प्रिय भाईयो और बहणों, भतीजों और भतीजियों आप सबको घणी रामराम.
कल की ताऊ पहेली – 31 का सही जवाब है . दंतेश्वरी मंदिर. जिसके बारे में कल सोमवार की ताऊ साप्ताहिक पत्रिका मे विस्तार से बता रही हैं सु अल्पना वर्मा.
अब बात करें ताऊ पहेली – 31 के परिणामों की. आज के प्रथम विजेता रहे हैं श्री अनिल पूसदकर दुसरे विजेता हैं प. श्री डी. के शर्मा “वत्स”. और तीसरे विजेता हैं सु. सीमा गुप्ता. सभी को हार्दिक बधाई.
हमारी परंपरा अनुसार अबकी बार का ताऊ के साथ कलेवा करने का आमंत्रण. दिया जारहा है आज के प्रथम विजेता श्री अनिल पूसदकर को. उनको जल्द ही निमंत्रण भेजा जा रहा है. हार्दिक बधाई.
आज के प्रथम विजेता श्री अनिल पूसदकर .. हार्दिक बधाई .पूरे १०१ अंक |
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तृतिय विजेता सु. सीमा गुप्ता हार्दिक बधाई पुए ९९ अंक. |
आईये अब क्रमश: आज के अन्य माननिय विजेताओं से आपको मिलवाते हैं.
HEY PRABHU YEH TERA PATH अंक ९८ |
woyaadein अंक ९७ |
premlatapandey अंक ९६ |
राजेश स्वार्थी अंक ९५ |
Vivek Rastogi अंक ९४ |
रंजन अंक ९३ |
रविकांत पाण्डेय अंक ९२ |
दिलीप कवठेकर अंक ९१ |
Harkirat Haqeer अंक ५० |
अविनाश वाचस्पति अंक ५० |
इसके अलावा निम्न महानुभावों ने भी इस पहेली अंक मे शामिल होकर हमारा उत्साह बढाया. जिसके लिये हम उनके हृदय से आभारी हैं
डा. मनोज मिश्र, श्री drsharma, श्री नीरज गोस्वामी, डा. रुपचंद्र शाश्त्री मयंक, श्री शिवकुमार मिश्रा, श्री सोनु, श्री भैरव, श्री लालों के लाल इंदौरीलाल, श्री दीपक तिवारी साहब, श्री उडनतश्तरी, श्री सुशील कुमार छोंक्कर, श्री भानाराम जाट, श्री सही और श्री हरि…आप सबका हार्दिक आभार.
हाय…गुड मोर्निंग एवरी बडी…आई एम राम..की प्यारी रामप्यारी.
मेरे सवाल का सही जवाब तो आपको मालुंम चल ही गया होगा? रावण के पिताजी थे विशेश्र्वा और माताजी थी दैत्य राजकुमारी कैकशी. और कुबेर उनका सौतेला भाई था जो उनसे पहले लंका का राजा था. तो आईये अब मैं आपको उन साहबान के नाम बताती हूं जिन्होने मेरे सवाल का सही सही जवाब दिया और जिसके बदले में मैने उनके खाते मे ३० नम्बर जमा करवा दिये.
सबसे पहले MA Sharma सेहर आंटी, राजेश शर्मा अंकल, अभिव्यक्ति अंकल, और फ़िर आई महक आंटी.
उसके बाद मुरारी पारीक अंकल, सैयद अंकल, रंजन अंकल, सीमा आंटी, और फ़िर आये गौतम राजरिशी अंकल,
फ़िर अंतर सोहिल अंकल, संजय बैंगाणी अंकल, प.डी.के. शर्मा वत्स अंकल, और फ़िर आये काजलकुमार अंकल, फ़िर मीत अंकल, मुम्बई टाईगर अंकल, हे प्रभु ये तेरा पथ अंकल, फ़िर भारतिय नागरिक अंकल.
फ़िर वो यादें भैया, गगन शर्मा अंकल, रविकांत पाण्डे अंकल, दिलिप कवठेकर अंकल और अविनाश वाचस्पति अंकल.
आप सबको पूरे तीस तीस नम्बर दिये गये हैं. यानि आप सबके खाते मे रामप्यारी ने तीस तीस नम्बर जमा करवा दिये हैं. अब रामप्यारी की तरफ़ से रामराम…अगले शनीवार फ़िर मिलेंगें. तब तक के लिये नमस्ते ..और हां आपका कल से शुरु होने वाला सप्ताह शुभ हो.
अच्छा अब नमस्ते. कल सोमवार को ताऊ साप्ताहिक पत्रिका मे आपसे पुन: भेंट होगी.
सभी प्रतिभागियों को इस प्रतियोगिता मे हमारा उत्साह वर्धन करने के लिये हार्दिक धन्यवाद.
ताऊ पहेली – ३१ का आयोजन एवम संचालन ताऊ रामपुरिया और सुश्री अल्पना वर्मा ने किया.
संपादक मंडल :-
मुख्य संपादक : ताऊ रामपुरिया
वरिष्ठ संपादक : समीर लाल "समीर"
विशेष संपादक : अल्पना वर्मा
संपादक (तकनीकी) : आशीष खण्डेलवाल
संपादक (प्रबंधन) : Seema Gupta
संस्कृति संपादक : विनीता यशश्वी
सहायक संपादक : मिस. रामप्यारी, बीनू फ़िरंगी एवम हीरामन
स्तंभकार : प्रेमलता एम. सेमलानी ( नारीलोक)
अनिल जी को बधाई !
ReplyDeleteसीमा गुप्ता जी सम्पादक होते हुए भी ..... ?
सभी पहेली विजेताओं को हार्दिक बधाई !
ReplyDeleteAnil Ji mubarkaan patakhe phuljhadiyaan aur pt.ji aur seema ji aapko bhi badhaai!!
ReplyDeleteअनिलजी वत्सजी व सीमा जी को हार्दिक बधाई आभार्
ReplyDelete@ विवेकसिंह..
ReplyDeleteपहेली का संचालन सिर्फ़ मैं और अल्पनाजी करते हैं और अन्य किसी भी संपादक या स्तम्भकार का कुछ लेना देना नही है. अत: हम दोनों के अलावा कोई भी इसमे भाग ले सकता है. आप शायद लम्बे अवकाश के बाद लौटे हैं. कृपया नोट करें?
आपने सभी को अच्छा काम पे लगा रखा है...लागै स ताऊ इब ये दिमाग तेज़ करण का ही कोई तरिका स...:)
ReplyDeleteताऊ देखा ब्लॉगर सम्मलेन का कित्ता फायदा होता है..अनिल जी ने रायपुर वाले सम्मलेन में फुल कमांडो ट्रेनिंग ली थी शायद..कित्ता फास्ट रिजल्ट आया..सबको बधाई...
ReplyDeleteताऊ अपना दुःख क्या कहूँ..कमबख्त जब से ये ओफ्फिस शुरू हुआ है..आपकी लिस्ट से नाम ही गायब रहता है..क्या करूँ भाग जो नहीं लेता...
बिल्लन ठीक है न...चलो ताऊ अगली बार देखता हूँ शायद ओफ्फिस में कुछ जुगाड़ निकल जाए...
प्रथम विजेता श्री अनिल पूसदकर,द्वितीय विजेता प. श्री डी. के शर्मा “वत्स”,तृतीय विजेता सु. सीमा गुप्ता तथा अन्य सभी को हार्दिक बधाई!
ReplyDeleteसाथ ही-
मुख्य संपादक : ताऊ रामपुरिया
वरिष्ठ संपादक : समीर लाल "समीर"
विशेष संपादक : अल्पना वर्मा
संपादक (तकनीकी) : आशीष खण्डेलवाल
संपादक (प्रबंधन) : Seema Gupta
संस्कृति संपादक : विनीता यशश्वी
सहायक संपादक : मिस. रामप्यारी, बीनू फ़िरंगी एवम हीरामन स्तंभकार : प्रेमलता एम. सेमलानी ( नारीलोक) का पत्रिका को सजाने-संवारने के लिए आभार!
तीनों विजेताओं को बधाई. इस बार की पहेली तो काफी कठिन थी.
ReplyDeleteपुसदकर जी को बधाई !
ReplyDeleteसबके मुंह में रहते हैं दांत
ReplyDeleteफिर भी न पाए भांप
कि यह दंतेश्वर मंदिर
हो सकता है
।
दिमाग तो सबने लगाया
पर विजेता हुए अनिल पूसदकर
दूसरे वत्स जी और तीसरे पर छाईं
सीमा। लगाकर सीमा।
बाकी सबको नंबर मिले धीमा।
रामप्यारी बिटिया पूछती है सवाल
दिमाग की घूमने लगती है टिकिया
।
बधाई बधाई बधाई।
प्रथम विजेता श्री अनिल पूसदकर,द्वितीय विजेता प. श्री डी. के शर्मा “वत्स”,तृतीय विजेता सु. सीमा गुप्ता तथा अन्य सभी को हार्दिक बधाई!
ReplyDeleteanil jee ko bahut badhaai....anya vijetaaon ko bhi
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बहुत बहुत बधाई! बहत बढ़िया ताऊ जी!
ReplyDeleteबधाइयां बधाइयां बधाइयां
ReplyDeleteसभी विजेताओं को तरह तरह की बधाइयां..
बधाई.....बधाई.... बधाई...
ReplyDelete...इस बार तो हमारा नाम ही नहीं आया :(
..... ताउजी, थोडा आसान सवाल पूछा करो.
Congrats to Winners!!!
ReplyDeleteIt was really difficult to guess. Onlt Alpanaji's hint worked, but quite late!!
Seemaji is Editor in other section. So no probs.Why hassle?
बधाई अनिल भाई और अन्य विजेताओं को! सीमाजी सम्पादक हैं इसीलिये अनिल जीते। सीमाजी के चलते सब काम कायदे से होता है।
ReplyDeleteविजेता को बधाई.
ReplyDeletesabhi vijetaon ko bahut badhai.
ReplyDeleteहार्दिक बधाई !
ReplyDeleteपुसदकर जी को bhi बधाई !
ReplyDeleteअनिल जी सहित सभी विजेता/अविजेता एवं संपादक मंडल को ढेर सारी बधाई!!!!!!!!
ReplyDeletesabhi vijetao ko bahut badhai
ReplyDeleteहमने तो दंतेश्वरी मंदिर नाम ही पहली बार सुना है...आपको जवाब क्या ख़ाक बताते...विजेताओं को बधाई...हारने वालों को शाबाशी...
ReplyDeleteनीरज
बधाई सभी को.
ReplyDeleteबधाई सभी को.
ReplyDeleteअनिल जी को बधाई..
ReplyDeleteसभी विजेताओं को हार्दिक बधाई.....अब लीजिये अनिल जी का शिकवा भी दूर हो गया होगा....आखिरकार उनका नंबर भी आ ही गया लेकिन ताऊ अपना नंबर कब आएगा......??
ReplyDeleteसाभार
हमसफ़र यादों का.......
रामप्यारी तेरे हिंट मे मजा नही आया. लगता है तेरे अनिल पूसदकर अंकल ने पूरा चाकलेट का ट्रक ही भिजवा दिया.:). अबकि बार मुझे जितवा दे एक बार..फ़िर देख अनिल अंकल से भी ज्यादा चाकलेट और ड्रेस तेरे को भिजाऊंगा.:)
ReplyDeleteबहुत बधाई अनिल भाई को और सभी विजेतापं को.
रामप्यारी तेरे हिंट मे मजा नही आया. लगता है तेरे अनिल पूसदकर अंकल ने पूरा चाकलेट का ट्रक ही भिजवा दिया.:). अबकि बार मुझे जितवा दे एक बार..फ़िर देख अनिल अंकल से भी ज्यादा चाकलेट और ड्रेस तेरे को भिजाऊंगा.:)
ReplyDeleteबहुत बधाई अनिल भाई को और सभी विजेतापं को.
बहुत शुभकामनाएं विजेताओं को.
ReplyDeleteविजेताओं को बधाई और नही जीतने वालों को सांतवना पुरुष्कार की व्यवस्था की जानी चाहिये.:)
ReplyDeleteऔर रामप्यारी को घणी रामराम.
ReplyDeleteबधाई अनिल भाई और अन्य विजेताओं को!
ReplyDeleteछत्तीसगढ़ से पहली बार पहेली पूछी गयी थी और ब्लॉग जगत में इतने सारे सक्रीय ब्लॉगर उस क्षेत्र से हैं तो लगा था की शायद जल्दी बहुत से सही जवाब आ जायेगे.
ReplyDeleteसभी विजेताओं को बहुत बहुत बधाई.
अनिल जी को खास बधाई क्योंकि कहाँ तो वे कभी जीतते नहीं थे और कहाँ सीधा पहली पायदान पर!
यह मंदिर छत्तीसगढ़ में हैं और दंतेश्वरी देवी बस्तर की कुल देवी हैं.यहाँ का दशहरा बहुत प्रसिद्द है.हाल ही में छत्तीसगढ़ समाचारों में था.
-पहेली के पहले क्लू में -इस मंदिर का गलियारा दिखाया गया था.
-second चित्र में जल प्रपात दिखाया गया था..जो की भारत के सात अजूबों में गिना जाता है और इसे भारत का निआग्रा फाल भी कहते हैं.चित्रकोट [बस्तर=छत्तीसगढ़]का जल प्रपात.
इस से आप इस राज्य में पहुँच ही जाते और पहेली सुलझ जाती.
-अंतिम क्लू मंदिर के भीतर देवी की प्रतिमा के दर्शन करा रही थी.
-अनिल जी के ब्लॉग के हेडर में इस जल प्रपात की तस्वीर भी है.जिसका हिंट दिया गया था.
-और अगली पहेली में भी आप को एक नए राज्य की ही सैर कराई जायेगी.
आभार सभी का.
आभार तो रामप्यारी और अल्पना जी का अगर हिंट न होते तो नामुमकिन था ढुढना..
ReplyDeleteआभार..
मजा आया..
विजेताओं को बधाई। जी चाहता है ताऊ की कर दूं धुनाई। पहेली तो ठीक है भाई। पर अपनी कलम क्यों है छिपाई। कुछ वैसी ही कर लिखाई। जिससे अच्छे भले लोग अपनी ही तरह बिगड़ जाएं भाई।
ReplyDeleteविजेताओं को दिली बधाई....
ReplyDeleteताऊ ..........बहार होने के कारण पहेली में इस बार आ नहीं सका तो ......... माफ़ी चाहता हूँ और सब विजेताओं को बधाई........ कठिन पहेली थी इस बार पर मजेदार रही
ReplyDeleteआखिर मै जीत ही गया।जै हो दंतेश्वरी मैया की।यंहा छत्तीसगढ मे तीन शक्तिपीठ माने जाते है जिनमे से एक है दंतेश्वरी मंदिर,दूसरी है मुम्बई-हावड़ा रेल लाईन पर स्थित डोंगरगढ के पहाड पर बना मां बम्लेश्वरी का मंदिर और तीसरी है बिलासपुर से कुछ किलोमिटर दूर रतनपुर का महामाया मंदिर।महामाया मंदिर मे आप खड़े-खड़े दर्शन करेंगे तो एक ही प्रतिमा के दर्शन होंगे और अगर झुककर दर्शन करेंगे तो उसी से जुडी एक और प्रतिमा के दर्शन होते हैं।नवरात्र मे महामाया और बम्लेश्वरी मैया के दरबार मे लाखो लोग दर्शन के लिये पहुंचते है।
ReplyDeleteपहली बार जीता हूं इस्लिये थोड़ा हडबडा गया था।जीत की बधाई देने वालो का आभार प्रकट किये बिना ही कमेण्ट पोस्ट कर दिया था।सभी का बहुत बहुत आभार्।
ReplyDeleteसभी विजेताओं और प्रतिभागियों को बहुत बहुत बधाई.!!!
ReplyDeleteरामप्यारी अगली बार प्लीज़ प्लीज़ क्लू थोडा आसानी से समझ में आये ऐसा देना ना ..(U are soooo cute )
ताऊ जी
राम राम !!
सभी विजेताओं को घनी बधाई....
ReplyDeleteमीत
मैंने तो इस बीच बहुत सारे पोस्ट मिस कर दिए... पहेली भी. पढ़ के आता हूँ.
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