इस साल के लिये "ब्लेक बूट एवार्ड ट्राफ़ी" आफ़ ब्लागर जूतमपैजारियता - 2011 की घोषणा की गई थी. "ब्लेक बूट एवार्ड ट्राफ़ी" आफ़ ब्लागर जूतमपैजारियता - 2011 की त्रि-सदस्यीय कमेटी की अनेक धुंआधार और मैराथन बैठके इसके लिये संपन्न हुई. मिस समीरा टेढी को इस कठिन काम में सहायता के लिये विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था.
अनेक बाहरी दवाब भी इस एवार्ड को प्राप्त करने के लिये आये, खुद ताऊ महाराज ही इस प्रतिष्ठित एवार्ड को झटकने के चक्कर में थे परंतु नीर-क्षीर निर्णायक मंडल और मिस टेढी की दूरदर्शिता के रहते ताऊ की ये इच्छा पूर्ण नही हो पाई. तथा सभी दबावों को दूर हटाते हुये अंतत: सर्वानुमति से यह प्रतिष्ठित एवार्ड स्वनाम धन्य श्री काजल कुमार को दिया जाता है
"ब्लेक बूट एवार्ड ट्राफ़ी" आफ़ ब्लागर जूतमपैजारियता - 2011 विजेता श्री काजल कुमार
श्री काजल कुमार से ज्यादा जूतमपैजारियता किसी भी आदमी ने नही की होगी, ब्लागर्स को तो जाने दिजिये अगर उनके साथ जूतमपैजारियता होती है तो वो क्षम्य है क्युंकि ब्लागर तो अपनी प्रजाति और भाईचारे का आदमी है. पर इस इंसान ने राजनीति, खेल- खिलाडी, सामाजिक, आर्थिक नीति के झंडाबरदारो, रहनुमाओं और ताऊओं के साथ भी अपने कार्टूनों द्वारा जूतमपैजारियता करने में कोई कौर कसर बाकी नही छोड रखी है.
ब्लेक बूट ट्राफ़ी विजेता श्री काजल कुमार को गुलदस्ता भेंट करती मिस टेढी
नित्य सुबह उठते ही किसी नये और इज्जतदार आदमी से पंगा लेना और उसको जूते मारना इस इंसान का प्रिय शगल हो गया है. चारों तरफ़ नजर दौडाने के बाद भी श्री काजल कुमार से बडा जूतमपैजार करने वाला आदमी दूर दूर तक भी इस ब्लाग जगत में कहीं नही दिखाई देता अत: यह "ब्लेक बूट एवार्ड ट्राफ़ी" आफ़ ब्लागर जूतमपैजारियता - 2011 उनको ससम्मान प्रदान किया जाता है. और साथ ही उन्हें यह ताकीद भी की जाती है कि अगले साल भी इस जूतमपैजारियता की धार बनाये रखें और इस ट्राफ़ी वाले जूते को इन समाज के दुश्मनों के सर पर रोज मारते रहें.
अनेक बाहरी दवाब भी इस एवार्ड को प्राप्त करने के लिये आये, खुद ताऊ महाराज ही इस प्रतिष्ठित एवार्ड को झटकने के चक्कर में थे परंतु नीर-क्षीर निर्णायक मंडल और मिस टेढी की दूरदर्शिता के रहते ताऊ की ये इच्छा पूर्ण नही हो पाई. तथा सभी दबावों को दूर हटाते हुये अंतत: सर्वानुमति से यह प्रतिष्ठित एवार्ड स्वनाम धन्य श्री काजल कुमार को दिया जाता है
श्री काजल कुमार से ज्यादा जूतमपैजारियता किसी भी आदमी ने नही की होगी, ब्लागर्स को तो जाने दिजिये अगर उनके साथ जूतमपैजारियता होती है तो वो क्षम्य है क्युंकि ब्लागर तो अपनी प्रजाति और भाईचारे का आदमी है. पर इस इंसान ने राजनीति, खेल- खिलाडी, सामाजिक, आर्थिक नीति के झंडाबरदारो, रहनुमाओं और ताऊओं के साथ भी अपने कार्टूनों द्वारा जूतमपैजारियता करने में कोई कौर कसर बाकी नही छोड रखी है.
नित्य सुबह उठते ही किसी नये और इज्जतदार आदमी से पंगा लेना और उसको जूते मारना इस इंसान का प्रिय शगल हो गया है. चारों तरफ़ नजर दौडाने के बाद भी श्री काजल कुमार से बडा जूतमपैजार करने वाला आदमी दूर दूर तक भी इस ब्लाग जगत में कहीं नही दिखाई देता अत: यह "ब्लेक बूट एवार्ड ट्राफ़ी" आफ़ ब्लागर जूतमपैजारियता - 2011 उनको ससम्मान प्रदान किया जाता है. और साथ ही उन्हें यह ताकीद भी की जाती है कि अगले साल भी इस जूतमपैजारियता की धार बनाये रखें और इस ट्राफ़ी वाले जूते को इन समाज के दुश्मनों के सर पर रोज मारते रहें.
आज्ञा से
त्रि-सदस्यीय कमेटी फ़ार
"ब्लेकबूट एवार्ड ट्राफ़ी आफ़ ब्लागर जूतमपैजारियता - 2011
एवम
मिस समीरा टेढी
गज़ब ! इतना सही फैसला! विक्रमादित्य की कुर्सी हथियालिये का ताऊ ?
ReplyDeleteये ट्राफ़ी हमें मिलेगी सोच रहे थे। बहुत नाइन्साफ़ी है ताऊ जी।
ReplyDeleteकाजल भाई को ट्राफ़ी जीतने पर शुभकामनाएं
काजल जी को इस शानदार एवार्ड के मिलने पर हार्दिक बधाई :)
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ReplyDeleteकाजल कुमार के लिए हार्दिक बधाई !
उनके कार्टून के अलावा, किसी भी विषय पर सटीक और स्पष्ट टिप्पणी मुझे बहुत प्रभावित करती है !
विभिन्न विषयों पर काजल कुमार की पकड़ देखकर कई बार यह ख़याल आता है कि यह लेख क्यों नहीं लिखते ??
वाह जी, बिल्कुल सही आदमी को चुना है आपने। बधाई काजल कुमार जी को।
ReplyDeleteहा हा हा
ReplyDeleteवाह भई काजल बॉस संभल के रहना.
इसका मतलब है कि लोग देख रहे हैं :)
काजल भाई जिन्दाबाद...सही हकदार के पास सामान पहुँचा.
ReplyDeleteबहुत सुन्दर!
ReplyDeleteताऊ पुरस्कार के लिये काजल कुमार को बधाई!
चर्चा मंच भी देख लें!
बढ़िया निर्णय
ReplyDeletekajal ji ko bahut bahut badhai
ReplyDeleteट्राफी पहुची सही हाथो में |
ReplyDeleteशेष सबको बधाई, बचने की।
ReplyDeletere tau, tanne ko nai mili ye trafi,
ReplyDeletemare hisab se to tu he hakdaar,
anyways kajal kuamr ji ko badhai
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
ReplyDeleteप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (10-3-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
नीर क्षीर विवेक!!
ReplyDeleteकाजल जी ने इतना काजल लगा दिया कि दिखना ही बंद हो गया ताउश्री.खैर कोई बात नहीं बहुत बहुत मुबारक काजल भाई.काजल लगाते रहिएगा .
ReplyDeleteधन्य धन्य प्रभु।
ReplyDeleteलगे रहो।
काजल भाई को शुभकामनाएं
ReplyDeleteसतत अनुपस्थित मित्रों के लिए भी एक ट्राफी की घोषणा की जाये -- इस मांग को सबके समक्ष ताऊ जी को पेश!
ReplyDeleteशास्त्री फिलिप
काजल जी को इस शानदार एवार्ड के मिलने पर हार्दिक बधाई??????
ReplyDeleteहमारी कुर्सी काजल जी को दे दी :(
ReplyDeleteहा हा हा काजल जी को हार्दिक बधाई
ReplyDeleteregards
mujhe nahi mila........hum rooth liye
ReplyDelete.....................................
oh..ho pahle kajal bhai ko subhkamnayen de loon......fir tau se
kutti karoon.........
pranam.
श्री काजल कुमार के फ़ैन तो हम भी हैं!
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