प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनिवार सबेरे की घणी राम राम.
विनम्र विवेदन
"रामप्यारी का बोनस सवाल 20 नंबर के लिये"
अब आप रामप्यारी के ब्लाग पर हिंट की पोस्ट सुबह दस बजे ही पढ सकते हैं! दूसरा हिंट नही दिया जायेगा.
इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा
मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
ताऊजी डाट काम
ताऊ पहेली अंक 72 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. जैसा कि आप जानते ही हैं कि अब से रामप्यारी का हिंट सिर्फ़ एक बार ही दिया जाता है. यानि सुबह 10:00 बजे ही रामप्यारी के ब्लाग पर मिलता है.
कृपया पहेली मे पूछे गये चित्र के स्थान का सही सही नाम बतायें कि चित्र मे दिखाई गई जगह का नाम क्या है? कई प्रतिभागी सिर्फ़ उस राज्य का या शहर का नाम ही लिख कर छोड देते हैं. जो कि अबसे अधूरा जवाब माना जायेगा.
हिंट के चित्र मे उस राज्य या शहर की तरफ़ इशारा भर होता है कि उस राज्य या शहर मे यह स्थान हो सकता है. अब नीचे के चित्र को देखकर बताईये कि किस का चित्र है? कौन सी जगह है? और किस शहर या राज्य में है?
ताऊ पहेली का प्रकाशन हर शनिवार सुबह आठ बजे होगा. ताऊ पहेली के जवाब देने का समय कल रविवार दोपहर १२:०० बजे तक है. इसके बाद आने वाले सही जवाबों को अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे.
और आज से रामप्यारी अपनी छुट्टियां बिता कर वापस लौट आई है. इसी अंक से रामप्यारी का बोनस सवाल शुरु होरहा है 20 नंबर का. यानि जो भी प्रतिभागी रामप्यारी के सवाल का सही जवाब देगा उसे 20 नंबर अलग से दिये जायेंगे. तो आईये अब आपको रामप्यारी के पास लिये चलते हैं.
हाय...आंटीज एंड अंकल्स...दीदीज एंड भैया लोग...गुडमार्निंग..मी राम की प्यारी रामप्यारी...छुट्टियों के बाद वापस आपके साथ आगई हूं..और पूरे 20 नंबर का सवाल पूछ रही हूं. सवाल सीधा साधा है. बस मुख्य पहेली से अलग एक टिप्पणी करके जवाब देना है. और 20 नंबर आपके खाते में जमा हो जायेंगे. है ना बढिया काम...तो अब नीचे का चित्र देखिये और बताईये की यह किस चीज का चित्र है?
इसको गूगल मे मत तलाशियेगा क्योंकि यह खुद मैने खींचा है.
इस सवाल का जवाब अलग टिप्पणी मे ही देना है. अब अभी के लिये नमस्ते. मेरे ब्लाग पर अब से दो घंटे बाद यानि 10 बजे आज की मुख्य पहेली के हिंट के साथ आपसे फ़िर मुलाकात होगी तब तक के लिये नमस्ते.
अब आप रामप्यारी के ब्लाग पर हिंट की पोस्ट सुबह दस बजे ही पढ सकते हैं! दूसरा हिंट नही दिया जायेगा.
जरुरी सूचना:-
टिप्पणी मॉडरेशन लागू है इसलिए समय सीमा से पूर्व केवल अधूरे और ग़लत जवाब ही प्रकाशित किए जाएँगे.
सही जवाबों को पहेली की रोचकता बनाए रखने हेतु समय सीमा से पूर्व अक्सर प्रकाशित नहीं किया जाता . अत: आपका जवाब आपको तुरंत यहां नही दिखे तो कृपया परेशान ना हों.
नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं. किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा. एवम इस पहेली प्रतियोगिता में आयोजकों के अलावा कोई भी भाग ले सकता है.
मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
ताऊजी डाट काम
Iron Pillar Hindu, Mehrauli, Delhi
ReplyDeleteयह अशोक का स्तम्भ है जो की बिहार के पटना में स्थित है
ReplyDeleteThe iron pillar of Delhi, erected by Chandragupta II the Great.
ReplyDeleteregards
vishnudhwaj (dillii kaa lauh stambh)
ReplyDeleteदिल्ली का अशोक स्तम्भ
ReplyDeleteदिल्ली का लौह-स्तम्भ. चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के शासन काल में बना यह स्तम्भ खुले आकाश में १६०० बर्षों से मौसम को चुनौती देता आ रहा है और धातु-विज्ञान में हमारी उत्कॄष्टता का ठोस प्रमाण है
ReplyDeleteThe Iron Pole - Loh Stambh
ReplyDeleteDelhi
An iron pillar weighing over 6 tonnes, more than 7 metres tall is constructed in a single forge and is erected on top of the Vishnupada hill (somewhere in modern central India) with sanskrit inscriptions on it in the brahmi script about the great gupta ruler Chandragupta Vikramaditya.
ReplyDeleteLater the founder of delhi, Tomar king Anangapala brings it to delhi and installs it in its current place
regards
रामप्यारी रानी आते ही इतनी अच्छी फोटोग्राफी शुरू कर दी...... very good...
ReplyDeletebye
rampyari hai to water drop ki image....
ReplyDeleteयह दिल्ली स्थित कुतुबमीनार परिसर स्थित 'लौह स्त्म्भ है'.
ReplyDeleteलौह स्तंभ, कुतुबमीनार, महरौली, नई दिल्ली
ReplyDeleteऔर इसकी विस्तृत जानकारी http://images.google.co.in/imgres?imgurl=http://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/a/a0/QutbIronInscription.jpg/180px-QutbIronInscription.jpg&imgrefurl=http://hi.wikipedia.org/wiki/%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%25AC_%25E0%25A4%25AA%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%25B0&usg=__Lm3-QuT_5f1a2COz4RZx-Y4h54Q=&h=117&w=180&sz=9&hl=en&start=2&um=1&itbs=1&tbnid=BjtRg2XtW0RoEM:&tbnh=66&tbnw=101&prev=/images%3Fq%3D%25E0%25A4%25B2%25E0%25A5%258C%25E0%25A4%25B9%2B%25E0%25A4%25B8%25E0%25A5%258D%25E2%2580%258D%25E0%25A4%25A4%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25AD%2B%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%25AC%25E0%25A4%25AE%25E0%25A5%2580%25E0%25A4%25A8%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B0%26um%3D1%26hl%3Den%26sa%3DG%26tbs%3Disch:1 यहां पर है।
ReplyDeleteशुक्र नहीं शनि है
ReplyDeleteआज कुछ तो नंबर
आएंगे अधिक
39 मिनिट तो देरी से आए हैं
सही है
भाग्य से अधिक
और
समय से पहले
कुछ नहीं मिलता।
दिल्ली स्थित लौह स्तम्भ
ReplyDelete-राजेन्द्र स्वर्णकार
कुछ ज्यादा ही आसान सवाल पूछ लिया ताऊ, में तो सोचने लगा की कठिन होगा जो ज्यादा ही सर्च मार लिया, ये भी थारो इश्टाइल जोरदार छे
ReplyDeleteयह बर्फ के नागदेवता है
ReplyDeleteपूजा करवाने के लिए निकले हैं
ध्यान से देख रहे हैं
कहीं धूप तो नहीं है
अगर हुई धूप तो
गायब हो जाएगा
इनका सारा रूप।
Colorful formation from a drop of water.
ReplyDeleteदिल्ली स्थित लौह स्तम्भ
ReplyDelete-राजेन्द्र स्वर्णकार
क़ुतुबमीनार ( दिल्ली)के पास सम्राट अशोक की लाट
ReplyDelete- राजेन्द्र स्वर्णकार
यह ताऊ की तरह मजबूत
ReplyDeleteलौह स्तंभ, कुतुबमीनार, नई दिल्ली में है।
Qutub Minar Delhi Guaranteed.
ReplyDeleteकुतुब मीनार के पास लोहे का खंबा। और बर्फ कासांप।
ReplyDeleteमिश्र धातु की लाट है जी, जो कुतुबमीनार दिल्ली के परिसर में लगी है।
ReplyDeleteराम राम
महरौली के पास कुतुबमीनार के साथ स्थित लौह स्तम्भ , दिल्ली
ReplyDeleteइसका निम्नलिखित वर्णन अदा जी की पोस्ट से कट पेस्ट कर रहा हूँ
पिछले १६०० वर्षों से आँधी, पानी, तूफ़ान, शीत और धूल का सामना कर रहा है यह स्तम्भ ..परन्तु इसपर जंग लगना या अन्य किसी प्रकार की क्षति आप लेश मात्र भी नहीं देखेंगे...यहाँ तक कि धातुकर्मी भी..इस स्तम्भ की इस गुणवत्ता से हैरान हैं...कि आखिर ऐसी क्या बात है.... कि यह स्तम्भ ख़ुद ब ख़ुद अपना संरक्षण कर लेता है...
ऐसा नहीं है कि इसमें धातु ह्रास के गुण दिखाई नहीं देते...देते हैं लेकिन यह ख़ुद ही अपना संरक्षण कर लेता है..और जंग से मुक्त हो जाता है...ठीक उसी तरह जैसे कि किसी मानव शरीर में खरोंच लग जाए और वह अपने आप ठीक हो जाए....
यह स्तम्भ ७ मीटर ऊँचा है और ६ टन वज़न का है...उत्तर भारत के गुप्त वंश (३१९-५५० इस्वी ) के समय का माना जाता है...उस समय धातु प्रसंकरण और धातु निष्कर्षण विधा बहुत उच्च कोटि की थी.... यह स्तम्भ पिटवा लौह का बना हुआ है....
इस स्तम्भ को चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य ने खड़ा करवाया था ....कहा जाता है कि इस स्थान पर एक जैन मंदिर हुआ करता था ...और यह स्तम्भ उस समय वहाँ पर स्थित जैन मैन्दिर का एकमात्र अवशेष है... इस मंदिर को क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने यहाँ क़ुतुब मीनार बनवाते वक्त तुड़वा दिया था ....उसने इस स्तम्भ की कारीगरी और लौह प्रसंकरण देख कर इसे रहने दिया था ...
लौह स्तम्भ ! कुतुब मीनार परिसर, दिल्ली ।
ReplyDeleteIron Piller at Qutub Minar, Delhi
ReplyDeleteताऊ फोटू भेजूं क्या इस लोहे के खम्भे का?
ReplyDeleteयह तो दिल्ली मेट्रो के एक निर्माणाधीन स्टेशन के पास में ही है। स्टेशन का नाम है - कुतुब मीनार।
तो जी इस जगह का नाम भी कुतुब मीनार ही होना चाहिये।
अब राज्य बताऊं? राज्य है - दिल्ली।
जिला बताऊं? जिला है - दक्षिणी जिला (अंदाजा)
महरौली का लौह स्तम्भ, चन्द्र नामक राजा का उल्लेख करता हुआ,कुतुबमीनार परिसर , दिल्ली .
ReplyDeleteकुतुब मीनार के पास स्थित अशोक स्तंभ जो चंद्रगुप्त द्वितीय की स्मृति में बनाए गए मंदिर का एक मात्र अवशेष है, जिसे कुतुब मीनार बनाने के पूर्व ध्वस्त कर दिया गया।
ReplyDeleteदिल्ली के कुतुब मीनार के परिसर में स्थित लौह स्थंभ जिसे लगभग दो हज़ार सालों में जंग नही लगा.
ReplyDeletecheeni kum ka set hai
ReplyDeleteAshok Stambh Qutub Minar Delhi
ReplyDeleteप्रथम दृष्टि में कुतुबमिनार के पास स्थित लोह स्तम्भ है. जिसमें जंग नहीं लगता.
ReplyDeleteराम प्यारी जी, यो जो दूसरा सवाल आपने फेंका हे, तो ये ऑप्टिकल इलुजन हे, अब इलुजन का क्या है कुछ भी हो सकता है, हम क्यूँ अपना कीमती अन्यूस्ड दीमाग इसमे वेस्ट करें?
ReplyDeleteDelhi ka Ashok Stambh jo ki qutub minar ke paas hai...
ReplyDeleteiae wishig pole bhi kahte hain...
kaha jata hai ki ulte hatoo ka ghera banakar ise pakdne wale ki 1 wish jarur puri hoti hai...
aour ji aye dusra waala to ji pani ka bulbula lag raha hai...pata nahi ji sahi hai ya nahi...
ReplyDeleteलोह स्तंभ, क़ुतुब मीनार दिल्ली
ReplyDeleteरे ताऊ, घना ज़ोर का झटका दिया,
ReplyDeleteVishnu Temple Udaygiri,
The iron pillar is one of the world’s foremost metallurgical curiosities. The pillar, 7.21 metre high and weighing more than six tonnes, was originally erected by Chandragupta II Vikramaditya (375–414 AD) in front of a Vishnu Temple complex at Udayagiri around 402 AD, and later shifted by Iltutmish from Udaygiri to its present location in the Qutub complex, sometime around 1233 AD.
The estimated weight of the decorative bell of the pillar is 646 kg while the main body weighs 5865 kg thereby making the entire pillar weigh at 6,511 kg. The pillar bears an inscription in Sanskrit in Brahmi script dating 4th century AD, which indicates that the pillar was set up as a Vishnudhvaja, standard of god Vishnu, on the hill known as Vishnupada in memory of a mighty king named Chandra, believed to Chandragupta II. A deep socket on the top of this ornate capital suggests that probably an image of Garuda was fixed into it, as common in such flagpoles.
यह कुतुब मीनार परिसर दिल्ली में स्थित
ReplyDeleteलोहे का स्तम्भ है!
यह दिल्ली के महरौली इलाके में है!
महरौली का लौह स्तंभ......
ReplyDeleteबस हो गया ताउ जी
ReplyDeleteआज का विजेता घोषित करिए
हमने जो पहले उत्तर दि्या था
वो सही है। इसका मतलब
अभी हिंट देखकर आ रहे हैं।
रामप्यारी की तस्वीर तो किसी बून्द का चित्र लग रहा है...बाकी राम जाने...
ReplyDeletegarud stambh delhi
ReplyDeleteदेखने में तो क़ुतुब मिनार परिसर में लगा स्तम्भ ही लग रहा है...
ReplyDeleteअशोक स्तम्भ, क़ुतुब मीनार,महरौली , दिल्ली।
ReplyDeleteवैसे इसे अशोक की लाट भी कहते हैं।
अरे रामप्यारी ये क्या लायी है ढूँढकर्………………हमें तो पता चलेगा नही………………खुद ही बता देना।
Iron Pillar – Great Ancient Indian Metallurgy
ReplyDeletehttp://www.hitxp.com/articles/science-technology/iron-pillar-ancient-indian-metallurgy/
लेट आने के ये होता है नुक्सान. कुतुब मीनार की ये लाट हम तब से देख रहे हैं जब इसके साथ सटकर लोग अपने पीछे से हाथ पकड़ने की कोशिश करते थे. तब ये जंगला नहीं था इसके चारों तरफ.
ReplyDeleteलिंक की पोस्ट नहीं खुल रही ...कुछ गड़बड़ है
ReplyDeleteताऊ, ये तो महरोली, नई दिल्ली का लौह स्तम्भ है. लाईट ने मार दिया वर्ना आज तो सौ में से पौने दो सौ मिलते.
ReplyDeleteAshok Stambh Delhi
ReplyDeleteतलवार की मूठ
ReplyDeleteसारनाथ का अशोक स्तंभ
ReplyDeleteकुतुब मीनार के पास लौह स्तंभ
ReplyDelete@गुड मोर्निंग ,मेरी स्कूल की गर्मियों की छुट्टियाँ शुरू हो गयी और मैं इसी छुट्टी मूड में हूँ,इसलिए आज मैं ने मिले जुले जवाब बाहर कर दिए हैं...: )
ReplyDelete...और हाँ मैं ने बहुत अच्छी फोटोग्राफी की है न??
loh stambh maharoli delhi
ReplyDeleteआज तो सही उत्तर भी पब्लिश कर दिये जी आपने
ReplyDeleteपानी की बूंद का चित्र है
ReplyDeleteप्रणाम
वाह भई रामप्यारी फ़ोटो ग्राफ़ी तो ऐसी ठाठ की, की है कि ताऊ बैठे माथा पीट रहे होंगे कि न जाने वो कौन सी घड़ी थी जब तुम्हें पहेली पोस्ट की फ़ोटो चुनकर लगाने को कह दिया.
ReplyDeleteऐसा पर्चा सैट किया है कि मेरे जैसे नालयक भी 100% पाएंगे आज :)
ताऊ मेरे को नही पता, लेकिन मैने रात सपने मै सुना कि अगर कोई इस स्तभ्भ को पीठ के बल पकड के दोनो हाथ की उंगलियां आपस मै मिला ले तो वो किस्मत वाला होता है,मैने भी कभी ऎसा ही किया था, यहां लेकिन अब तो चारो ओर जंगला लगा दिया है इस के
ReplyDelete@काजल अंकल रामप्यारी छुट्टी के मूड में है..यू नो?नया नया डिजिटल केमेरा गिफ्ट में ताई से मिला है न.. इसलिए खुश हो कर सब को ईज़ी वाली फोटो पहेली में दी है...
ReplyDeleteआप को सीक्रेट बताऊँ?मेरे वाले सवाल का तो जवाब नहीं दे पा रहे सब लोग मालूम?
रामप्यारी का जबाब:
ReplyDeleteपानी के टब में पानी की बूँद की तस्वीर...
(जिसने भी फोटो खींची है, बहुत बढ़िया)
दिल्ली का अशोक स्तंभ है | कभी वंहा जा के तो नहीं देखा लेकिन चीनी कम फिल्म में देखा था |
ReplyDeleteहमेशा की तरह आते और लौट जाते... अशोक सतम्भ को भी वैसे ही देखा अनदेखा किया लेकिन फोटोग्राफी लाजवाब लगी सो तारीफ़ करने रुक गए...
ReplyDeleteगर्मी का मौसम है... पानी की बूँदें खूबसूरत ..शायद रात के वक्त पीली रोशनी में
अशोक स्तम्भ, महरौली, दिल्ली।
ReplyDeleteधन्यवाद,
रामराम।
IRON PILLAR QUTUB MINAR, DELHI.
ReplyDelete"RAM"
दिल्ली के कुतुब मिनार के परिसर में स्थित अशोक स्तंभ।
ReplyDeleteऊ दूसरा चित्तर नकली है दुबलीकेट
ReplyDeleteआईरोन पिल्लर है जिसे तोमर राजा अनंगापला दिल्ली में स्थापित किए थे !
ReplyDeleteकुतुब मीनार के पास स्थित अशोक स्तंभ, दिल्ली
ReplyDeleteअपने सामने सदियों को गुज़रते देखता, यह है "अशोका स्तम्भ" जो दिल्ली के महरौली इलाके में स्तिथ...विश्व विख्यात मीनार- क़ुतुब मीनार के आहाते में ... बिना जंग खाए पिछले लगभग सोलह सौ सालों से अडिग खडा है !
ReplyDelete( पर यह क्या...आज तो सही जवाब भी नज़र आ रहे है...कुछ पालिसी बदल दी या हमारा जवाब गलत है, ताऊ ? )
राम प्यारी तेरा जवाब ......
ReplyDeleteयह है ..."कोरा कागज ...."
ताऊ तेरी मौज सै इतउत फोटू खींच
ReplyDeleteनीम तलै सै 'मौदगिल' दोनूं आंख्यां मींच
लाट का के सै रौला
खाट का कर ले रौला
कुव्वतुल इस्लाम मस्जिद के आँगन में (क़ुतुब मीनार परिसर, देहली) स्थित लोहे का खम्बा जिसमें जंग नहीं लगता.
ReplyDeleteलौह स्तम्भ, कुतुब मीनार परिसर, दिल्ली
ReplyDeleteविदिशा (मध्य प्रदेश) में स्थित हेलियोदोरस का स्तम्भ !!
ReplyDeleteकहीं ना कहीं पढ़ा तो है, पर इस समय याद नहीं आ रहा.
ReplyDeleteविदिशा, म. प्र. का हेलियोदोरस स्तम्भ.
ReplyDeleteइत्ते कठिन सवाल क्यों पूछते हो ताऊ जी...
ReplyDeleteलौह स्तंभ, कुतुबमीनार, महरौली, नई दिल्ली
ReplyDeleteसूचना :-
ReplyDeleteइस पहेली पर जवाब देने का समय समाप्त हो चुका है. अब जो भी सही जवाब आयेंगे उन्हें अधिकतम ५० अंक दिये जा सकेंगे.
एवम जवाबी पोस्ट मे उनका नाम शामिल किया जाना पक्का नही है.
सभी प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन के लिये हार्दिक आभार.
-आयोजनकर्ता
..Tab to ham pichhe hi rah gaye !!
ReplyDelete