प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरै की घणी राम राम.
आप सबके सहयोग से हम ताऊ शनीचरी पहेली के २१ वें अंक तक आ पहुंचे हैं. इसके पहले दस दस अंक के दो राऊंड हो चुके हैं. प्रथम राऊंड, द्वितिय राऊंड और इन दोनों राऊंड्स की संयुक्त मेरिट लिस्ट का प्रकाशन हम अलग अलग कर चुके हैं.
जिस किसी ने भी कभी भी इन पहेलियों मे भाग लिया है उनको समस्त जानकारी इन पिछली पोस्ट्स मे मिल सकेगी. सब कुछ हिसाब आपके सामने रख दिया गया है. जिसको भी जानकारी लेना हो वो इनसे ले सकता है.
आज के अंक से नई मेरिट लिस्ट बनेगी. पिछले अंक आपके आगे बढते रहेंगे. थोडा ईंतजार किजिये एक बहुत ही मनोरंजक स्वरुप आपके सामने पेश करने की कोशीश की जा रही है.
दुसरे राऊंड के महाताऊ की घोषणा बहुत जल्दी की जाने वाली है. और इसी के साथ इन दोनो संयुक्त राऊंड के महाताऊ की भी घोषणा भी की जायेगी. आप अच्छी तरह अनुमान लगा सकते हैं कि ये सम्मान अबकी बार किसको जाने वाले हैं? इसके साथ ही कुछ और सम्मान और खिताब भी पिछले दो राऊंड्स के प्रतिभागियों को दिये जाने हैं. दिल थाम के ईंतजार किजिये.
आज के यानि ताऊ पहेली के अंक २१ से मार्क्स के सिस्टम मे थोडा परिवर्तन किया गया है. बाकी सारे नियम, कायदे कानून पहले जैसे ही हैं. कृपया नीचे ध्यान पुर्वक पढलें
१. ताऊ शनीचरी पहेली आज से बोलने की सुविधा की दृष्टि अब ताऊ पहेली कहलायेगी.
२. इस पहेली का प्रकाशन प्रति शनीवार सुबह 8:00 AM par होगा.
३. शनीवार सुबह 8:00 AM से शनीवार रात 10:00 PM तक आये जवाबों को पहले की तरह ही एक नम्बर के घटते क्रम में नम्बर दिये जायेंगे.
४. शनीवार रात 10:00 PM के बाद आये सही जवाबों को अधिकतम ५० नम्बर दिये जायेंगे या अगर घटते क्रम मे इससे कम हुये तो वो नम्बर मिलेंगे. किसी भी हालत मे ५० से ज्यादा नम्बर नही मिलेंगे.
यही एक खास बदलाव अबकि बार है. बाकी सब कुछ पहले जैसा ही है.
इस अंक से पहेली प्रकाशन के समय मे उठी बदलाव की मांग को देखते हुये वोट मीटर के जरिये वोट लिये गये थे. १० बजे के प्रकाशन को अधिकतम २७ लोगों ने पसंद किया. और उसके अनुरुप हमने मन भी बना कर घोषणा भी रामप्यारी से करवा दी थी. पर बाद मे कुछ लोगों की आपत्ति भी आई और हमारे संपादक मंडल के लोगों को भी वह समय सुटेबल नही था.
इस वजह से समय को मध्य मे कर दिया गया है यानि आठ बजे का. इसमे शायद सब एडजस्ट हो सकेंगे. आशा है सभी को यह पसंद आयेगा और आपका आशिर्वाद पुर्ववत मिलता रहेगा.
आईये अब चलते हैं आज की पहेली की तरफ़:
ताऊ पहेली अंक २१ में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं.
इस पहेली के नियम भी पुर्ववत ही हैं. सिर्फ़ रात दस बजे बाद आये सही जवाबों के नम्बर ५० से अधिक नही दिये जायेंगे. बस एक यही बदलाव है. बाकी सब नियम पुराने ही हैं.
क्ल्यु हमेशा की तरह आपको रामप्यारी के ब्लाग से मिलेगा. जो आपयहां चटका लगा कर भी जा सकते हैं. या साईड बार की उसकी फ़ोटो पर चटका लगा कर भी जा सकते हैं. उसके ब्लाग पर साईड बार मे आप क्ल्यु की फ़ोटो पर चटका लगा कर वापस यहां आ सकते हैं.
यहां साईड बार के सूचना पटल पर भी नजर डाल कर देखते रहियेगा.
जैसा की आप जानते हैं कि दिलचस्प टिपणी खोज कर विदुषक के खिताब हीरामन जी देते हैं. अत: टिपणि को भी आप मनोरंजक शब्दों से लिखें तो यह खिताब भी जीतने का चांस है.
कृपया मुख्य पहेली और रामप्यारी का जवाब अलग अलग टिपणी मे देवें. क्योंकि इससे जवाब बनाने मे आसानी रहती है. और नम्बर देने मे भी गलती की संभावना नही रहती.
आईये अब आपको आज की पहेली की तरफ़ ले चलते हैं.
अब रामप्यारी का विशेष बोनस सवाल : - ३० अंक के लिये
हाय आंटीज, अंकल्स एंड दीदी लोग..वैरी सवीट एंड समाईली गुड मोर्निंग फ़्रोम मिस रामप्यारी… आजकल छुट्टियां चल रही हैं और आजकल मैं समर एक्टिविटीज की क्लास मे जाती हूं. अब ना वहां टीचर ने भगवान जी की अच्छी २ कहानियां सुनाई. और ना…और ना…मुझे बहुत मजा आता है भगवान जी की कहानियां सुनने में. कल ना टीचर ने हमको भगवान जी यानि विष्णु भगवान जी के दस अवतारों के नाम बताये थे. अब बोलो मेरे को तो ११ नाम याद आरहे हैं? ऐसा भी कहीं होता है क्या? पता नही रामप्यारी के साथ ही ऐसा क्यों होता है? तो अब मैं आपको ११ नाम बताती हूं. आप उसमे से एक अलग छांट दिजिये जो उनमे नही है. और बस रामप्यारी आपको फ़ट से ३० नम्बर दे देगी. रामप्यारी के पास कोई घटते क्रम का काम नही है. यहां तो रामप्यारी की सहायता करो और पूरे नम्बर ले जाओ. ये नम्बर कम ज्यादा करने का काम ताऊ और अल्पना आंटी का है. हां तो अब नाम ये हैं. इनमे से कौन सा नाम भगवान विष्णु के अवतार का नही हैं. १. मतस्य अवतार २. कूर्म अवतार ३. वराह अवतार ४. नर्सिम्हा अवतार ५. वामन अवतार ६. रुद्र अवतार ७. परशुराम अवतार ८. राम अवतार ९. कृष्ण अवतार १०. बुद्ध अवतार ११. कल्कि अवतार है ना …… सो सिम्पल सवाल..? अब रामप्यारी आपको १२ बजे क्ल्यु के साथ मिलेगी. आप हिंट के लिये सीधे मेरे ब्लाग पर आजाना. इज दैट ओके? तो रामराम. |
इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा
नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत: शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं.
१०. बुद्ध अवतार नही है
ReplyDeleteदेखते ही पहचान गये.
ReplyDeleteयह हवाई जहाज ’बिड़ला इन्सटिट्यूट ऑफ साईंस एण्ड टेक्नोलॉजी’ याने ’बिट्स’ पिलानी के ’साईंस एण्ड टेक्नोलॉजी म्यूजियम’ के बाहर रखा हुआ है.
बहुत बार जाना हुआ और देखते ही यादें ताजा हुई.
यह हवाई जहाज ’डगलस डकोटा सी-४७ (वी टी-सी वाई टी)
ऐसा ही एक बिड़लाग्राम में भी खड़ा हुआ है और एक धर्मस्थल टाऊन म्यूजियम, धर्मस्थल में.
रामप्यारी का जवाब:
ReplyDelete६. रुद्र अवतार
रामप्यारी के सवाल का जवाब ये रहा-रूद्र अवतार विष्णु के दस अवतारों में नहीं है, शेष सही है।
ReplyDeleteरामप्यारी के सवाल का जवाब ये रहा-रूद्र अवतार विष्णु के दस अवतारों में नहीं है, शेष सही है।
ReplyDeleteनई पहेली के लिये शुभकामना.
ReplyDeleteराम प्यरी के सवाल का जवाब है रुद्र
ताऊ,
ReplyDeleteटिप्पणी का डिब्बा अलग खिडकी मे खुल्ने की व्यवस्था हो सकति है?
भगवान् विष्णु के दस मुख्य अवतार मान्यता प्राप्त हैं। यह् अवतार क्रमशः प्रस्तुत हैं :
ReplyDelete१) मत्स्य अवतार : मत्स्य (मछ्ली) के अवतार में भगवान विष्णु ने एक ऋषि को सब प्रकार के जीव-जन्तु एकत्रित करने के लिये कहा और पृथ्वी जब जल में डूब रही थी, तब मत्स्य अवतार में भगवान ने उस ऋषि की नांव की रक्षा की थी। इसके पश्चात ब्रह्मा ने पुनः जीवन का निर्माण किया। एक दूसरी मन्यता के अनुसार एक राक्षस ने जब वेदों को चुरा कर सागर में छुपा दिया, तब भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप धारण करके वेदों को प्राप्त किया और उन्हें पुनः स्थापित किया।
) कूर्म अवतार : कूर्म के अवतार में भगवान विष्णु ने क्षीरसागर के समुन्द्रमंथन के समय मंदर पर्वत को अपने कवच पर संभाला था। इस प्रकार भगवान विष्णु, मंदर पर्वत और वासुकि नामक सर्प की सहायता से देवों एंव असुरों ने समुद्र मंथन करके चौदह रत्नोंकी प्राप्ती की। (इस समय भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप भी धारण किया था।)
३) वराहावतार : वराह के अवतार में भगवान विष्णु ने महासागर में जाकर भूमि देवी कि रक्षा की थी, जो महासागर की तह में पँहुच गयीं थीं। एक मान्यता के अनुसार इस रूप में भगवान ने हिरन्याक्ष नाम के राक्षस का वध भी किया था।
४) नरसिंहावतार : नरसिंह रूप में भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा की थी और प्रहलाद के पिता हिरण्यकश्यप का वध किया था। इस अवतार से भगवान के निर्गुण होने की विद्या प्राप्त होती है।
५) वामन् अवतार : इसमें विष्णु जी वामन् (बौने) के रूप में प्रकट हुए।
६) परशुराम अवतार: इसमें विष्णु जी ने परशुराम के रूप में असुरों का संहार किया।
७) राम अवतार: राम ने रावण का वध किया जो रामायण में वर्णित है।
८) कृष्णावतार : भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप मे देवकी और वसुदेव के घर मे जन्म लिया था। उनका लालन पालन यशोदा और नंद ने किया था। इस अवतार का विस्तृत वर्णन श्रीमद्भागवत पुराण मे मिलता है।
९) बुद्ध अवतार: इसमें विष्णु जी बुद्ध के रूप में असुरों को वेद की शिक्षा के लिये तैयार करने के लिये प्रकट हुए।
१०) कल्कि अवतार: इसमें विष्णु जी भविष्य में कलियुग के अन्त में आयेंगे।
अब देख रामप्यारी, इसमें रुद्र का तो नाम ही नहीं है, तो वो ही नहीं कहलाया बाकि सब अवतार कहलाये. उसे काटो!!!
ताऊ को सवेरे की राम राम, ताऊ यहाँ खडा तो दिल्ली शहर मैं है. बाकी देख करा बताता हूँ इसकी पूरी जानकारी
ReplyDeleteरामप्यारी, हवाई जहाज देख कर कोई डेटन, ओहायो जबाब दे दे तो हँसना मत...ऐसा हो सकता है..वहाँ भी एक से एक हवाई जहाज हैं. सब उड़न तश्तरी तो हैं नहीं कि जानते ही हों.. :) हा हा!!
ReplyDeleteरामप्यारी, एक अवतार तो ताऊ भी है..उसका नाम लिस्ट में नहीं रखा तेरी टीचर ने. :)
ReplyDeleteताऊ
ReplyDeleteजे तो इन्दौर का एयरपोर्ट लग रहा है..प्रकाश चन्द्र सेठी के घर जा रहा है हवाई जहाज. हा हा!!
खिलौने वाला हवाई जहाज तो नहीं कि फोटू एन्लार्ज करके लगा दी होवे..ताऊ, तेरा कोई भरोसा नहीं.
रामप्यारी जी जहां तक ध्यान मैं आ रहा है की बुध को कोइ अवतार नहीं माना जाता है वो अलग बोध धर्म के प्रवर्तक थे..
ReplyDeleteबुद्धावतार।
ReplyDeleteRani thumahra jvaab ye hai. han
ReplyDeleteरुद्र अवतार
Bye ya
भगवान् विष्णु के दस मुख्य अवतार मान्यता प्राप्त हैं। यह् अवतार क्रमशः प्रस्तुत हैं :
ReplyDelete१) मत्स्य अवतार : मत्स्य (मछ्ली) के अवतार में भगवान विष्णु ने एक ऋषि को सब प्रकार के जीव-जन्तु एकत्रित करने के लिये कहा और पृथ्वी जब जल में डूब रही थी, तब मत्स्य अवतार में भगवान ने उस ऋषि की नांव की रक्षा की थी। इसके पश्चात ब्रह्मा ने पुनः जीवन का निर्माण किया। एक दूसरी मन्यता के अनुसार एक राक्षस ने जब वेदों को चुरा कर सागर में छुपा दिया, तब भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप धारण करके वेदों को प्राप्त किया और उन्हें पुनः स्थापित किया।
२) कूर्म अवतार : कूर्म के अवतार में भगवान विष्णु ने क्षीरसागर के समुन्द्रमंथन के समय मंदर पर्वत को अपने कवच पर संभाला था। इस प्रकार भगवान विष्णु, मंदर पर्वत और वासुकि नामक सर्प की सहायता से देवों एंव असुरों ने समुद्र मंथन करके चौदह रत्नोंकी प्राप्ती की। (इस समय भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप भी धारण किया था।)
३) वराहावतार : वराह के अवतार में भगवान विष्णु ने महासागर में जाकर भूमि देवी कि रक्षा की थी, जो महासागर की तह में पँहुच गयीं थीं। एक मान्यता के अनुसार इस रूप में भगवान ने हिरन्याक्ष नाम के राक्षस का वध भी किया था।
४) नरसिंहावतार : नरसिंह रूप में भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा की थी और प्रहलाद के पिता हिरण्यकश्यप का वध किया था। इस अवतार से भगवान के निर्गुण होने की विद्या प्राप्त होती है।
५) वामन् अवतार : इसमें विष्णु जी वामन् (बौने) के रूप में प्रकट हुए।
६) परशुराम अवतार: इसमें विष्णु जी ने परशुराम के रूप में असुरों का संहार किया।
७) राम अवतार: राम ने रावण का वध किया जो रामायण में वर्णित है।
८) कृष्णावतार : भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप मे देवकी और वसुदेव के घर मे जन्म लिया था। उनका लालन पालन यशोदा और नंद ने किया था। इस अवतार का विस्तृत वर्णन श्रीमद्भागवत पुराण मे मिलता है।
९) बुद्ध अवतार: इसमें विष्णु जी बुद्ध के रूप में असुरों को वेद की शिक्षा के लिये तैयार करने के लिये प्रकट हुए।
१०) कल्कि अवतार: इसमें विष्णु जी भविष्य में कलियुग के अन्त में आयेंगे।
regards
दिखता तो VT-EGC हर्षवर्धन जैसा है. अब रनवे नहीं दिख रहा है तो ज़ाहिर है की या तो किसी अजायबघर में खडा है या फिर किसी कैम्पस में. उड़न तश्तरी की बात भी सही है की इस जहाज़ की एक-एक प्रति बहुत से शहरों में खादी हो सकती है.
ReplyDeleteमामूली सा हवाई जहाज़ है कोई ताजमहल तो है नहीं कि आगरा में ही खडा हो. फिर भी जन-साधारण की सहूलियत के लिए हम इसे दिल्ली में खडा हुआ मान लेते हैं.
ताऊ ये इंदोरे मे एक हवाईजहाज रन-वे से फ़िसल कर ग्राऊंड मे चला गया था दो साल पहले . वो वाला दिखता है.
ReplyDeleteरामप्यारी जी, अबकी बार बहुत बढिया सवाल है. और बहुत खुशी हुई कि आप अब सुधर कर धर्म कर्म की बातों पर भी ध्यान देने लगी हो.
ReplyDeleteअरे..जवाब तो रह ही गया..रामप्यारी का जवाब है परशुराम
ReplyDeleteये हवाईजहाज तो ताऊ नागदा मे खडा दिखता है? और सोचता हूं जरा. पर इंदोरे वाला जवाब कैन्सिल करो. हमारी पंडताईन कह रही है इंदोर मे जो फ़िसला था वो बहुत छोटा सेसना टाईप का था और ये तो शायद डकोटा दिख रहा है.
ReplyDeleteये जहाज तो डमी दिखता है. असली नही है
ReplyDeleteप्यारी बच्ची रामप्यारी ...तू बुद्ध को हटा दे.
ReplyDeleteहवाईजहाज तो नही समझ मे आ रहा है.
ReplyDeleteराम्प्यारी का जवाब कुर्मावतार
ReplyDeleteदिल्ली में नुमायशी प्लेन !
ReplyDeleteयह जगह सफ़दर्जंग दिल्ली है
ReplyDeleteराम्प्यारी का जवाब परशुराम होना चाहिये . क्योंकि एक समय मे दो अवतार कैसे होंगे? राम अवतार मे सीता स्वयंबर मे राम और परशुराम के बीच ्धनुष तडने को लेकर तकरार हुई थी. और लक्षमण के संवाद काफ़ी फ़ेमस हैं.
ReplyDeleteबुद्ध अवतार।
ReplyDeleteये हवाईजहाज तो हमारे घर के पिछवाडे खडा है.
ReplyDeleteये रोज सुबह सात बजे आता है और ७:४० पर चला जाता है.
ReplyDeleteऔर ये बोईंग ४२० विमान है.
ReplyDeleteरामप्यारी आप बुद्ध को हटा दो.
ReplyDeleteबुद्ध अवतार।
ReplyDeleteवैसे जैसा समय चल रहा है, कल्कि अवतार भी होगा, कौन कह सकता है।
६. रुद्र अवतार
ReplyDelete[श्रीमद्भागवत-पुराण के प्रथम स्कंद के तृतीय अध्याय में भगवान के अवतारों का वर्णन है। मत्स्य अवतार दसवाँ अवतार है।
इससे पहले भगवान नौ अवतार ले चुके थे।
- कौमार सर्ग में सनक,सनंदन सनातन और सनत्कुमार।
-सूकरावतार- रसातल से पृथ्वी को निकालने के लिए,
-नारद,-नर-नारायण,
-कपिलावतार,
-दत्तात्रेय,
-- यज्ञावतार,
-ऋषभदेव,
-राजा पृथु,
......
चाक्षुष मन्वंतर के अंत में जब त्रिलोक डूब रहा था तो भगवान ने मत्स्यावतार लिया...
१०. मत्स्यावतार,
११.कच्छपावतार
१२. धन्वंतरि
१३.मोहिनी ,
१४.नरसिंह,
१५.वामनावतर,
१६.परशुराम,
१७. व्यास,
१८.रामावतार,
१९.श्रीकृष्णावतार
२०.बुद्धावतार,
२१.कल्कि अवतार।(होना शेष है)]
Pilani is the place for the Birla Institute
ReplyDeleteसफदरजंग दिल्ली हो सकता है
ReplyDelete१०. बुद्ध अवतार नही हैं.
ReplyDeleteजवाब तो हमें पता है जी इसलिए बता नहीं सकते.. वरना आप कहेंगे की चीटिंग की.. लेकिन आपका प्यारा भतीजा होने का कुछ तो इनिशियल एडवांटेज मिलना चाहिए.. इसलिए बता रहे है की ये तो पिलानी का फोटो है..
ReplyDelete६. रुद्र अवतार
ReplyDeleteप्राइमरी का मास्टरफतेहपुर
विमान वाली जगह नहीं पता.
ReplyDeleteबुद्ध को अवतार माना जाने लगा है. वहीं रूद्र शिव को कहते है, जो अवतारी नहीं है.
"air force station agra"
ReplyDeleteregards
मामूली सा हवाई जहाज़ है ........... पर बताना बड़ा कठिन!!!
ReplyDeleteप्राइमरी का मास्टरफतेहपुर
६- रुद्र अवतार
ReplyDeleteप्राइमरी का मास्टरफतेहपुर
ये लो ते भी कोई पूछने की बात है की हवाई जहाज कहाँ खड़ी है. किसी छोटे शहर से जहाज जाने की तैय्यारी में है. संभवतः इंदौर से मुंबई.
ReplyDeleteरामप्यारी को हम पहली बार मदद कर रहे हैं. रुद्र अवतार को हटा दिया जावे.
वैसे बुद्ध के बदले कई जगह आपको बलराम मिलते हैं. .
यह तो धनश्यामदाजजी बिडला का पुराना डेकोटा हवाई जहाज है
ReplyDeleteBirla Institute of Science and Technology, Pilani (जयपुर)के बहार खडा C-47 [VT-CYT]. VT-CYT हवाई जहाज बिरला इण्डर्ट्रिज के लिऐ यह विमान काम मे आता था। उनके पास ऐसे दो और विमान है जो धर्मस्थला और बिरलग्राम {Birlagram, Nagda) मे रखे हुऐ है। कभी भी हे प्रभु इन्ह स्थलो के दोरे पर जा सकते है।
अब ताऊ जी ऐसा है आपके सवाल के जवाब मे यह तीनो भी सही है धर्मस्थला और बिरलग्राम नागदा, Pilani
आगे रामप्यारी कि मर्जी
अल्पनाजी और ताऊजी को प्रणाम.. जगह है बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पिलानी.. यहां हम नेट की परीक्षा देने के लिए जाते थे..
ReplyDelete1- Luckow
ReplyDeleteor
2-jaipur
रामप्यारी रूद्र अवतार नहीं है विष्णुजी का.. :)
ReplyDeleteजहाजो के म्यूज़ियम मे खडा जहाज है।बुद्ध अवतार नही है।
ReplyDeleteयह है दस अवतार
ReplyDeleteMASTYA AVATAR
KURMA AVATAR
VARAHA AVATAR
NARASIMHA AVATAR
VAMANA AVATAR
PARASURAM AVATAR
RAMA AVATAR
KRISHNA AVATAR
BUDDHA AVATAR
KALKI AVATAR
इसका मतलब यह हुआ कि रुद्र अवतार मे ही लोच्छा है । मेरा पहले वाला ऊतर निरस्त किया जाऐ माई लॉड। और नये उतर को लॉक करे रुद्र अवतार ,
ताऊ सुबह सुबह सभी लोगो का मोहर्त ही खोटा हुआ है बेचारे भगवान बुद्ध को तो वोट आउट कर दिया है लोगो ने, इसलिऐ चुनावो के परिणाम स्वरुप बुद्ध अवतार की जगह अब ताऊ को अवतार सिहासन परबैठा देना चाहिऐ। यह बात अभी अभी रामप्यारी ने मेरे कानो मे ठूस कर गई है।
ReplyDelete"bangalore"
ReplyDeleteregards
बुद्ध नाम सदा शुद्ध
ReplyDeleteयहां अशुद्धि में डाल दिया
जय हो
दिलीप कवठेकर जी
टिप्पणी का डिब्बा
अलग खिड़की में
खोलने के लिए
राइट क्लिक करके
नये टैबमें जाएं।
प्लेन का पता लगाने के लिए तो समय चाहिए...
ReplyDeleteलेकिन भगवन का अवतार परशुराम का नहीं है...
बाकी सब लगभग विष्णु जी के अवतार हैं...
मीत
यह बैंगलोर स्थित
ReplyDeleteआई ए सी
इंडियन एरोनेट सेंटर
जहां पर जहाज के पैर
यानी कि टायर
अंगद की तरह मजबूती से
जमाकर खड़ा किया गया है
कि कहीं पहेली का हल
आने से पहले
और सब प्रतिभागियों के बतलाने से पहले
उड़न छू न हो ले
ताउ का लाल दुपट्टा मलमल का
अब जहाज को मलमल कर
भला कौन नहलाएगा
जो नहलाएगा वो भी कहलाएगा
इंजीनियर ही न कि वाशरएयरमैन
समझे ब्लॉगर्स जैंटलमैन और जैंटलवीमैन।
रामप्यारी
ReplyDeleteभगवान बुद्ध भगवान विष्णु जी के अवतार नही हैं।
ये तो मान लो कि भोपाल के किसी पार्क में खड़ा है।
ReplyDeleteरामप्यारी, लक्ष्मीजी से फोन पर बात हुई उन्होने कंफर्म किया कि इनका रुद्र अवतार कभी नहीं रहा।
ReplyDeleteअब वो गलत थोड़े ही बतायेंगी, है ना।
ये दिल्ली स्थित शायद वो जहाज है जिसमे उड़ान भरने की बाकायदा घोषणा होती है और इसमे बैठने के लिये टिकट लेना होता है, कुछ कुछ सिमुलेटर जैसा अनुभव शौकीन लोगों और बच्चों को देने के लिये!
ReplyDeleteरामप्यारी की बातों से लगता है पालम का air force museum है...
ReplyDeleteये तो बीट्स पिलानी है. ज्ञान भईया ने तपाक से उत्तर दिया होगा :-)
ReplyDeleteबिरला इंस्टीच्युट ऑफ़ टेक्नोलोजी एंड साइंस. वहां एक साइंस और टेक्नोलोजी मुजियम है. और सरस्वती मंदिर भी. और मुजियम के बहार ये रखा हुआ है. Douglas Dakota C-47 [VT-CYT].
ये घनश्याम दास बिरलाजी का जहाज है. थैंक यू. रामप्यारी :-)
यह हवाई जहाज है
ReplyDeleteश्री घनश्यामदास जी बिरला का पुराना डकोटा हवाई जहाज...
जो की पिलानी के म्यूज़ियम में खडा है... पिलानी राजस्थान में है...
क्यों री राम प्यारी है न सगी जवाब... पर आज तो तुने अपने पहेली से नाक में दम कर दिया... अब ताऊ से कहना की ताई से सर की मालिश करवा दे....
मीत
ताऊ पहला उत्तर केंसल... ये घनश्याम दास जी बिडला का पुराना जहाज है जो बिट्स पिलानी में है....
ReplyDeleteराम राम
परशुराम अवतार हो सकता है ...
ReplyDeleteऔर कल्कि अभी पैदा नहीं हुयी तो इन दोनों में थोडा कांफुसन है ओके रामप्यारी ताऊ से थोडी सी सिफारिश कर दीयों ना... की दोनों में से जो सही हो उसे ही ले लेवें...
ठीक है अगर तू मेरी सिफारिश कर देगी तो तेरे लिए दूध मलाई पक्की...
मीत
राम प्यारी ने मदद की... तो उसका जबाब भी देना ही होगा... बुद्ध जी अवतार नहीं माने जाते...
ReplyDeleteराम प्यारी- सो स्विट..
'रुद्र अवतार' अवतार नहीं है. ये गीत गोविन्दम् की स्तुति भी याद कर लो रामप्यारी.
ReplyDelete--
प्रलयपयोधिजले धृतवानसि वेदम्.
विहितवहित्रचरित्रमखेदम्.
केशव धृतमीनशरीर जय जगदीश हरे .. १..
क्षितिरतिविपुलतरे तव तिष्ठति पृष्ठे.
धरणिधरणकिणचक्रगरिष्ठे.
केशव धृतकच्छपरूप जय जगदीश हरे .. २..
वसति दशनशिखरे धरणी तव लग्ना.
शशिनि कलङ्ककलेव निमग्ना.
केशव धृतसूकररूप जय जगदीश हरे .. ३..
तव करकमलवरे नखमद्भुतशृङ्गम् .
दलितहिरण्यकशिपुतनुभृङ्गम्.
केशव धृतनरहरिरूप जय जगदीश हरे .. ४..
छलयसि विक्रमणे बलिमद्भुतवामन.
पदनखनीरजनितजनपावन.
केशव धृतवामनरूप जय जगदीश हरे .. ५..
क्षत्रियरुधिरमये जगदपगतपापम्.
स्नपयसि पयसि शमितभवतापम्.
केशव धृतभृघुपतिरूप जय जगदीश हरे .. ६..
वितरसि दिक्षु रणे दिक्पतिकमनीयम्.
दशमुखमौलिबलिं रमणीयं.
केशव धृतरामशरीर जय जगदीश हरे .. ७..
वहसि वपुषि विशदे वसनं जलदाभम्.
हलहतिभीतिमिलितयमुनाभम्.
केशव धृतहलधररूप जय जगदीश हरे .. ८..
निन्दति यज्ञविधेरहह श्रुतिजातम्.
सदयहृदयदर्शितपशुघातम्.
केशव धृतबुद्धशरीर जय जगदीश हरे .. ९..
म्लेच्छनिवहनिधने कलयसि करवालम्.
धूमकेतुमिव किमपि करालम्.
केशव धृतकल्किशरीर जय जगदीश हरे .. १०..
सूचना :- रामप्यारी के ब्लाग पर हिंट की पोस्ट पबलिश हो चुकी है. और रामप्यारी के ब्लाग के साईड बार मे सबसे उपर दो फ़ोटो हिंट हैं आज की पहेली के.
ReplyDeleteकृपया रामप्यारी के ब्लाग से हिंट प्राप्त करें. उसकी पोस्ट को ध्यान से पढेंगे तो अब यह पहेली बहुत ही आसान हो गई है.
धन्यवाद.
-आयोजक गण
"hint ke photo se to gujrat lag rha hai"
ReplyDeleteregards
कुछ देर तो लगी पर समझ आ गया। यह बिरला जी का हवाई जहाज है जो पिलानी में खड़ा है।
ReplyDeleteभाई रुद्र अवतार नहीं है। वह एक वैदिक देवता का नाम है। जो बाद में शिव के साथ जोड़ दिया गया। वैसे हनुमान जी को रुद्रअवतार कहा जाता है।
ReplyDeleteरामप्यारी! मुझे लगता है इस बार तो जरूर कुछ नंबर मिल ही जाएंगे। हालांकि सुबह सुबह किसी मैयत में जाना पड़ा तो देरी तो हो ही गई है।
ताऊ जी घणी राम-राम
ReplyDeleteयो हवाई जहाज कितै की भी उडान की तैयारी ना कर रहा सै। यो तै इब आडै इसै ब्लाग की इसै पोस्ट पर नूएं खडा रहैवैगा।
क्लू में तो राजकोट का ब्रोन्ज लेडी शक्ति स्टेच्यु है।
पिलानी, राजस्थान
ReplyDeleteहवाई जहाज म्यूजियम इन राजस्थान
ReplyDeleteनॉट इन पाकिस्तान।
@ Rampyari - ६. रुद्र अवतार nahi hai
ReplyDeleteरामप्यारी की बातों से लगता है पालम का air force museum है...
ReplyDeleteCopy & Paste.. Regards Ranjan ji.. :)
ताऊ जी यह विमान उड़ान तो कहीं नहीं भरने वाला उसे वहीं खड़ा रहना है, और सबको लुभाना है ।
ReplyDeleteखड़ा तो शायद राजस्थान के पिलानी शहर में है । क्या BIT Pilani का भी नाम ले लूँ !
रामप्यारी का जवाब -
ReplyDeleteदशावतारों में रुद्र अवतार नहीं है ।
ताऊ थारी ससुराड है झुंझनु मैंह, तो इसका मतलब ये हुआ कि ये उसके आसपास का ही कोई एरिया होना चाहिए....लो जी ताऊ नोट करियो मेरे विचार तै यो राजस्थान में "पिलानी" नामक जगह पै Science and Technology Museum यानि (BITS) होना चाहिए.
ReplyDeleteअर आमप्यारी के सवाल का जवाब है "रूद्र अवतार"
ReplyDeleteभाई, रामप्यारी का हिंट तो बता रहा है कि ये जयपुर शहर से 13 किलोमीटर दूर संगनेर के पास स्थित जयपुर एयरपोर्ट है।
ReplyDeleteताऊ जी एक का जबाब रुद्र अवतार है दुसरे का ध्यान नहीं आ रहा है लेकिन है यह पक्का नुमाइशी प्लेन .
ReplyDeleteओरी... रामप्यारी... हमें फंसती है...
ReplyDeleteकलकी ही सही उत्तर है...
क्योंकि वो तो अभी हुआ ही नहीं है... भागवत पुराण के अनुसार ऐसा हो सकता है की विष्णु जी कलकी के रूप में अवतार लें... समझी...
मीत
द हैरिटेज म्यूज़ियम जोधपुर।
ReplyDeleteताऊ, ये तो थारा इंदौर ही होना चाहिए.
ReplyDeleteताऊ मेरा पहला जवाब मिटा दो यह पिलानी शहर के म्युजियम मे खडा हुआ जहाज है..
ReplyDeleteयह बिरला इन्स्टीट्यूटस आप साइन्स एन्ड टैक्नोलेजी पिलानी मे खडा एक सी ४७ ( वीती-सीवाईटी) है... शहर का नाम है पिलानी, राजस्था मे है.
ReplyDeleteare hamara rudra avtaar vala option abhee nahin dikh raha ???
ReplyDeleteराम प्यारी जी तडकी जो मैने जवाब दिया था उसे म्हारा नींद में दिया जवाब समझ कर अलग रख देना अब हम जाग गये है, हम अखबार में काम करने वालों का दिन शाम को ४ बजे के बाद शुरू होता है तो तुम्हारे सवाल का सही जवाब है रुद्र अवतार अभी तक नहीं हुए है... पर मुझे ताऊ पर शक है... कही वह ग्यारहवे अवतार तो नही... खैर आपकी पहेली का सही जवाब हुआ रुद्र अवतार.. अवतार नही है..
ReplyDeleteair force museum palam
ReplyDeleteclue - Man Power Statue, Rajkot
ReplyDeletethis is watson museum rajkot
ReplyDeleteयह जगह राजस्थान मे है यह तो मैं बता चुकी हूं...अब एक हिंट यह भी है कि यहां का तापमान सर्दियों मे शुन्य के पास भी आजाता है और गर्मियों मे ५० डिग्री को भी छू जाता है.
ReplyDeleteअब और हिंट चाहिये तो रामप्यारी से पूछिये. अब रामप्यारी सो कर ऊठ गई है और अब चाय पी रही है.
रामप्यारी के पास कोई कमी नही है हिंट की..बस आप तो रामप्यारी को याद किजिये.
रामप्यारी हाजिर है आपकी खिदमत में
ताऊ ये बिर्लाग्राम नागदा है
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब शाय्द कल्कि है
ReplyDeleteअरे रामप्यारी जरा सही जवाब मेल करदे..तेरे को ये पूरा हवाईजहाज चाकलेट से भर कर भेज दूंगा.
ReplyDeleteअरे रामप्यारी ये क्या बकबास कर रही है? इतने हिंट देने को किसने कहा था तेरे को?
ReplyDeleteलगता है तुझे डांट "पिलानी" पडेगी?
Douglas Dakota C-47 [VT-CYT] at BITS Pilani
ReplyDeleteregards
मुख्य मंत्री निवास, जयपुर, राजस्थान में खड़ा जनता को दिलासा देता नकली हवाई जहाज.
ReplyDeleteताऊ
ReplyDeleteरामप्यारी को डाँटना मत...
अगर पिलानी ही है तो चॉकलेट मिल्क की बोतल पिला...डांट भी भला कोई पिलाने की चीज है...कोई बिरला ही होगा जो इतनी प्यारी रामप्यारी को डांटे.
ye jaipiur hai...............
ReplyDeleteAur raampyaari ka jawaab hai parasuraam....
Ab inam hamaara ..........taaliyaan
लेरी रामप्यारी तेरे लिए सही जवाब ढूंढ लाया हूँ... तुने ताऊ से सिफारिश नहीं की न मेरी...
ReplyDeleteले संक्षेप में पढ़ ले...
भगवान् विष्णु के दस मुख्य मान्यता प्राप्त हैं। यह् अवतार क्रमशः प्रस्तुत हैं :
१) मत्स्य अवतार : मत्स्य (मछ्ली) के अवतार में भगवान विष्णु ने एक ऋषि को सब प्रकार के जीव-जन्तु एकत्रित करने के लिये कहा और पृथ्वी जब जल में डूब रही थी, तब मत्स्य अवतार में भगवान ने उस ऋषि की नांव की रक्षा की थी। इसके पश्चात ब्रह्मा ने पुनः जीवन का निर्माण किया। एक दूसरी मन्यता के अनुसार एक राक्षस ने जब वेदों को चुरा कर सागर में छुपा दिया, तब भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप धारण करके वेदों को प्राप्त किया और उन्हें पुनः स्थापित किया।
२) कूर्म के अवतार में भगवान विष्णु ने क्षीरसागर के समुन्द्रमंथन के समय मंदर पर्वत को अपने कवच पर संभाला था। इस प्रकार भगवान विष्णु, मंदर पर्वत और वासुकि नामक सर्प की सहायता से देवों एंव असुरों ने समुद्र मंथन करके चौदह रत्नों की प्राप्ती की। (इस समय भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप भी धारण किया था।)
३)वराहावतार: वराह के अवतार में भगवान विष्णु ने महासागर में जाकर भूमि देवी कि रक्षा की थी, जो महासागर की तह में पँहुच गयीं थीं। एक मान्यता के अनुसार इस रूप में भगवान ने हिरन्याक्ष नाम के राक्षस का वध भी किया था।
४)नरसिंहावतार: नरसिंह रूप में भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा की थी और प्रहलाद के पिता हिरण्यकश्यप का वध किया था। इस अवतार से भगवान के निर्गुण होने की विद्या प्राप्त होती है।
५) वामन् अवतार: इसमें विष्णु जी वामन् (बौने) के रूप में प्रकट हुए।
६) परशुराम अवतार: इसमें विष्णु जी ने परशुराम के रूप में असुरों का संहार किया।
७)राम अवतार: राम ने रावण का वध किया जो रामायण में वर्णित है।
८) कृष्णावतार: भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप मे देवकी और वसुदेव के घर मे जन्म लिया था। उनका लालन पालन यशोदा और नंद ने किया था। इस अवतार का विस्तृत वर्णन श्रीमद्भागवत पुराण मे मिलता है।
९) बुद्ध अवतार: इसमें विष्णु जी बुद्धके रूप में असुरों को वेद की शिक्षा के लिये तैयार करने के लिये प्रकट हुए।
१०) कल्कि अवतार: इसमें विष्णु जी भविष्य में कलियुग के अन्त में आयेंगे।
समझी की नहीं...
अरे इतना संक्षेप में समझाने पर भी नहीं समझी...?
अरी इसमें रुद्र नहीं है, भगवन विष्णु के १० अवतारों के नाम हैं... तो सही जवाब रुद्र हुआ ना... समझ गई...
मीत
रुद्र भगवान शिव का नाम है...
ReplyDeleteना की किसी अवतार का...
अब तेरी दूध मलाई में ही खा जाऊंगा...
मीत
rudra avataar nahee hai.
ReplyDeleteGanganagar , Rajasthan for the Model of Aeroplane.
ReplyDeleteपिलानी में जी .के .बिरला जी का प्राइवेट प्लेन ....बुद्ध अवतार नहीं हैं
ReplyDeleteBITs Pilani Rajsthan.
ReplyDeleteसमीर लाल जी को फोन किया था कि क्या जबाब है: कहते हैं कि तुमको भी डांट पिलानी पड़ेगी? अभी तुमने मेरा रुद्र रुप न्हीं देखा है.
ReplyDeleteअब बताईये ताऊ, क्या करुँ?:(
अब तो कोई विरला ही होगा जो ना पहचाने कि ये स्काई लान पिलानी में खड़ा जी डी बिरला साब का डकोटा प्लेन है।
ReplyDeleteताऊजी नमस्कार !!
ReplyDeleteअभी अभी एक शादी से निपट कर आया हूँ और आराम से कुर्सी पर बैठा ही था कि हवाई जहाज देख कर घिग्गी बंध गई. पिछली बार आप ने हमें काले पानी पर भेज दिया था, इस बार पता नहीं उडा कर कहीं छूंमंतर न कर दें. इस कारण आपके हवाईजहाज का जवाब नहीं देते!!
अब आते हैं आपके दूसरे प्रश्न पर:
हां तो अब नाम ये हैं. इनमे से कौन सा नाम भगवान के अवतार का नही हैं.
१. मतस्य अवतार
२. कूर्म अवतार
३. वराह अवतार
४. नर्सिम्हा अवतार
५. वामन अवतार
६. रुद्र अवतार
७. परशुराम अवतार
८. राम अवतार
९. कृष्ण अवतार
१०. बुद्ध अवतार
११. कल्कि अवतार
यदि सिर्फ "भगवान" के अवतार की बात हो रही है तो ये सब भगवान के अवतार हैं. हां यदि बात विष्णु जी के अवतार की हो रही है तो रुद्र अवतार उसमें नहीं आते. सारे प्रजापति को सजा देने के लिये देवताओं ने अपनी शक्ति को समन्वित करके रुद्र की सृष्टि की थी.
यदि आप ने पूछा होता कि निम्न में कौन दशावतार नहीं है तो प्रश्न सही होता.
इस बीच बुद्ध अवतार को कुछ लोग विष्णुजी का अवतार नहीं मानते. अत: आपके प्रश्न का उत्तर जितना दिखता है उससे अधिक जटिल है.
सस्नेह -- शास्त्री
ओहो !रामप्यारी क्या हो रहा है यह???
ReplyDeleteअब तुम्हारे साथ साथ प्रतिभागी भी क्लु देने लगे!![लगता है ,प्रतिभागियों में परस्पर सोहार्द बढ़ रहा है!]
--अब तो रामप्यारी के सभी पार्सल भी सेंसर होने चाहिये...यह तो चॉकलेट के चक्कर में जवाब ही बता रही है!
ताऊ जी राम-राम।
ReplyDeleteआपके सवाल का जवाब तो नहीं पता लेकिन रामप्यारी के सवाल का जवाब कलकी है।
जरुरी सूचना-:
ReplyDelete" आज रात्रि दस बजे बाद आने वाले सही जवाबों को अधिकतम ५० अंक दिये जायेंगे.
पूरे अंक प्राप्त करने के लिये कृपया अपने जवाब कोशिश करके दस बजे के पहले देने कष्ट करें"
-धन्यवाद
बड़े मुश्किल सवाल हैं भई.
ReplyDeleteउत्तर नहीं आते.
बहुत बढिया रामप्यारी जी, हमको तो ये जगह अब भी नागदा ही लग रही है.
ReplyDeleteअब रात को टीप कर जवाब देंगे. कमसे कम ५० नम्बर तो मिलेंगे.:)
इसमे कल्कि हटा दिया जाये
ReplyDeleteये कोई म्युजियम के बाहर की जगह है.
ReplyDeleteरुद्र अवतार
ReplyDeleteताऊ ये जगह है पिलानी. नोट करिये
ReplyDeleteकल्कि हटाया जाये
ReplyDeleteहम तो जवाब देखने आये थे, पर अभी तक कुछ समझ मे नही आया.
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब परशुराम
ReplyDeleteYah 'Pilani' me Museum ki photo hai.
ReplyDeleteKu. Ram Pyari Devi ke sawal ka uttar Sameerji ke clue se 'Rudra'.
ReplyDeleteपन्तनगर हवाई अड्डा,
ReplyDeleteरुद्रपुर, ऊधमसिंहनगर।
my answer :
ReplyDeletePilani - Rajasthan
bonas sawal ka jawab :
ReplyDeleteरुद्र अवतार
चौबीस अवतारों की गणना कई प्रकार से की
ReplyDeleteगई है । पुराणों में उनके जो नाम गिनाये गये
हैं, उनमें एकरूपता नहीं है । दस अवतारों के सम्बन्ध में प्रायः जिस प्रकार की सहमान्यता है, वैसी 24 अवतारों के सम्बन्ध में नहीं है । किन्तु गायत्री के अक्षरों के अनुसार उनकी संख्या सभी स्थलों पर 24 ही है । उनमें से अधिक प्रतिपादनों के आधार पर जिन्हें 24 अवतार ठहराया गया है । वे यह हैं-
(१) नारायण (विराट्)
(२) हँस
(३)यज्ञपुरुष
(४) मस्त्य
(५) कूर्म
(६) वाराह
(७) वामन
(८) नृसिंह
(९) परशुराम
(१०) नारद
(११) धन्वन्तरि
(१२) सनत्कुमार
(१३) दत्तात्रेय
(१४) कपिल
(१५) ऋषवभदेव
(१६) हयग्रीव
(१७) मोहिनी
(१८) हरि
(१९) प्रभु
(२०) राम
(२१) कृष्ण
(२२) व्यास
(२३) बुद्ध
(२४) निष्कलंक-प्रज्ञावतार ।
[कलियुग के अन्त में इक्कीसवीं बार विष्णु यश
नामक ब्राह्मण के घर भगवान का कल्कि अवतार
होगा]
ताऊ, हमने तो सुबह-सुबह रामप्यारी के सवाल का जवाब दे दिया था पर मेरा कमेंट अभी तक अदृश्य है! ये क्या गड़बड़ है?
ReplyDeleteपिलानी पक्का है
ReplyDeleteलॉक कर दिया जाये।
जब इनाम नकद नहीं हैं
तब तो इतने आकर्षण है
यदि नकद होते तो
न जाने ताउ क्या होता
रामप्यारी रिश्वत लेकर
हिंट दे रही होती
अभी भी मिलने वाले
चाकलेटों के ट्रक भर आश्वासन
रिश्वत का ही रूप हैं
बस इस रिश्वत में धूप नहीं है
न अगरबत्ती
पर रिश्वत तो रिश्वत है
हे रिश्वत हे देवी तुझे मैं शीश नवाऊं
नूतन जग की सृष्टा मैं तेरे गुण गाऊं
सूचना : - पुर्ण मार्क्स देने का समय समाप्त हो चुका है.
ReplyDeleteअब जो भी सही जवाब आयेंगे उनको अधिकतम ५० अंक ही दिये जायेंगे.
धन्यवाद
तुझे डांट "पिलानी" पडेगी?
ReplyDeleteपिलानी !!
प्राइमरी का मास्टरफतेहपुर
b i t s, pilani
ReplyDeleteये क्या आज नियम चेंज हो गए. यानि के हमको सिर्फ ५० मार्क्स या उससे कम मिलेंगे... देर से आने से नुक्सान हो गया. पर कोई बात नहीं जवाब तो दे ही देते हैं.
ReplyDeleteबिरला साईंस एंड टेक्नोलोजी म्यूजियम, पिलानी के बाहर खडा घनश्याम दास जी बिरला का पुराना डकोटा हवाई जहाज. ऐसे दो अन्य जहाज धर्मशाला एवं बिरलाग्राम में स्थित है.
रामप्यारी का जवाब रुद्र अवतार
ReplyDeleteये जहाज झुमरीतलैया के बसअड्डे के पीछे वाले तालाब के किनारे खड़ा है ये ना कहीं आता ना कहीं जाता क्यूंकि हरियाणा के एक सांड ने इसके फ्यूल टैंक में गोबर कर दिया था ऒर एक बात सुणले ताऊ जिसे मेरी बात पर यकीन नहीं है उसे ये जहाज पत्थर का दिखाई देगा
ReplyDeleteरामप्यारी का लिस्ट में मेरा नाम तो है ही नी होणा चाहिये था म्हारी घरआली तै पूछ लियो मैं बी अवतार तै घाट कोनी
गाव की बात है जाने भी दो । ताऊ बिना इंजन का जाहाज केवल कबूतरो के काम आता है । ये उडता नही है ।
ReplyDeleterudr avtaar nahi hai
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