मों का हिसाब लग्नानुसार मांगता है. और आपके कर्मों का त्वरित फ़ैसला करता है.
तो आईये अब सबसे पहले मेष और वृष लग्न के जातको के बारे में बात करते हैं कि उनको साढे साती किस प्रकार लगती है?
मेष और वृष लग्न (चू,चे,चो,ला,ली,लू,ले,लो,अ,ई. 21 मार्च से 20 अप्रैल तक मेष एवम इ उ ए ओ वा वी वू वे वो 21 अप्रैल से 21 मई वृष) के जातक बडे ही विश्वास योग्य होते हैं. ईश्वर भी इन पर काफ़ी भरोसा करता है और जल्दी से इनकी बुराईयों का दंड नही देता. इनको सबसे पहला दंड दस साल में मिलता है. अत: इसके बाद खूब बदमाशी करें क्योकि अब अगला हिसाब आपसे सीधे साढे बारह साल बाद ही मांगा जायेगा. एक बार यह हिसाब होने के बाद आपसे अगला हिसाब सीधे साढे बाईस साल बाद मांगा जायेगा अत: इस पीरियड में आपको जो भी मनमर्जी करनी हो कर लिजिये. चाहे जिसकी खिल्ली उडानी हो, मजाक करना हो, अनामी बेनामी करनी हो...सब कुछ कर सकते हैं. लेकिन सावधान.... ईश्वर जब आपकी मौज का हिसाब मांगना शुरू करता है तो आपकी रक्षा कोई ताऊ भी नही कर सकता. अगर किसी गुप्त एजेंडा के तहत किसी की ऐसी तैसी करने का मंसूबा हो तो विशेष परामर्श के लिये हमसे संपर्क करें.
मिथुन लग्न (का की कू घ ङ छ के को हा 22 मई से 21 जून) के जातक जरा नाजुक स्वभाव के होते हैं. कोमल हृदय के होते हैं अत: ईश्वर इनसे पहला हिसाब चार साल के बाद मांगता है, फ़िर ५ साल बाद और फ़ायनल हिसाब ८ साल में करता है. अत: इनको सलाह दी जाती है कि इन सालों के हिसाब से ही अपना दूसरों को निपटाऊ कार्यक्रम चलायें, ये भी चाहें तो विशेष परामर्श के लिये संपर्क कर के अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं और किसी की भी ऐसी तैसी कर सकते हैं.
कर्क लग्न (ही हू हे हो डा डी डू डे डो 22 जून से 23 जुलाई ) के जातक बडे ही चंचल स्वभाव के होते हैं. इन पर ईश्वर ज्यादा भरोसा नही करता. ये जन्मजात नेतागिरी के गुणों से ओतप्रोत होते हैं अत: ईश्वर इनसे पहला हिसाब छ माह में मांगता है, दूसरा हिसाब साढे सात महिनों में और फ़ायनल हिसाब सवा साल मे मांगता है. और आजन्म ये इसी चक्र के अनुसार अपना कर्मफ़ल भोगते रहते हैं. अत: देख सुनकर उत्पात करें, आपको हमारी ज्योतिषिय सेवाओं की विशेष आवश्यकता है अत: तुरंत संपर्क करें. बिना सलाह किसी से ना उलझें.
सिंह लग्न (मा मी मू मे मो टा टी टू टे 24 जुलाई से 23 अगस्त) के जातक जरा हठीले और ठस पृकृति के होते हैं. नाक ऊठा कर जिस तरफ़ चल देते हैं उधर चल देते हैं बिना विचारे उत्पात कर बैठते हैं और बाद में भागे फ़िरते हैं. अत: इनका भी साढे साती का फ़ल कर्क लग्नानुसार ही मिलता है. आपको भी हमसे विशेष सलाह और तांत्रिक अनुष्ठान करवाने की सलाह दी जाती है. ऐसा नही करने पर आप संकट मे पडकर अपनी इज्जत और अर्थ हानि भुगतने को तैयार रहें.
कन्या लग्न (टो पा पी पू ष ण ठ पे पो 24 अगस्त से 23 सितम्बर) के जातक जरा शर्मीले होते हैं, धर्मकर्म में विश्वास रखते हैं, पर कभी कभी धर्म का आसरा छोडकर गलत संगति कर बैठते हैं और बडा कष्ट उठाते हैं. अक्सर बहकावे में आने की इनकी प्रूवृति के कारण ही ईश्वर इनको ज्यादा छूट नही देता और पहला हिसाब सवा दो महिनें मे, दूसरा हिसाब तीन माह मे और फ़ायनल हिसाब हर पांच माह में लेता है. अत: विशेष सतर्कता बरतें और हमारी सुपर स्पेशल सेवाओं का लाभ उठाये जो आप को ध्यान में रखकर ही यह पैकेज तैयार किया गया हैं.
तुला लग्न ( रा री रू रे रो ता ती तू ते 24 सितम्बर से 23 अक्टूबर) के जातक यूं तो देखने में धीर गभीर लगते हैं पर ईश्वर इन पर ज्यादा विश्वास नही करता. इनको हर महिने अपने कर्मों का फ़ल साढे साती द्वारा भोगना पडता है. तुला लग्न के जातको को साढे साती का फ़ल किसी दस नंबरी की चौकसी की तरह मिलता है. इनको महिने मे हर नवें दिन फ़िर १७ वें दिन और फ़िर २८ वें दिन हिसाब देना पडता है. ये साढे साती की बहुत ही कडी निगरानी में रहते हैं. ईश्वर इन पर बिल्कुल भी भरोसा नही करता. अत: निहायत सोच समझकर किसी कार्य को अंजाम देवें और हमारे डबल इफ़ेक्ट सुपर पावर पैकेज का लाभ उठायें. ग्यारंटेड सफ़लता मिलेगी.
शेष लग्नों/राशियों का फ़ल अगले अंक में.
(क्रमश:)
हमने तो कभी का यह धरा धाम छोड कर आसमान में रहने का फ़ैसला कर लिया था पर आप सबको इस हाल में देखकर वापस पृथ्वी पर प्रकटे हैं, ज्योतिष का परम ज्ञान देने के लिये. आज उपरोक्त स्थितियों के मद्देनजर कुछ चालू टाईप के लोग अपना साम्राज्य बढाने के लिये उल्टी सीधी सलाह देकर बहुत नाजायज फ़ायदा उठा रहे हैं और ब्लागाव्रत में यह जो क्लेश और वैमनस्य का राज्य भी सब उन्हीं की कृपा का फ़ल है. अत: आप सबसे निवेदन है कि आप उनके जाल में ना फ़से और हमारी ज्योतिषिय सेवाओं से लाभ उठायें.
भक्तजनों, अब हम आप सब पर विशेष कृपा करके वापस आगये हैं आप चिंता नही करें. मैं सबसे पहले आपको स्वयं आपकी कुंडली देखना सिखाऊंगा और फ़िर असली ज्योतिषिय गूढ ज्ञान प्रदान करूंगा, जिससे आप इन नकली मठाधीशों से बच सकें . आपको सबसे पहले आपका लग्न/राशि देखना आना चाहिये. आज हम आपको बताऊंगा कि आप अपने लग्न/राशि को जानकर यह तय कर लें कि आपका कौन सा समय खराब है? कब आपको सम्मेलन में बुलाया जायेगा? कब नही बुलवाया जायेगा? कब आपको ब्लागाव्रत में विजयश्री मिलेगी? हमारा दावा है कि आप इस सलाह के अनुसार कार्य करेंगे तो आप हमेशा सफ़ल रहेंगे और फ़िर आपको कुछ स्पेशल हवन पूजन की आवश्यकता पडेगी तब तो हम हैं ही.
ईश्वर ने आपको पृथ्वी पर भेजते समय ही आपके प्रारब्ध के अनुसार तय कर दिया है कि आपके ऊपर ईश्वर कितना विश्वास करेगा? कितने दिन बाद आपसे ईश्वर हिसाब मांगेगा? और यह सब जन्मकुंडली में लिख दिया गया है. और साढे साती के माध्यम से यह कर्मफ़लों का हिसाब करता है. इसे कोई साधारण ज्योतिषि नही देख सकता यह तो बस हम जैसे पहुंचे हुये दिव्य चक्षु प्राप्त ज्ञानी ताऊ आसमानी बाबा ही यह सब जान सकते हैं. पर हम आज अति प्रसन्न हैं तो आपको बता देते हैं. आप सब अपना लग्न जान कर यहां आपका अच्छा बुरा समय जान लें और उसी अनूरूप आचरण करें, खराब समय में किसी से ना उलझे और अच्छे समय में जिसकी ऐसी तैसी करनी हो उसकी कर दें. ईश्वर साढे साती के रूप मे आपके कर्मों का हिसाब लग्नानुसार मांगता है. और आपके कर्मों का त्वरित फ़ैसला करता है.
तो आईये अब सबसे पहले मेष और वृष लग्न के जातको के बारे में बात करते हैं कि उनको साढे साती किस प्रकार लगती है?
मेष और वृष लग्न (चू,चे,चो,ला,ली,लू,ले,लो,अ,ई. 21 मार्च से 20 अप्रैल तक मेष एवम इ उ ए ओ वा वी वू वे वो 21 अप्रैल से 21 मई वृष) के जातक बडे ही विश्वास योग्य होते हैं. ईश्वर भी इन पर काफ़ी भरोसा करता है और जल्दी से इनकी बुराईयों का दंड नही देता. इनको सबसे पहला दंड दस साल में मिलता है. अत: इसके बाद खूब बदमाशी करें क्योकि अब अगला हिसाब आपसे सीधे साढे बारह साल बाद ही मांगा जायेगा. एक बार यह हिसाब होने के बाद आपसे अगला हिसाब सीधे साढे बाईस साल बाद मांगा जायेगा अत: इस पीरियड में आपको जो भी मनमर्जी करनी हो कर लिजिये. चाहे जिसकी खिल्ली उडानी हो, मजाक करना हो, अनामी बेनामी करनी हो...सब कुछ कर सकते हैं. लेकिन सावधान.... ईश्वर जब आपकी मौज का हिसाब मांगना शुरू करता है तो आपकी रक्षा कोई ताऊ भी नही कर सकता. अगर किसी गुप्त एजेंडा के तहत किसी की ऐसी तैसी करने का मंसूबा हो तो विशेष परामर्श के लिये हमसे संपर्क करें.
मिथुन लग्न (का की कू घ ङ छ के को हा 22 मई से 21 जून) के जातक जरा नाजुक स्वभाव के होते हैं. कोमल हृदय के होते हैं अत: ईश्वर इनसे पहला हिसाब चार साल के बाद मांगता है, फ़िर ५ साल बाद और फ़ायनल हिसाब ८ साल में करता है. अत: इनको सलाह दी जाती है कि इन सालों के हिसाब से ही अपना दूसरों को निपटाऊ कार्यक्रम चलायें, ये भी चाहें तो विशेष परामर्श के लिये संपर्क कर के अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं और किसी की भी ऐसी तैसी कर सकते हैं.
कर्क लग्न (ही हू हे हो डा डी डू डे डो 22 जून से 23 जुलाई ) के जातक बडे ही चंचल स्वभाव के होते हैं. इन पर ईश्वर ज्यादा भरोसा नही करता. ये जन्मजात नेतागिरी के गुणों से ओतप्रोत होते हैं अत: ईश्वर इनसे पहला हिसाब छ माह में मांगता है, दूसरा हिसाब साढे सात महिनों में और फ़ायनल हिसाब सवा साल मे मांगता है. और आजन्म ये इसी चक्र के अनुसार अपना कर्मफ़ल भोगते रहते हैं. अत: देख सुनकर उत्पात करें, आपको हमारी ज्योतिषिय सेवाओं की विशेष आवश्यकता है अत: तुरंत संपर्क करें. बिना सलाह किसी से ना उलझें.
सिंह लग्न (मा मी मू मे मो टा टी टू टे 24 जुलाई से 23 अगस्त) के जातक जरा हठीले और ठस पृकृति के होते हैं. नाक ऊठा कर जिस तरफ़ चल देते हैं उधर चल देते हैं बिना विचारे उत्पात कर बैठते हैं और बाद में भागे फ़िरते हैं. अत: इनका भी साढे साती का फ़ल कर्क लग्नानुसार ही मिलता है. आपको भी हमसे विशेष सलाह और तांत्रिक अनुष्ठान करवाने की सलाह दी जाती है. ऐसा नही करने पर आप संकट मे पडकर अपनी इज्जत और अर्थ हानि भुगतने को तैयार रहें.
कन्या लग्न (टो पा पी पू ष ण ठ पे पो 24 अगस्त से 23 सितम्बर) के जातक जरा शर्मीले होते हैं, धर्मकर्म में विश्वास रखते हैं, पर कभी कभी धर्म का आसरा छोडकर गलत संगति कर बैठते हैं और बडा कष्ट उठाते हैं. अक्सर बहकावे में आने की इनकी प्रूवृति के कारण ही ईश्वर इनको ज्यादा छूट नही देता और पहला हिसाब सवा दो महिनें मे, दूसरा हिसाब तीन माह मे और फ़ायनल हिसाब हर पांच माह में लेता है. अत: विशेष सतर्कता बरतें और हमारी सुपर स्पेशल सेवाओं का लाभ उठाये जो आप को ध्यान में रखकर ही यह पैकेज तैयार किया गया हैं.
तुला लग्न ( रा री रू रे रो ता ती तू ते 24 सितम्बर से 23 अक्टूबर) के जातक यूं तो देखने में धीर गभीर लगते हैं पर ईश्वर इन पर ज्यादा विश्वास नही करता. इनको हर महिने अपने कर्मों का फ़ल साढे साती द्वारा भोगना पडता है. तुला लग्न के जातको को साढे साती का फ़ल किसी दस नंबरी की चौकसी की तरह मिलता है. इनको महिने मे हर नवें दिन फ़िर १७ वें दिन और फ़िर २८ वें दिन हिसाब देना पडता है. ये साढे साती की बहुत ही कडी निगरानी में रहते हैं. ईश्वर इन पर बिल्कुल भी भरोसा नही करता. अत: निहायत सोच समझकर किसी कार्य को अंजाम देवें और हमारे डबल इफ़ेक्ट सुपर पावर पैकेज का लाभ उठायें. ग्यारंटेड सफ़लता मिलेगी.
शेष लग्नों/राशियों का फ़ल अगले अंक में.
हमारे यहां सम्मेलन में आमंत्रण पाने के लिये विशेष काला जादू तांत्रिक अनुष्ठान उचित मूल्य पर कराये जाते है.
एक बार अवश्य आजमा कर देखें. शौकिया लोग भी आजमा सकते हैं.
एक बार अवश्य आजमा कर देखें. शौकिया लोग भी आजमा सकते हैं.
(क्रमश:)
जय हो! आसमानी बाबा का आसमान सदा आसमानी रहे।
ReplyDeleteहम तो १० साल और साढ़े १२ साल की अवधि पार कर चुके हैं .... अब दंड का कोई खतरा नहीं :):)
ReplyDeleteजय हो बाबा आसमानी की !!
ReplyDeleteइन सबकी प्रवृत्तियां इतनी भिन्न हैं शायद इसीलिए धमाचौकड़ी ज़्यादा रहती है :)
ReplyDeleteहा हा हा हा हा हा हा लगता है आसमानी बाबा की सलाह आजमानी पड़ेगी हा हा हा
ReplyDeleteregards
हा हा हा हा पुराने फार्म में ताऊ -मगर रे ताऊ तेरा मन कहीं जमता ही नहीं -तूं ये भी धंधा छोड़ेगा रे ...
ReplyDeleteताऊ!
ReplyDeleteक्षत्रप तो तुम भी बन चुके हो तब भी चैन नहीं हमारे जैसे ज़मींदार तेरे से त्रस्त हैं , दुआ मनाते हैं की ताऊ की कोप द्रष्टि इधर नहीं पड़े फिर भी सोते जागते नोट ही दीखते हैं ! कभी चैन नहीं पड़ता अब आसमान पर चढ़ गए और लोगों को डरा रहे हो ! अभी जाकर पंडित जी (वत्स) और संगीता पुरी जी को खबर करता हूँ !
हद है .....
6/10
ReplyDeleteबढ़िया हास्यमयी पोस्ट
लीक से हटकर लेखन
परवरदिगार आप जैसे बाबाओं को बनाये रखे. आज के दौर में हर कोई अपना ऐसा अच्छा समय जानना चाहता है जब वो किसी ख़ास की ऐसी-तैसी कर सके.
जय हो बाबा आसमानी की !!
ReplyDelete"अत: आप सबसे निवेदन है कि आप उनके जाल में ना फ़से और हमारी ज्योतिषिय सेवाओं से लाभ उठायें."
ReplyDelete(यानि कि थारे धोरे फ़ंसे, ठीक सै)।
म्हारे भाग में के सै, यो देखन ताईं क्रमश: का इंतजार करण लाग रे सैं, तावला सी बताईयो।
राम राम।
का शनीचर और का राहु देखना .... अब ब्लागाव्रत करना पडेगा.....
ReplyDeleteहमारे यहां सम्मेलन में आमंत्रण पाने के लिये विशेष काला जादू तांत्रिक अनुष्ठान उचित मूल्य पर कराये जाते है.
ReplyDeleteएक बार अवश्य आजमा कर देखें. शौकिया लोग भी आजमा सकते हैं.
जो हल्ला मचा रहे हैं उनको भेजू क्या?:)
हमारे यहां सम्मेलन में आमंत्रण पाने के लिये विशेष काला जादू तांत्रिक अनुष्ठान उचित मूल्य पर कराये जाते है.
ReplyDeleteएक बार अवश्य आजमा कर देखें. शौकिया लोग भी आजमा सकते हैं.
जो हल्ला मचा रहे हैं उनको भेजू क्या?:)
तुला लग्न के जातको को साढे साती का फ़ल किसी दस नंबरी की चौकसी की तरह मिलता है. इनको महिने मे हर नवें दिन फ़िर १७ वें दिन और फ़िर २८ वें दिन हिसाब देना पडता है. ये साढे साती की बहुत ही कडी निगरानी में रहते हैं. ईश्वर इन पर बिल्कुल भी भरोसा नही करता.
ReplyDeleteमेरा तो बंटाधार ही कर दिया ताऊ महराज आसमानी बाबा? मुझे तो लगता है कि मेरे कर्मों का हिसाब तो मेरी मम्मी ही करती है. रोज रोज होम वर्क कार्वाने बैठा देती है.:(
तुला लग्न के जातको को साढे साती का फ़ल किसी दस नंबरी की चौकसी की तरह मिलता है. इनको महिने मे हर नवें दिन फ़िर १७ वें दिन और फ़िर २८ वें दिन हिसाब देना पडता है. ये साढे साती की बहुत ही कडी निगरानी में रहते हैं. ईश्वर इन पर बिल्कुल भी भरोसा नही करता.
ReplyDeleteमेरा तो बंटाधार ही कर दिया ताऊ महराज आसमानी बाबा? मुझे तो लगता है कि मेरे कर्मों का हिसाब तो मेरी मम्मी ही करती है. रोज रोज होम वर्क कार्वाने बैठा देती है.:(
बाबा मेरी स्कूल छिदवाने का कोई उपाय है क्या आपके पास?
ReplyDeleteलगे हाथ पैकेज का भाव भी बता देते कि कितना रूपया देना पडेगा?
ReplyDeleteHi Taau darling please tell me my future. love you darling n take care
ReplyDeleteताऊ आजकल झंडू की संगत का असर लग रहा है |
ReplyDeleteवाह .. लग्न राशिफल ??
ReplyDelete'गत्यात्मक ज्योतिष' का अच्छा खास प्रभाव पडा है आपपर ..
लेकिन हर कार्य आप ही करेंगे तो हमारे सामने तो बेरोजगारी आ जाएगी ..
कुछ काम हमारे हिस्से भी तो छोडिए ...
अरे ताऊ क्यूँ गरीबाँ के पेट पै लात मारण लाग रया सै...कुछ कमा धमा लेण दे...सारे धंधे छोड के तन्नै एक यो ही काम पाया था :)
ReplyDeletebahut zabardast..kahan gaayab ho jaate hai aap
ReplyDeleteबहुत बढ़िया!
ReplyDelete--
आजकल बाबाओँ की खरी दुकानदारी है!
--
जय हो आसमानी बाबा की!
ताऊ स्पेशल, डीलक्स, सुपर डीलक्स अनुष्ठान की दक्षिणा भी बता ही दो लगे हाथों..
ReplyDeleteशोकिया तौर पर ही सही .........पर कोई डिस्काउंट प्लान हो तो बाताओ ताऊ जी
ReplyDeleteफिर विचार करते है :)
४/१०
ReplyDeleteताऊ जी प्रणाम,
ReplyDeleteइस बार की पहेली का हमने सही जवाब दिया है (ताऊ पहेली - 97 )
पिछले तीन या चार बार से हम आपकी पहेली का सही जवाब दे रहे है
हर बार 7 वे या 8 वे स्थान पर आ ही जाते है ... आप हमारे ब्लॉग का
कृपया ये लिंक दिया करे
http://thodamuskurakardekho.blogspot.com
धन्यवाद