प्रिय भाईयो और बहणों, भतीजों और भतीजियों आप सबको घणी रामराम ! हम आपकी सेवा में हाजिर हैं ताऊ प्लेटीनम जुबिली पहेली (75) का जवाब लेकर. यह आपके लिये और हमारे लिये बहुत ही खुशी का मौका है. और इस खुशी के मौके तक पहुंचने मे आप सभी का अथक सहयोग और आशिर्वाद हमें मिला है. कल की ताऊ प्लेटीनम पहेली का सही उत्तर है 'रानी सीपरी की मस्जिद/ नगीना मस्जिद अहमदाबाद (गुजरात)
और इसके बारे मे संक्षिप्त सी जानकारी दे रही हैं सु. अल्पना वर्मा.
'रानी सीपरी की मस्जिद [गुजरात]'
हृदय में सर्वधर्म समभाव लिए आज चलते हैं गुजरात के विश्व प्रसिद्ध शहर अहमदाबाद में जिसे 'मैनचेस्टर ऑफ ईस्ट' भी कहते हैं.
साबरमती नदी के किनारे बसे इस शहर को कर्णावती के नाम से भी जाना जाता है. इस शहर की बुनियाद सन १४११ में डाली गयी थी.
शहर का नाम सुलतान अहमदशाह पर पडा था.कंकरिया और वस्त्रापुर तालाब दो मुख्य झीलें हैं.
पुराने अहमदाबाद शहर के बीचों बीच बनी इस 'रानी सीपरी की मस्जिद 'प्रसिद्ध इबादतगाह को सुल्तान महमूद बेगड़ा की हिंदू रानी सीपरी ने १५१४ में बनवाया था .
Rani Sipari Mosque and Mausoleum.
यह इमारत पुरातत्व विभाव द्वारा संरक्षित है.इस मस्जिद के पास ही रानी सीपरी का मकबरा भी बना हुआ है.जिसे आप ने पहेली के चित्र में देखा था.
इसी सुल्तान की दूसरी हिंदू रानी [धार की राजकुमारी ]रूपमती की मस्जिद और उनका मकबरा भी यहीं पास में बना हुआ है.
माना जाता है उन दिनों राजनीति लाभ के लिए दो धर्मों के बीच विवाह का बहुत चलन था.
यह मस्जिद और इसकी मीनारें हिंदू और इस्लामिक वास्तुकला के अद्भुत मिश्रण का सुन्दर उदाहरण है.
ONE MINARE OF RANI SIPRI MOSQUE
इस के सब से बड़े गुम्बद को १२ खम्बों का सहारा है.खिड़कियों पर हिंदू शैली में जाली का आकर्षक ,महीन और अद्भुत काम है.
दिवारों पर जाली का काम
इसे नगीना मस्जिद भी कहा जाता है.यहीं रानी रूपमती की मस्जिद भी है जिसे रानी रूपमती ने १४४० में बनवाया था.
चित्रों में आप यहाँ की सुन्दर कारीगरी देख सकते हैं.रानी सीपरी मस्जिद और मकबरे का श्वेत श्याम चित्र १९०२ में लिया गया एक दुर्लभ चित्र है.
Rani Sipri Mosque
हिन्दू रानी के नाम पर बनी और प्रसिद्ध इस मस्जिद में आज भी नियमित रूप से नमाज़ अदा की जाती है.
इसकी विडियो यहाँ देखें-:
http://www.youtube.com/watch?v=YIeobTP-YCU
अहमदाबाद में अन्य पर्यटक स्थल
स्वामिनारायण मंदिर,कंकोरी झील,हाथीसिंह जैन मंदिर,१४२३ में बनी जामा मस्जिद,साबरमती आश्रम,केलिको संग्रहालय आदि.
घूमने के लिए सब से अच्छा मौसम अक्टूबर से फरवरी का माना जाता है.
प्लेटीनम जुबिली अंक के सभी विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएं.
आज इस प्लेटीनम जुबिली पहेली की प्रथम विजेता हैं सुश्री रेखा प्रहलाद……..और आज के सभी विजेताओं को यह ट्राफ़ी जल्द भेजी जारही है. बधाई सभी को.
सुश्री रेखा प्रहलाद अंक 101
सुश्री सीमा गुप्ता अंक 100
श्री चंद्र प्रकाश अंक 99
श्री रंजन अंक 98
श्री युगल मेहरा अंक 97
प.श्री डी.के. शर्मा ’वत्स’ अंक 96
श्री रतनसिंह शेखावत अंक 95
श्री उडनतश्तरी अंक 94
श्री प्रकाश गोविंद अंक 93
श्री चंद्रप्रकाश एवम श्री युगल मेहरा से निवेदन है कि आप अपना इमेल पता कमेंट बाक्स में टिप्पणी करके दे देवें जिससे आपके इ-प्रमाणपत्र आपको मेल किये जा सकें.
आईये अब रामप्यारी मैम की कक्षा में
अब आईये आपको उन लोगों से मिलवाता हूं जिन्होने इस प्लेटीनम जुबिली पहेली अंक मे भाग लेकर हमारा उत्साह वर्धन किया. आप सभी का बहुत बहुत आभार.
सुश्री वाणीगीत
श्री अविनाश वाचस्पति
श्री काजलकुमार
श्री दिनेशराय द्विवेदी
श्री योगिंद्र मोदगिल
डा.रुपचंद्रजी शाश्त्री "मयंक,
सुश्री आकांक्षा
श्री संजय बेंगाणी
श्री शशांक पुरोहित
श्री माधव
श्री राम त्यागी
डॉ. मनोज मिश्र
सुश्री Saba Akbar
श्री दिलीप कवठेकर (मानसी)
श्री M VERMA
श्री राज भाटिया
श्री dhiru singh {धीरू सिंह}
श्री गगन शर्मा
श्री नरेश सिंह राठौड
आयोजकों की तरफ़ से सभी प्रतिभागियों का इस प्रतियोगिता मे उत्साह वर्धन करने के लिये हार्दिक धन्यवाद. !
और इसके बारे मे संक्षिप्त सी जानकारी दे रही हैं सु. अल्पना वर्मा.
हृदय में सर्वधर्म समभाव लिए आज चलते हैं गुजरात के विश्व प्रसिद्ध शहर अहमदाबाद में जिसे 'मैनचेस्टर ऑफ ईस्ट' भी कहते हैं.
साबरमती नदी के किनारे बसे इस शहर को कर्णावती के नाम से भी जाना जाता है. इस शहर की बुनियाद सन १४११ में डाली गयी थी.
शहर का नाम सुलतान अहमदशाह पर पडा था.कंकरिया और वस्त्रापुर तालाब दो मुख्य झीलें हैं.
पुराने अहमदाबाद शहर के बीचों बीच बनी इस 'रानी सीपरी की मस्जिद 'प्रसिद्ध इबादतगाह को सुल्तान महमूद बेगड़ा की हिंदू रानी सीपरी ने १५१४ में बनवाया था .
यह इमारत पुरातत्व विभाव द्वारा संरक्षित है.इस मस्जिद के पास ही रानी सीपरी का मकबरा भी बना हुआ है.जिसे आप ने पहेली के चित्र में देखा था.
इसी सुल्तान की दूसरी हिंदू रानी [धार की राजकुमारी ]रूपमती की मस्जिद और उनका मकबरा भी यहीं पास में बना हुआ है.
माना जाता है उन दिनों राजनीति लाभ के लिए दो धर्मों के बीच विवाह का बहुत चलन था.
यह मस्जिद और इसकी मीनारें हिंदू और इस्लामिक वास्तुकला के अद्भुत मिश्रण का सुन्दर उदाहरण है.
इस के सब से बड़े गुम्बद को १२ खम्बों का सहारा है.खिड़कियों पर हिंदू शैली में जाली का आकर्षक ,महीन और अद्भुत काम है.
इसे नगीना मस्जिद भी कहा जाता है.यहीं रानी रूपमती की मस्जिद भी है जिसे रानी रूपमती ने १४४० में बनवाया था.
चित्रों में आप यहाँ की सुन्दर कारीगरी देख सकते हैं.रानी सीपरी मस्जिद और मकबरे का श्वेत श्याम चित्र १९०२ में लिया गया एक दुर्लभ चित्र है.
हिन्दू रानी के नाम पर बनी और प्रसिद्ध इस मस्जिद में आज भी नियमित रूप से नमाज़ अदा की जाती है.
इसकी विडियो यहाँ देखें-:
http://www.youtube.com/watch?v=YIeobTP-YCU
अहमदाबाद में अन्य पर्यटक स्थल
स्वामिनारायण मंदिर,कंकोरी झील,हाथीसिंह जैन मंदिर,१४२३ में बनी जामा मस्जिद,साबरमती आश्रम,केलिको संग्रहालय आदि.
घूमने के लिए सब से अच्छा मौसम अक्टूबर से फरवरी का माना जाता है.
|
आज इस प्लेटीनम जुबिली पहेली की प्रथम विजेता हैं सुश्री रेखा प्रहलाद……..और आज के सभी विजेताओं को यह ट्राफ़ी जल्द भेजी जारही है. बधाई सभी को.
श्री चंद्रप्रकाश एवम श्री युगल मेहरा से निवेदन है कि आप अपना इमेल पता कमेंट बाक्स में टिप्पणी करके दे देवें जिससे आपके इ-प्रमाणपत्र आपको मेल किये जा सकें.
हाय गुड मार्निंग एवरीबड्डी... मेरे सवाल का सही जवाब है : तुलसी की मंजरी (फ़ूल). रिजल्ट बहुत निराशाजनक रहा है. सिर्फ़ तीन लोग पास हुये हैं. उन सभी प्रतिभागियों को सवाल का सही जवाब देने के लिये 20 नंबर दिये हैं सभी कॊ बधाई. सुश्री रेखा प्रहलाद श्री उडनतश्तरी श्री Nirbhay Jain अब अगले शनिवार को फ़िर यहीं मिलेंगे. तब तक जयराम जी की! |
अब आईये आपको उन लोगों से मिलवाता हूं जिन्होने इस प्लेटीनम जुबिली पहेली अंक मे भाग लेकर हमारा उत्साह वर्धन किया. आप सभी का बहुत बहुत आभार.
सुश्री वाणीगीत
श्री अविनाश वाचस्पति
श्री काजलकुमार
श्री दिनेशराय द्विवेदी
श्री योगिंद्र मोदगिल
डा.रुपचंद्रजी शाश्त्री "मयंक,
सुश्री आकांक्षा
श्री संजय बेंगाणी
श्री शशांक पुरोहित
श्री माधव
श्री राम त्यागी
डॉ. मनोज मिश्र
सुश्री Saba Akbar
श्री दिलीप कवठेकर (मानसी)
श्री M VERMA
श्री राज भाटिया
श्री dhiru singh {धीरू सिंह}
श्री गगन शर्मा
श्री नरेश सिंह राठौड
अब अगली पहेली का जवाब लेकर अगले सोमवार फ़िर आपकी सेवा मे हाजिर होऊंगा तब तक के लिये आचार्य हीरामन "अंकशाश्त्री" को इजाजत दिजिये. नमस्कार!
आयोजकों की तरफ़ से सभी प्रतिभागियों का इस प्रतियोगिता मे उत्साह वर्धन करने के लिये हार्दिक धन्यवाद. !
ताऊ पहेली के इस अंक का आयोजन एवम संचालन ताऊ रामपुरिया और सुश्री अल्पना वर्मा ने किया. अगली पहेली मे अगले शनिवार सुबह आठ बजे आपसे फ़िर मिलेंगे तब तक के लिये नमस्कार.
सभी विजेताओं को बहुत बधाई...
ReplyDeleteआज वो नहीं आये जिनका इन्तजार था. उनके शहर की पहेली थी.
विजेताओं को बहुत बहुत बधाइयाँ!
ReplyDeleteनगीना मस्जित वाकई शिल्पकला का अद्भुत नमूना है ...
ReplyDeleteरेखा जी को बधाई ..
पिचहत्तर बार बधाई
ReplyDeleteछिहत्तर की ओर बढ़ता सफर।
इस धर्मनिरपेक्ष सवाल का जबाब न दे पाया अफ़सोस...लेकिन सफल लोंगों को बधाई.
ReplyDeleteसभी विजेताओं को हार्दिक शुभकामनाएं.
ReplyDeleteregards
बधाई सभी विजेताओं को!!
ReplyDeleteविजेताओं को बहुत बधाई !
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाई...
ReplyDeleteअहमदाबाद और ऐतिहासिक मस्जिद की जानकारी देने के लिए शुक्रिया.
हमारे शहर की इमारत थी इसलिए हिस्सा नहीं लिया. यह नैतिकता का सवाल था. इसमें जीत भी जाते तो....
ReplyDeleteअभी विजेताओं को बधाई.
***
राजनीति लाभ के लिए दो धर्मों के बीच विवाह का बहुत चलन था...
ऐसे में कृपया हिन्दु राजाओं की मुस्लिम रानियों पर प्रकाश डाला जाय.
सभी विजेताओं को घणी बधाई......
ReplyDeleteबधाई
ReplyDeleteसभी प्लेटिनम जुबिली विजेताओं और प्रतिभागियों को बहुत बहुत बधाई.
ReplyDelete@संजय जी ,
ReplyDeleteआप सही कहते हैं ऐसे केस इतिहास में नहीं दीखते ..अगर होंगे भी तो उन्हें लिखा /बताया नहीं गया होगा..
एक उदाहरण फिर भी मुझे मिला -यहाँ देखें -
http://en.wikipedia.org/wiki/Mastani
Mastani (died 1740) was the Muslim wife of Peshwa Baji Rao I (1699-1740),
----------
मुझे मिलकर सभी विजेताओं को बधाई
ReplyDeleteSabhi jeetne waalon ko badhaai ...
ReplyDeleteTaau shri ko raam raam ...
बधाइयां जी सभी विजेता लोगों को बधाइयां, मेरे जैसे हारने वाले निराश न हों 29 मई प्रात: 4.44 बजे फिर जगें :-))
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बहुत बधाई
ReplyDeleteरेखा जी को बधाई!
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बधाइयाँ और शुभकामनायें!
ReplyDelete