ताऊ पहेली – 27

प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरे की घणी राम राम.

ताऊ पहेली अंक 27 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. आज की पहेली की तरफ़ बढने से पहले हमारे तकनीकी संपादक श्री आशीष खंडेलवाल आपसे कुछ कहना चाहेंगे.



a.khandelwalप्रिय साथियों, आप इस पहेली आयोजन मे मुझे देखकर चौंक गये होंगे? पर मैं सिर्फ़ यह कहने आया हूं कि आज ताऊ डाट इन के लिये एक विशेष मौका है. मैं इसी दिन का इंतजार कर रहा था. आप भी सुनिये.

आज ताऊ डाट इन पर १०,००० वीं टिपणी होगी. कौन करेगा यह टिपणी? कोई नही जानता. पर जो भी यह सम्मान प्राप्त करेगा उसको ताऊजी खुद सम्मानित करेंगे.

आप टिपणी मीटर देख कर आज धोखा मत खाईयेगा. क्योंकि आज पहेली का दिन है और आज कई सारी टिपणियां अप्रकाशित भी रहती हैं. तो आज जमकर टिपणीय़ां करते रहिये. क्या पता वो दस हजारवीं टिपण्णी करने वाले भाग्यशाली आप ही हों? अब पहेली की तरफ़ चलते हैं.

-आशीष खंडेलवाल


यहां बार बार नियमों का उल्लेख ना करते हुये हम अब सीधे पहेली की तरफ़ चलते हैं. जो प्रतिभागी नये हैं वे यह पोस्ट पढ कर नियमों की विस्तृत जानकारी ले सकते हैं. क्ल्यु हमेशा की तरह रामप्यारी के ब्लाग से मिलेंगे.रामप्यारी के ब्लाग पर पहला क्ल्यु 11:30 बजे और दुसरा 2:30 बजे मिलेगा. तो आईये अब आज की पहेली की तरफ़ चलते हैं.


Main pic-paheli-27
बताईये यह कौन सी जगह है?


अब रामप्यारी का विशेष बोनस सवाल : - ३० अंक के लिये

ram-ppहाय आंटीज, अंकल्स एंड दीदी लोग.. वैरी सवीट एंड समाईली गुड मोर्निंग फ़्रोम मिस रामप्यारी…

आजकल मग्गाबाबा हम बच्चों को महाभारत की कहानियां सुना रहे हैं. तो अब मैं आपसे महाभारत का ही एक बिल्कुल सीधा सा सवाल पूछती हूं.

सवाल यह रहा ध्यान से पढिये :-

महाराज धृतराष्ट्र की कुल कितनी संताने थी?

बस होगया सवाल. है ना सीधा सा सवाल? अब कन्फ़्युजियाईयेगा नही और इस सीधे से सवाल के मिलेंगे पूरे तीस नम्बर. और कुछ कन्फ़्युजिया जायें तो रामप्यारी से पूछने मे मत शर्माना कि पहली फ़ेल रामप्यारी से क्या पूछेंगें?

अब आप मेरे ब्लाग पर पहली हिंट की पोस्ट पढ सकते हैं 11:30 बजे और दुसरी 2:30 बजे.




इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा

नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं. किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों और ताऊ साप्ताहिक पत्रिका के संपादक मंडल का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा.

अगर आपके कोई रोचक अनुभव, मजेदार किस्से कहानियां हों और उनको आप ताऊ साप्ताहिक पत्रिका के कालम "पाठकों की कलम से" में छपवाना चाहते हों तो अपनी तस्वीर के साथ कम शब्दों मे editor@taau.in को लिख भेजिये.

Comments

  1. चंडिगढ का रॉक गार्डन

    ReplyDelete
  2. ऐतिहासिक तथ्य के रूप में तो ढृष्तराष्ट्र के सौ पुत्र थे पर आज भी ज्अहां-जहां सत्ता पर अंधे काबिज हैं उन्हे धृतराष्त्र की संतान/उत्तराधिकारी ही समझो।

    ReplyDelete
  3. ये तो चंडीगढ़ का नेक चंद जी का बनाया हुआ राक गार्डन लगता है।

    ReplyDelete
  4. चंडीगढ़ राक गार्डन
    Chandigarh Rock Garden

    ReplyDelete
  5. रामप्यारी अब इतनी गर्मी में रिमझिम बारिश की जगह क्या ऊंट पटांग सवालों की बारिश कर रही हो।
    कोई भी बता देगा कि उनकी १०० संताने थी लेकिन...

    ReplyDelete
  6. रामप्यारी का जबाब

    महाराज धृतराष्ट्र की कुल १०१ संताने थी।

    ReplyDelete
  7. इतनी सरल पहेली-रामप्यारी पूछ रही है कि ताऊ-समझ नहीं आया. :)

    ReplyDelete
  8. सिर्फ मग्गा बाबा ने बताया होगा कि १०१वीं संतान दुशाला थी। और १०२वीं युयुत्सू जो कि एक सेविका और धृतराष्ट्र का पुत्र था।

    ReplyDelete
  9. इस जगह का तो नहीं पता |

    ReplyDelete
  10. रॉक गार्डन है ताऊ चंडीगढ़ का.

    ReplyDelete
  11. ताऊ, पहेली का उत्तर-राक गार्डेन चंडीगढ़

    ReplyDelete
  12. Nek Chand Rock Garden mosaic art sculpture Chandigarh, India

    ReplyDelete
  13. महाराजा ध्रतराष्ट्र के गंधारी से सौ संतानें थीं.

    ReplyDelete
  14. रामप्यारी! बड़ा मजेदार सवाल है। धृतराष्ट्र के दुर्योधनादि सौ पुत्र तो सब को स्मरण हैं। इन के अतिरिक्त एक पुत्री दुशाला है। एक पुत्र और भी है, युयुत्सु जो एक दासी से पैदा हुआ था। तो कुल हुई 102 संताने। सही है न?

    ReplyDelete
  15. म्हाँई भी सुमिरण ना हो री या ठौर, ताऊ! होव भी कश्याँ? खदी देखी ई कोनी।

    ReplyDelete
  16. Ye hai Chandigarh ka nek chand garden (Rock garden )...jise Nek Chand ne waste material se banaya hai..cups n plates ke tuite tukdon se ..

    Is it ??

    Saadar !!

    ReplyDelete
  17. Dhritrastr ke 100 santane thee ..sabhee kauraw

    Ram Ram pyari :))

    ReplyDelete
  18. बूते बनाकर रखी गई हैं. पता नहीं कहाँ का है

    ReplyDelete
  19. फिलहाल तो समझ में नहीं आया .

    ReplyDelete
  20. हां तो मैं कह रहा था कि वो संयुक्त परिवार का जमाना था, धृतराष्ट्र ५ पांडवों को भी अपना बेटा ही समझता था तो अब पहली फ़ेल गुड़िया तुम ही बताओ कुल कितने बेटे हुये नेत्रहीन राजा के?

    ReplyDelete
  21. रामप्यारी, गांधारी और धृतराष्ट्र के 100 और 1 पुत्री थे. धृतराष्ट्र का एक अन्य स्त्री से एक और युयुत्सु नामक पुत्र था, जिसने युद्घ में पांडवों का साथ दिया था...ये नक़ल मार कर दिया उत्तार कैसा रहा ?

    ReplyDelete
  22. Rock Garden, Chandigarh, is right answer for taaoo main paheli

    - yogesh kumar

    ReplyDelete
  23. ram pyari itna aasaan sawaal poocha hai dhratrastra ke 100 puter the...

    ReplyDelete
  24. rampyari questions answer is
    100 childrens known as korwas

    ReplyDelete
  25. राम प्यारी,

    बड़ा आसान सवाल पुछा.. पर लगा कि तु इतना आसान सवाल तो पुछेगी नहीं तो थोड़ी तहकिकात की गुगल बाबा की मदद से.. ज्याद कुछ मिला नहीं पर लोग कह रहे थे कि महाराज धृतराष्ट्र की महारानी गंधारी से कुल १०१ संतान थी.. १०० बेटे और १ बेटी.. लोग कहते है मुझे नहीं पता कि सच है कि नहीं पर उनका एक बेटा नौकरानी के साथ भी था...(http://www.everything2.net/title/Mahabharata)

    और थोडा खोजा तो नाम भी मिल गये ये ले..

    ये लिखे है आदि पर्व CXVII... पुरे १०२ नाम..

    1. Duryodhana
    2. Yuyutsu (नौकरानी से)
    3. Duhsasana
    4. Duhsaha
    5. Duhsala
    6. Jalasandha
    7. Sama
    8. Saha
    9. Vinda
    10. Anuvinda
    11. Durdharsha
    12. Suvahu
    13. Dushpradharshana
    14. Durmarshana
    15. Durmukha
    16. Dushkarna
    17. Karna
    18. Vivinsati
    19. Vikarna
    20. Sala
    21. Satwa
    22. Sulochana
    23. Chitra
    24. Upachitra
    25. Chitraksha
    26. Charuchitra
    27. Sarasana
    28. Durmada
    29. Durvigaha
    30. Vivitsu
    31. Vikatanana
    32. Urnanabha
    33. Sunabha
    34. Nandaka
    35. Upanandaka
    36. Chitravana
    37. Chitravarman
    38. Suvarman
    39. Durvimochana
    40. Ayovahu
    41. Mahavahu
    42. Chitranga
    43. Chitrakundala
    44. Bhimavega
    45. Bhimavala
    46. Balaki
    47. Balavardhana
    48. Ugrayudha
    49. Bhima
    50. Karna
    51. Kanakaya
    52. Dridhayudha
    53. Dridhavarman
    54. Dridhakshatra
    55. Somakitri
    56. Anudara
    57. Dridhasandha
    58. Jarasandha
    59. Satyasandha
    60. Sada
    61. Suvak
    62. Ugrasravas
    63. Ugrasena
    64. Senani
    65. Dushparajaya
    66. Aparajita
    67. Kundasayin
    68. Visalaksha
    69. Duradhara
    70. Dridhahasta
    71. Suhasta
    72. Vatavega
    73. Suvarchas
    74. Adityaketu
    75. Vahvashin
    76. Nagadatta
    77. Agrayayin
    78. Kavachin
    79. Krathana
    80. Kunda
    81. Kundadhara
    82. Dhanurdhara
    83. Ugra
    84. Bhimaratha
    85. Viravahu
    86. Alolupa
    87. Abhaya
    88. Raudrakarman
    89. Dridharatha
    90. Anadhrishya
    91. Kundabhedin
    92. Viravi
    93. Dhirghalochana
    94. Pramatha
    95. Pramathi
    96. Dhirgharoma
    97. Dirghavahu
    98. Mahavahu
    99. Vyudhoru
    100. Kanakadhvaja
    101. Kundasi
    102. Virajas

    यहां लिखे है खुद चेक कर ले..

    http://sawaal.ibibo.com/puja-and-rituals/what-names-100-sons-dhritarashtra-516927.html

    ReplyDelete
  26. अरे राम प्यारी १०० पुत्र एवम एक पुत्री भी थी कुल सन्ताने १०१

    ReplyDelete
  27. जगह चण्डीगढ़ का बगीचा लग रहा है.

    ReplyDelete
  28. धृतराष्ट्र के सौ बेटे और एक बेटी थी.

    ReplyDelete
  29. चंडीगढ़ का रोक गार्डन

    ReplyDelete
  30. रामप्यारी का विशेष बोनस सवाल:
    धृतराष्ट्र के कुल १०१ संतानें थीं. दुश्शला नाम की पुत्री और १०० पुत्र.

    ReplyDelete
  31. ताऊ आज इतने सरल सवाल क्यों पूछे हैं हमने अपने दिमाग माने कि "घुटने" पर बहुत दबाब डाला तब भी समझ में नहीं आया। आप अपने घुटने पर दबाब देकर बताओ।

    ReplyDelete
  32. कुल 101 संतानें थी, 100 पुत्र और एक पुत्री जिसका नाम शायद दुःशाला है या शान्ता है जिसका पति ही युद्ध में कृष्ण अर्जुन को बहुत दूर ले गया तब तक अभिमन्यु का वध हुआ।

    जगह तो फ़िलहाल समझ में नहीं आ रही है।

    ReplyDelete
  33. मुझे दोनों ही सवालों के जवाब नही आते ..एक का याद नही आ रहा दुसरे का पता नही.

    ReplyDelete
  34. हिंट के आने का है इंतजार
    और हम टिप्‍पणी करेंगे बार बार
    लगातार भर कर प्‍यार ही प्‍यार
    जिससे टिप्‍पणी हमारी जीत जाए
    10 हजारवीं टिप्‍पणी का पुरस्‍कार।

    हो सकता है जय हमारी ही हो
    पर पहले होती है जय
    सदा जय जयकार करने वालों की
    तो चाहें हम न हों दस हजारवें
    पर नंबर ऐसा आए कि
    धाक जम जाए
    999 या 10001
    का नंबर भी चलेगा
    पुरस्‍कार न मिले तब भी
    नजरों में तो चढ़ेगा
    सहानुभूति तो मिलेगी सबकी
    कि हाय एक ज्‍यादा या
    एक कम क्‍यों न हुई
    पर 10000वीं टिप्‍पणी दाता को
    मेरी अग्रिम शुभकामनाएं
    यदि मेरा नंबर आए तो
    खुद को दी गई शुभकामनाएं
    वापिस ले लूंगा
    पर यह मत समझना कि
    मैं कोई नेता हूं
    क्‍योंकि इस कला में महारत तो
    उन्‍हीं को हासिल होती है
    ऐसी कलाएं तो सिर्फ
    नेताओं की ही बपौती हैं।

    ReplyDelete
  35. Hi,

    This is my first visit to this site, found interesting, good work ताऊ जी!!

    ताऊ जी की पहेली का उत्तर है:

    ->जो जगह चित्र में दिखाई गयी है वह चंडीगढ़ स्तिथ "रॉक गार्डन(Rock Garden) " है.
    and
    -> धृतराष्ट्र की १०० संताने थी

    ReplyDelete
  36. यह भी तो लिख सकते हैं सिर्फ
    जय हो
    पर क्‍या तब भी गिनेंगे इसे
    10 हजारवीं
    या 999वीं या 1000एकवीं
    और यह सदी है इक्‍कीसवीं।

    ReplyDelete
  37. धृतराष्‍ट्र की संतानें 100
    पर इसमें भी कोई
    पेच तो नहीं
    जो हम घुमा न पाए हों

    जय हो।

    ReplyDelete
  38. चलिए आप तब तक डिसाइड करिए
    कि 10हजारवीं टिप्‍पणी का प्रमाण पत्र
    कैसा हो
    जय हो।

    ReplyDelete
  39. अलबेला खत्री जी से कल दिल्‍ली में हुई मुलाकात
    पवन चंदन (चौखट ब्‍लॉगस्‍वामी) भी थे साथ
    और मैं भी
    एक कार 800 भी
    कवि आदित्‍य जी की पगड़ी रस्‍म में भी हुए थे शामिल
    जो लिए थे चित्र
    अलबेला जी के
    वे नुक्‍कड़ पर लगायेंगे
    पर पहले फुर्सत तो मिले
    10हजारवीं टिप्‍पणी टिपियाने से।
    लो यह तो आगे सरक गई
    और 10हजारवीं टिप्‍पणी पीछे रह गई।
    जय हो।

    ReplyDelete
  40. लगता है सम्मान होकर रहेगा अपना भी।और रामप्यारी ये धृतराष्ट्र का क्यों बाज़ा बजाने पर उतर आई हो।ये जगह तो पता नही शायद स्कूल ही होगा।

    ReplyDelete
  41. जब हम टिप्‍पणी दे रहे थे
    हुआ चमत्‍कार
    बीच में कोई नहीं घुसा
    अर........ररररररर रे
    ये कौन हंसा

    ReplyDelete
  42. प्रिय ताऊजी,

    मेरे एक अध्यापक की आदत थी कि जरा जरा सी गल्ती पर वे या तो संटी से जम कर अपने शिष्यों को सूतते थे, या मुर्गा बना देते थे. कोई अपवाद न था.

    जम कर होमवर्क देते थे, और उसे पूरी तरह हल करना विद्यार्थी के लिये छोडिये, उसका सारा परिवार रात भर लगा रहता तो भी हल न हो पाता. अगले दिन कक्षा के सारे बच्चे मुर्गा (मुर्गेमुर्गिया !!) बना दिये जाते थे.

    इस तरह के होमवर्क जब बढने लगे तो हर शाम बच्चों का कलेजा मूँह को आने लगा. एक दिन सब ने मिल कर कुछ तय किया और घर चले गये.

    अगले दिन अध्यापक कक्षा में घुसे तो सारे के सारे विद्यार्थी पहले से मुर्गा बने खडे थे!!

    आज आपके चिट्ठे पर पहेली देख मेरी यही स्थिति है जो विद्यार्थीयों की थी. आपकी शान में एक शानदार मुर्गा पेश किया जाता है जिसके पास जवाब शून्य है!!

    सस्नेह -- शास्त्री

    हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है
    http://www.Sarathi.info

    ReplyDelete
  43. http://tbn1.google.com/images?q=tbn:7MPRmQpe-CzOKM:http://img6.travelblog.org/Photos/32110/242704

    rock garden chandigarh

    regards

    ReplyDelete
  44. Hi Rampyari..........

    Gandhari and his blind husband Dasharath have 100 sons and 1 daughter,whose name is dussala..all the sons were killed in the war..here are their names..

    SONS
    Duryodhanan
    Dussaasanan
    Dussahan
    Dussalan
    Jalagandhan
    Saman
    Sahan
    Vindhan
    Anuvindhan
    Durdharshan
    Subaahu
    Dushpradharshan
    Durmarshanan
    Durmukhan
    Dushkarnan
    Karnan
    Vikarnan
    Salan
    Sathwan
    Sulochanan
    Chithran
    Upachithran
    Chithraakshan
    Chaaruchithran
    Saraasanan
    Durmadan
    Durvigaahan
    Vivilsu
    Vikatinandan
    Oornanaabhan
    Sunaabhan
    Nandan
    Upanandan
    Chithrabaanan
    Chithravarman
    Suvarman
    Durvimochan
    Ayobaahu
    Mahabaahu
    Chithraamgan
    Chithrakundalan
    Bheemavegan
    Bheemabelan
    Vaalaky
    Belavardhanan
    Ugraayudhan
    Sushenan
    Kundhaadharan
    Mahodaran
    Chithraayudhan
    Nishamgy
    Paasy
    Vrindaarakan
    Dridhavarman
    Dridhakshathran
    Somakeerthy
    Anthudaran
    Dridhasandhan
    Jaraasandhan
    Sathyasandhan
    Sadaasuvaak
    Ugrasravas
    Ugrasenan
    Senaany
    Dushparaajan
    Aparaajithan
    Kundhasaai
    Visaalaakshan
    Duraadharan
    Dridhahasthan
    Suhasthan
    Vaathavegan
    Suvarchan
    Aadithyakethu
    Bahwaasy
    Naagadathan
    Ugrasaai
    Kavachy
    Kradhanan
    Kundhy
    Bheemavikran
    Dhanurdharan
    Veerabaahu
    Alolupan
    Abhayan
    Dhridhakarmaavu
    Dhridharathaasrayan
    Anaadhrushyan
    Kundhabhedy
    Viraavy
    Pramadhan
    Amapramaadhy
    Deerkharoman
    Suveeryavaan
    Dheerkhabaahu
    Sujaathan
    Kaanchanadhwajan
    Kundhaasy
    Virajass
    Yuyulssu

    DAUGHTER
    Dussala

    bye

    ReplyDelete
  45. मुझे तो राक गार्डन लग रहा है पंचकुला चण्डीगढ का

    ReplyDelete
  46. रामप्यारी
    धृतराष्ट्र के 101 बालक थे।
    100 छोरे अर 1 छोरी

    ReplyDelete
  47. चण्डीगढ का "राक गार्डेन" है।
    राम प्यारी जी, यदि 'कान खुजियाया' नहीं हूं तो धृतराष्ट्र सौ बेटे और एक बेटी भी थी।

    ReplyDelete
  48. प्यारी-प्यारी रामप्यारी
    पहला जवाब गलत हो गया उसे बदल दे
    धृतराष्ट्र के 99 छोरे और एक छोरी दु:शला थी।
    इस तरह धृतराष्ट्र के 100 बालक थे।

    ReplyDelete
  49. रामप्यारी के सवाल का जवाब है - 100

    ReplyDelete
  50. राक गार्डन चन्डीगढ
    शिमला जाते वक्त रास्ते में पडता है
    बाहर से देखा था, अन्दर नही गये

    ReplyDelete
  51. रॉक गार्डन चंडीगढ़ है.

    ReplyDelete
  52. रामप्यारी का जवाब: ध्रितराष्ट्र को कुल १०२ संताने थी. गांधारी से १०० पुत्र और १ पुत्री दुशाला. एक वैश्य औरत से युयुत्सु.

    ReplyDelete
  53. Ye chandigarh ka Rock Garden hai.

    ReplyDelete
  54. Raampyari, Dhritrashtra 100 putro aur 1 putri ka pita tha.

    ReplyDelete
  55. शनिवार सुबह की नमस्ते...
    रामप्यारी ने अपने ब्लॉग पर क्लू की तस्वीरें छाप दी हैं...जिनसे आज की पहेली सुलझाने में अवश्य मदद होगी..
    [१० हजारवीं टिप्पणी!किस की होगी????
    सस्पेंस जारी है.....]

    अंतिम क्लू दो पहर ढाई बजे प्रकाशित होगा...धन्यवाद.

    ReplyDelete
  56. hi rampyari

    Dhritarashtra had 101 sons and 1 daughter. 100 sons and 1 daughter were from Gandhari. There was one more son from another woman. The name of this son was Yuyutsu who sided with Pandavas in Mahabharat war. (so total 102 childrens)
    bye

    bye

    ReplyDelete
  57. ध्रतराष्ट्र के १०१ पुत्र थे....
    और ये क्या रामप्यारी तू ताऊ को समझाती नहीं है? इतनी मुश्किल पहेली पूची है...
    मीत

    ReplyDelete
  58. rampyari,
    hundred sons who were all heroes and mighty chariot-fighters, and
    - a daughter over and above the hundred, and
    - another son Yuyutsu of great energy and prowess begotten upon a Vaisya woman.'"

    so 102 in total.

    01. Duryodhanan 02. Dussaasanan 03. Dussahan 04. Dussalan 05. Jalagandhan 06. Saman 07. Sahan 08. Vindhan 09. Anuvindhan 10. Durdharshan 11. Subaahu 12. Dushpradharshan 13. Durmarshanan 14. Durmukhan 15. Dushkarnan 16. Karnan 17. Vikarnan 18. Salan 19. Sathwan 20. Sulochanan 21. Chithran 22. Upachithran 23. Chithraakshan 24. Chaaruchithran 25. Saraasanan 26. Durmadan 27. Durvigaahan 28. Vivilsu 29. Vikatinandan 30. Oornanaabhan 31. Sunaabhan 32. Nandan 33. Upanandan 34. Chithrabaanan 35. Chithravarman 36. Suvarman 37. Durvimochan 38. Ayobaahu 39. Mahabaahu 40. Chithraamgan 41. Chithrakundalan 42. Bheemavegan 43. Bheemabelan 44. Vaalaky 45. Belavardhanan 46. Ugraayudhan 47. Sushenan 48. Kundhaadharan 49. Mahodaran 50. Chithraayudhan 51. Nishamgy 52. Paasy 53. Vrindaarakan 54. Dridhavarman 55. Dridhakshathran 56. Somakeerthy 57. Anthudaran 58. Dridhasandhan 59. Jaraasandhan 60. Sathyasandhan 61. Sadaasuvaak 62. Ugrasravas 63. Ugrasenan 64. Senaany 65. Dushparaajan 66. Aparaajithan 67. Kundhasaai 68. Visaalaakshan 69. Duraadharan 70. Dridhahasthan 71. Suhasthan 72. Vaathavegan 73. Suvarchan 74. Aadithyakethu 75. Bahwaasy 76. Naagadathan 77. Ugrasaai 78. Kavachy 79. Kradhanan 80. Kundhy 81. Bheemavikran 82. Dhanurdharan 83. Veerabaahu 84. Alolupan 85. Abhayan 86. Dhridhakarmaavu 87. Dhridharathaasrayan 88. Anaadhrushyan 89. Kundhabhedy 90. Viraavy 91. Chithrakundalan 92. Pradhaman 93. Amapramaadhy 94. Deerkharoman 95. Suveeryavaan 96. Dheerkhabaahu 97. Sujaathan 98. Kaanchanadhwajan 99. Kundhaasy 100. Virajass 101. Yuyulssu * 102. Dussala
    bye

    ReplyDelete
  59. अरे राम प्यारी तू भी न डरा देती...
    मेरा पिछला जवाब गलत हो गया...
    ध्रतराष्ट्र की १०२ संताने थी १०१ पुत्र और एक पुत्री...
    मीत

    ReplyDelete
  60. आज 10हजारवीं पोस्‍ट भी हो जाए
    और पहला पुरस्‍कार भी मिल जाए
    परन्‍तु समय अधिक हो गया है
    शायद कोई पहले ही घुस गया हो।

    ReplyDelete
  61. ताऊ जी की पहेली का उत्तर है:
    रॉक गार्डन, चंडीगढ़

    साभार
    हमसफ़र यादों का.......

    ReplyDelete
  62. अब दस000वीं टिप्‍पणी में न आएं तो भी नहीं कोई गम। अब तैयारी करते हैं अपने इंटरव्‍यू की हम।

    ReplyDelete
  63. ताऊ जी, आज की पहेली तो बोहत ही आसान है...यो तो म्हारे लुधियाना के नजदीक चण्डीगड के राक गार्डन की फोटू है. लेकिन जवाब देने में आज देरी हो गई।

    ReplyDelete
  64. रामप्यारी धृ्तराष्ट्र की कुल 101 संताने थी.....100 पुत्र तथा 1 पुत्री. हालांकि अभी उस पुत्री का नाम दिमाग में नहीं आ रहा. यदि याद आ गया तो फिर बता दूंगा।

    ReplyDelete
  65. हाय राम ये क्या हो गया......?? इस पहेली का उत्तर तो सबसे पहले दे सकता था......मगर जब अल्लाह नहीं मेहरबान तो गधा कैसे पहलवान :-).....इसलिए चूक गया....और अब ब्लॉगर मन की व्यथा और अधिक बढ़ गयी है..... :-(

    साभार
    हमसफ़र यादों का.......

    ReplyDelete
  66. पहेली का उत्तर है - रॉक गार्डन ,चंडीगढ़ जिसे श्री नेक चाँद जी ने स्थापित किया

    ReplyDelete
  67. रामप्यारी के सवाल का उत्तर :- महाराज ध्रितराष्ट्र की १०२ संतानें थी । १०० पुत्र और एक पुत्री दुशाला गांधारी से हुए थे .इसके आलावा एक वैश्य महिला दासी से उनके एक और पुत्र ने जन्म लिया था जिसका नाम था युयुत्सु ,यही उनका वह पुत्र था जो कुरुषेत्र के युद्घ के बाद जीवित बचा था क्योंकि वह पांडवों के ओर था ।

    ReplyDelete
  68. रामप्यारी, धृतराष्ट्र के १०२ संतानों का भी कहीं-कहीं उल्लेख मिलता है। १०० पुत्र और एक पुत्री गांधारी से और एक अन्य पुत्र युयुत्सु जो गांधारी से नहीं था और युयुत्सु ने महाभारत युद्ध में पांडवों का पक्ष लिया था।

    ReplyDelete
  69. अरे रामप्यारी हम क्या तुझे जनगणना विभाग के कर्मचारी दिखते हैं......जो धृतराष्ट्र की संतानों का हिसाब पूछ रही हो.....वैसे संतानें जितनी भी हों हमें क्या....किसी के व्यक्तिगत जीवन में दखल देना अच्छी बात नहीं....सुधर जा.....

    साभार
    हमसफ़र यादों का.......

    ReplyDelete
  70. अरे यार तौ ये इतनी कठिन पहेली कहाँ से ढूंढ कर लाये हो...
    मिल ही नहीं रहा जवाब इस बार लगता देती की हार जायेंगे हम..
    मीत

    ReplyDelete
  71. अरे यार तौ ये इतनी कठिन पहेली कहाँ से ढूंढ कर लाये हो...
    मिल ही नहीं रहा जवाब इस बार लगता देती की हार जायेंगे हम..
    मीत

    ReplyDelete
  72. मिल गया ताऊ.... जवाब मैंने आखिर ढूंढ ही लिया...
    झरने की वजह से...
    जवाब है रॉक गार्डन चंडीगढ़...
    इसे नेकचंद गार्डन भी कहते हैं....
    नेकचंद ने १९५७ में गुपचुप तरीके से इस गार्डन को बनाना शुरू कर दिया था, अपने खली समय में यह ४० एकड़ में फैला है...
    सबसे बड़ी खासियत यह है की यह गार्डन जो घरो का कूड़ा कचरा होता है उसी से बना है...
    मीत

    ReplyDelete
  73. मैंने सोचा था की इस बार जवाब नहीं दे पाउँगा... पर... इश्वर ने जवाब ढूंढवा ही दिया...
    मीत

    ReplyDelete
  74. हस्तिनापुर के नेत्रहीन महाराज धृतराष्ट्र सौ पुत्रों और एक पुत्री के पिता थे। बाद में ये सौ पुत्र कौरव कहलाए । दुर्योधन और दु:शासन क्रमशः पहले दो पुत्र थे।


    धृतराष्ट्र की एक मात्र पुत्री का नाम दुःशला था ! जिसका विवाह सिन्धु एवम सौविरा नरेश जयद्रथ से हुआ था जिसका वध अर्जुन द्वारा कुरुक्षेत्र में अभिमन्यु वध के फलस्वरूप किया गया ।

    कुछ विशेष तथ्य :

    दुःशला के पुत्र का नाम सुरथ था।
    जब अर्जुन कुरुक्षेत्र युद्ध के बाद युधिष्ठिर द्वारा आयोजित अश्वमेध यज्ञ के परिणाम स्वरुप प्राप्त होने वाले कर (tax) को लेने सिन्धु पहुचे तो दु:शला के पौत्र से उनका युद्ध हुआ अर्जुन ने सदा दुर्योधन की बहन को अपनी बहन माना था अतः अपनी बहन के पौत्र और सुरथ के पुत्र को जीवन दान दे दिया !

    आज की आवाज

    ReplyDelete
  75. चंडीगढ़ में रॉक गार्डन का चित्र है

    ReplyDelete
  76. एक सौ संतानें
    हम यही मानें

    ReplyDelete
  77. और यह दसहजारवीं टिप्‍पणी में भाग्‍य जगाने के लिए

    ReplyDelete
  78. चंडीगढ़ का रॉक गार्डन है
    किसी ज़माने में रामप्यारी की ससुराल होती थी यहाँ पर

    ReplyDelete
  79. अरे ताऊ यह तो हमारा बचपन का जाट स्कुल है, जो रोहतक मै है. लेकिन यह फ़ोटू आप के हाथ कहा से लगी?????


    मुझे शिकायत है
    पराया देश
    छोटी छोटी बातें
    नन्हे मुन्हे

    ReplyDelete
  80. अरी राम प्यारी तो सुन इस धृतराष्ट्र के दो पुत्र थे, दुर्योधन और दु:शासन ,कहने को १०० कह लो कोन उन के नाम बतायेगा??

    मुझे शिकायत है
    पराया देश
    छोटी छोटी बातें
    नन्हे मुन्हे

    ReplyDelete
  81. राँक गाडेन चन्डीगढ

    ReplyDelete
  82. ये संयोगितागंज हाईस्कूल है. जहां हम पीटी करते थे.t

    ReplyDelete
  83. रामप्यारीजी कौरव सौ और उनकी बहन मिलाकर १०१ थे.

    ReplyDelete
  84. रॉक गार्डन चंडीगढ़ ............ और ध्रतराष्ट्र की १०० संताने थीं .................

    ReplyDelete
  85. ये जगह है राम प्यारी की ड्राइंग की कॉपी जिसमें उसे १००/१०० मिला था और साथ में वेरी गुड, ताऊ ने पहेली में वो ही छाप डाला. ये बात मुझे खुद रामप्यारी ने तीन टॉफी के बदले में बताई.

    रामप्यारी के जबाब में १०० और उसके नीचे की सारी संख्या सही जबाब, क्योंकि जिसके १०० बच्चे होगे, उसके ९० भी होंगे, ८० भी होंगे तो आज सबको तीस अंक तय, यह राम प्यारी बोनस के नाम से सैम बाटेंगे. :)

    ReplyDelete
  86. रामप्यारी १०० पुत्र ....

    ReplyDelete
  87. एक सूचना: ताऊजी के ब्लाग पर मेरी यह १०,००० वीं टिपणी आपको दिखाई दे रही होगी. पर दस हजारवीं टिपणी का सम्मान मुझे नही जाने वाला.

    क्योंकि आज मैं सुबह से ही ताऊजी की इस पहेली की टिपणीयों को देख रहा हूं कि किसकी टिपणी दस हजारवीं आती है? इस लिये मैने आज इस पहेली मे भाग नही लिया है. और ना ही कोई टिपणी मैने आज की है.

    अभी तक ताऊजी ने 80 टिपणियां रोक रखी हैं. उन्ही मे से कोई एक वह भाग्यशाली होगा जिसे यह दस हजारवीं टिपणी करने का सम्मान मिलेगा.

    इसकी घोषणा ताऊ साप्ताहिक पत्रिका के सोमवार के अंक मे की जायेगी.

    आभार

    ReplyDelete
  88. राजा ध्र्त्रराष्ट की १०५ संताने थी....१०० कौरव और ५ पांडव।

    ये तो कोई गार्ड्न सा लागे है जहां पर ऎसी मुर्तियां लगी हुई हैं।

    ReplyDelete
  89. रॉक गार्डन चंडीगढ़ ...इस जगह को तो कभी भी भुला नहीं जा सकता ..न जाने कितनी कविताये लिखी गयी है इस जगह को देख कर :)

    ReplyDelete
  90. पहेली का उत्तर है - रॉक गार्डन ,चंडीगढ़ जिसे श्री नेक चाँद जी ने स्थापित किया

    ReplyDelete
  91. rampyari
    there are so many confusion.

    answer is-
    धृतराष्ट्र के दुर्योधनादि सौ पुत्र तो सब को स्मरण हैं। इन के अतिरिक्त एक पुत्री दुशाला है। एक पुत्र और भी है, युयुत्सु जो एक दासी से पैदा हुआ था। तो कुल हुई 102 संताने।

    ReplyDelete
  92. गिनती करते समय मुझसे दासी पुत्र युयुत्सु रह गया था ...
    कृपया इसको भी भीड़ में शामिल करें !
    यानी कि एक सौ एक पुत्र और एक पुत्री !
    कुल जमा एक सौ दो !

    वैसे ताऊ जी कृपया ध्रतराष्ट्र के रजिस्टर्ड पुत्रों को ही गिना जाए .... अन रजिस्टर्ड नहीं !

    ReplyDelete
  93. श्री रंजन जी और सुश्री सीमा जी विशेष पुरस्कार के हकदार हैं आखिरकार इन लोगों ने पूरी पुत्र-सूची ही निकाल दी !

    मैं भी कई बार सोचता था कि धृतराष्ट्र के सौ पुत्रों के वास्तविक नाम क्या थे ?
    आज पहेली के माध्यम से बहुत अच्छी जानकारी मिल गयी !

    दोनों लोगों का आभार !

    ReplyDelete
  94. १०२ ??? यानि विकिपीडिया की जानकारी (१०१) गलत है... हमने तो वही से जवाब कॉपी किया था.

    ReplyDelete
  95. रामप्यारी के प्रश्न का उत्तर है:
    धृतराष्ट्र की कुल १०२ संतानें थीं......

    साभार
    हमसफ़र यादों का.......

    ReplyDelete
  96. रामप्यारी, आज लवी की मम्मी पूछ रही थीं की समीर लाल जी और ताऊ जी क्या एक ही हैं ?

    अब तुम ही बताओ...

    ReplyDelete
  97. @ सैयद अंकल : आज तक मुझे भी नही पता चला की आखिर असली ताऊ है कौन? पता चलते ही बताऊंगी.:)

    ReplyDelete
  98. एक जरुरी सूचना : आज की पहेली के जवाब देने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. अब जो भी जवाब आयेंगे उन्हे अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे.
    धन्यवाद.

    -आयोजक

    ReplyDelete
  99. ताऊ राम राम ....

    पिछली प्रोतियोगिता में व्यस्तता के कारण भाग नहीं ले पाई थी इस बार भी जवाब टीप के दे रही हूँ ....

    चंडीगढ़ का.रॉक गार्डन और रामप्यारी का जवाब .....धृतराष्ट्र के दुर्योधनादि सौ पुत्र थे इन के अतिरिक्त एक पुत्री दुशाला और एक पुत्र , युयुत्सु जो एक दासी से पैदा हुआ था।

    ReplyDelete
  100. रामप्यारी, तुम्हारी शनीचरी क्लास में हम तो अच्छे बच्चों की तरह 100, 101, 102...के कयास ही लगते रह गए लेकिन, हमसे भी होशियार बच्चों ने तो धृतराष्ट्र के सारे रामू, शामू, कल्लू, विक्की, पिंकियों के नाम याद करके भी तुम्हें सुना दिए…

    ताऊ भी, जल्दी ही 10 हज़ारवीं टिपण्णी की अन्नौंसमेंट करने वाले हैं...उम्मीद करनी चाहिए कि वो भी इसी तर्ज़ पर, दूसरे 9,999 टिपण्णीकर्ताओं के भी नाम बताएँगे :-)

    ReplyDelete
  101. चन्दिगढ का रॊक गार्डन है ये.

    ReplyDelete
  102. धृतराष्ट्र के १०० पुत्र और एक पुत्री. एक दासी पुत्र भी, अगर चले तो

    ReplyDelete
  103. TAAU
    JO UTTAR SAHEE HAI VO MERAA UTTAR HAI
    LAAO INAAM

    ReplyDelete
  104. कोई कोई १०२ संताने भी बोल रहा है तो हम भी १०२ बता देते हैं. दोनों बोल आना स्कूल में रामप्यारी.

    ReplyDelete
  105. comment itne aa chuke hain ki..hamare liye kuch bacha hi nahin

    ReplyDelete
  106. जहाँ तक मुझे लग रहा है ये चंडीगढ़ का रॉक गार्डन है! मैं ग़लत भी हो सकती हूँ पर अगर सही हुआ ताऊ जी तो इनाम पक्का है!

    ReplyDelete
  107. रामप्यारी, कल से मैं एक और गणित के बारे में सोच-सोच कर परेशान हूँ...कि अगर गांधारी और धृतराष्ट्र के 101 बच्चे थे तो इसका मतलब ये हुआ कि इन बच्चों के जन्म में कुल 909 महीने खर्च हुए. तो इस हिसाब से कुल 75.75 साल तक इनका जन्म चलता रहा, अगर गांधारी के जन्म से ही, हर 9 महीने पर एक बच्चे का जन्म मान लिया जाए तो…

    हे रामप्यारी, क्या इस सवाल में कुछ गड़बड़ नहीं है...? मेरा ख्याल है कि जिस किसी ने भी अगर अपने उत्तर में 15-20 बच्चे भी लिख दिए हैं, उसे भी, सत्य के कहीं ज्यादा नज़दीक मानते हुए, विजेता घोषित करने की संतुति तुम्हें ताउ से कर देनी चाहिए .

    ReplyDelete
  108. आप सबको पिता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ...
    DevPalmistry

    ReplyDelete

Post a Comment