ताऊ चिल्लाया, भूख लग रही है, बेलन टूटा




1
ताऊ चिल्लाया
भूख लग रही है
बेलन टूटा


2
 महंगे भाव
प्याज रोटी चटनी
शाही दावत


3
अलसभोर
कमसिन कविता
रूबरू खुदा


4
पतंग चली
व्योम पार करने
वापस वहीं


5
ख्वाबों का जहां
सफ़र जिंदगी का
हवा हो गया




18 comments:

  1. ताउ हायकु
    प्यारे हैँ खुबसुरत
    मन लुभायेँ ।

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  2. ताऊ अब
    कवि हो गए
    राम भजो!

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  3. ताऊ चिल्लाया
    भूख लग रही है
    बेलन टूटा

    रोज बेल कर
    बेलन तो टूटेगा ही
    बेल रोटियाँ
    ताऊ ,
    मै हाइकू लिखना बिलकुल नहीं जानती बस आपके साथ तुकबंदी करने में मजा आता है !
    महीने के तीस दिन साल के बारा महीने रोटियाँ बेलना बड़ा बोरींग काम है :)

    अलसभोर
    कमसिन कविता
    रूबरू खुदा

    दोनों रचनाकार ...सुन्दर लगी यह रचना !

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  4. अच्छे हायुक बन पड़े है

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  5. वाह ताऊ श्री ... मज़ा आ रहा है बहुत इन हाइकू में ... बहुत खूब ...

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  6. ताऊ, हाइकू
    शानदार जानदार
    वाह वाह वाह,

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  7. ताऊ जी क्या बात है ...घर के झगड़े ब्लॉग तक हाइकु के रूप में सबके सामने आ रहें हैं :)

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  8. पतंग चली
    व्योम पार करने
    वापस वहीं

    आज तो देश की हालत भी यही है

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  9. अलसभोर
    कमसिन कविता
    रूबरू खुदा

    वाह!बहुत सुन्दर.

    अलग-अलग कई रंग दिखे आज के इन सभी हायकू में !
    सभी अच्छे, संतुलित और अर्थपूर्ण.

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  10. लिखा हाइकु
    ताऊ इत्ता गज़ब
    भला काइकु
    -----

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  11. वाह ...
    बहुत बढ़िया हायकू...
    शब्द सीमा कहाँ रोक पायी भावों की अभिव्यक्ति को..

    सादर
    अनु

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  12. ताऊ चिल्लाया
    भूख लग रही है
    बेलन टूटा
    हा-हा-हा ..बेचारा ताऊ !

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  13. ताऊ जी क्या बात है ...घर के
    झगड़े ब्लॉग तक हाइकु के रूप में
    सबके सामने आ रहें हैं :)

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  14. फिर हाइकू ...
    खुद खैर करे :)

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  15. हाईकु वाले ताऊ...

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