प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरे की घणी राम राम.
विनम्र विवेदन
"रामप्यारी का बोनस सवाल 20 नंबर के लिये"
अब आप रामप्यारी के ब्लाग पर हिंट की पोस्ट सुबह दस बजे ही पढ सकते हैं! दूसरा हिंट नही दिया जायेगा.
इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु. अल्पना वर्मा
मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
ताऊजी डाट काम
ताऊ पहेली अंक 99 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. जैसा कि आप जानते ही हैं कि अब से रामप्यारी का हिंट सिर्फ़ एक बार ही दिया जाता है. यानि सुबह 10:00 बजे ही रामप्यारी के ब्लाग पर मिलता है.और अब से पहेली के जवाब की पोस्ट सोमवार के बजाये हर मंगलवार सुबह 4 :44 AM पर प्रकाशित की जायेगी.
कृपया पहेली मे पूछे गये चित्र के स्थान का सही सही नाम बतायें कि चित्र मे दिखाई गई जगह का नाम क्या है? कई प्रतिभागी सिर्फ़ उस राज्य का या शहर का नाम ही लिख कर छोड देते हैं. जो कि अबसे अधूरा जवाब माना जायेगा.
हिंट के चित्र मे उस राज्य या शहर की तरफ़ इशारा भर होता है कि उस राज्य या शहर मे यह स्थान हो सकता है. अब नीचे के चित्र को देखकर बताईये कि यह कौन सी जगह है? और किस शहर या राज्य में है?
ताऊ पहेली का प्रकाशन हर शनिवार सुबह आठ बजे होगा. ताऊ पहेली के जवाब देने का समय कल रविवार दोपहर १२:०० बजे तक है. इसके बाद कमेंट सुविधा बंद कर दी जायेगी. अगर कमेंट सुविधा किसी कारण वश जारी भी रही तो आने वाले सही जवाबों को अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे.
अब रामप्यारी का बोनस सवाल 20 नंबर का. यानि जो भी प्रतिभागी रामप्यारी के सवाल का सही जवाब देगा उसे 20 नंबर अलग से दिये जायेंगे. तो आईये अब आपको रामप्यारी के पास लिये चलते हैं.
हाय...आंटीज एंड अंकल्स...दीदीज एंड भैया लोग...गुडमार्निंग..मी राम की प्यारी रामप्यारी.....अब आपसे पूरे 20 नंबर का सवाल पूछ रही हूं. सवाल सीधा साधा है. बस मुख्य पहेली से अलग एक टिप्पणी करके जवाब देना है. और 20 नंबर आपके खाते में जमा हो जायेंगे. है ना बढिया काम...तो अब नीचे का चित्र देखिये और इस पौधे का नाम बताईये.
इस सवाल का जवाब अलग टिप्पणी मे ही देना है. अब अभी के लिये नमस्ते. मेरे ब्लाग पर अब से दो घंटे बाद यानि 10 बजे आज की मुख्य पहेली के हिंट के साथ आपसे फ़िर मुलाकात होगी तब तक के लिये नमस्ते.
अब आप रामप्यारी के ब्लाग पर हिंट की पोस्ट सुबह दस बजे ही पढ सकते हैं! दूसरा हिंट नही दिया जायेगा.
जरुरी सूचना:-
टिप्पणी मॉडरेशन लागू है इसलिए समय सीमा से पूर्व केवल अधूरे और ग़लत जवाब ही प्रकाशित किए जाएँगे.
सही जवाबों को पहेली की रोचकता बनाए रखने हेतु समय सीमा से पूर्व अक्सर प्रकाशित नहीं किया जाता . अत: आपका जवाब आपको तुरंत यहां नही दिखे तो कृपया परेशान ना हों.
नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं. किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा. एवम इस पहेली प्रतियोगिता में आयोजकों के अलावा कोई भी भाग ले सकता है.
मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
ताऊजी डाट काम
PATWON KI HAVELI - RAJASTHAN
ReplyDeletePatwon ki Haveli
ReplyDeleteJaisalmer
Rajasthan
पटवों की हवेली
ReplyDeleteजैसलमेर
राजस्थान
The five-storied Patwon ki Haveli is the largest of its kind in Jaisalmer, Rajasthan, India. patwon ki haveli is one of the
ReplyDeletemost elaborate and fascinating mansions in Jaisalmer that entices you with its hypnotic charm. Located on a narrow lane in the main Jaisalmer city, Patwon ki haveli was constructed by Guman Chand Patwa and his five sons. Guman Chand was a famous trader of his times and dealt in gold, brocade and silver. There are five massive suites in the Patwon ki haveli that are decorated with brilliant representations of artistic acumen. The entire haveli is and interesting grid of pillared halls, large corridors, lavishly chiseled ceilings and
ostentatiously decorated walls. The stunning murals that adorn
the haveli walls are colorful depictions of the everyday court
scenes, village scenes and other artistic concepts. The walls of one particular room at the Patwon ki Haveli is completely covered with captivating frescoes.
The havelis are also known as the 'mansion of brocade merchants'.
This name has been given probably because the family dealt in
threads of gold and silver used in embroidering dresses. However,
there are theories, which claim that these traders made considerable amount of money in Opium smuggling and Money-lending.
This is the largest Haveli in Jaisalmer and stands in a narrow
lane. This haveli is presently occupied by the government, which uses it for various purposes.
Patwon ki Haveli rajisthan,india
ReplyDeletePatwon ki Haveli, rajisthan, india.
ReplyDeletehawa mahal jaipur
ReplyDeleteयह हवेली है जैसलमेर में स्थित पटवों की हवेली | यह ७ छोटी हवेलिओं का समूह है जो १८०५ में बनी थी...
ReplyDeletePatwon-Ki-Haveli, the largest Haveli in Jaisalmer was built by Ghuman Chand Patwa in early 19th century.
ReplyDeleteजैसलमेर की हवेली है
ReplyDeletePatwon-Ki-Haveli,
ReplyDeleteJaisalmer,rajisthan, india.
happy diwaali to all of you..!!!!
पटवों की हवेली ,जैसलमेर
ReplyDeleteराम राम ताऊ जी,
ReplyDeleteआपका जवाब : जैसलमेर की हवेली, जैसलमेर, राजस्थान
रामप्यारी का अभी तक पता नहीं
पुरानी हवेली, जैसलमेर, राजस्थान
ReplyDeleteवही पेड़ जिसका हमें नाम नहीं पता
ReplyDeletepatwon ki haveli jaisalmer
ReplyDeleteram pyari ka jawaab- mattar ka paudhaa.
ReplyDeleteAmber Fort, Jaipur, Rajashtan
ReplyDeleteजैसलमेर हवेली, जैसलमेर, राजस्थान, भारत
ReplyDeletePatwon Ki Haveli, जैसलमेर, राजस्थान, भारत
ReplyDeletePatwon Ki Haveli, जैसलमेर, राजस्थान, भारत
ReplyDeletePatwon Ki Haveli,
ReplyDeleteजैसलमेर, राजस्थान, भारत
Patwon Ki Haveli, जैसलमेर, राजस्थान, भारत
ReplyDeletePatwon Ki Haveli, जैसलमेर, राजस्थान, भारत
ReplyDeleteइसका जवाब तो बनती चोर ने पोस्ट कर दिया है ....
जैसलमेर का किला, राजस्थान
ReplyDeleteआज का सबसे फिट जवाब !
ReplyDeleteपटाखा महल :-)
जय जय ...दीपोत्सव की बधाई सहित !
गोखरू
ReplyDeleteगोखरू या 'गोक्षुर' (Tribulus terrestris , Land caltrops, Puncture vine)
ReplyDeleteTribulus terrestris (Puncture Vine or Gokharu)
ReplyDeleteयो तो राजस्थान का कोई महल दीक्खे है..
ReplyDeleteजैसलमेर का दीक्खे है..
ReplyDeletePuncture vine plant
ReplyDeleteहिंदी में 'गोखरू' कहते हैं
कहीं पटवों की हवेली तो ना है ये....
ReplyDeleteवैसे मुझे पूरा विश्वास है कि यहां अब तक उड़न तश्तरी पधार चुकी होगी :)
ReplyDeleteकुछ कमेन्ट तो माडरेट कर दिखा दे मेरे ताऊ....
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब :
ReplyDeletePuncture Vine or Caltrop or Yellow Vine or Goathead
Gokharu गोखरू (Hindi)
गोखरू या 'गोक्षुर' (Tribulus terrestris , Land caltrops, Puncture vine) भूमि पर फ़ैलने वाला छोटा प्रसरणशील क्षुप होता है जो कि आषाड और श्रावण मास मे प्राय हर प्रकार की जमीन या खाली जमीन पर उग जाता है । पत्र खंडित और फ़ुल पीले रंग के आते हैं , फ़ल कंटक युक्त होते हैं !
यह शीतवीर्य, मुत्रविरेचक, बस्तिशोधक, अग्निदीपक, वृष्य, तथा पुष्टिकारक होता है । विभिन्न विकारो मे वैद्यवर्ग द्वारा इसको प्रयोग किया जाता है ।
पाट्वों की हवेली - जैसलमेर
ReplyDeletePaatwon ki haveli - Jaisalmer
Neeraj
जैसलमेर का पटवा हवेली
ReplyDeletePatwon Ki Haveli, जैसलमेर, राजस्थान, भारत
ReplyDeleteपटवों की हवेली है।
ReplyDeletePatwon Ki Haveli, जैसलमेर, राजस्थान, भारत
ReplyDeletePatwon Ki Haveli, जैसलमेर, राजस्थान, भारत
ReplyDeleteThe Royal Patwo Ki Haveli-Jaisalmer
ReplyDeleteरॉयल पटवों की हवेली, जैसलमेर, राजस्थान!
अनेदर हवेली जैसलमेर,
ReplyDeleteANOTHER HAVELI, JAISALMER, RAJASTHAN
चोरी के ब्ल़ग ने लिखा है!
क्या यह सही है?
सही हो तो उत्तर मान लेना नहीं तो रिजैक्ट कर देना!
पटवों की हवेली है. जैसलमेर में स्थित है.
ReplyDeleteपटवों की हवेली ....
ReplyDeleteजैसलमेर के धनी व्यापारियों ने यहाँ अपनी महलनुमा हवेलियाँ बनवाई थी इन हवेलियों की दीवारों ,खिड़कियों, छज्जों, में इतनी बारीक़ जालियों, नक्काशी और बेलबूटों का महीन और सुंदर कम कीया गया है कि आँखें विस्मित हो जाती हैं । यह हवेलियाँ लगभग 300 साल पुरानी हैं इन्हें आज भी पर्यटकों के लिए संभाल के रखा गया है । इन हवेलियों में सबसे विशाल व भव्य हवेलियों में से एक है पटवों की हवेली। 1805 में बनी यह हवेली 7 छोटी हवेलियों का समूह है एंव यहाँ की सभी हवेलियों में सबसे प्राचीन है । सरकार द्वारा संरक्षित यह हवेली उस समय की शानो-शोकत भरी जीवनशैली की मिसाल है
पटवों की हवेली जैसलमेर.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteयह वो प्रस्द्धिद महल हे जहां से जहां से? इस महल की छत से.........देखने पर चारो ओर मकान ही मकान दिखाई देते हे, यकीन ना हो तो पहले इस पर चढ कर देखे, लेकिन छलांग मत लगा देना:) ९०/ जबाब हम ने दे दिया बाकी जबाब तो पता ही होगा, राम राम
ReplyDeleteअरी राम प्यारी यह तो भिंडी का पेड हे.... वो देख कितनी सुंदर सुंदर लेडिज फ़िंगर दिख रही हे, चल इस की सब्जी बना, ओर ताऊ को खिला, ताऊ की संगत मे रह कर तु भी पहेली बाज हो गई हे, अब डर हे कही राम प्यारे भी पहेली ना शुरु कर दे ताऊ की संगत का असर उस पर भी ना हो जाये,राम राम
ReplyDeleteपटवों की हवेली जैसलमेर ,राजस्थान
ReplyDeletepatwon ki haveli at jaisalmer fort
ReplyDeleterampyari rani gokhru ka plant hai
ReplyDeletepatwon ki haveli regards
ReplyDeletejaislmair patwon ki haveli
ReplyDeleteRegards
सबसे पहले ताऊ जी व रामप्यारी जी सहित आपके सभी पाठको परिवार जनों को मेरी तरफ से दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteफिर आज की पहेली का जबाब
पहले प्रश्न का जबाब है।
पटवों की हवेली, जैसलमेर राजस्थान
आज की पहेली का जबाब
ReplyDeleteरामप्यारी जी के प्रश्न
दुसरे प्रश्न का जबाब है।
गोखरू का पौधा
Hello miss rampyari ji, please be noted that this is a plant of
ReplyDelete...Tribulus Terrestris(herbal viagra)...that acts on the human brain and activates the synthesis of luteinizing hormone.
पुराणी हवेली जैसलमेर ,राजस्थान |और ये पौधा एक घास है | हमारे यंहा बहुतायात में होता है | जिसे स्थानीय भाषा में भाकड़ी कहते है |
ReplyDeleteहवा महल ,जयपुर
ReplyDeletebadal mahal jaiselmer
ReplyDeleteTau ji ram ram , agar pahli bar answer galat de diya jai to kya use change kiya ja sakta hai ?
ReplyDelete@ उपेन्द्र
ReplyDeleteआप चाहे जितनी बार जवाब दे सकते हैं पर आपका आखिरी जवाब ही मान्य होगा चाहे वो गलत हो या सही.
रामराम
आपको एवं आपके परिवार को दिवाली की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeletePatwon ki haveli, jaisalmer
ReplyDeleteजयपुर का ...
ReplyDeleteजयपुर का ...
ReplyDeleteहवा महल
ReplyDeleteमहल तो है
जल का भी
जलहवा
या हवाजल
ज निकाल दें
और अक्षर करें
इर्द गिर्द तो
हलवा
महल नहीं
मुंह में।
udaipur palace, udaipur, rajasthan
ReplyDeleteपटवा की हवेली, जैसलमेर
ReplyDeleteपटवों की हवेली जैसलमेर
ReplyDeleteसूचना :-
ReplyDeleteइस पहेली पर जवाब देने का समय समाप्त हो चुका है.
अब जो भी सही जवाब आयेंगे उन्हें अधिकतम ५० अंक दिये जा सकेंगे एवम जवाबी पोस्ट मे उनका नाम शामिल किया जाना पक्का नही है.
सभी प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन के लिये हार्दिक आभार.
-आयोजनकर्ता