होली के रंग में रंगे हुये रामप्यारे और मिस रामप्यारी दोनों ने आज इतनी भांग डकार ली कि दोनों बेसुध पडे हुये हैं. "चैन से होली मनाना है तो ताऊ की भंग पी जाईये" कार्यक्रम वाला मैं रमलू सियार ताऊ टीवी के कार्यक्रम वाह वाह ताऊ क्या लात है? में आपका स्वागत करता हूं.
मित्रों, अभी तक ताऊ टीवी की सभी सनसनी खेज खबरे और चमकाने धमकाने के काम करने वाला मैं रमलू सियार हूं. मुझे मनोरंजक कार्यक्रम पेश करने का ज्यादा अनुभव नही है अत: किसी भी गडबडी के लिये आपसे पहले ही क्षमा याचना कर लेता हूं.
वैसे कुछ ज्यादा गडबड नही करूंगा...बस कुछ फ़ोटो इधर उधर लग जायें तो ध्यान मत दिजियेगा...राज की बात यह है कि मैने भी थोडी सी भांग चढा रखी है.....
आपका समय खराब नही करते हुये अब सीधे चलते हैं "वाह वाह ताऊ क्या लात है?" कार्यक्रम में.....
आज के कार्यक्रम की शुरूआत कर रहे हैं मशहूर ब्लागर और हास्य कवि श्री दिगंबर नासवा ....आईये दिगंबर साहब ...और माईक थामकर....सर्व प्रथम जिसका जो भी सूजाना हो वह सुजा कर कार्यक्रम का जय श्री गोबर गणेश करिये.......
"वाह वाह ताऊ क्या लात है?" में कवि श्री दिगंबर नासवा
ब्लागर साथियों, "ताऊ टीवी फ़ोडके चैनल" के "वाह वाह ताऊ क्या लात है? कार्यक्रम में आते ही मुझे भंग पिला दी गई है, परंपरा के नाम पर..... मुझे मालूम होता तो मैं आने के पहले एंटी भंग डोज लेके आता...खैर होली के विभिन्न रंग लिये रचना पेश कर रहा हूं....दाद दिजियेगा...... सुनिये...
तो कविता से पहले पेश हैं तीन लाइनें ...
पिछवाड़ा है सूजा सूजा चिंता की तो बात है
बुरा न मानो भईया ये तो होली की सौगात है
ताई भी गुर्राती है अब वाह ताऊ क्या लात है
तो इब पेश है कविता या यूं कहो हमारी दास्तां ... की आपकी भौजाई के ताई
बनने से पहले क्या क्या गुल खिले थे ...
अब तो जो भी कहता हूं सारी बातें है मान रही
होली के दिन काहे बिल्लो तू हमसे अंजान रही
तेरा भाई तो गुंडों को
होली के दिन लाया था
पर मेरे यारों ने मिल कर
उनका बैंड बजाया था
रंग लगाया था उस दिन चाहे आफत में जान रही
होली के दिन काहे बिल्लो तू हमसे अंजान रही
डर न जाऊं इसी लिए मैं
भांग चढा के आया था
सबको कीचड़ पर तेरे
गालों पे रंग लगाया था
गुस्से में था ताऊ पर ताई बन के दरबान रही
होली के दिन काहे बिल्लो तू हमसे अंजान रही
ताऊ घर पे आया ओ’
मेरे अब्बू से बात करी
सब ने मिल के थप्पड़ मुक्के
लातों की बरसात करी
तुझको पाना है बस तब से तू मेरा ईमान रही
होली के दिन काहे बिल्लो तू हमसे अंजान रही
ओर अब तो वो बिल्लो दो दो बच्चों की माँ है ... वैसे ही पटाखा है ...
जैसे ताऊ के ज़माने में थी ...
भंग के सरूर में होली की शुभकामनायें ... सभी को ...
दिगंबर
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और दर्शकों अब दिल थाम के बैठिये...कहीं आपका दिल टपक ना जाये....अब प्रतियोगिता की प्रबल दावेदार...ब्लागिस्तान की मशहूर बुलबुलों की बुलबुल.....चमेलियों की चमेली.... सुश्री दिगंबरा देवी...जो आपके सामने पेश करने जा रही हैं... चमेली बाग में अपना प्रसिद्ध चमेली नृत्य.....
सुश्री दिगंबरा देवी "नाच मेरी बुलबुल" प्रतियोगिता में चमेली डांस करते हुये
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मित्रों, अभी तक आप ब्लागिस्तान की मशहूर नृत्यांनाओं.....मटका तोड डांसर सुश्री अजया देवी, बेलन तोड डांसर सुश्री रूपा देवी, चिमटा तोड डांसर सुश्री दिगंबरा देवी, दिल तोडू लठ्ठ डांस की मल्लिका सुश्री काजल देवी और चोटी तोड डांसर सुश्री सतीशा देवी के जलवे देख चुके हैं.........
कौन होगी अगली नृत्यांगना? आप कहीं भी जाये...पर दोस्तों हमारे कार्यक्रम के अगले भाग में....देखना ना भूलियेगा.......हमारी अगली प्रतियोगी .... ताजातरीन....गुलों की महफ़िलों की बुलबुल.... "..........डांस""""" की मल्लिका .....................???????
ReplyDeleteबच के रहना रे भैया-
रानी बन कर कर रही, ताई कब से मौज |
रखती है मुर्गा बना, तले कलेजा रोज |
तले कलेजा रोज , खरी खोटी पकडाती |
सोलह से तैयार, स्वयं डोली सजवाती |
धिक् धिक् यह सरकार, आज की नई कहानी |
अब आया कानून, बात यह बड़ी पुरानी |
राम राम-
सादर
अच्छी रही आज की प्रस्तुति भी ...वाह ताऊ जी क्या लात है .....यह तो ठीक है ..हम तो यह भी कहेंगे वाह ताऊ जी क्या कमर है ..नायिका की ...राम राम जी ....!!!
ReplyDeleteरमलू ने तो अपना गोबर अच्छे से किया पर उसकी रमलूली भी साथ होती तो रस दूना हो जाता :)
ReplyDeleteहोली की दुबैया सौगात
ReplyDeleteवाह वाह ताऊ क्या लात !
आज की ब्लॉग बुलेटिन ताकि आपको याद रहे - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
ReplyDeleteदिगंबर भाई भी ताऊ के चक्कर में ...??
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDelete--
मौसम होलीमय हुआ, ताऊ जी के साथ।
अच्छे-अच्छों को यहाँ, ताऊ मारे लात।।
--
आपकी पोस्ट का लिंक आज के चर्चा मंच पर भी है!
सादर सूचनार्थ!
http://charchamanch.blogspot.in/2013/03/1187.html
@सतीश जी
ReplyDeleteजब ताऊ का सुदर्शन चक्र घूमता है तो हर लोई लपेटे में आ जाता है ... हमारी क्या बिसात ...
बढ़िया प्रस्तुती मजेदार ...पता नहीं अब आगे की कड़ियों में किस किस को नचायेंगे ताऊ ?
ReplyDeleteहोली की इस रंगारंग महफ़िल में
मन की मलिनता पिघल जाए
ताकि जीवन भी हम सबका
नृत्य,संगीत भरा उत्सव हो जाए !
क्या खूब जमा... होली का रंग...होली के पहले ही... :-)
ReplyDelete~सादर!!!
इब आया मजा चमेली जान के डांस में....दिगंबरा देवी छा गई....:)
ReplyDeleteताऊ घर पे आया ओ’ मेरे अब्बू से बात करी
ReplyDeleteसब ने मिल के थप्पड़ मुक्के लातों की बरसात करी
तुझको पाना है बस तब से तू मेरा ईमान रही
होली के दिन काहे बिल्लो तू हमसे अंजान रही
ताऊ के खेल होते हमेशा अजब
होली मनाने का ये ढंग है गजब
ताऊ घर पे आया ओ’ मेरे अब्बू से बात करी
ReplyDeleteसब ने मिल के थप्पड़ मुक्के लातों की बरसात करी
तुझको पाना है बस तब से तू मेरा ईमान रही
होली के दिन काहे बिल्लो तू हमसे अंजान रही
ताऊ के खेल होते हमेशा अजब
होली मनाने का ये ढंग है गजब
ताऊ घर पे आया ओ’ मेरे अब्बू से बात करी
ReplyDeleteसब ने मिल के थप्पड़ मुक्के लातों की बरसात करी
तुझको पाना है बस तब से तू मेरा ईमान रही
होली के दिन काहे बिल्लो तू हमसे अंजान रही
ताऊ के खेल होते हमेशा अजब
होली मनाने का ये ढंग है गजब
इब आया मजा चमेली जान के डांस में....दिगंबरा देवी छा गई....:)
ReplyDeleteधीरे धीरे ताऊ की सारी टीम वापसी कर रही है, रामप्यारे और मिस. रामप्यारी भी लौट आये और आज तो रमलू सियार भी लौट आया. लगता है ताऊ टीवी फ़ोडके चैनल के दिन बदलने वाले हैं.:)
ReplyDeleteधीरे धीरे ताऊ की सारी टीम वापसी कर रही है, रामप्यारे और मिस. रामप्यारी भी लौट आये और आज तो रमलू सियार भी लौट आया. लगता है ताऊ टीवी फ़ोडके चैनल के दिन बदलने वाले हैं.:)
ReplyDeleteधीरे धीरे ताऊ की सारी टीम वापसी कर रही है, रामप्यारे और मिस. रामप्यारी भी लौट आये और आज तो रमलू सियार भी लौट आया. लगता है ताऊ टीवी फ़ोडके चैनल के दिन बदलने वाले हैं.:)
ReplyDeleteदिगंबर नासवा साहब की कविता ने रंग जमा दिया और ताऊ की शान में 420 चांद लगा दिये.:)
ReplyDeleteदिगंबरा देवी का नृत्य तो सुपर हिट रहा...कमर कुछ ज्यादा ही बल खा गई है.:)
ReplyDeleteदिगंबरा देवी का नृत्य तो सुपर हिट रहा...कमर कुछ ज्यादा ही बल खा गई है.:)
ReplyDeleteकौन होगी अगली नृत्यांगना? आप कहीं भी जाये...पर दोस्तों हमारे कार्यक्रम के अगले भाग में....देखना ना भूलियेगा.......हमारी अगली प्रतियोगी .... ताजातरीन....गुलों की महफ़िलों की बुलबुल.... "..........डांस""""" की मल्लिका .....................???????
ReplyDeleteपर अगली डांसर कौन है? ये सस्पेंस क्यों रखा? लगता है ताऊ टीवी पक्का प्रोफ़ेशनल हो चला है?
कौन होगी अगली नृत्यांगना? आप कहीं भी जाये...पर दोस्तों हमारे कार्यक्रम के अगले भाग में....देखना ना भूलियेगा.......हमारी अगली प्रतियोगी .... ताजातरीन....गुलों की महफ़िलों की बुलबुल.... "..........डांस""""" की मल्लिका .....................???????
ReplyDeleteपर अगली डांसर कौन है? ये सस्पेंस क्यों रखा? लगता है ताऊ टीवी पक्का प्रोफ़ेशनल हो चला है?
कौन होगी अगली नृत्यांगना? आप कहीं भी जाये...पर दोस्तों हमारे कार्यक्रम के अगले भाग में....देखना ना भूलियेगा.......हमारी अगली प्रतियोगी .... ताजातरीन....गुलों की महफ़िलों की बुलबुल.... "..........डांस""""" की मल्लिका .....................???????
ReplyDeleteपर अगली डांसर कौन है? ये सस्पेंस क्यों रखा? लगता है ताऊ टीवी पक्का प्रोफ़ेशनल हो चला है?
सुन्दर मनोरंजक प्रस्तुति !!
ReplyDeleteआभार !!
नाच मेरी बुलबुल
ReplyDelete:)
पिछवाड़ा है सूजा-सूजा चिंता की तो बात है
ReplyDeleteबुरा न मानो भईया ये ताई की लात है :)
वाह क्या बात है ताऊ,क्या बात है !
दिगंबर जी हास्य रस में भी लिखते हैं!होली के बहाने उनका यह राज़ भी खुल गया.रोचक!
ReplyDelete@मकरंद जी ...
ReplyDeleteअभी तक दर्द हो रिया है कमर में ... ताऊ ने ऐसो नाच नचायो ....
@दीपक जी ...
ReplyDeleteये तो ताऊ का कमाल है ... आगे आगे देखिये कौन कौन आता है ...
@गौदियाल साहब
ReplyDeleteइब उठा भी भी नहीं जा रहा .. क्या करें ...
@अल्पना जी ...
ReplyDeleteकभी कभी हाथ अजमा लेता हीं ...
अब तो हर बार आकर देखना होगा..
ReplyDeleteसुश्री समीरा जी तो नहीं ??
ReplyDeleteवाह ताऊ जी
ReplyDeleteहा हा! गरही गहरा गई इस पेचकश से/....
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