पिछले भागों मे आप पढ चुके हैं खुशदीप जी ने ताऊ के पिछले जन्म की बाते जानकर सीरियल बनाना शुरु किया था. आप इसके पहले पढ चुके हैं कि ताऊ पिछले जन्म मे ताऊ झंडू सियार नेता उर्फ़ सरपंच था. जिसके पास सारे जंगल की सता थी और ताऊ ने अपनी पसंद से और अपने से उंची भेडिया जाति के झुनकू भेडिये की लडकी झुनिया से छल बल से शादी रचा ली थी. अब आगे पढिये.
अब खुशदीप जी क्रिसमस की छुट्टियों मनाने चले गये. और ताऊ को ऐसा का ऐसा ही पिछले जन्म मे डाक्टर के भरोसे छोडकर. और डाक्टर को कह गये कि ताऊ को बस गलुकोज की बोतल चढाते रहना. मैं आता हूं चार पांच दिन बाद आगे की पूछताछ करुंगा.
डाक्टर ने कहा कि – खुशदीप साहब इस तरह से पिछले जन्म में ज्यादा समय छोडना अच्छा नही होगा. फ़िर परमानेंटली भी पिछले जन्म मे रहना पड सकता है, खुशदीप जी बोले – ओये डाक्टर ..तू रहने दे…पर नू समझ ले कि अगर ताऊ को तू अभी वापस इस जन्म ले आया तो ये दुबारा पिछले जन्म मे नही जायेगा. और मेरे सीरियल की ऐसी तैसी हो जायेगी. मैं ताऊ की तो रिस्क ले सकता हूं पर इतनी अच्छी टी. आर. पी. वाले सीरियल की रिस्क नही ले सकता .
अब छुट्टी मना कर खुशदीप जी वापस आये और अगले एपिसोड के लिये ताऊ से पूछताछ शुरु की. पर ताऊ ने कुछ भी जवाब नही दिया. खुशदीपजी कुछ अंदर ही अंदर घबराये और डाक्टर को बोले – जरा एक डोज तगडा सा और लगा इस ताऊ को. जिससे ये पटर पटर बोलने लगे और ४/५ एपिसोड का मसाला मिल जाये.
डाक्टर ने एक तगडा सा डोज ठॊका और ताऊ ऊंआऊं….ऊंआऊं…..करता हुआ कसमसाया. अब खुशदीपजी ने पूछना शुरु किया.
खुशदीप. – हां तो ताऊ आप कहां हो? जरा दिमाग पर जोर डालो ताऊ.
ताऊ : ऊंआऊं..ऊंआऊं..करके रह गया.
खुशदीप – ताऊ पिछली बार आपकी शादी के फ़ेरे झुनिया से पंडित चंपू जी ने लगवाये थे …उसके बाद क्या हुआ? बताईये…याद करिये…जरा फ़िर क्या हुआ? आप वहीं हो या कहीं और?
ताऊ थोडा कसमसा कर …अबकी बार बोला- हुंआऊं…हुआऊं…
खुशदीप जी ने सोचा ये क्या कबाडा होगया? कहीं ये सचमुच सियार तो नही बन गया? जब भी पूछो…हुआऊं..हुआऊं..करता है. ..बहुत देर तक एक यही जवाब मिलता रहा तो हार थक कर खुशदीप जी ने समीरलाल जी को फ़ोन लगाया. उधर से समीरजी की आवाज आई….हैल्लो..हां मैं समीरलाल…बोलिये खुशदीप जी क्या खबर है? आपका सीरियल कैसा चल तहा है? छुट्टिया कैसी बीती…और ताऊ के और कौन से राज पता लगे?
इतने सारे सवाल एक साथ सुनकर खुशदीप जी का माथा झन्ना गया और बोले – समीर जी, आपने ये किस बावलीबूच ताऊ से पाला पडवा दिया? अरे तीन घंटे हो गये…एक ही जवाब देता है..हुआऊं..हुआऊं…अब मैं क्या सर फ़ोडू इस हुआऊं…से? इसका मतलब क्या होता है? अब क्या समझूं मैं इससे? ….इतनी बढिया टी.आर. पी. के सिरियल की आज ही एक कडी दिखानी है…चैनल वाले मेरी जान खा रहे हैं…. कोई तरकीब बताईये.
अब समीरजी बोले – भाई खुशदीप जी, हुआऊं का मतलब मालवी भाषा मे तो मैं आऊं… होना चाहिये…हुं .. गुजराती और मालवी मे मैं को बोला जाता है. पर ताऊ का ये मतलब नही होसकता. मैं ताऊ को अच्छी तरह जानता हूं…और ये तो आप भी जानते होगे कि हरयाणवी आदमी को जब इस तरह का वायरस लगता है तो उसका कुछ मतलब होता है. ये बडी खतरनाक बीमारी है. आप तुरंत इलाज करो ताऊ का…नही तो आपका सीरियल लटक गया समझो… आप तो एक काम करो..तुरंत रतनसिंह जी शेखावत को बुलवा लो…ताऊ की भाषा उनके अलावा और कोई तो समझने वाला मुझे दिखता नही है.
अब रतनसिंह जी शेखावत को बुलवाया गया और उन्होने ताऊ से बात करना शुरु किया….
शेखावत जी – ताऊजी रामराम..
ताऊ – रहाऊं..रहाऊं…
शेखावत जी – ताऊ जी, आज के एपिसोड के लिये आप पूरा ब्यौरा क्यों नही बता रहे हैं? क्या बात है? आप कहां हो? और सब ठीक तो है ना?
ताऊ – शहाऊं..चहाऊं…ढाहाऊं..कहाऊं…हुआऊं हुआऊं …….शहाऊं..चहाऊं…ढाहाऊं..कहाऊं…हुआऊं हुआऊं …….शहाऊं..चहाऊं…ढाहाऊं..कहाऊं…हुआऊं हुआऊं …….शहाऊं..चहाऊं…ढाहाऊं..कहाऊं…हुआऊं हुआऊं …….शहाऊं..चहाऊं…ढाहाऊं..कहाऊं…हुआऊं हुआऊं …….शहाऊं..चहाऊं…ढाहाऊं..कहाऊं…हुआऊं हुआऊं …….
शेखावत जी – ताऊ जी आप बिल्कुल सही कह रहे हो…
अब शेखावत जी ने खुशदीप जी को बताया कि ताऊ जी, बोल रहे हैं कि वो अभी तक झुनिया से शादी करके वहीं पर हैं. और आप चले गये उनको इसी हालत मे छोडकर छूट्टियां मनाने…ना हुक्का ना चिलम… तो इन दस दिन का डिटेंशन चार्ज लगेगा उसके बाद ही आगे की रिकार्डिंग शुरु होगी.
खुशदीप – अरे शेखावत साहब ..ये ताऊ भी पक्का ही बावली बूच दिक्खै सै मन्नै तो? अरे अब ठीक है दस दिन कुछ ज्यादा ही होगये तो मैं कोई मना थोडी ही कर रहा हूं…इतना अच्छा सीरियल चल रहा है तो ताऊ को दस बीस हजार और फ़ालतू दिलवा देंगें.आप तो ताऊ को बोलो…रिकार्डींग शुरु करवाये.
अब शेखावत जी ने ताऊ के साथ गुप्त भाषा मे बात चीत की और बोले – खुशदीप जी, बात नू सै कि ताऊ बोलरया सै कि ७५ हजार रुपिये रोजाना से दस दिन के साढे सात लाख चाहिये और आपने ताऊ को बावलीबूच बोला उसका ५० हजार…इस तरह कुल आठ लाख ताऊ के बैंक अकाऊंट मे जमा करवा दिये जायेंगे तभी आगे की रिकार्डींग चालू हो पायेगी.
इतना सुन कर खुशदीपजी तो भडक गये..बोला – शेखावत जी ये तो खुले आम डकैती है..सरे आम लूटपाट है..ये भले आदमियों का काम नही है. बहुत गलत बात है…मैं कोर्ट जाऊंगा..
शेखावत जी बोले – ठीक है…तो आप कोर्ट जावो..इधर ताऊजी ने मुझसे कह दिया है कि अगर रुपये नही मिले तो…. मैं थाने जाकर आप लोगों की रिपोर्ट लिखवा दूं कि आप लोगों ने ताऊ को दस दिन से नशा पानी करवा कर पटक रखा है पिछले जन्म की शुटिंग के नाम पर…….फ़िर सलट लेंगे…और ताऊ को लेजाने को तैयार होगये.
मामले की गंभीरता समझ कर खुशदीप जी ने अपने चैनल वालों से बात की. और आखिर यह मामला ५ लाख मे सैटल हुआ तब जाकर रिकार्डींग शुरु हो सकी.
तो दोस्तो आप अब नियमित पिछले जन्म के राज पढ पायेंगे …क्योंकि रिकार्डिंग शुरु होगई है…..
पांच लाख में से कुछ रकम जमा भी की या
ReplyDeleteयूं ही बातों बातों में
आऊं आऊं
जाऊं जाऊं
पाऊं पाऊं
खाऊं खाऊं
ध्यान दें कि यह खांसी वाली खांऊ खांऊ नहीं है।
५ लाख में सेटलमेन्ट तो बुरा नहीं है, अब ताऊ से मेरे और शेखावत जी के हिस्से की बात करना पड़ेगी..कहीं हिस्से की बात सुनते ही ह्याऊँ ह्याऊँ न करने लगे ताऊ फिर से.. :)
ReplyDelete----
’सकारात्मक सोच के साथ हिन्दी एवं हिन्दी चिट्ठाकारी के प्रचार एवं प्रसार में योगदान दें.’
-त्रुटियों की तरफ ध्यान दिलाना जरुरी है किन्तु प्रोत्साहन उससे भी अधिक जरुरी है.
नोबल पुरुस्कार विजेता एन्टोने फ्रान्स का कहना था कि '९०% सीख प्रोत्साहान देता है.'
कृपया सह-चिट्ठाकारों को प्रोत्साहित करने में न हिचकिचायें.
-सादर,
समीर लाल ’समीर’
ताऊ जी-बीच मै ही झटका दे दिया, हा हा हा
ReplyDeleteईब इस चैनल वाळे का रोग मन्नै ही काटणा पडेगा, क्युंके थारे बाद मेरा ही लम्बर सै। मै तो 10लाख से कम कोनी ल्युंगा ।:))
ये ताऊ को जितना मैं समझऊं था, उससे कहीं घणा शातिर निकलयो...ऐसे मोड़ पर लाकर मुझे मारयो कि न पकड़ते बनयो और न ही छोड़ते...ठीक सुपरस्टार की तरह नखरे दिखाण लाग रिया...जैसे सुपरस्टार की पेमेंट की किस्त मिल जाएओ तभी वो शूटिंग या लाइव शो के लिए हामी भरयो, ठीक वैसे ही टोटके ताऊ आजमा रिया...बस एक बार प्रोग्राम सही निकल जाए, फिर सुलटूंगा इस ताऊ की …….शहाऊं..चहाऊं…ढाहाऊं..कहाऊं…हुआऊं हुआऊं से...अभी तो खैर अपनी ही नौकरी पर ताऊ ने बणा दी ए...मैंने भी सोच लिया से...अगली रिकॉर्डिंग पे भी ठीक से न बोल्या तो अलबेला जी के हवाले कर दूंगा इसे...सम्मान के लिए,,,ब्लॉगर भाई ऐसी-ऐसी दुलत्तियां झाड़ेंगे कि अक्ल ठिकाणे न जाए तो मुझे कहियो...
ReplyDeleteजय हिंद...
mazedaar....raaz pichle taau ka...
ReplyDeleteयह भी mzedaar aur अज़ब अनुभव है ताऊ
ReplyDeleteचलो पाँच ही सही पल्ले तो पड़े। उधर प्रोड्यूसर खुशदीप की फीस में कटौती करने को बोल रहा है। बेचारे खुशदीप। फंस गए छुट्टियों के चक्कर में!
ReplyDeleteमज़ेदार!
ReplyDeleteअगली कड़ी की प्रतीक्षा.
बहुत जोरदार ताऊजी, बढिया कमाई करली.:)
ReplyDeleteअब ताऊ ने ५ लाख तो हथिया लिये, लगता है अब खुद का ही रिकार्डिंग स्टुडियो खोल लेगा.
ReplyDeleteएक राय खुशदीप जी को मुफ़्त की - ताऊ को अब भूल से भी बावलीबूच मत बोलना वर्ना ताऊ अगले ५ लाख की डिमांड कब कर देगा ये पता भी नही चलेगा.:)
अगली कडी का इंतजार बेसब्री से.
अब ताऊ ने ५ लाख तो हथिया लिये, लगता है अब खुद का ही रिकार्डिंग स्टुडियो खोल लेगा.
ReplyDeleteएक राय खुशदीप जी को मुफ़्त की - ताऊ को अब भूल से भी बावलीबूच मत बोलना वर्ना ताऊ अगले ५ लाख की डिमांड कब कर देगा ये पता भी नही चलेगा.:)
अगली कडी का इंतजार बेसब्री से.
hahahahaha
ReplyDeletekharbooje ko dekhkar kharbooja rang badalta hai aur phir ye to tauji hain kisi se kam thode hain...........taiyaar rahiye aage ki payment aur bhi mushkil mein dal degi.
शहाऊं..चहाऊं…ढाहाऊं..कहाऊं…हुआऊं हुआऊं
ReplyDeleteहा.. हा.. हा..
ताऊ तम तो हंसा हंसा के जान लेवोगे...
मीत
ताऊ ...टिपण्णी करने वाले का भी कमीशन लेने का हक है ...!!
ReplyDeleteआजकल ब्लागजगत का महौल घणा खराब चाल रया सै..क्या पता कब कौन किस पै कोर्ट में केस करदे :) ताऊ यो पाँच लाख रूपये संभाल के राखियो....कम से कम वकील की फीस तो भरी ज्यागी :)
ReplyDeleteअरे अभी बात घर मै ही है ओर इस ताऊ को इतना भोला भी ना समझो, जल्दी से मामला ५,६ लाख मै निपटालो( सलाह देने का मेरा कमीशन ४ लाख अलग से) वरना लोगो ने ऊंगली दे दे कर ताऊ को २०,३० लाख तक पहुच देना है, फ़िर स्टुडियो भी बिक जायेगा, चलिये बात खत्म ६, लाख ताऊ के ओर सलाह के ४ लाख मुझे देदो मै ताऊ को समझा दुंगा.
ReplyDeletemajedaar...
ReplyDeleteवाह..!
ReplyDeleteआज तो बड़ी जोर से झकझोरा है-
हम तो यही कहेंगे-
ताँऊँ..ऊँ...
ताँऊँ..ऊँ...
ताँऊँ..ऊँ...
ताँऊँ..ऊँ...
ताँऊँ..ऊँ...!
ऊंआऊं….ऊंआऊं हुंआऊं…हुआऊं…मैं आऊं– रहाऊं..रहाऊं…शहाऊं..चहाऊं…ढाहाऊं..कहाऊं…हुआऊं हुआऊं …….ताऊ :)
ReplyDeleteमजेदार लगा जी। देखते है आगे किसके जन्म के राज खुलते है।
ReplyDeleteये तो आपको छुपाकर रखना चाहिये था.
ReplyDeleteताऊ
ReplyDeleteइन नै हंसनी खेलनी माता देखी थी
इब हाडफोड खसरा देखैंगें
इन नै सोचा था ताऊ फंसग्या
पर मैं समझ गया था के ये ताऊ कै फंस गये
हा-हा-हा
राम राम
अब बिना पैसे सीधे सीधे सारी जानकारी बता दें तो ताऊ कौन कहेगा ?
ReplyDeleteमजेदार कड़ी :)
अच्च्चई किया नई तो का जेई करत रहते ऊंआऊं….ऊंआऊं हुंआऊं…हुआऊं…मैं आऊं– रहाऊं..रहाऊं…शहाऊं..चहाऊं…ढाहाऊं..कहाऊं…हुआऊं हुआऊं … डाक्टर तो ताऊ की खोपड़ी ही नहीं खोज पाया होगा....
ReplyDeleteमज़ेदार।
ReplyDelete"रहाऊं..रहाऊं"
ReplyDeleteयह हुई न सही ताऊगिरी!
बुरा नहीं है सेटलमेन्ट .... बहुत जोरदार ताऊ ...
ReplyDeleteNice satlement TAAU SAAB..
ReplyDeleteWhats the Next?