प्रिय बहनों और भाईयो, नये साल मे आपका हार्दिक स्वागत है. पिछला साल कल ही तो बीता है. हर साल बीतते बीतते हम कुछ बुरी बातें छोडने का संकल्प लेते हैं. कुछ अच्छी बातें अपनाने का संकल्प करते हैं. पर अगर मैं आपको इमानदारी से कहुं तो मानवीय मन ऐसा है कि कहीं टिक नही पाता. यानि जिसका जैसा स्वभाव पड गया वो उसी के अनूरुप व्यवहार करता है. यानि ले देके वही रामदयाल और वही गधेडी.
हमने भी कल सकंल्प किया था कि नये साल मे खूब तबियत से हिंदी की सेवा करेंगे और शुद्ध रुप से उबाऊ और लंबी लंबी पोस्ट लिखेंगे ..भले ही इधर उधर से मारकर ही लिखें पर हिंदी माता की सेवा अवश्य करेंगे. और चवन्नी छाप ताऊ की बजाये साहित्यकार कहलायेंगे... और हां पहेली इस साल में बिल्कुल नही पूछेंगे...क्योंकि पहेली की वजह से कुछ लोगों को अलसेट हो जाती है और पहेली पूछने को आजकल गुणीजनों द्वारा हिंदी का अपमान समझने का फ़तवा दबे छुपे रुप से दे दिया गया है. जिस तर्ज में हरयाणवी भोजपुरी भाषाओं के लिये फ़तवा आया था.
इसीलिये हमने एक और प्रण किया था कि नये साल में हरयाणवी मे बिल्कुल नही लिखेंगे क्योंकि फ़तवे के अनुसार क्षेत्रिय भाषाओं को प्रतिबंधित करने की मांग भी उठाई गई थी. हमने भी तय किया था कि नये साल मे तथा कथित भद्र जनों की तरह हिंदी मे जबरन अंग्रेजी के ब्लडी, ईडियट और साला और उर्दू के कुछ शब्द सीखकर ठूंसेंगे और हायर स्टेटस के ब्लागर बनेंगे. पर हाय री किस्मत... कल रात बारह बजे संकल्प लेके सोये और सुबह याद ही नही रहा, आदतन ऊठ कर दनादन पोस्ट लिख कर छाप मारी अपनी पुरानी स्टाइल में...हत तेरे की.. और उसके बाद याद आया संकल्प. अब क्या हो सकता है? अब फ़िर अगले साल का इंतजार करेंगे. तब तक वही रामदयाल और वही गधेडी ...करेंगे..यानि अब नये साल में अपना हिंदी की सेवा करने का कोई योग नही है. इसलिये अब अपना इरादा तो अपनी गंवई भाषा हरयाणवी मे ही लिखने का है. अब कौन अंग्रेजी सीखने के चक्कर मे पडे...
तो हम अब आते हैं अपनी असली औकात पर...मेरा मतलब अपने वहीं पुराने गण..बिनू फ़िरंगी, चंपाकली, अनारकली, संतू गधेडा, शेरू महाराज, सियार साहब, हीरामन और रामप्यारी हमारे साथ ही काम करेंगे.
आजकल ताऊजी डाट काम पर नित्य एक पहेली सुबह 8:00 बजे और एक नित्य शाम को 6:00 बजे हम पूछ रहे हैं और नये साल मे घोषणा करते हैं कि नित्य दिन में 12:00 बजे भी एक पहेली चालू कर देंगे. हमको हिंदी की सेवा नही करनी. जिनको करना हो वो करें.
हीरामन इतने दिनों की छुट्टी लेकर अमेरिका गये थे...वहां से अंकशाश्त्र मे डाक्टरेट करके लौटे हैं और अब से नियमित रुप से ताऊ डाट इन पर अपना भविष्य बांचने का आफ़िस चलायेंगे.
तो आईये अब आपको हीरामन जी से रुबरु करवाते हैं. यानि इस साल की पहली पोस्ट में आपको आपका भविष्य बता रहे हैं डाँ. हीरामन त्रिकालदर्शी...आईये डाक्टर त्रिकाल दर्शी जी.. नये साल में हमारे पाठकों का भविष्य फ़ल बताकर कृतार्थ करें.
प्यारे भक्तो, आपका कल्याण हो...मैं डाँ. हीरामन "त्रिकालदर्शी".
ओम ओम ओम..लटक भैरु..झटक भैरु..भैरु ही भैरु...पटक भैरु...दे पटक पटक कर भैरू...खटक भैरु..भैरु ही भैरु...अब सटक भैरु ओम सटक भैरु नमै:... अब क्या बताये? हम मजाक मजाक मे ही बिना कुछ किये ही नये साल २०१० में पहुंच गये....पता ही नही चला..रात को सोये थे २००९ में और सुबह उठे तो सीधे २०१० में...और हर साल ऐसा ही होता आया है... यानि यह भी प्रभु की क्या कमाल की व्यवस्था है? बिना कुछ किये ही.... खैर अब मैं आपको आपका और ब्लाग का भविष्य फ़ल बताता हूं.
१. जिनके ब्लाग का जन्म जनवरी के छठे पखवाडे मे हुआ है उनके लिये अच्छी खबर है....इस सप्ताह आपकी पोस्ट पर अच्छी संख्या मे टिप्पणी आने की संभावना है अगर आपने पोस्ट लिखी तो. कोई कुंठित ब्लागर वायरस के हमले की संभावना नही है. हरे रंग का भोजन करें. ६ ब्लागरों को रात का बचा बासी भोजन करवाये..... इससे आपके ब्लाग को नजर नही लगेगी.
२. जिनके ब्लाग का जन्म फ़रवरी के पांचवें पखवाडे मे हुआ है उनके लिये किंचित खराब समय दिखाई दे रहा है. पोस्ट पब्लिश करने के पहले लाल मिर्ची की धूनी पोस्ट को देवें ...जिससे शांति बनी रहेगी वर्ना इस पोस्ट पर बेनामी कुंठित और लुंठित टिप्पणियां आने का योग बन रहा है. इसका उपाय करवाने के लिये बाबा श्री ललितानंद जी महाराज का अभिमंत्रित कवच कुंडल धारण करें वर्ना सर फ़ुटव्वल योग दिखाई दे रहे है, और गटक भैरु मंत्र का जाप करते रहें.
३. जिनके ब्लाग का जन्म मार्च के सप्तम पखवाडे मे हुआ है उनका सुंदर राजयोग चल रहा है. आप इस सप्ताह पोस्ट तो नही लिखेंगे पर आप जगह जगह बेनामी टिप्पणी करेंगे और समय इतना सुंदर है कि पकडे जाने की संभावना ही नही है. समय अति श्रेष्ठ...काले वस्त्र धारण करें..काला चश्मा लगायें...और खटक भैरू मंत्र का जाप निश्चित सफ़लता के लिये करते रहें.
४. जिनके ब्लाग का जन्म अप्रेल जैसे पुनीत माह के अष्टम पखवाडे मे हुआ है उनका इस सप्ताह अप्रेल फ़ूल बनना निश्चित है. आपको कोई काली निगाह वाला जो सफ़ेद शर्ट पहने होगा और चश्मा धारी होगा...कद ६ फ़ुट..तीन बच्चों का बाप...भी होसकता है...बस ऐसे हुलिये के इंसान से सावधान रहने की सलाह दी जाती है. अगर आप इस व्यक्ति से अपने ब्लाग को बचा पाये तो बाकी आपका समय अराम से गुजर जायेगा.....आप चटक भैरवाय मंत्र की १३ माला का जाप नित्य प्रति करते रहें.
५. जिनके ब्लाग का जन्म मई मास के गर्म मौसम के नवें पखवाडे मे हुआ है उनको सलाह दी जाती है कि आने वाला समय अच्छा व्यतीत हो सकता है यदि वो श्री श्री १००८ बाबा समीरानन्द जी से अभिमंत्रित कवच कुंडल अविलंब धारण करलें तो..अन्यथा कोई बहुत ही बुरी बला पीछे लगने की प्रबल संभावना है. और अगर यह बला पीछे लग गई तो तो बहुत परेशान करेगी. अत: अविलंब कवच कुंडल धारण करें और खटक भैरू मंत्र का जाप करें. नीले वस्त्र धारण करें...लाल शरबत पीयें.
६. जून माह के ११ वें पखवाडे में जन्मित ब्लाग्स पर इस सप्ताह चटकमटक वायरस का हमला होने की प्रबल संभावना है.सुर्पणखांमयी हमला भी हो सकता है, सावधान रहें. उपाय हेतु.. आप अपने ब्लाग पर लाल मिर्ची की धूनी जलाये जिससे पडौसी ब्लागस का रहना मुश्किल हो जाये. वर्ना आपका इस सप्ताह टिक पाना मुश्किल होगा. आप फ़टक भैरव मंत्र की १७ माला का जाप करते हुये पडोसी ब्लाग्स पर बेनामी कुंठित टिप्पणी करें और करेले का अचार बिना नमक वाला वितरित करवायें. खुद शुद्ध देशी घी का सूजी का हलवा सुबह शाम खायें. कल्याण होगा.
बाकी का भविष्य फ़ल ब्रेक के बाद यानि अगले सप्ताह......
भक्त जनों अब हमारे साथ थोडा संकीर्तन करले..जिससे आपको शांति और आनंद की प्राप्ति होगी. फ़िर आज की सभा विसर्जित करेंगे. ....
ओम ओम ओम..जरा जोर से बोलो..
प्रेम से बोलो...
लटक भैरु..झटक भैरु..भैरु ही भैरु...
दे पटक पटक कर भैरु. ही भैरु ..
खटक भैरु..दूसरे की आंख मे खटक खटक... भैरु ही भैरु...
अब सटक भैरु ओम सटक सटक भैरु नमै:...
ओम पराया माल गटक भैरु..गटक गटक भैरु...
दुसरे के ब्लाग पर कुंठित टिप्पणी दे भैरु..भैरु
अपना माल संभाल कर रख भैरु...ही भैरू
दुसरे का मजाक उडा भैरु..उडा उडा...भैरु.
ओम शंति की शांति...सिर्फ़ दिखा भैरू..
असल में अशांति बनाये रख भैरु....
जय डाक्टर हीरामन देवाय नमै भैरू..
अब हो जावो लपक ..लपक भैरु...
अगले सप्ताह बाकी का भविष्यफ़ल लेकर फ़िर हाजिर होंगे और पहेली कल सुबह 8:00 बजे अपने निर्धारित समय पर प्रकाशित होगी.
नए वर्ष के ब्लॉग भविष्यफल के साथ जोरदार ,धमाकेदार आगमन और अभिनन्दन !
ReplyDeleteबहुत बहुत शुभकामनाएं !
नए साल की पहली राम राम ताऊ...
ReplyDeleteइस नये वर्ष में आप हर्षित रहें,
ReplyDeleteख्याति-यश में सदा आप चर्चित रहें।
मन के उपवन में महकें सुगन्धित सुमन,
राष्ट्र के यज्ञ में आप अर्पित रहें।।
नव वर्ष की शुभकामनाए!!
ReplyDeleteवाह हीरू भैये क्या भविष्य बताया है| सचमुच अमेरिका से अच्छा अंक ज्ञान और मंत्र सिख कर आयाहै|
ReplyDeleteक्या अमेरिका वाले भैरूं मंत्र पढ़ते हैं !!! हा..हा.. ब्लोगरों को रात का बचा बासी खाना हा..हा...और लालितानान्दजी झाड फूंक और समीरानन्दजी के ताबीज!!!!! हीरू भिया लगता है कमीशन रखे हो बाबाओं के साथ हां.हां. मजा आ गया!!!! और ताउजी आपने बिलकुल सही फैसला लिया की पुराने गण..बिनू फ़िरंगी, चंपाकली, अनारकली, संतू गधेडा, शेरू महाराज, सियार साहब और हीरामन और रामप्यारी के साथ ही काम करेंगे !!!
आपको नव वर्ष 2010 की हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteनये साल में पाठकों का भविष्य फ़ल बताकर आपनें ब्लॉग की रोचकता बनाये रखी.
ReplyDeleteपुनः नव वर्ष की बहुत सारी शुभकामनायें .
धन्यवाद.... कुछ राहत मिली वरना समीरानंद बाबा तो कुपित होकर भविष्य ही ख़राब कर दिए थे ...
ReplyDeleteनव वर्ष की बहुत शुभकामनायें ...!!
नववर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएँ
ReplyDeleteregards
ताउजी आपको नव वर्ष की शुभकामनाए!
ReplyDeleteबच्चा रामपुरिया, तुम्हारा कल्याण हो, हमारे प्रचार-प्रसार के लिए भी
ReplyDeleteयोगदान करो, हम हिमालय से २० साल का तजुर्बा लेकर जन-कल्याण
के लिए उतरे हैं, हमारी चमत्कारी भभूत सभी ब्लागरों का कल्याण करेगी,
सभी को अंग्रेजी नव वर्ष की मंगल कामना !
आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये.
ReplyDeleteसुख आये जन के जीवन मे यत्न विधायक हो
सब के हित मे बन्धु! वर्ष यह मंगलदयक हो.
(अजीत जोगी की कविता के अंश)
भाई हीरामन, अमरीकियों की ही लुटिया डुबाने को काफी न थी ! ख़ैर, नए साल की वापसी पर तुम्हारी भी जय हो.
ReplyDeleteनमस्कार डाO हीरामन त्रिकालदर्शी जी
ReplyDeleteताऊजी को राम-राम
बाकि सबको प्रणाम
डाक्टर हीरामन त्रिकालदर्शी महाराज
ReplyDeleteबहुत सटीक भविष्य बताया आज
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
नया साल तो मुबारक हो ताऊ लेकिन यार ये पहेली बंद करने की बात न किया करो..
ReplyDeleteसभी को नया साल मुबारक
मीत
पूरे बरस भर आपने जो भी किया वो ब्लॉग के इतिहास में दर्ज होगा ही ताऊ आपको जोड़ने का जो वरदान मिला है किस ईश्वर ने दिया
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनाएं ताऊ श्री को हार्दिक शुभ कामनाएं
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये
ReplyDeleteबढ़िया है संकल्प भूल गए वरना ये हरयाणवी तडके वाली पोस्टे कहाँ मिलती ?
आपतो पराने स्टाइल में लिखते रहे हमें तो इसे ही पढने में मजा आता है |
ताऊ जी की सारी पलटन को नये साल की नयी सुबह की राम राम.
ReplyDeleteअमेरिका रिटर्न हीरामन!
इतने प्यारे गेटअप में हीरामन को देख कर बहुत प्रसन्नता हुई.
ब्लॉग भविष्य एक नया आइडिया मनोरंजक लगा.हर तरह के रंग बिखरे मिले.
हीरामन के लिए 'एक गीत याद आया -
'हंसते हंसते कट जाए रास्ते,
जिंदगी यूँ ही चलती रहे'
खुशी मिले या गम, बदलेंगे ना हम ,
दुनिया चाहे बदलती रहे'
नव वर्ष की शुभकामनाए!
लो जी..सब लोग मिल कर हमारे ही पेट पर लात मारने पे तुले हैं...पूरा एक साल लगा कर तो इत्ती मुश्किल से हमने ये दुकानदारी जमाईं थी...आप लोगों से ये भी देखी नहीं गई। उधर वो बाबा समीरानन्द लोगों का भविष्य बाँचने में लगे हैं ओर अब ये नई मुसीबत हीरामन आ गया....भाई विनती है, इस गरीब को भी कुछ कमा खा लेबे दो :)
ReplyDeleteसारी ताऊ मण्डली को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं!!!!!
ReplyDeleteआप को ओर आप के परिवार को नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाए
ReplyDeleteनए बरस पर और नई शुरुआत पर हमारी ओर से शुभकामनाएँ, प्रिय ताऊ। आपके हीरामन तोतेराम तो बहुत ही सुन्दर लगे।
ReplyDeleteक्या कहते हैं वो घणी रामराम।
नव वर्ष मंगल मय हो.
ReplyDeleteबहुत रोचक . नया वर्ष गटक गटक के खूब मनाया .हीरामन भी गजब के लग रहे है ..... नववर्ष की शुभकामना और बधाई.
ReplyDeleteनववर्ष पर आपको हार्दिक शुभकामनाये और ढेरो बधाई
ReplyDeleteनव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !!
ReplyDeleteताऊ जी बहुत बढ़िया आगाज है नए साल का !
एक बात ने मुझे चक्कर में डाल दिया .... जैसा भविष्यफल बताया गया है - "नीले वस्त्र धारण करें...लाल शरबत पीयें."
उससे सोच में पड़ गया हूँ कि लाल शरबत दोनों टाईम पीना है कि सूरज डूबने के बाद एक ही टाईम :)
अब रही बात हिंदी की ....तो ताऊ जी आजादी के बाद सबसे ज्यादा हिंदी का सत्यानाश इन हिंदी की सेवा करने वालों ने ही किया है ! आप तो बस अपने इन्द्रधनुषी रंग में हो रही बस !
जय हिंदी....जय भारत
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ |
ReplyDeleteनये वर्ष की शुभकामनाओं सहित
ReplyDeleteआपसे अपेक्षा है कि आप हिन्दी के प्रति अपना मोह नहीं त्यागेंगे।
अपने ब्लाग लेखन को विस्तार देने के साथ-साथ नये लोगों को भी ब्लाग लेखन के प्रति जागरूक कर हिन्दी सेवा में अपना योगदान दें।
आपका लेखन हम सभी को और सार्थकता प्रदान करे, इसी आशा के साथ
डा0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर
जय-जय बुन्देलखण्ड
ताऊ,
ReplyDeleteपिछले साल तो आपने अपने ब्लॉग को नंबर १ पर लाकर हिन्दी ब्लॉग जगत में क्रान्ति ला दी थी, इस साल आपसभी भारतीय भाषाओं के ब्लोगों में सर्वप्रथम आयें यही मंगल कामना है!
सपरिवार आपको, और आपके सभी भतीजे-भतीजियों को नववर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ!
कौन पर भड़क गये हो भाई??
ReplyDeleteवो तो फतवा हमने भी पढ़ा था..आप भड़क गये तो फिर तो फतवा सफल रहा.
आप भी कहाँ की लगाये हो..इत्मिनान से खिलाईये. बेहतरीन भविष्य फल बांचे हैं, मजा आ गया.
खटक भैरू मंत्र का जाप कर रहा हूँ. :)
ReplyDeleteअब तो लगोटानन्द भी नेट जगत के मैदान में खासे दौड़ रहे है .सबको भभूति भिजवा रहे है . नेट जगत में अब तो अच्छे खासे बाबाओं की लम्बी जमात खड़ी हो गई है......हर कोई चमीटा भभूति प्रसाद लेकर दौड़ रहा है और सबको आशीर्वाद फ्री में बाँट रहे है .. ताउजी ये सब आपका ही तीन पांच है हा हा हा हा हा हा हा हा
ReplyDeleteअब तो लगोटानन्द भी नेट जगत के मैदान में खासे दौड़ रहे है .सबको भभूति भिजवा रहे है . नेट जगत में अब तो अच्छे खासे बाबाओं की लम्बी जमात खड़ी हो गई है......हर कोई चमीटा भभूति प्रसाद लेकर दौड़ रहा है और सबको आशीर्वाद फ्री में बाँट रहे है .. ताउजी ये सब आपका ही तीन पांच है हा हा हा हा हा हा हा हा
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