और इसके बारे मे संक्षिप्त सी जानकारी दे रही हैं सु. अल्पना वर्मा.
इस्कॉन या अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (International Society for Krishna Consciousness - ISKCON) को "हरे कृष्ण आंदोलन" के नाम से भी जाना जाता है. इसे १९६६ में न्यूयॉर्क नगर में भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने प्रारंभ किया था.

न्यूयॉर्क से शुरू हुई कृष्ण भक्ति की निर्मल धारा जल्द ही विश्व के कोने-कोने में बहने लगी. कई देश हरे रामा-हरे कृष्णा के पावन भजन से गुंजायमान होने लगे.स्वामी प्रभुपादजी के अथक प्रयासों के कारण दस साल के कम समय में ही समूचे विश्व में 108 मंदिरों का निर्माण हो चुका था!इस समय इस्कॉन समूह के तकरीबन 400 से अधिक मंदिरों की स्थापना हो चुकी है.

1997 में स्थापित राधा- कृष्ण को समर्पित यह मंदिर बंगलुरु का दूसरा सबसे अधिक देखा जाना वाले पर्यटक स्थल भी माना जाता है.मंदिर की अधिकारिक साईट के अनुसार यहाँ प्रतिदिन लगभग १० हज़ार और रविवार को करीब २० हज़ार लोग इस मंदिर में आते हैं.त्योहारों पर यह संख्या कई गुना बढ़ जाती है.
राजाजी नगर में हरे कृष्ण पहाड़ी पर स्थित यह स्थान रेलवे स्टेशन से ७ किलोमीटर और हवाई अड्डे से ३५ किलोमीटर दूर है.
बेहद खूबसूरत यह मंदिर सात एकड़ में फैले सुन्दर बाग और फव्वारों के बीच है.पूरे काम्प्लेक्स में ५ मंदिर ,मल्टी विशन theater ,अक्षय पात्र[दुनिया का सबसे बड़ा एन जी ओ संचालित वाला कार्यक्रम जिसमें स्कूली बच्चों को खाना उलब्ध कराया जाता है] ,खुला ऑडिटोरियम,आर्ट और क्राफ्ट आउटलेट ,पूर्ण शाकाहारी रेस्टोरेंट ,वेदिक पुस्तकालय ,भक्तों और आगंतुकों के रहने का स्थान आदि हैं.

'हरे कृष्ण , हरे कृष्ण ,कृष्ण कृष्ण , हरे हरे हरे राम , हरे राम राम राम , हरे हरे 'का जाप करते भक्तगण मंदिर के परिसर में दिखाई देंगे.भवन पर ५६ फीट ध्वजपताका स्तंभ और २८ फीट ऊँचा कलश शिखर स्वर्ण मंडित हैं .जो रात को रौशनी में जगमगाते हुए बेहद अद्भुत दिखाई देते हैं.

आधुनिक वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण आधुनिक सुविधाओं से युक्त इस स्थान पर वृद्ध एवं कमज़ोर व्यक्तियों के लिए एलीवेटर भी बनवाए गए हैं.कृष्ण लीला पार्क भी दर्शनीय है.भारतीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी कराये जाते हैं.

त्योहारों पर तो यहाँ की रोनक देखते ही बनती है.यहाँ का खास आकर्षण ११ दिन चलने वाला ब्रहामोत्सव है.
हर धर्म, जाति ,वर्ग या क्षेत्र के लोग यहाँ दर्शन हेतु आ सकते हैं.यहाँ आप को विदेशी पर्यटक भी बड़ी मात्रा में दिखाई देंगे.
और अधिक जानकारी के लिए आप अधिकारिक साईट पर देखें-
http://www.iskconbangalore.org/
अगली पहेली दक्षिण और पूर्वी भारत से नहीं है.
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श्री जीतेंद्र अंक 98 |
श्री Chandra Prakash अंक 97 |
श्री संजय बेंगाणी अंक 96 |
सुश्री सीमा गुप्ता अंक 95 |
सुश्री M.A.Sharma "सेहर" अंक 94 |
श्री अंतरसोहिल अंक 93 |
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श्री राज भाटिया अंक 91 |
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प. श्री. डी. के. शर्मा “वत्स” अंक 89 |
श्री Anurag Geete अंक 88 |
श्री रतनसिंह शेखावत अंक 85 |
![]() |
सुश्री रेखा प्रहलाद अंक 83 |
![]() श्री प्रकाश गोविंद श्री युगल मेहरा श्री दिलीप कवठेकर सुश्री रेखा प्रहलाद श्री Anurag Geete श्री उडनतश्तरी श्री काजलकुमार, अब अगले शनिवार को फ़िर यहीं मिलेंगे. तब तक जयराम जी की! |
अब आईये आपको उन लोगों से मिलवाता हूं जिन्होने इस पहेली अंक मे भाग लेकर हमारा उत्साह वर्धन किया. आप सभी का बहुत बहुत आभार.
बेचैन आत्मा
श्री दिनेशराय द्विवेदी
सुश्री वंदना
सुश्री आकांक्षा
श्री के. के. यादव
श्री अविनाश वाचस्पति
श्री मोहसिन
सुश्री पलक
श्री माधव
अब अगली पहेली का जवाब लेकर अगले सोमवार फ़िर आपकी सेवा मे हाजिर होऊंगा तब तक के लिये आचार्य हीरामन "अंकशाश्त्री" को इजाजत दिजिये. नमस्कार!
आयोजकों की तरफ़ से सभी प्रतिभागियों का इस प्रतियोगिता मे उत्साह वर्धन करने के लिये हार्दिक धन्यवाद. !
ताऊ पहेली के इस अंक का आयोजन एवम संचालन ताऊ रामपुरिया और सुश्री अल्पना वर्मा ने किया. अगली पहेली मे अगले शनिवार सुबह आठ बजे आपसे फ़िर मिलेंगे तब तक के लिये नमस्कार.