ताऊ शनीचरी पहेली के दुसरे राऊंड के अंक आठ में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं.
कुछ लोगों का सुझाव था कि हिंट फ़ोटो की बजाये उस राज्य के बारे मे इशारा करके भी दिये जाने चाहिये. इस बारे मे हमने रामप्यारी को कह दिया है कि अगर ज्यादा दिक्कत रहे तो वो एक पोस्ट लिख कर आपको इस तरीके से भी हिंट देने की कोशीश करेगी. यह अभी ट्रायल के तौर पर इस अंक से करके देखते हैं. अगर सफ़ल रहा तो यह तरीका भी अपनाया जा सकता है.
आपके सुझावों का हमे सदैव ही इंतजार रहता है. आपकी राय हमारे लिये महत्व पुर्ण है. कृपया अपनी राय अवश्य देते रहिये.
इस पहेली के भी नियम पुर्ववत ही हैं. क्ल्यु आपको रामप्यारी के ब्लाग से मिलेगा. जो आप यहां चटका लगा कर भी जा सकते हैं. या साईड बार की उसकी फ़ोटो पर चटका लगा कर भी जा सकते हैं. उसके ब्लाग पर साईड बार मे आप क्ल्यु की फ़ोटो पर चटका लगा कर वापस यहां आ सकते हैं.
यहां साईड बार के सूचना पटल पर भी नजर डाल कर देखते रहियेगा.
जैसा की आप जानते हैं कि दिलचस्प टिपणी खोज कर विदुषक के तीन खिताब हमारे नये सदस्य हीरामन देते हैं. अत: टिपणि को भी आप मनोरंजक शब्दों से लिखें
कृपया मुख्य पहेली और रामप्यारी का जवाब अलग अलग टिपणी मे देवें. क्योंकि इससे जवाब बनाने मे आसानी रहती है. और नम्बर देने मे भी गलती की संभावना नही रहती. पिछली पहेली मे श्री तरुण के साथ ऐसा ही हुआ. उनका संदेश आने के बाद गलती दुरुस्त की गई. एक ही टीपणी मे दोनो जवाब रहने से कई बार दुसरे जवाब के नम्बर देना छूट जाते हैं.
और कई बार हम आपका जवाब प्रकाशित दिन मे ही करना चाहते हैं पर दुसरा जवाब उसमे रहने से विवशता हो जाती है. अत: निवेदन है कि इस बार इस बात का ध्यान रखें.
आईये अब आपको आज की पहेली की तरफ़ ले चलते हैं.
अब रामप्यारी का विशेष बोनस सवाल : - ३० अंक के लिये
नमस्ते आंटियों, अंकलों और दीदीयों. अब मेरी स्कूल की छुट्टियां अगले सप्ताह से लग जायेंगी. बस फ़िर तो मौजा ही मौजा…. आपको मालूम है? एक दिन हमारी मैथ्स वाली टीचर नही आई तो उनकी जगह मैथ्स की क्लास लेने म्युजिक वाली टीचर आगई. अब क्या बताऊं? मुझे हंसी तो खूब आई. पर आप तो जानते ही हो कि अब इन टीचरों से कौन उलझे? ताऊ की भाषा मे चाहे जब एक दो कान के नीचे इनिशियल ऎडवांटेज दे देती हैं. अब टीचर जी ने आते ही रोब गांठना शुरु किया. भूरी को बोली – २ का टेबल सुनाओ… मोहन ३ और ४ कितने होते हैं?..बस ऐसे ऐसे सीधे सवाल..सब बच्चों ने बिल्कुल सही सही जवाब दे दिये. अब टीचर तो मुझे हंसता देखकर मुझसे कोई कडक सवाल पूछने के चक्कर मे थी. सो वो मुझसे बोली - रामप्यारी खडी हो जाओ. लो ये रामप्यारी खडी होगई..मैने मन ही मन कहा..करलो क्या करोगी..रामप्यारी का. टीचर बोली – रामप्यारी ये बताओ कि तुम्हारे ताऊ के पास कितनी भेडे हैं? मैने कहा – कभी गिनी नही..पर बहुत सारी हैं. अब टीचर बोली – मानलो तुम्हारे पास बाडे मे एक सौ भेडे हैं और रात को उनमे से दस भेडे बाऊंड्री फ़ांद कर चली गई तो पीछे बाडे में कितनी भेडे बचेंगी? अब मैने जवाब दिया - यानी कि टीचर आपका तो दिमाग ही खराब है. बस मैने इतना कहा था कि टीचर का तो दिमाग सच मे ही खराब हो गया…और डंडा ऊठाकर मेरी तरफ़ दौडी और जोर से चिल्ला कर बोली – रामप्यारी …जबान लडाती है…बात करने की तमीज नही है तेरे को? सवाल का जवाब आता नही और बदतमीजी करती है. आज तेरी शिकायत मैं ताई से करूंगी. चल बैंच पर खडी हो जा. नालायक कहीं की. अब डंडा उसके हाथ मे था तो रामप्यारी क्या करती? रामप्यारी चुपचाप बेंच पर खडी हो गई. अब टीचर ने सोहन से पूछा – सोहन इस सवाल का जवाब तुम दो. सोहन बोला – टीचर ९० भेडे बचेंगी. टीचर बोली – वैरी गुड..सोहन..यु आर जिनियस. और मेरी तरफ़ देख कर बोली – देखा रामप्यारी इसे कहते हैं इंटेलीजेंट स्टूडेंट..यु फ़ूल.. मैने कहा – टीचर ये सोहन का जवाब गलत है..वहां पर एक भी भेड नही बचेगी. अब टीचर के साथ सारी क्लास के बच्चे हंसने लगे. टीचर बोली – रामप्यारी य़ु आर अ ग्रेट फ़ूल.. मैं बोली – मैडम जी..रामप्यारी कोई फ़ूल वूल नही है. तुमको कुछ मालूम नही है. जिंदगी का गणि्त जरा अलग चलता है. आप दस भेडे जाने की बात करती हैं..लगता है आप ताऊ की भेडों को जानती नही हैं. पर मैं उनको अच्छी तरह जानती हूं. कई बार ताऊ के साथ उनको चराने जंगल में जाती हूं. .अगर ताऊ की एक भेड भी बाडे की दीवार फ़ांद कर बाहर निकल गई तो पीछे पीछे सारी निकल जायेंगी…वहां एक भी नही बचेंगी…अब रामप्यारी आपकी क्लास मे नही पढेगी…ऐसी झूंठी सच्ची शिक्षा बच्चों को देती हो? जयरामजी की. अब टीचर और बच्चे सबको सांप सूंघ गया. खैर फ़िर हिंदी वाली टीचर आगई. अब आप जानते हो कि हिंदी मे तो मैं माहिर हूं.. अब टीचर ने आते ही बोला – बच्चो कल का सवाल याद कर लाये? अरे बाप रे..मैं तो भेड वाले सवाल मे इसका जवाब ही भूल गई….अब आप के पास मेरा मोबाईल नम्बर तो है ही जरा सही जवाब याद करके मुझे SMS कर देना…वर्ना आज मेरी पिटाई पक्की है. सवाल ये था - हिंदुओं की धार्मिक मान्यता के अनुसार सात व्यक्ति ऐसे माने जाते हैं जिनकी कभी मृत्यु नही होगी. इन सप्त चिंरंजिवीयों के नाम बताईये. अब मुझे सात की जगह आठ नाम दिमाग मे आ रहे हैं वो पिछले पिरियड की टीचर ने मेरा दिमाग खराब कर दिया. अब आप मुझे फ़टाफ़ट ये बताईये कि निम्न आठ मे से कौन सा एक नाम है जो इनमे शामिल नही है? यानि नीचे दिये गये नामों मे सात सही नाम है एक नाम गलत और फ़ालतू है उसे हटाना है. कौन से नम्बर का नाम हटाऊं? प्लिज..जरा मदद कर दिजिये ना…. नाम इस प्रकार हैं:- १. विभीषण २. कृप ३. परशुराम ४. हनुमान ५ व्यास ६ लक्ष्मण ७. बलि ८. अश्वत्थामा अब मैं आपको दस बजे मेरे ब्लाग पर क्ल्यु के साथ मिलूंगी..आज मेरी छुट्टी है तो मैं जरा आराम से सोकर ऊठूंगी दस बजे तक. अच्छा अब रामप्यारी की तरफ़ से रामराम. |
इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा
फतेहपुर सीकरी लगता है
ReplyDeleteरामप्यारी तेरे हिंदी वाले सवाल का क्या जबाब दे ताऊ की पहेली का जबाब खोजने में इतना दिमाग खर्च हो गया कि तेरे सवाल का जबाब देने के लिए कुछ बचा ही नहीं !
ReplyDeleteचित्र पहेली के जवाब के लिये तो काफी भ्रमण करना पड़ेगा । रामप्यारी का जवाब लिख रहा हूँ :-
ReplyDeleteदिये गये आठ नामों में लक्ष्मण चिरजीवित नहीं माने जाते ।
हाँ, एक बात कहनी थी कि इन सात चिरंजीवियों के अतिरिक्त एक और नाम इस सूची में जोड़ा जाता है- मार्कण्डेय जी का । यह प्रातः स्मरण श्लोक बहुत हद तक इसे स्पष्ट कर देता है _
"अश्वत्थामा बलिर्व्यासो हनुमानश्चविभीषणः
कृपयः परशुरामश्च सप्तेतान् चिरजीवितः ।
सप्तेतान संस्मरेत् नित्यं मार्कण्डेय् तथाष्टकम्
जीवेत वर्षशतं साग्रम् अपमृत्यु विवर्जितः ।"
रामप्यारी, रामानंद अंकल की रामायण में तो रामजी ने बलि को मारा था, असलियत का पता नहीं!
ReplyDeleteफिर भी जवाब तो बलि ही होना चाहिये।
इमामबाडा लख न ऊ
ReplyDeleteविभीषण hataa diyaa jaye
ReplyDeleteANSWER :
ReplyDeleteBara Imambara - Lucknow
रामप्यारी, सवाल का क्या जबाब
ReplyDelete८. अश्वत्थामा
हनुमान और लक्ष्मण
ReplyDeleteनाम तो सुना हुआ सा लगता है
......
पर ये बाकी सब कौन हैं ?
उत्तर प्रदेश की कोई मस्जिद तो नहीं । चित्र पहेली ने उलझा दिया है ।
ReplyDeleteपहेली का जवाब तो पता नही पर रामप्यारी ने बात पते की कही है।
ReplyDeleteकृपया यहाँ ज्ञान ना बांटे , यहाँ सभी ज्ञानी हैं :))
ReplyDeletehahaha
रामप्यारी,
ReplyDeleteयो तो म्हारी एक्स्पेर्तीज़ वाला सवाल है. लक्ष्मण जी ने तो राम जी के साथ-साथ सरयू में जल समाधि ले ली थी. बाकी सारे चिरजीवी हैं. व्यास जी को तो आप सबने भी व्यास पीठ पर देखा होगा.
भाई ताऊ ऐ के कर दिया तमने...सुभा सुभा दिमाग में घमासान चलन लाग री है... घणी जोर की... पूछो क्यूँ...न भी पूछो तो भी बताऊंगा ही...ताऊ एक दिमाग के रया की ये डीग के महल हैं जो भरत पुर के पास है... दूसरा दिमाग इसे लखनऊ का बड़ा इमामबाडा बता रया है...के करूँ...
ReplyDeleteघमासान में लखनऊ के इमामबाडे की जीत हुई ताऊ.....तो ये लखनऊ का बड़ा इमामबाडा ही है...इब आप बताओ गलत के सही?
नीरज
भाई ताऊ ऐ के कर दिया तमने...सुभा सुभा दिमाग में घमासान चलन लाग री है... घणी जोर की... पूछो क्यूँ...न भी पूछो तो भी बताऊंगा ही...ताऊ एक दिमाग के रया की ये डीग के महल हैं जो भरत पुर के पास है... दूसरा दिमाग इसे लखनऊ का बड़ा इमामबाडा बता रया है...के करूँ...
ReplyDeleteघमासान में लखनऊ के इमामबाडे की जीत हुई ताऊ.....तो ये लखनऊ का बड़ा इमामबाडा ही है...इब आप बताओ गलत के सही?
नीरज
माताजी रामप्यारी जी की जय हो. आज तो भेडों का बहुत जबरदस्त ज्ञान दिया.
ReplyDeleteआपको इस बात पर चार लड्डू भिजवा रहा हूं. बहुत गजब की पोस्ट
यह ंआण्डव का अशर्फ़ी महल है.
ReplyDeleteइनमे से कृप को छोडा जा सकता है.
ReplyDeleteविभिषण
ReplyDeleteहुमायूं का मकबरा
ReplyDeleteअश्वत्थामा
ReplyDeleteभोपाल की मस्जिद का एक हिस्सा भी हो सकता है. कन्फ़्युजिया गये अभी तो. फ़िर आते हैं.
ReplyDeleteचार मीनार हैद्राबाद
ReplyDeleteविभिषण ?
ReplyDeleteरामप्यारी की आज की पोस्ट मे गणित के सवाल हल करने को सौ नम्बर दिये जाते हैं. बहुत गजब का लिखा रामप्यारी ने.
ReplyDeletebada imambara lukhnow
ReplyDeleteहमारा दिमाग सठिया गया है.
ReplyDeleteहमारा दिमाग सठिया गया है.
ReplyDeleteरामप्यारी "लक्ष्मण" जी का नाम इस लिस्ट में से निकाल दे.......
ReplyDeleteलखनऊ में "बडा ईमामबाडा" की तस्वीर है. और उम्मीद करता हूं कि रामप्यारी शायद अब तक "भूलभुल्लैया" से बाहर निकल चुकी होगी.
ReplyDeleteताऊ जी!
ReplyDeleteमैं तो आपके भेजे हुए सवालों के जवाब बनाने में ही रह गया।
4 घण्टे के बाद आपके ब्लाग पर आया हूँ।
ताऊ शनीचरी पहेली में आपके ब्लाग पर प्रकाशित चित्र तो मुझे लखनऊ के इमामबाड़े
का ही लग रहा है।
कृपया,
लखनऊ के इमामाबाड़े पर ताला लगायें।
प्रणाम ताऊजी... मुझे तो यह दिल्ली की जामा मस्जिद लग रही है..
ReplyDeleteishidhaरामप्यारी ब्राह्मण उपनिषद् के अनुसार इन सात व्यक्तियों को अमरत्व प्राप्त है.. वेद व्यास, कृपाचार्य, हनुमान, अश्वत्थामा, बाली, विभीषण और परशुराम.. जाहिर है लक्ष्मण नाम इस सूची में नहीं है.. इसलिए तुरंत लक्ष्मण को यहां से हटा दो..
ReplyDeleteबड़ा ईमाम बाड़ा, लखनऊ...अभी नींद खुली भाई वरना तो यहाँ बचपन में खूब खेले हैं
ReplyDeleteबेटा रामप्यारी
ReplyDeleteअपनी टीचर को कह कर ’लक्ष्मण’ जी का नाम अलग करवा देना. जबरदस्ती आ गये इस लिस्ट में ताऊ से जुगाड़ लगवा कर.
लखनऊ का इमामबाड़ा
ReplyDeleteरामप्यारी के सवाल का जवाब ५. व्यास होना चाहिए....
ReplyDeleteरामप्यारी ब्यास और जामामस्जिद .....!!
ReplyDelete........उप्प्स आज भी आने में लेट हो गया...
ReplyDeleteरामप्यारी मेरे हिसाब से विभीषण होना चाहिए , बाकि पता नहीं कभी उनसे मिला नहीं तो बता नहीं सकता . हनुमान जी औए अश्वत्थामा के बारे में सुना है की बहुत लोगो ने उन्हें देखा और मिले है , बाकि राम जाने
ReplyDeleteआपके का सवाल का जवाब तो विभीषण हैं ,जहाँ तक मुझे लगता हैं ,फोटो वाला महल जयपुर के महाराजा सवाई का हैं .
ReplyDeleteताऊ ये जगह भूल भुलैया है वो भी लखनऊ की .
ReplyDeleteअब हिंट तो भूल भुल्लैया यानी उत्तर प्रदेश का है, तो जगह क्या हो सकती है.............फतहपुर सीकरी भी हो सकता है ..........हुमायों का मकबरा भी..............
ReplyDeleteलाक कर दो ..........फतहपुर सीकरी
और आठवाँ नाम है ........... बाली
अक्कड़ बक्कड़ बाम्बे बो ...
ReplyDeleteअस्सी नब्बे पूरे सौ .....
................
व्यास का नाम चिरंजीवियों की लिस्ट से
हटा दो रामप्यारी !
ये लखनऊ की भूल भुलईय्या है.
ReplyDeleteइमामबाडे पर, जहां पर इस जगह अच्छे अच्छे गच्चे खा कर गुम हो जाते है, क्योंकि इस बहु मंजिला इमारत की अंदर के दालनों की बनावट ही ऐसी बनाई है.
कई लोग तो अंदर ऐसे फ़ंसे कि पहली मंज़िल से कूद कर बाहर आने की कोशिश की.
रामप्यारी का क्ल्यु बढिया है.
हालांकि इसमें से कुछ नामों पर मतभेद हैं, मगर जो नाम हटाया जाये सबसे पहले, वह है लक्ष्मण.
ReplyDeleteलक्ष्मण ...
रामप्यारी ये तूने क्या कर दिया ?...मुझे तो दोनों में से कोई भी जवाब नहीं आता था पर ये कैसा क्लू है...तुमने तो क्लू के नाम पर एक पर्चा ही लीक कर दिया..मसीही छायावती न..न..न.. मायावती के राज में मुग़लिया वास्तुकला का ये गम जाने वाला नमूना लखनऊ के इमामबाड़े के अलावा और क्या हो सकता है..., बोनस सवाल भी लीक कर दो न, देखी जायेगी ... मेरी ओर से ढेर सारी चाकलेट (और ताऊ की ओर से डंडा..) और हाँ, एक बात और...तुमने पूछा था कि मुझे कार्टूनों के ऐसे ऐसे आइडिये कहाँ से आते हैं तो, तुम्हारी इस, केवल मेरे लिए प्रायोजित विशेष पहेली का जवाब बस इतना सा है कि मैं भी तुम्हारी ही तरह थोड़ा सा शरारती हूँ इसीलिए मुझे भी ऐसी बदमाशियां सूझती रहती हैं .-:)
ReplyDeleteलखनऊ का बड़ा इमामबाड़ा
ReplyDeleteदेर हो गयी ताऊ जी। जवाब है बड़ा इमामबाड़ा- लखनऊ, उत्तर प्रदेश । मैंने तो पहले ही कह दिया था, उत्तर प्रदेश की कोई मस्जिद है । अंदाज उस वक्त भी ठीक ही था लगभग ।
ReplyDeleteविभीषण
ReplyDeleteLal-qila (back-side)
ReplyDeleteविभीषण
ReplyDeleteकृप
परशुराम
हनुमान
व्यास
बलि
अश्वत्थामा
जामामस्जिद
ReplyDeleteइमामबाड़ा लखनऊ
ReplyDeletelaxman
ReplyDeleteताऊ
ReplyDeleteयह फोटो नहीं, पेन्टिंग है जिसे मकबूल फिदा हुसैन ने अपनी कल्पना के आधार पर प्रधान मंत्री निवास के लिए बनाया था ताकि छोटी खिड़्की से कोई घुस न पाये.
Vaise to yah lucknow ka Imambada hai, Tau.
ReplyDeleteRampyari ke jabab me Laxman.
ReplyDeleteलखनऊ भूल-भुलैया है यह ।
ReplyDeleteताऊ ये जगह जामामस्जिद है लखनऊ की
ReplyDeletekahi yah lucknow ka imambada to nahi hai????
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब अश्वव्त्थामा
ReplyDeleteयह फ़तेहपुर सीकरी है
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब विभिषण है.
ReplyDeleteइमामबाडा अलीगढ
ReplyDeleteलक्षमण होना चाहिये
ReplyDeleteताऊ मैंने 24वे नं0 पर अपनी टिप्पणी की थी।
ReplyDeleteवो कहाँ गयी।
चलो दुबारा कर देता हूँ।
यह चित्र लखनऊ के इमामबाडे
(भूल-भुलैय्या) का है।
घणी राम-राम।
कोई सी मस्जिद है. पर आज रामप्यारी का सवाल पढकर मजा आगया. शाबास रामप्यारी . क्या खूभ जवाब दिया है तूने भेड वाले सवाल का.
ReplyDeleteरामप्यारी जी को रामराम.
रामप्यारी जी का जवाब होना चाहिये लक्षमण या फ़िर विभिषण
ReplyDeleteताऊ ।
ReplyDeleteये तो लखनऊ का इमामबाडा है।
(भूल-भुलैय्या,लखनऊ)
बड़ा इमामबाड़ा, भूलभुलैया लखनऊ ।
ReplyDeleteबलि की
ReplyDeleteदे दो बलि
या अली
किसी मस्जिद की गली
नहीं है गुड़ की डली
छाछ से भी नहीं जली
बन गई है सबकी भली
बलि की
दे दी बलि।
संतन को कहा सीकरी सो काम
ReplyDeleteयही लगता है जो दिखलाया है
उस चित्र का नाम
।
hyedrabad ka char minar regards
ReplyDeleterampyari rani aaj tbiyat thik nahe hai isliye computer pr nahe baith ski. Thumahra jvab bali hona chahiye. Bye han
ReplyDeleterani ghr me bdo se dubara discuss kiya na to sub ne kha ki laxman hai. Isko hi right manna hain. Bye rani
ReplyDeleteimambada lucknow lock kiya jaye. Regards
ReplyDeleteमिल गए...मिल गए...मिल गए
ReplyDeleteसप्त चिरंजीवियों के नाम मिल गए !
रामप्यारी लक्ष्मण का नाम तुम हटा दो !
इस बार पक्का !
सप्त चिरंजीवी हैं :-
विभीषण
कृपाचार्य
परशुराम
हनुमान
वेद व्यास
बलि
अश्वत्थामा
[आठवें नंबर पर मार्कंडेय का नाम होना चाहिए]
अगली बार फिर कोई इसी तरह का लफड़ा
मत ले के आ जाना , इसलिए सप्त ऋषि
और सप्त प्रजापति की लिस्ट भी भेज रहा हूँ !
सप्त ऋषि :-
1. देव ऋषि
2. ब्रह्म ऋषि
3. महर्षि
4. परम ऋषि
5. राज ऋषि
6. कंद ऋषि
7. रुथ ऋषि
सप्त प्रजापति :-
1. महर्षि भ्रगु
2. महर्षि अंगीरा
3. महर्षि मिरिच
4. महर्षि पुलह
5. महर्षि अत्री
6. महर्षि पुलस्य
7. महर्षि केतु
TAU JI ABHI BHI MERA COMMENT PUBLISH NAHI KIYA HAI.
ReplyDeleteBHAYYA. YE TO LUCKNOW KA IMAAM-BADA HAI. ISE BHOOL-BHULLAYYA KE NAAM SE BHI LOG PUKARTEN HAIN.
TAU JI!
ReplyDeleteABHI BHI MERA COMMENT
PUBLISH NAHI KIYA HAI.
BHAYYA. YE TO "LUCKNOW KA IMAAM-BADA" HAI.
ISE "BHOOL-BHULLAYYA" KE NAAM SE BHI LOG PUKARTEN HAIN.
अरे ताऊ हमने दो बार टिप्प्णी की पर आप इसे प्रकाशित ही नहीं कर रहे हो, क्या किसी अपने वाले को जिताना है।
ReplyDeleteउत्तर - बड़ा इमामबाड़ा, भूल भुलैया, लखनऊ
या प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये आपकी साईट का मेम्बर बनना पड़्ता है।
जरुरी सूचना :- कृपया ध्यान रखें कि अभी तक ३८ टिपणियां आयोजकों द्वारा रोकी गई हैं. हो सकता है आपकी भी उनमे से हो.
ReplyDeleteपहेली का जवाब देने की समय सीमा सूबह आठ बजे तक है.
रामप्यारी के बोनस सवाल के हिंट के लिये अभी शाम को रामप्यारी ने एक पोस्ट पबलिश की है. आपको आवश्यक्ता लगे तो आप वो पोस्ट पढ सकते हैं. धन्यवाद
ताऊ बलि और लखनऊ का इमामबाडा लाक कर दें ...!!
ReplyDeleteलक्ष्मण अमर नहीं हैं।
ReplyDeletesheshnaag ke avataar to lakshman hi hain, unhone raam ke sath hi samadhi li thi, isliye jawab lakshman hi hai :)
ReplyDeleteरामप्यारी के हिंट के अनुसार (जो पूरी धरती को ही अपने सर पे धारण किये रहता है? ), शेषनाग के अवतार लक्ष्मण होना चाहिए.
ReplyDelete........अगर मेरी जानकारी सही है तो......
ये बडा इमामबाडा लखनऊ का है. शुद्ध रुप से नकलपाट्टी है आज तो ताऊ.
ReplyDeleteरामराम.
रामप्यारी तेरे ब्लाग के क्ल्यु के हिसाब से जवाब होगा लक्षमण. देखना कहीं गलत मत करवा देना. तेरा भरोसा भी नही है..भांग पी कर रहती है तू.
ReplyDeleteअश्वत्थामा बलिर्व्यासो हनूमांश्च विभीषणः।
ReplyDeleteकृपः परशुरामश्च सप्तैते चिरञ्जीविनः॥
तो हटा दो नंबर ६ लक्ष्मण को. अंततः हमने भी कुछ तो सही जवाब दिया :-)
और चित्र तो बड़ा इमामबाडा का है. लखनऊ !
ReplyDelete(केवल इमामबाडा हो तो भी इसे सही माना जाय. लेकिन मुझे बड़ा इमामबाडा ही याद आ रहा है) लगता है आज अपना दोनों जवाब सही होने वाला है :-)
मेरी इस नई नक्कल को मोहर लगाऐ सरजी
ReplyDelete(हिंदुओं की धार्मिक मान्यता के अनुसार सात व्यक्ति ऐसे माने जाते हैं जिनकी कभी मृत्यु नही होगी. इन सप्त चिंरंजिवीयों के नाम बताईये. एक नाम गलत को हटाई )
६ लक्ष्मण वो नाम है जो हटाया जाऐगा। वो कौन है जो पूरी धरती को ही अपने सर पे धारण किये रहता है? वो है शेषनाग के अवतार बलराम यानी लक्षमण।
मेरी घरवाली आज पिहर गई है अब ताऊजी तुम्हारी पहली का उतर अकल कि बजाय नकल से दे रहा हु, ठपा लगा ही देवे।
ReplyDeleteबडा इमामबाडा( भूलभुलैया)लखनाऊ -उत्तर प्रदेश
बाकी ताऊ जहॉ तक मेरी जानकारी है अश्वत्थामा का वध हुआ था। फिर भी मेरा उत्तर लक्षमणजी ही रहेगा
ReplyDeleteरामप्यारी कोई फ़ूल वूल नही है. तुमको कुछ मालूम नही है. जिंदगी का गणि्त
ReplyDeleteजरा अलग चलता है. आप दस भेडे जाने की बात करती हैं..लगता है आप ताऊ की भेडों को
जानती नही हैं. पर मैं उनको अच्छी तरह जानती हूं. कई बार ताऊ के साथ उनको चराने जंगल में जाती हूं. .अगर ताऊ की एक भेड भी बाडे की दीवार फ़ांद कर बाहर निकल गई तो पीछे पीछे सारी निकल जायेंगी…वहां एक भी नही बचेंगी…बहुत लाजवाब लिखा है. सही है जीवन का गणित अलग ही होता है. रामप्यारी को सलाम.
जरुरी सूचना :- पहेली के जवाब देने की समय सीमा खत्म हो चुकी है. जवाब तैयार होते ही आज घोषित कर दिया जायेगा.
ReplyDeleteआपके सहयोग के लिये आयोजक गण बहुत आभारी हैं. धन्यवाद.
ताऊ गर्मी के मारे वैसे ही चक्कर आ रहे है । क्यों पहेली पूछ ते हो ।
ReplyDelete