पहेली के विषय से संबंधित थोडी सी जानकारी मिस. रामप्यारी आपको दे रही है.
राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर की पहचान माने जाने वाले हवा महल का निर्माण सवाई प्रताप सिंह द्वारा १७९९ ई० में करवाया गया था. जयपुर शहर की चारदीवारी के मध्य निर्मित इस लाजवाब भवन में १५२ खिड़कीयां एवं जालीदार छज्जे बने हैं.


राजपूत और मुग़ल कला का नायाब नमूना है यह महल. इसमें बनाए गए अनेकों हवादार झरोखों के कारण ही इसका नाम हवा महल पड़ा. राज परिवार की कुमारियों एवम रानियों द्वारा, अनेकों त्योहारों पर निकलने वाले जुलुस समारोंहों और व्यस्ततम शहर की झलक बिना किसी परेशानी के उठाई जा सके, इसी निमित मधुमक्खी के छत्ते जैसी संरचना के आकार वाले इस भवन का निर्माण करवाया गया था.


पुराने शहर की मुख्य सडक पर बने इस पांच मंजिला भवन में लाल और गुलाबी सैंड स्टोन पर सुंदर पच्चीकारी की गई है. मुख्य रूप से राज परिवार की महिलायें यहां से शहर के दैनिक जीवन और जलसों का नजारा देखा करती थी.
जयपुर रेल रोड और हवाई मार्ग द्वारा सभी जगह से जुडा हुआ है.
आईये अब मिलते हैं आज के विजेताओं से :-
श्री sabir*h*khan अंक 98 |
श्री दिनेशराय द्विवेदी अंक 95 |
श्री दर्शन लाल बावेजा अंक 94 |
श्री स्मार्ट इंडियन अंक 93 |
श्री राणा प्रताप सिंह अंक 91 |
श्री रंजन अंक 90 |
श्री पी.एन.सुब्रमनियन अंक 89 |
श्री सोमेश सक्सेना अंक 86 |
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डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक अंक 84 |
श्री नरेश सिंह राठोड अंक 83 |
श्री मोहसिन अंक 81 |
श्री अंतरसोहिल अंक 80 |
सुश्री सीमा गुप्ता अंक 78 |
श्री ललित शर्मा अंक 77 |
श्री नीरज गोस्वामी अंक 76 |
![]() श्री रतन सिंह शेखावत अंक 75 |
सु. POOJA
सुश्री वंदना
श्री राज भाटिया
सभी प्रतिभागियों का बहुत आभार प्रकट करते हुये रामप्यारी अब आपसे विदा चाहेगी. अगली पहेली के जवाब की पोस्ट में मंगलवार सुबह 4:44 AM पर आपसे फ़िर मुलाकात के वादे के साथ, तब तक के लिये जयराम जी की.
ताऊ पहेली के इस अंक का आयोजन एवम संचालन ताऊ रामपुरिया और रामप्यारी ने किया. अगली पहेली का प्रकाशन शनिवार 1:00 AM से 11 PM के मध्य कभी भी किया जा सकता है तब तक के लिये नमस्कार.
मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
ताऊजी डाट काम
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