Posts

मोदी जी के नाम ताऊ का खुला खत

जिधर देखो उधर बाढ ही बाढ....

चीन ठहरा पक्का बणियां, ऊ धमकी से आगे कदी नी जायेगो

एक गधे के इश्क की दास्ताँ

"हरियाणवी ठिलुआ संघ" द्वारा गजल संध्या