हां तो आंटियों, अंकलों और दीदीयों वैरी गुड आफ़्टर नून. अब रामप्यारी ने छोटे बच्चों को प्ले स्कूल में पढाना शुरु कर दिया है. जिस जिस को भी अपने नन्हें मुन्नों को किसी अच्छे स्कूल मे एडमिशन के लिये ज्ञान दिलवाना हो तो वो उनको रामप्यारी की क्लास मे भर्ती करवा दें. अभी तक आदि और लवि ने एडमिशन ले लिया है. दो बच्चे और हैं चंगू और मंगू.
तो अब रामप्यारी क्लास लेना शुरु कर रही है.
रामप्यारी की क्लास मे आदि,लवि और चंगू - मंगू
प्यारे बच्चों , आज मैं तुमको सबसे पहले मैथ्स के सवाल सिखाऊंगी. क्योंकि ये बहुत ही घटिया और नम्बर काटू होते हैं. फ़िर मैं तुमको इतिहास पढाऊंगी. क्योंकि इतिहास मे ये ताऊ लोग तो मर खप गये, पर इनकी जन्म मरण की तिथियां याद करते करते आपकी और हमारी ऐसी तैसी हो जाती है.
हां तो बेटा आदि..येस ..आदि ..तुम्हारा ध्यान किधर है? नो शरारत आफ़ द डे.
आदि : वो मैं..मैं..ना..मैं ना...जरा प्याज खाने की सोच रहा था....आंसू आकर आंखे चकाचक हो जाती है.....
मैडम रामप्यारी : प्याज छोडो..जरा बताओ.. टू टूजा कितने होते हैं?
आदि - टू टूजा ...बाईस मैडम..वैरी सिंपल...जस्ट टवंटी टू...
मैडम रामप्यारी - वैरी गुड..वैरी स्मार्ट ब्वाय..तुमको सौ मे से एक सौ दस नम्बर दिये जाते हैं.
आदि - थैंक्यु मैम..पर ११० ही क्युं? सौ मे से कमसे कम दौ सौ तो मिलने ही चाहिये ना?
मैडम रामप्यारी - डोंट बी सिली आदि...यु नो? दिस इस योर फ़र्स्ट डे..आज सौ मे से ११० नम्बर काफ़ी है.
हां तो लवि...अब तुम बताओ...थ्री फ़ोरजा कितने होते हैं?
लवि - मैम ये तो पक्षपात है. मुझे इतना कठिन सवाल क्यों?
मैडम रामप्यारी - व्हाट डू यू मीन लवि...तुम मुझको ब्लेम कर रही हो?
लवि - नो मैम..ब्लेम नही..बल्कि आप मुझे ज्यादा नम्बर का सवाल पूछ रही हैं तो मुझे मार्क्स भी ज्यादा मिलेंगे ना?
मैडम रामप्यारी - व्हाई नोट...व्हाई नोट? अब जल्दी से जवाब दो सवाल का.
लवि - मैंम.. बिल्कुल सिम्पल है थ्री फ़ोरजा ३४..हुये..
मैडम रामप्यारी - ओह लवि यू आर जिनियस..हाऊ..हाऊ..यू सोल्वेड दिस क्वेश्चन? ये सवाल तो बडे बडे गणितज्ञों के लिये भी बहुत मुश्किल था?
लवि - वो मैने मेरे घर पर जो टीवी का रिमोट तोडा था ना..बस उसमे से ही यह उत्तर निकला था.
मैडम रामप्यारी - वैरी स्मार्ट...आज घर जाकर एक रिमोट और तोडना..होम वर्क उसमे से साल्व होकर निकल आयेगा. तुमको मिलते हैं पूरे सौ मे से एक सौ बीस.
इतनी देर मे पीरीयड खत्म होने की घंटी बज गई है..
अगला पिरियड इतिहास का :-
इतिहास की क्लास मे रामप्यारी आती है. क्लास के बच्चे शोरगुल कर रहे हैं. जैसे ही रामप्यारी क्लास मे आती है.. बच्चे चुप हो जाते हैं और एक स्वर मे..गुड आफ़्टर नून मैम कहते हैं.
रामप्यारी मैम : सिट डाऊन प्लिज..हां तो बच्चों आज मैं तुमको ताऊ सिकंदर और ताऊ पोरस की कहानी सुनाती हूं. जैसा कि तुमको मालुम होगा कि जब सिकंदर जीत गया..और पोरस हार गया तो......
बीच मे ही आदि ने हाथ उपर कर दिया और खडा होगया. और बोला - मैम हमको कैसे मालुम होगा कि सिकंदर जीत गया? हमे ये तो बताया ही नही था तो मालुम कैसे होगा?
रामप्यारी - अरे बस समझ लो..कि तुमको मालुम है. ये तो बोलने के लिये बोला जाता है कि जैसा कि तुमको मालुम ही होगा....हां तो मैं क्या कह रही थी?
लवि - मैम आप वो कुछ ताऊ वाऊ कुछ बोल रही थी.
मैम : ओह..मैं भी कितनी भुल्ल्कड हो गई तो मैं कह रही थी कि ताऊ सिकंदर ने ताऊ पोरस को हरा दिया और बंदी बनाकर पोरस को ताऊ सिकंदर के सामने पेश किया गया.
पोरस बिल्कुल ताऊ वाली शान मे ही अकड कर खडा था. ताऊ सिकंदर ने पूछा कि बाताओ ताऊ पोरस, अब तुम्हारे साथ क्या सलूक किया जाये?
ताऊ पोरस बोला - ये ठीक है कि हम इस बार खेत रहे हैं पर आगे उल्टा भी हो सकता है. अत: हमारे साथ वही सलूक किया जाना चाहिये जो एक हारी हुई सरकार के प्रमुख से जीती हुई सरकार का प्रमुख करता है.
ताऊ सिकंदर को समझ आगया कि ये ताऊ पोरस टेढी खीर है. उसने कहा - ठीक है ताऊ पोरस, आपकी पहले की तरह जैड प्लस सुविधा जारी रहेगी. आपके स्विस बैंक अकाऊंट्स की तार्फ़ कोई नजर नही डालेगा...आपके खिलाफ़ जो भी पुराने घोटाले के मामले हैं उनको वापस लेलिया जायेगा और इतना ही नही..नये घोटाले के मामले नही दर्ज किये जायेंगे...और सरकारी निवास जहां आप विराजते हैं वहां आप विराजते रहिये.
ताऊ पोरस बोले - हे नृप श्रेष्ठ, आपके फ़ैसले का शुक्रिया. और बदले मे मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आप पांच साल तक बेफ़िक्र होकर राज करिये, हम आपकी सरकार गिराने की कोई चेष्टा नही करेंगे.
पर भाग्य कि बात कि कुछ समय पश्चात ताऊ सिकंदर को उसकी पार्टी की अंदरुनी कलह की वजह से ही भारत छोड कर जाना पडा और वो अपने वतन भी नही पहुंच सका. रास्ते मे ही मर गया..और डायजनिज उसका इंतजार करता ही रह गया.
सारे बच्चे एक साथ बोले - मैम ये डायजनिज कौन था?
रामप्यारी मैंम - अरे बावलीबूचों..एक साथ सारा इतिहास पढ लोगे तो पागल हो जाओगे. यह बात फ़िर कभी बताऊंगी.
अब तुम्हारी छुट्टी..और होमवर्क मे यह सवाल करके लाना. अकबर ने बीरबल को चांटा मारा तो बीरबल ने क्या किया? ओके..अब अगले सप्ताह मिलेंगे. और हां कल ताऊ की पहेली मे सुबह आठ बजे आना मत भुलियेगा.
तो अब रामप्यारी क्लास लेना शुरु कर रही है.
प्यारे बच्चों , आज मैं तुमको सबसे पहले मैथ्स के सवाल सिखाऊंगी. क्योंकि ये बहुत ही घटिया और नम्बर काटू होते हैं. फ़िर मैं तुमको इतिहास पढाऊंगी. क्योंकि इतिहास मे ये ताऊ लोग तो मर खप गये, पर इनकी जन्म मरण की तिथियां याद करते करते आपकी और हमारी ऐसी तैसी हो जाती है.
हां तो बेटा आदि..येस ..आदि ..तुम्हारा ध्यान किधर है? नो शरारत आफ़ द डे.
आदि : वो मैं..मैं..ना..मैं ना...जरा प्याज खाने की सोच रहा था....आंसू आकर आंखे चकाचक हो जाती है.....
मैडम रामप्यारी : प्याज छोडो..जरा बताओ.. टू टूजा कितने होते हैं?
आदि - टू टूजा ...बाईस मैडम..वैरी सिंपल...जस्ट टवंटी टू...
मैडम रामप्यारी - वैरी गुड..वैरी स्मार्ट ब्वाय..तुमको सौ मे से एक सौ दस नम्बर दिये जाते हैं.
आदि - थैंक्यु मैम..पर ११० ही क्युं? सौ मे से कमसे कम दौ सौ तो मिलने ही चाहिये ना?
मैडम रामप्यारी - डोंट बी सिली आदि...यु नो? दिस इस योर फ़र्स्ट डे..आज सौ मे से ११० नम्बर काफ़ी है.
हां तो लवि...अब तुम बताओ...थ्री फ़ोरजा कितने होते हैं?
लवि - मैम ये तो पक्षपात है. मुझे इतना कठिन सवाल क्यों?
मैडम रामप्यारी - व्हाट डू यू मीन लवि...तुम मुझको ब्लेम कर रही हो?
लवि - नो मैम..ब्लेम नही..बल्कि आप मुझे ज्यादा नम्बर का सवाल पूछ रही हैं तो मुझे मार्क्स भी ज्यादा मिलेंगे ना?
मैडम रामप्यारी - व्हाई नोट...व्हाई नोट? अब जल्दी से जवाब दो सवाल का.
लवि - मैंम.. बिल्कुल सिम्पल है थ्री फ़ोरजा ३४..हुये..
मैडम रामप्यारी - ओह लवि यू आर जिनियस..हाऊ..हाऊ..यू सोल्वेड दिस क्वेश्चन? ये सवाल तो बडे बडे गणितज्ञों के लिये भी बहुत मुश्किल था?
लवि - वो मैने मेरे घर पर जो टीवी का रिमोट तोडा था ना..बस उसमे से ही यह उत्तर निकला था.
मैडम रामप्यारी - वैरी स्मार्ट...आज घर जाकर एक रिमोट और तोडना..होम वर्क उसमे से साल्व होकर निकल आयेगा. तुमको मिलते हैं पूरे सौ मे से एक सौ बीस.
इतनी देर मे पीरीयड खत्म होने की घंटी बज गई है..
अगला पिरियड इतिहास का :-
इतिहास की क्लास मे रामप्यारी आती है. क्लास के बच्चे शोरगुल कर रहे हैं. जैसे ही रामप्यारी क्लास मे आती है.. बच्चे चुप हो जाते हैं और एक स्वर मे..गुड आफ़्टर नून मैम कहते हैं.
रामप्यारी मैम : सिट डाऊन प्लिज..हां तो बच्चों आज मैं तुमको ताऊ सिकंदर और ताऊ पोरस की कहानी सुनाती हूं. जैसा कि तुमको मालुम होगा कि जब सिकंदर जीत गया..और पोरस हार गया तो......
बीच मे ही आदि ने हाथ उपर कर दिया और खडा होगया. और बोला - मैम हमको कैसे मालुम होगा कि सिकंदर जीत गया? हमे ये तो बताया ही नही था तो मालुम कैसे होगा?
रामप्यारी - अरे बस समझ लो..कि तुमको मालुम है. ये तो बोलने के लिये बोला जाता है कि जैसा कि तुमको मालुम ही होगा....हां तो मैं क्या कह रही थी?
लवि - मैम आप वो कुछ ताऊ वाऊ कुछ बोल रही थी.
मैम : ओह..मैं भी कितनी भुल्ल्कड हो गई तो मैं कह रही थी कि ताऊ सिकंदर ने ताऊ पोरस को हरा दिया और बंदी बनाकर पोरस को ताऊ सिकंदर के सामने पेश किया गया.
पोरस बिल्कुल ताऊ वाली शान मे ही अकड कर खडा था. ताऊ सिकंदर ने पूछा कि बाताओ ताऊ पोरस, अब तुम्हारे साथ क्या सलूक किया जाये?
ताऊ पोरस बोला - ये ठीक है कि हम इस बार खेत रहे हैं पर आगे उल्टा भी हो सकता है. अत: हमारे साथ वही सलूक किया जाना चाहिये जो एक हारी हुई सरकार के प्रमुख से जीती हुई सरकार का प्रमुख करता है.
ताऊ सिकंदर को समझ आगया कि ये ताऊ पोरस टेढी खीर है. उसने कहा - ठीक है ताऊ पोरस, आपकी पहले की तरह जैड प्लस सुविधा जारी रहेगी. आपके स्विस बैंक अकाऊंट्स की तार्फ़ कोई नजर नही डालेगा...आपके खिलाफ़ जो भी पुराने घोटाले के मामले हैं उनको वापस लेलिया जायेगा और इतना ही नही..नये घोटाले के मामले नही दर्ज किये जायेंगे...और सरकारी निवास जहां आप विराजते हैं वहां आप विराजते रहिये.
ताऊ पोरस बोले - हे नृप श्रेष्ठ, आपके फ़ैसले का शुक्रिया. और बदले मे मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आप पांच साल तक बेफ़िक्र होकर राज करिये, हम आपकी सरकार गिराने की कोई चेष्टा नही करेंगे.
पर भाग्य कि बात कि कुछ समय पश्चात ताऊ सिकंदर को उसकी पार्टी की अंदरुनी कलह की वजह से ही भारत छोड कर जाना पडा और वो अपने वतन भी नही पहुंच सका. रास्ते मे ही मर गया..और डायजनिज उसका इंतजार करता ही रह गया.
सारे बच्चे एक साथ बोले - मैम ये डायजनिज कौन था?
रामप्यारी मैंम - अरे बावलीबूचों..एक साथ सारा इतिहास पढ लोगे तो पागल हो जाओगे. यह बात फ़िर कभी बताऊंगी.
अब तुम्हारी छुट्टी..और होमवर्क मे यह सवाल करके लाना. अकबर ने बीरबल को चांटा मारा तो बीरबल ने क्या किया? ओके..अब अगले सप्ताह मिलेंगे. और हां कल ताऊ की पहेली मे सुबह आठ बजे आना मत भुलियेगा.
होम वर्क- हुजूर एक गाल फूला रहेगा तो दूसरे को बहुत कष्ट होगा। जरा एक ईनाम दूसरे गाल को भी मिल जाए...यह कहते हुए बीरबल ने दूसरा गाल भी बादशाह के आगे कर दिया।
ReplyDeleteराम प्यारी क्या हाल है, बने गी मेरी टीचर सची मुची, अगर फ़ेल हो गया तो तुझे पाकिस्तान ओर अफ़्गानिस्तान की एक तरफ़ा टिकट ईनाम मे दुंगा.
ReplyDeleteराम राम जी की
I want admission in your class Mam.
ReplyDeleteबच्चों की अब खैर नहीं.
ReplyDeleteताऊ जी ये तो राम्प्यारी की गलत बात है अरे ये बच्चे तो पढ लिख कर ही जन्म लेते हैं देखिये ना जो हमे आज तक पता नहीं इन्हें सब पता है राम प्यारी को चाहिये था कि हम बूढों के लिये कोई स्कूल खोलती आप सिफारिश करिये ना ये लवि और अइ तो बहुत शैतान हैं राम्प्यारी का नाक मे दम कर देंगे फिर देखते रहियेगाु
ReplyDeleteबढिया है।
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
taai...taai...kahan ho aap, ye dekho raampyari poore baccho ki jamat bigadne baith gayi hai. jara ek latth jamao isko...
ReplyDeleteइस क्लास में मेरे पढने का भी जी करण लागा सै।
ReplyDeleteरामप्यारी मैम, गुड इवेनिन्ग..मेरा भी एडमिशन कर लिजिये. आपका मैथ्स बहुत सालिड है टू टूजा 22 .:)
ReplyDeleteरामप्यारी मैम, गुड इवेनिन्ग..मेरा भी एडमिशन कर लिजिये. आपका मैथ्स बहुत सालिड है टू टूजा 22 .:)
ReplyDeleteओह...।
ReplyDeleteबहुत खूब!
कमाल की पोस्ट है ताऊ!
दूध की रखवाली बिल्ली के हाथ में।
जब रामप्यारी पढ़ायेंगी तो
बेड़ा तो गर्क होगा ही।
मैम ये सुपर मैथ्स पढाने का शुक्रिया. मजा आया.
ReplyDeleteहोमवर्क के सवाल का जवाब है बीरबल को उसके पास खडे व्यक्ति को चांटा रसीद कर देना चाहिये.:)
ReplyDeleteमैम, ताऊ सिकंदर और पोरस की कहानी का आधुनिक रुपांतरण पसंद आया.
ReplyDeleteआज तो जबरदस्त क्लास लगाई है रामप्यारी जी. बच्चों का सीधा ही पब्लिक स्कूलों मे एडमिशन हो जायेगा.
ReplyDeleteआज तो जबरदस्त क्लास लगाई है रामप्यारी जी. बच्चों का सीधा ही पब्लिक स्कूलों मे एडमिशन हो जायेगा.
ReplyDeleteरामप्यारी मैम के होमवर्क का जवाब :- बीरबल को बादशाह की नौकरी छोड देनी चाहिये।
ReplyDeletevery good rampyariji..keep it up.:)
ReplyDeletevery good rampyariji..keep it up.:)
ReplyDeletevery good rampyariji..keep it up.:)
ReplyDeleteकितना अच्छा पढ़ा रही है रामप्यारी. बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो गया. :)
ReplyDeleteआदित्य तो घर जाकर झूला में सो गया मैम..होम वर्क नहीं कर रहा है और लवि पापा को टहलाने ले गई..उसने भी होम वर्क नहीं किया.
राम प्यारी
ReplyDeleteजरा पूजा मैडम की भी क्लास लगाना..शिकायत लगा रही हैं तेरी..इत्ता भी नहीं मालूम कि आजकल २ टूजा २ बराबर २२ होता है..न्यू गणित में कल के दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के बाद. सब बदल गया है.. :)
रामप्यारी ...गणित क्यूँ पढ़ने लगी पहले पहले ...कोई और विषय नहीं मिला ....मुझसे पूछ लेती ...पहले दिन से ही गणित पढ़ाएगी तो क्लास में बच्चे आएँगे नहीं ....फिर चूहे मारना बैठ कर ...पहले कुछ दिन पोएम सुनाते हैं ....ड्राइंग करते हैं ....नाच गाना , अन्ताक्षरी करवाते हैं ....जब बच्चे सेट हो जाते हैं तब गणित के सवाल उन पर मारते हैं ....आगे से इस विषय पर मेरे राय ले लिया कर .....
ReplyDeleteरामप्यारी ...गणित क्यूँ पढ़ने लगी पहले पहले ...कोई और विषय नहीं मिला ....मुझसे पूछ लेती ...पहले दिन से ही गणित पढ़ाएगी तो क्लास में बच्चे आएँगे नहीं ....फिर चूहे मारना बैठ कर ...पहले कुछ दिन पोएम सुनाते हैं ....ड्राइंग करते हैं ....नाच गाना , अन्ताक्षरी करवाते हैं ....जब बच्चे सेट हो जाते हैं तब गणित के सवाल उन पर मारते हैं ....आगे से इस विषय पर मेरे राय ले लिया कर .....
ReplyDeleteरामप्यारी जी, एक नेक सलाह है। बच्चों को उत्तर बता दिया करो, नहीं तो घर जाकर शिकायत करेंगे कि टीचर को कुछ नहीं आता। हम ही से पुछती रहती हैं।
ReplyDeleteअच्छा है! इस देश मे कुछ भी हो सकता है
ReplyDeleteताऊ, म्हारा भी अड्मिशन करा दो इस क्लास में. आदि, लावी और चंगू, मंगू जैसे बच्चे साथ हों तो शायद अपना भी बचपन लौट आये.
ReplyDeleteक्या ख्याल है गोलू पांड़े को भरती कर दें इस स्कूल में? कुछ कायदे सीख पायेगा या भदोहिया भुच्च ही रहेगा।
ReplyDeleteफीस कितनी है?
अकबर ने बीरबल को चांटा मारा
ReplyDeleteऐसे कैसे मान लें
कोई वीडियो क्लिप दिखाएं
देख नहीं रहे हैं
देश में कितना शोर मच रहा है
एक मंत्री ने बैंक मैनेजर को चांटा मार दिया
मंत्री मुकर गया
पर सीसीटीवी ने सब याद कर लिया
चैनलों ने सब टेलीकास्ट कर दिया
बीरबल ने टीवी चैनलों को खूब इंटरव्यू दिए
चैनलों की टीआरपी रातों रात दिनों दिन बढ़ गई
सोलह दूनी चौंसठ हो गई
चांटा मारने की घटनाओं का
एक भरपूर इतिहास है
मंत्री को पता लग गया
तो इसी पोस्ट का प्रिंट निकाल कर
अदालत में पेश कर देगा
सोनिया जी को ई मेल कर देगा
यह तो पहले से होता आ रहा है
मैंने नया क्या किया है
क्यों लोग हल्ला मचा रहे हैं
गांधी जी की तरह
दूसरा गाल क्यों नहीं
आगे ला रहे हैं
मेरे दूसरे हाथ में
खुजली हो रही है
इतिहास की पढाई के बहाने वर्तमान राजनीतीज्ञों बहुत अच्छा व्यंग्य मारा है ताऊ |
ReplyDeleteधन्यवाद ताऊ.. आदि को रामप्यारी की क्लास में भर्ती करा दिया.. अब जल्द ही सिख जायेगा..:)
ReplyDeleteमस्त क्लास है..
चलिए अब रामप्यारी को भी नौकरी मिल गयी .
ReplyDeleteबहुत सुन्दर.
ReplyDeleteमैम, ये होमवर्क तो मुझसे नहीं हो रहा है, पापा से पूछ लूं क्या ??
ReplyDeleteरामप्यारी,
ReplyDeleteआप सब को
अपनी - सी लगती हो
आपकी क्लास
बहुत सक्सेसफूल रहे
ये हमारी शुभकामना
ले लो जी :)
- लावण्या
Rampyari ji se parne ko mai bhi aa rahi hu...
ReplyDeleteरामप्यारी मेडमजी! अब देश को २१ वी सदी मे पहुचने से अगुठा मास्टर ताऊ भी नही रोक सकता। काश मै भी एडमिशन आपकी प्ले स्कुल मे ले पाता, तो मेरा जीवन भी इस अनुठी शिक्षा प्रणाली से धन्य हो जाता है। आपकी यह अनोखी गणित शिक्षा-प्रणाली १९४८ से होती तो देश की अर्थ व्यवस्था आज कहा कि कहा होती आप अनुमान नही लगा सकती।
ReplyDeleteमेडमजी आपके चरण-स्पर्स करने का मन कर रहा है, कृपया बताऐ आपके चरण कहा है ?
हे प्रभु यह तेरा-पन्थ
मुम्बई टाईगर
मस्त पोस्ट है...रामप्यारी भी कम नहीं,और छोकरे भी....
ReplyDeleteआप कहां थे इस प्रसंग में ?
रामप्यारी के विद्यार्थिओं का तो भगवान् ही मालिक है !!
ReplyDeleteबादशाह ने कहा: बीरबर डार्लिंग मैं तुम्हें चाहने लगा हूँ !
ReplyDeletewaah!! waah!! waah!!
ReplyDeletemeet
बीरबल को चांटा मारा तो बीरबल ने सबक सिखाने की ठान ली !! और रात मैं जब अकबर टॉयलेट के लिए जा रहे थे ! बीरबल ने भूत का वेश धारण किया, और बादशाह को ऐसा डराया की बादशाह ने फिर टॉयलेट जाने की जरुरत नहीं समझी काम वहीँ निपट चुका था !! बादशाह घर की तरफ भागे!! दुसरे दिन बादशाह ने बीरबल को चिढाने की दृष्टी से कहा : बीरबल कल वाला चांटा!!
ReplyDeleteबीरबल तपाक से बोले: हुजुर रात वाला भुत का काटा!! अकबर समझ चुके थे इसलिए चुप्पी धारण की !!!
पर रामप्यारी
ReplyDeleteताऊ पोरस तो सिकंदर से जीत गया था। लगता है तुमने असली इतिहास नहीं पढ़ा। कोई बात नहीं अलेक्जेंडर फिल्म ही देख ली होती। हमारे इतिहासकार तो अब तक झूठ पढ़ाते ही रहे। अब तू भी झूठ पढ़ाने लगी। वैसे भी देख पंजाब में कैप्टन अमरिंदर ने बादल को जेल भेजने की पूरी प्लानिंग की थी तो अब वही काम बादल कर रहे हैं।
बहुत ही अच्छी टीचर हो रामप्यारी तुम तो!
ReplyDelete