रामप्यारी ने आजकल ताऊ टीवी का काम संभालना शुरू कर दिया है. उसी की पहल पर ब्लाग सेलेब्रीटीज से "दो और दो पांच" खेलने का यह प्रोग्राम शुरू किया गया है. दो और दो पांच में, ब्लॉग सेलिब्रिटी से निवेदन है कि वे सवाल के जवाब कुछ चटपटे रखें ताकि ब्लोगर साथियों का मनोरंजन भी हो , इस प्रोग्राम का मकसद हंसना हंसाना सीखना है. इस मनोरंजक पोस्ट का अधिक अर्थ निकालने की कोशिश न करे यह काम रामप्यारे को ही करने दें.
ब्लाग सेलेब्रीटीज को रूबरू पकडना बहुत ही मुश्किल है, नेट पर तो उनको जब चाहे तब पकड लिजीये.....पर रामप्यारी भी कोई कम नही है. एक दिन वो किसी ब्लाग सेलेब्रीटीज को पकडने के चक्कर में घूम ही रही थी कि चलते फ़िरते सतीश सक्सेना उसके हत्थे चढ गये थे और अबकि बार रामप्यारी के चक्कर में आ गई हरकीरत हीर, जिन्हें अपनी भोली सूरत से बातों में फ़ंसाकर वो "दो और दो पांच" खेलने के लिये ले आयी सीधे ताऊ टीवी के स्टुडियों में.....अब आप बिना ब्रेक देखिये अटपटे सवालों के चटपटे जवाब... सीधे...ताऊ और रामप्यारी की हरकीरत हीर से दो और दो पांच.....
ताऊ और रामप्यारी के साथ "दो और दो पांच" करते हुये हरकीरत ’हीर’
(कैमरामैन : रामप्यारे)
ताऊ : आपसे सबसे ज्यादा दुखी कौन है?
हरकीरत ’हीर’ : पति
ताऊ. आपने आखिरी बार किसे रूलाया था?
हरकीरत ’हीर’ : मैं किसी को नहीं रुलाती अक्सर खुद रोती हूँ ….:))
ताऊ : दिन में आप कितनी बार हंस लेती हैं?
हरकीरत ’हीर’ : दर्द की कवयित्री भला कैसे हँस सकती है - कभी कभार
ताऊ : कल रात को आपने कौन सी सब्जी खायी थी?
हरकीरत ’हीर’ : कल … भिन्डी
ताऊ : आपकी किस आदत से आपके पति ज्यादा परेशान रहते है?
हरकीरत ’हीर’ : कवितायेँ लिखने से ….
ताऊ : कौन सा ट्रेफ़िक रुल आप सबसे ज्यादा तोडती हैं?
हरकीरत ’हीर’ : मैं कार नहीं चलाती
ताऊ. : अगले जन्म मे आप क्या बनना चाहेंगी?
हरकीरत ’हीर’ : हीर
ताऊ : एक चुटकला सुनाइये.
हरकीरत ’हीर’ : संता : डॉक्टर साहब, यह फूलों की माला किसलिए है?
डॉक्टर : यह मेरा पहला ऑपरेशन है, अगर कामयाब हुआ तो मेरे लिए वरना तुम्हारे लिए.
ताऊ : साढे अढाई और साढे एक कितने होते हैं?
हरकीरत ’हीर’ : गणित में सिफ़र हूँ ….
ताऊ : सासू मां से आखिरी बार डांट कब खायी थी?
हरकीरत ’हीर’ : जब तक वो ज़िंदा थीं रोज़ ही … अब वो इस दुनिया में नहीं हैं.
ताऊ : कौन से कलर के सैंडिल फ़ोकट मे भी नही पहनना चाहेंगी?
हरकीरत ’हीर’ : ऐसा तो नहीं …। सभी कलर पहन लूंगी
ताऊ : कौन सा परफ़्य़ुम आपको ज्यादा अच्छा लगता है?
हरकीरत ’हीर’ : निविया
ताऊ : खुद अपने आप की एक खराब आदत कौन सी है?
हरकीरत ’हीर’ : यही कि मैं हँसती कम हूँ
ताऊ : अपने मुंह मियामिठ्ठू बनिये
हरकीरत ’हीर’ : ऐसा मुझ में कुछ नहीं
ताऊ : .ऐसा ब्लागर जिससे आपको जलन होती हो और क्यों?
हरकीरत ’हीर’ : कोई नहीं …हाँ . अनुराग आर्य का लेखन बहुत प्रभावित करता रहा ….
ताऊ : ऐसा गाना, जिसकी हीरोईन आप अपने आपको समझने लगती हों?
हरकीरत ’हीर’ : आज हम अपनी दुआओं का असर देखेंगे ज़ख़्मी जिगर देखेंगे तीरे नज़र देखेंगे ….
ताऊ : वे हसरतें जो अधूरी रह गयीं?
हरकीरत ’हीर’ – कोई राँझा न मिला
ताऊ : आपको एक दिन के लिये छोटी बच्ची बना दें तो क्या करना चाहेंगी?
हरकीरत ’हीर’-पेड़ों पर चढूँगी
ताऊ : सबसे बढ़िया बीता समय कौन सा था?
हरकीरत ’हीर’ –बचपन
ताऊ : सबसे घटिया समय?
हरकीरत ’हीर’ –समय कभी घटिया नहीं होता …. घटिया समय ही सबसे बड़ी चुनौती होता है
ताऊ : दुश्मन को कोई संदेश देना चाहेंगी?
हरकीरत ’हीर’ –औरत को कभी कमजोर न समझे
ताऊ – दोस्त के लिये कोई संदेश?
हरकीरत ’हीर’ –दोस्ती को अंत तक निभाने की कोशिश करे
ताऊ : अपने जीवन साथी से कुछ कहना चाहेंगी जो आप कभी रूबरू ना कह सकी हों?
हरकीरत ’हीर’ : पत्नी को पत्नी समझे दासी नहीं …
ताऊ : ऐसा एक शब्द जिससे आपको चिढ आती हो?
हरकीरत ’हीर’ : प्रेम
ताऊ : पसंदीदा अभिनेत्री?
हरकीरत ’हीर’ : मीना कुमारी
ताऊ : पसंदीदा ब्लागर?
हरकीरत ’हीर’ : डॉ अनुराग आर्य , दानिश भारती , डॉ दराल , डॉ कौशलेन्द्र , राजेन्द्र स्वर्णकार, रश्मि प्रभा , ताऊ रामपुरिया.
ताऊ : फ़ेवरिट गायक
हरकीरत ’हीर’ : लता जी …
ताऊ: पसंदीदा लेखक
हरकीरत ’हीर’ : अमृता प्रीतम
ताऊ : ब्लागर ताऊ की इमेज आपके दिमाग में क्या है?
हरकीरत ’हीर’ : कमाल हैं बस , सबको हंसाने की कोशिश में जुटे अनोखे ब्लोगर
ताऊ : ब्लागर्स के लिये कोई मेसेज देना चाहेंगे?
हरकीरत ’हीर’ –जो लिखें दिल से लिखें
ताऊ : आपकी पसंद के 10 टाप ब्लाग्स बिना किसी वरीयता क्रम के?
हरकीरत ’हीर’ –पसंदीदा ब्लोगर लिख चुकी हूँ उन्ही के ब्लॉगस हैं
ताऊ : बच्चे परेशान करें तो उन्हें मारेंगी या समझायेंगी?
हरकीरत ’हीर’-जैसे हालात होंगें ….
ताऊ : तो धन्यवाद हीर जी ..अब फ़टाफ़ट राऊंड के लिये तैयार हो जाईये. रामप्यारी तैयार है अपने सवाल दागने के लिये..... ठीक है?
हरकीरत ’हीर’ : ओह...तो अब रामप्यारी भी कान पकायेगी? खैर....शुरू हो जा राम की प्यारी... रामप्यारी, आज तूने बहुत समय खोटी करवा दिया...... मैं तैयार हूं.....
अब रामप्यारी का फ़टाफ़ट राऊंड शुरु होता है.
रामप्यारी : हां तो हीर आंटी मैं आपके कान ज्यादा नही पकाऊंगी.... ...आप तैयार हैं फ़टाफ़ट खेलने के लिये? तो बताईये कि आपको क्या पसंद है? – मूंछ वाला या क्लीन शेव्ड?
हरकीरत ’हीर’ : क्लीन शेव्ड
रामप्यारी - हिल स्टेशन या समुद्र तट?
हरकीरत ’हीर’ :समुद्र तट
रामप्यारी - ट्रेन का सफ़र, बस का सफ़र या हवाईजहाज का?
हरकीरत ’हीर’ : ट्रेन का सफ़र
रामप्यारी - पुस्तक पढना या फ़िल्म देखना?
हरकीरत ’हीर’ :पुस्तक पढना
रामप्यारी - सलमान खान या आमिर खान?
हरकीरत ’हीर’ : सलमान खान
रामप्यारी - कैटरीना कैफ़ या करीना कपूर?
हरकीरत ’हीर’ : करीना कपूर
रामप्यारी - कारों में हैचबैक या सेडोन?
हरकीरत ’हीर’ : पता नहीं
रामप्यारी – साडी या आधुनिक लिबास?
हरकीरत ’हीर’ : सलवार सूट
रामप्यारी - मिरिंडा, पेप्सी या रूहफ़्जा?
हरकीरत ’हीर’ : रूहफ़्जा
रामप्यारी - गांव या शहर
हरकीरत ’हीर’ : गांव
रामप्यारी - लैंड लाईन या मोबाईल
हरकीरत ’हीर’ : मोबाईल
रामप्यारी - स्प्लिट एसी या विंडो एसी
हरकीरत ’हीर’ : स्प्लिट एसी
रामप्यारी - लेप टोप या डेस्कटोप
हरकीरत ’हीर’ : लेप टोप
रामप्यारी - ब्लेक व्हाईट फ़ोटो या कलर फ़ोटो
हरकीरत ’हीर’ : कलर फ़ोटो
रामप्यारी - ज्वाईंट फ़मिली या न्युक्लियर्फ़ेमिली?
हरकीरत ’हीर’ : न्युक्लियर्फ़ेमिली
रामप्यारी - कांच की चूडियां या मेटल की?
हरकीरत ’हीर’ : कोई भी नहीं
रामप्यारी - शिफ़ोन की साडी या काटन की?
हरकीरत ’हीर’ : कोई भी नहीं
रामप्यारी - चश्मा या कांटेक्ट लैंस?
हरकीरत ’हीर’ : चश्मा
रामप्यारी - नौकरी या बिजनैस?
हरकीरत ’हीर’ : बिजनैस
रामप्यारी - प्यार शादी के पहले या बाद?
हरकीरत ’हीर’ : बाद
रामप्यारी - ताऊ की बकबक या रामप्यारी की चकचक?
हरकीरत ’हीर’ : दोनों
तो दोस्तों यह थी ताऊ और रामप्यारी के साथ हरकीरत ’हीर’ की "दो और दो पांच"....अगली बार हम किसी और ब्लाग सेलेब्रीटी के साथ खेलेंगे दो और दो पांच....तब तक मस्त रहिये.
यह तो रैपिड फायर राउंड है, एक के बाद एक।
ReplyDeleteप्रवीण जी, आजकल जमाना ही मशीन गन का है.:)
Deleteरामराम.
बेहतरीन वार्तालाप, ऐसा लगा कि हीर जी हर बात दिल से कह रही है तभी तो उन्होंने यह शानदार सलाह ब्लोगरों को भी दी है कि जो लिखे दिल से लिखे। बहुत बढ़िया !
ReplyDelete:-) :-)
ReplyDeleteha ha ha....बहुत बढ़िया!!!
अगला कौन की उथलपुथल है अब दिमाग में.........
सादर
अनु
देखती जाईये, आपका भी हो सकता है.:)
Deleteरामराम.
एक से बढ़कर एक जवाब सवाल-
ReplyDeleteराम राम-
माला महकौवा मँगा, रखे चिकित्सक एक |
उत्सुकता वश पूछता, रोगी टेबुल टेक |
रोगी टेबुल टेक, महोदय हेतु बताना |
मेरा पहला केस, किन्तु तुम मत घबराना |
चीर-फाड़ जब सफल, गले में अपने डाला |
अगर बिगड़ता केस, डलेगी तुम पर माला ||
ईमानदार व बेवाक अभिव्यक्ति हीर की ...
ReplyDeleteबस मज़ाक की कमी रह गयी , न वे खुद हंसी और न हंसाया !!
मंगल कामनाएं उनको !
कॉपी पेस्ट :-)
Deleteयह कमी तो ताऊ की है कि हीर जी की एक हंसने वाली फोटो नहीं लगा सके !
Deleteदूसरों को हंसाने वाले अक्सर चुप ही दिखते हैं, अभी आगे आगे देखिये होता है क्या?:)
Deleteरामराम.
सब कुछ बदल सकते हैं , फिर चेहरे के एक्सप्रेशन क्यों नहीं ! :)
Deleteईमानदारी से दिये जवाब .... हरकिरत जी के बारे में काफी कुछ जाना इस साक्षात्कार से ...
ReplyDeleteआपकी ये धर पकड़ अच्छी लगी ।
हा हा हा....धरपकड....अच्छा शब्द चुना है आपने.:)
Deleteरामराम.
बहुत सुन्दर विचार विनिमय
ReplyDeleteखेल खेल में बहुत सारी बाते,
ReplyDeleteताऊ के सवाल हरकीरत जी के बेबाक जवाब
मजा आ गया पढ़ के, बहुत बढ़िया लगी पोस्ट !
इसीलिये तो दो और दो पांच हो जाते हैं.:)
Deleteरामराम.
दो और दो पांच का जबाब नहीं ! लगे रहिये ताऊ !!
ReplyDeleteराम राम !!
वाह ताऊ !आप क्या खूब लिखते हैं |
ReplyDeleteएक शाम संगम पर {नीति कथा -डॉ अजय }
बहुत बढ़िया सवाल और जवाब भी !!
ReplyDeleteताऊ जी..... रेपिड फायर अच्छा लगा ..
क्या खूब
ReplyDeleteलेकिन रांझा तो मूंछ वाला था...चलिए अगले जन्म में रांझा बनने की कोशिश करेंगे...
ReplyDeleteजय हिंद...
भतीजा रांझा बनेगा तो ताऊ को क्या मलंग बनाओगे?:)
Deleteरामराम.
खुशदीप भाई !
Deleteयह ताऊ किस चक्कर में .. ??
ताऊ तो सिर्फ़ गम भूलने भुलवाने के चक्कर में है, इसके अलावा और कुछ नही.
Deleteरामराम.
अरे वाह बहुत रोचक आयोजन चल रहा है ………मज़ा आ गया ………और ऐसा तो सिर्फ़ ताऊ के ब्लोग पर ही हो सकता है । अगले ब्लोगर के इंतज़ार में ……:)
ReplyDeleteअगला नंबर आपका भी लग सकता है.:)
Deleteरामराम.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया है ताऊ परन्तु आपके कल्पना की हरकीरत बड़ी सिरियस किस्म की लगी ,ना खुद हंसी ना किसी को हंसाया .
latest post,नेताजी कहीन है।
latest postअनुभूति : वर्षा ऋतु
कालीपद जी, हंसी तो चुरानी पडती है.:)
Deleteरामराम.
हीरक है हीर जी का साक्षात्कार!!
ReplyDeleteखुशदीप जी आपने हंसा दिया .....:))
ReplyDeleteमैंने सारे जवाब दिल से और इमानदारी से दिए ....
जी , इसमें तो कोई शक नहीं कि आपके सारे ज़वाब दिल से निकले हैं.
Deleteहीर जी के हंसते ही महफ़िल में रौनक आ गई...आ गई...
Deleteजय हिंद...
हीर जी के हंसते ही महफ़िल में खुशी छा गई, छा गई...
Deleteजय हिंद...
हा हा हा...तो आखिर हंसी आप लोगों ने ढूंढ ही ली?:)
Deleteरामारम.
यूँ कहिये -- महफ़िल में ज़वानी छा गई ! :)
Deletekhushdeep ji agle janm ka intjaar rahega .....:))
ReplyDeleteलगता है आज खुशदीप भाई के घर जाना पड़ेगा !!!
Deleteया इलाही यह माज़रा क्या है ..
:)
:-)
Deleteसतीश जी , यानि अब आपको भी खुशदीप भाई से जलन होने लगी है. :)
Deleteमैंने सारे जवाब दिल से और इमानदारी से दिए ...
Deleteहीर जी ये आपका ही वादा है ना...
जय हिंद...
हीर जी जो भी कह रही हैं वो सत्य है क्योंकि इंटर्व्यू हमने और रामप्यारी नि लिया है और रामप्यारे इसका गवाह है.
Deleteरामराम.
ताऊ,
Deleteमैंने हीर जी को ये वादा इसलिए याद दिलाया है क्योंकि उन्होंने अगले जन्म में भी हीर बनने और इस जन्म में रांझा ना मिलने की बात कही है...
जय हिंद...
भतीजे, हम समझ रहे हैं, चिंता ना करो, रामप्यारी का फ़ोन आया था कि उसने आपको दो और दो पांच के लिये तैयार कर लिया है, हम स्टूडियो मे आप दोनो का इंतजार कर रहे हैं, बाकी बाते यहीं होंगी.
Deleteरामराम.
रोचक और मजेदार साक्षात्कार ..... :)
ReplyDeleteहरकिरत जी के बारे में काफी कुछ जाना..बहुत अच्छा लगा .दो और दो पांच में मजा़ आगया...
ReplyDeleteतुसी ग्रेट हो बादशाहों ......जो हम इन हूरों से इतने सालों में न पूछ सकें वह बादशाहों ने हंसी हंसी में इन हीरा 'हीर ' से पूछ लिया !
ReplyDeleteभई हमें तो हीर जी की पसंदें बहुत पसंद आई---- लता जी , अमृता प्रीतम , मीना कुमारी और ढेर सारे डॉक्टर ! शुक्रिया जी...
ReplyDelete:)
Deleteअरविंद जी, रामप्यारी किसी सेलेब्रीटी को ढूंढने निकली हुई है कहीं आप उसके चक्कर में चढ गये तो आपसे भी सब कुछ उगलवा लिया जायेगा.:)
Deleteरामराम.
ईमानदार ज़वाब
ReplyDeleteअगर चाहा हुआ सब कुछ मिल जाए तो जिंदगी नीरस ना हो जाए!
पाबला जी, बिल्कुल ध्रूव सत्य कहा आपने.
Deleteरामराम.
लाज़वाब....
ReplyDeleteवाह ताऊ , बहुत सुंदर साक्षात्कार था हरकीरत जी का
ReplyDeleteबढिया मुलाकात और दाग दनादान ।
ReplyDeleteवाह जी वाह भेंट वार्ता की भेंट वार्ता चाट की चाट। जितना अ -मरजी चाट। ॐ शान्ति।
ReplyDeleteहीर की बेबाकी पसंद आई !
ReplyDeleteचलो किसी बहाने ...हीर हंसी तो !
ReplyDeleteसब को ऐसे ही हंसाते रहो ताऊ भाई जी !
शुभकामनायें!
@ तुसी ग्रेट हो बादशाहों ......जो हम इन हूरों से इतने सालों में न पूछ सकें वह बादशाहों ने हंसी हंसी में इन हीरा 'हीर ' से पूछ लिया !.....:))
ReplyDelete@ सतीश जी , यानि अब आपको भी खुशदीप भाई से जलन होने लगी है. :)
....:))
अरे स्वाभाविक है भाई ...
Deleteयह स्वाभाविक नहीं , स्व: भाव है ! :)
Deleteसतीश भाई के पास बरनॉल भिजवा दी गई. है...डॉ दराल ने चेक भी कर लिया है,,..
Deleteजय हिंद...
हा..हा..हा..हा..
Deleteयारों ने जख्म पर मलहम भी लगाया है !!
@ लगता है आज खुशदीप भाई के घर जाना पड़ेगा !!!
ReplyDeleteया इलाही यह माज़रा क्या है ..
माजरा अगले जन्म का है इस जन्म का नहीं ....
सतीश जी उस पर तो बंदिश नहीं होनी चाहिए ....:))
Deleteहा..हा..हा..हा...
यह अंदाज़ पसंद आया , लोगों ने मुक्त हो हंसना ही छोड़ दिया है हीर जी , और उम्र बढ़ने के साथ, तो लगता है तौबा ही कर चुके हैं ! हर हंसी और मुक्त मज़ाक पर पहरे..लोगों की भवें टेढ़ी हो जाती हैं फिर अपनी हँसी भूल, देती रहें अपना स्पष्टीकरण इन बड़े बूढों को !
आपकी हँसी को गुरु बनाने का दिल करता है ..
और हाँ एक बात और बताएं यह मेहरबानी खुशदीप के ही हिस्से क्यों आई ?
आप हंसती रहें , मंगल कामनाएं !
@ सतीश जी, और हाँ एक बात और बताएं यह मेहरबानी खुशदीप के ही हिस्से क्यों आई ?
Deleteखुशदीप ताऊ का भतीजा है उनमे हास्य समझने के लिये ताऊत्व भरा पडा है और आप नेता प्रतिपक्ष हैं, इसलिये.:)
रामराम.
वाह ताऊ ...
Deleteयहाँ ताऊगीरी का मामला ही नहीं है , यह मामले दिल के हैं !!
ताऊगिरी दिल से ही तो पनपती है No Taaugiri No Dilgiri.:)
Deleteरामराम.
ये अगला जन्म कब आएगा भाई...
Deleteजय हिंद...
सही है ...
Delete:)
खुशदीप जी अगले जन्म की बात तो आपने ही उठाई है ...अब कब आएगा का सवाल क्यूँ ....?
Deleteजाहिर है इस जन्म का साथ छूटने पर ही आएगा ...
और फिर 'गीत' फिल्म की तरह मुझे पुकारना पडेगा ...... '' आजा तुझको पुकारे मेरा प्यार ......आजा मैं तो मिटी हूँ तेरी चाह में .....
हमको ये किसने गाना सुना डाला...
Deleteमार डाला...हाय मार डाला...
जय हिंद...
रामप्यारी से कहो की प्रश्न नए लाए। हम बारबार एक ही प्रश्नों को नहीं पढ़ेगे। हड़ताल कर देंगे। वैसे हीर जी को जानना अच्छा लगा।
ReplyDeleteथोडा इंतजार किजीये, इस शो का कायापलट होने वाला है.
Deleteरामराम.
ताऊ के नए शो दो और दो पञ्च की समीक्षा :-
ReplyDeleteताऊ के नए शो का कांसेप्ट तो अच्छा है किन्तु उसमे थोडा और संपादन की जरुरत है , शो में थोडा और मिर्च और मसाले के कमी भी खल रही है , गंभीर किसिम के प्रतिभागियों के लिए बाहर से मिर्च मसाला डाला जाए तो शो में कुछ जान आ सकती है, जैसे हीर जी के शो में बाहर से खुशदीप जी का तड़का लगाया गया , कुछ प्रतिभागियों के बातो को समादित किया जाये या उन्हें उकसाया जाये अपने मन के जवाब लेने के लिए तो शो और अच्छा बन पडेगा , हर शो में प्रश्नों को बदला जाये तो अच्छा साथ ही प्रश्न भी इतने टेढ़े हो की जवाब देने वाला चाहे तो भी जवाब सीधा दे न पाए , और सबसे बड़ी बात किसी भी शो को हित करने के लिए लोगो के बिच चर्चा में लाने के लिए जरुरी है की किसी न किसि प्रकार का विवाद खड़ा किया जाये हंगामा किया जाये , या तो ये होना दिया जाये या फिर खुद ही मिली भगत करके आपस में ही विवाद को जानबूझ जन्म दे कर इस शो को और भी चर्चा में लाया जा सकता है |
साथ ही साफ सुथरे छवि वालो की जगह कुछ विवादित टाईप के लोगो को शो में लाया जाये , साफ सुथरे लोगो के बारे में कोई नहीं जानना चाहता है लोग केवल विवादित लोगो के बारे में ही जानना चाहते है ये एक स्वाभाविक इंसानी प्रकृति है , साफ सुथरे छवि वाले चाहे तो कोई विवादित बयान दे कर चर्चा में आ सकते है |वैसे अभी आगे देखना होगा की ताऊ शो में और जान फूंकने के लिए क्या क्या नए फंडे लाते है , उनके फंडे ही शो की टीआरपी और बढ़ा सकते है और प्रयोजको की गिनती भी :)
हा हा हा....आपने सही उपाय बताये हैं, वैसे आपने फ़िर सिद्ध कर दिया है कि ताऊ के साम्राज्य को संभालने के लिये सिर्फ़ आप ही योग्य CEO हो सकती हैं.
Deleteरामराम.
ज्यादा मिर्च मसाले से एसिडिटी का खतरा रहता है. लेकिन चिंता मत कीजियेगा , ताऊ के पैनल में डॉक्टर भी हैं.
Delete@अंशुमाला जी ताऊ का यह शो सालों पहले भी हुआ करता था लेकिन तब सिर्फ ताऊ पूछा करते थे..अब ये दो कलाकार और हैं इस में रामप्यारे और रामप्यारी..
Deleteउस शो ने भी ब्लॉगजगत को कई धुरंधरों से मिलवाया था और अच्छी [स्वस्थ]हलचल मचाई थी.
लेकिन अब आप ये नए तरीके बता कर बिगाड़ रही हैं!गलत बात !कहीं रामप्यारी को आप ही तो नहीं ट्रेन कर रहीं ?
rochak ..bahut badhiya :)
ReplyDeleteवाह!
ReplyDeleteएक बार फिर से ब्लॉग जगत में हलचल मचायेगी आप की यह दो और दो पाँच की टीम और बिखरे हुए ब्लॉग जगत को एक साथ करने में कामयाब होगी.
ReplyDeleteशुभकामनाएँ !
हरकीरत जी का इंटरव्यू अच्छा लगा..और उसके बाद आए कमेन्ट रोचक.
कमाल है सच में कमाल है .....जो ना सोचों ...वो यहाँ मिलेगा
ReplyDeleteमज़ा आ गया ताऊ .......राम राम
हा हा ! बढ़िया मज़ा आ गया
ReplyDeletebahut achchha laga...
ReplyDeleteया इलाही यह माज़रा क्या है ..
ReplyDeleteकुछ नहीं जन्मों जन्मों के फेर हैं
Deleteकिसी के राँझा बन आने की देर है ....:))
शुभानाल्लाह ...:)) किसी के राँझा बन आने की देर है
Deleteताऊ जी...कितना हँसाओगे ...आज तो बस....अब आज नही....अब कल के लिए...,,मुझे तो हंसी आती ही नही...ताऊ जी तो कमाल के हुए...चुप्पों को हंसादें ,बहरों को बोलवा दें...गजब भई....मुझ जैसी गूंगी को तो आपके ब्लॉग पर रोज आना होगा...
Deleteकोई जवाब नहीं. लाजवाब! वाह निश्चित ही यह बेहद मजेदार अनुभव रहा होगा सबके लिए :)
ReplyDeleteहरकीरत ने हर सवाल का सही जवाब दिया ! और हाँ खुशदीप भाई ने मामले को और हसीं बना दिया . ताऊ की ब्लॉग्गिंग जिंदाबाद .. यूँ हम सब हँसते रहे ..
ReplyDeleteवाह .. क्या साक्षात्कार है ... हंसी नहीं रूकती ताऊ ....
ReplyDelete