बाबाश्री ताऊ महाराज ने अनेकोँ दिनोँ के मौन व्रत के बाद आज साँध्य सत्सँग मेँ भक्तोँ का दुख दर्द दूर करने हेतु दुकान लगा रखी थी. जिनके दुख दर्द ज्यादा पुराने थे उन भक्तोँ को अमावस की रात ध्यान कुटिया मेँ आकर इलाज करवाने का आदेश दिया. जिनके छोटे मोटे दुख थे उनको हाथोँहाथ वहीँ ठीक कर दिया.
सभी भक्तोँ ने बाबाश्री ताऊ महाराज की जय बोलते हुये अपने अपने दुखडे सुनाये. एक भक्त ने महँगाई का रोना रोया जिसमे भी प्याज के आँसु ज्यादा थे और बस बाबाश्री ने तुरँत ही ध्यान मग्न होते हुये कुछ देर बाद घोषणा कर डाली कि सतीश सक्सेना के आफिस से 30 फुट साढे चार इँच दक्षिण और 22 फुट 9 इँच 2 सूत पश्चिम दिशा मेँ प्याज का अथाह भँडार है. उस जगह खुदाई करने पर इतना बडा प्याज का भँडार मिलेगा कि समस्त भारत के लोग बरसोँ तक प्याज ही प्याज खाते रहेँ तो भी कमी नही होगी.
बाबाश्री ताऊ महाराज के भक्तोँ कि खुशी का आरपार ना रहा, सभी सोचने लगे की अब तो जी भर कर प्याज खा सकेँगे.
जनता ने बाबाश्री ताऊ महाराज की जय बोलते हुये कीर्तन शुरु कर दिया और उधर बाबा के सेवादारोँ ने अमावस को ध्यान कुटिया मेँ इलाज करवाने की व्यवस्था शुरु कर दी.
चुनावी साल, वादों की बरसात, महाभारत
वादों की बरसात
महाभारत
2.
चैतुए आये
पांच साला फ़सल
ऐसी की तैसी
3.
लोकसेवक
शरीफ़ों का मुखौटा
आदमखोर
4.
गुबार उठा
गधे रेंकने लगे
चुनावी वादे
5.
अंधी जनता
ये हैं चुनावी वादे
हाथ मलोगे
Subscribe to:
Comments (Atom)
