हैल्लो एवरीवन...हाऊ आर यू? कोई बात नही जी, आप जैसे भी होंगे आज तो भंग-भवानी के नशे में अंटाचित ही होंगे...जैसे मैं हूं...असल में ताऊ का हीरामन जिम कार्बेट पार्क की सैर को निकल गया, होली की छुट्टियों में, तो ताऊ पहेली - 63 के रिजल्ट की जिम्मेदारी मुझे दी गई है...आप पूछेंगे की संतू जी...ताऊ पहेली मे और भी लोग थे...खुद ताऊ..अल्पनाजी और रामप्यारी जी? फ़िर आप क्युं कष्ट ऊठा रहे हैं?
तो हे भंगेडियों..आप मेरी कथा ध्यान लगाकर श्रवण करिये...आपका होली का नशा भी उतर जायेगा और आपके सब पाप ताप नष्ट होजायेगें. मैं आपको सबसे पहले तो ताऊ पहेली टीम के ही हाल चाल बताऊंगा..कि उनके क्या हाल हैं और उसके बाद मैं आपको पहेली के विजेता आदि की पूरी जानकरी दूंगा..
वैसे बता दूं कि मुझे भी भांग के नशे का झौंका अब भी आता है..सो आप मेरी सब बातों को यानि उपर से नीचे तक लिखी बातों को अपनी जिम्मेदारी पर ही सच या झूंठ मानें...मैं या ताऊ पहेली टीम इसके लिये जिम्मेदार नही होगी. और ताऊ को तो दोष देना ही मत. क्युंकि ताऊ की भैंस चंपाकली गायब होगई है...और ताऊ लठ्ठ लिये घूम रहा है उसको ढूंढने के लिये...ताऊ का दिमाग खराब होगया है इसके चलते.
तो अब मैं आपको प्रेम पुर्वक आज का होली प्रवचन सुना रहा हूं....यानि रिपोर्टिंग शुरु कर रहा हूं. सबसे पहली और ताजातरीन खबर तो यह है कि अल्पना जी ने अब ताऊ पहेली से किनारा कर लिया है....आप खुद उनके मुंह से ही सुन लिजिये.....
दुसरी खबर...अब अल्पना जी के ताऊ पहली से रामराम करने के बाद रामप्यारी जी ने भी ताऊ पहेली से किनारा कर लिया है. और सन्यास लेकर समीरानंद आश्रम चली गई है.
और जबरदस्त खबर यह है कि अब ताऊ पहेली से अल्पना जी और रामप्यारी के किनारा कर लेने के बाद ताऊ का दिमाग खराब हो गया है. और आग में घी का काम यह हुआ कि ताऊ की भैंस चंपाकली को कोई ले उडा है. इस बात से ताऊ को बहुत सदमा लगा है. ताऊ लठ्ठ कंधे पर रखकर भैंस को ढूंढने निकला है. कुछ लोगों ने बताया कि ताऊ को आगरा की तरफ़ जाते देखा गया था. शायद पागल हो चुका है और उसकी पागलपन की हरकतें देखते हुये इलाज के लिये लोगों ने पकडकर उसको अस्पताल-ए-पागल आगरा में भर्ती करवा दिया है.
ताऊ जैसे खतरनाक पागल से छुटकारा मिलने पर आज ब्लागजगत मे भी खुशियां मनाई गई और मिठाई बांटी गई. ब्लाग जगत मे अब लोगों ने चैन की सांस लेना शुरु कर दिया है. और नियमित ब्लाग लेखन शुरु कर दिया है. लोगों का ऐसा कहना है कि अब ब्लाग जगत को रमलू सियार के आतंक से भी छुटकारा मिल जायेगा और शेरू महाराज अब चैन के साथ बंशी बजा सकेंगें.
वैसे ताऊ से मेरी बात हुई थी. ताऊ ने इस षडयंत्र में राज भाटिया जी, सतीश सक्सेना जी और खुशदीप सहगल के शामिल होने का संदेह व्यक्त किया है और सीधा आरोप भी लगाया है. ताऊ का कहना था कि राज भाटिया जी का अभी भारत आना सिर्फ़ इसी वजह से हुआ है और अजयकुमार झा जी, और अविनाश वाचस्पति जी को बहका कर इसे ब्लागर मिलन का नाम दिया गया जबकि वहां एक उंचे लेवल का षडयंत्र रचा गया था. और कई लोगों ने इसका नोटिस भी लिया था. पर उनकी बात हवा में उडा दी गई!
और आईये अब आपको ताऊ पहेली 63 के विजेताओं से मिलवा दूं. फ़िर अगली पोस्ट में समस्त प्रतिभागियों से मिलवा दूंगा....
श्री प्रकाश गोविंद अंक 101 जली को आग कहते हैं बुझी को राख कहते हैं ,
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श्री उडनतश्तरी अंक 100 रूप कंचन लेप का कमाल, |
श्री श्यामल सुमन अंक 99 कलम उठी तो गीत बन गए, हाथ बढे तो मीत बन गए! |
सुश्री पारुल अंक 98 स्वर लहरी गुलज़ार हुई! |
श्री ललित शर्मा अंक 97 मूछें हो तो ललितानंद जैसी! |
श्री अजयकुमार झा अंक 96 हम बोलेगा तो बोलोगे कि बोलता है!
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श्री रजनीश परिहार अंक 95 देखनें में भोला है दिल का सलोना! |
श्री रंजन अंक 94 'आदि के पापा ' हैप्पी बड्डे… |
डा.रुपचंद्रजी शाश्त्री "मयंक, अंक 93 'कम्प्यूटर मेरा साथी ,बुढ़ापे की लाठी!' |
डॉ. मनोज मिश्र अंक 92 मिस्टर कूल ! |
श्री दीपक मशाल अंक 91 जरुरत है जरुरत है एक श्रीमती की , कलावती की! |
प. डी.के. शर्मा "वत्स" अंक 90 धर्म कर्म विज्ञान तर्क संग परोसे जाएँ , ब्लॉग जगत में ढूंढ लो इन सा मिल नहीं पाए! |
श्री संजय बेंगाणी अंक 89 जहाँ तेरी ये नज़र है ,मेरी जाँ मुझे ख़बर है! |
श्री एम वर्मा अंक 88 मैं चुप हूँ! |
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सुश्री सीमा गुप्ता अंक 86 तुम न जाने किस जहाँ में खो गए! |
श्री दिगम्बर नासवा अंक 85 बड़ी दूर से आता हूँ,प्यार का तोहफा लाता हूँ! |
श्री मो सम कौन? अंक 84 'जीना सीखा अभी अभी ' |
श्री रतन सिंह शेखावत अंक 83 -'ठाकुर साहब की बात की कुछ ओर है!' |
श्री अभिषेक ओझा अंक 82 सैर कर दुनिया की गाफिल!
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श्री चंदन कुमार झा अंक 81 गुलमोहर का फ़ूल जरुर खिलेगा दोस्त! |
श्री यशवंत मेहता “फ़कीरा” अंक 80 चल चला चल! चल चला चल… ब्लाग के उस पार…… |
सुश्री रेखा प्रहलाद अंक 79 जले भगोने जले पतीली,भूल सभी मैं बूझूं पहेली ! |
आईये अब आपको मैं बाकी के प्रतिभागियों से मिलवाता हूं जिन्होने इस होली पहेली में भाग लेकर हमारा उत्साह बढाया……
(क्रमश:)
रामप्यारी साध्वी हो गई..
ReplyDeleteहमारा रुप ही बदल गया..
रुप कंचन के कमाल से..
बाकी सब भी बदले बदले नजर आते हैं...
हाय!! दुनिया कितनी भी बदल जाये
लेकिन
संजय बैंगाणी आजकल हर बार
विजेताओं की लिस्ट में नजर आते हैं.
-वो काहे नहीं बदलते!!
प्रकाश भाई को बहुत बहुत बधाई...
सबके साथ एक लाईना जबरदस्त रही..अच्छी मेहनत की गई है..बधाई.
वाह ये लगा कि होलीनुमा पोस्ट भांग खाने के बाद बुरा न मानो होली के मूड में लिखी गई है। :)
ReplyDeleteसभी विजेताओं को होली की राम-राम
ReplyDeleteशास्त्री जी तो गजब ही ढा रहे हैं इस रुप मे,
हा हा हा हा-होली की भांग अभी उतरी नही है।
Taauji Ramram,
ReplyDeleteha ha ha bahut maza aaya vijetao se mil kar ....sabhi ko badhai!
प्रकाश गोविन्द जी को बधाई!
ReplyDeleteअरे बाह ताऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊ!
हमारे समेत न जाने कितनों का
लिंग परिवर्तन कर दिया आपने तो!
ये भंग की तरंग बहुत बढ़िया रही!
शुभकामनाओं सहित-
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक"
आप की पहेली भी आखिरकार होलिया गयी ताऊ,
ReplyDeleteजब आपकी भैस इतनी माडर्न और खूबसूरत है तो औरो का क्या?
अल्पना जी नें आपसे नाता तोड़ लिया ,हा-हा-हा-हा-?
ये रही भंगियाई खबर .
haha...atii cute andaaz vejetaaon ko aur sabhee ko darshane kaa....sabhee hloi ke rang main dube mast lag rahen hain...:)))
ReplyDeleteTaauji kahe dubla gayen hain..??itne patle kyun dikhaye ??
sabhee mitron ko namaskaar !!
प्रकाश गोविन्द जी को बधाई!
ReplyDeleteवाह वाह सब के बदले हुये रूप कमाल हैं। बहुत अच्छी लगी ये पोस्ट । राम राम
आदरणीय प्रकाश जी सहित सभी विजेताओ को हार्दिक बधाई. सभी विजेताओं के ये नये नये रूप देखकर बस बहुत अच्छा लगा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा ताऊ जी तुस्सी ग्रेट हो.....
ReplyDeleteregards
hehehe...aapka andaaz hamesha alag hota hai aur aaj bhi vaisa hi hai..
ReplyDeletemaja aa gaya!
इन मूर्तियों/चित्रों को भी
ReplyDeleteहिन्दी ब्लॉगर मंदिर में
सजाना है
पर पहले निकल आए बाहर
जो छिपा खजाना है
http://avinashvachaspati.blogspot.com/2010/03/blog-post.html
डाँडीया के चक्कर में लम्बा फटका लगा है :)
ReplyDeleteगुरू समीर की संगत में रंगत बदल गई, अपनी भी.
प्रकाश भाई को बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteताऊ जी तुस्सी ग्रेट हो.....
ReplyDeleteसंजय कुमार
हरियाणा
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
प्रकाश जी सहित सभी विजेताओ को हार्दिक बधाई.
ReplyDeleteलगता है कि अभी तक होली और भाँग का सरूर खत्म नहीं हुआ :-)
ReplyDeleteशास्त्री जी तो यूँ लग रहे हैं कि मानो दुल्हन फेरों के बाद विदाई के इन्तजार में बैठी हो :-)
अर समीर जी के लिए तो हमने शादी डाट काम पर एक विज्ञापन भी दे दिया है-----"एक सुन्दर,सुशील,कैनेडा वासी कन्या के लिए वर की तलाश है"---दो एक रिश्ते तो अभी तक आ भी चुके हैं :-)
बहुत ही बढ़िया होली पोस्ट लिखी है सन्तु जी ने!
ReplyDeleteपूरे होलिया नशे में!बहुत सुन्दर चित्र भी हैं!
***विजेताओं को इस रंग में देखना भी पसदं आया....**
सभी बहुत ही सुन्दर लग रहे हैं!
सभी विजेताओं को बहुत बहुत बधाई.
शेष रिपोर्ट कल पढने आयेंगे..
lagta hai badi tagdi bhang thi ........nasha ab tak utra nhi hai........sabhi vijetaon ko badhayi.
ReplyDeleteसंतु जी इन सभी का ऎसा कायाकल्प!!!! हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा :-)
ReplyDeleteहोली के ये रंग देखकर तो आनंद आ गया जी। वैसे ये संतू जी की गजब की फोटो लगाई है जी।
ReplyDeleteताऊ !
ReplyDeleteक्यों बदनाम कर रहे हो ताऊ, चम्पाकली पर हमारी निगाह कभी नहीं थी हमारा तो ध्यान कहीं और ही था ....यह जरूर किसी दोस्त का काम है जो तुम्हे हमारे खिलाफ भड़का रहा है, कनाडा वाले को कम ना समझो ताऊ, सुना है वे, तुमसे विज्ञापन के द्वारा जो कमाई हुई है उसे अकेले हड़प जाने से नाराज हैं ! हमें तो अपने प्रोडक्ट वाले कमरे की चाबी चाहिए थी जो तुमने देने को सफाई से मना कर दिया था मगर हमारी दोस्ती पर भरोसा रखो !
राम राम !
तुम्हारे सबसे ख़ास दोस्त
ताऊ जी, राम राम।
ReplyDeleteहम तो आड़े भी चौरासी में फ़ंसगे, बेरा न कद कटेगी यो चौरासी।
बाकी हमने आपने ताऊ पै भरोसा सै कि इंटरनेशनल लेवल का षडयंत्र भी पुंझल नी पाड़ सकदा, फ़िर भी हनुमान चालीसा पढ़्ना ना छोडिये।
राम राम
सभी पहेली धुरंधरों को जीत की बधाई और होली की शुभ कामनाएं !
ReplyDeleteभंग की तरंग ने क्या समा बाँधा है .......वाह
सारे ब्लागर्स का कायाकल्प देखकर हंसी आ रही है ! बस एक होली के मस्ती भरे गीत की कमी खल रही है !
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होली तो एक प्रतीक मात्र है -- मन के तरंग की जो कभी ख़त्म नहीं होनी चाहिए
बाकी के प्रतिभागियों से मिलने अब कल आता हूँ !
आज तो विजेताओं को पहचान पाना ही मुश्किल हो गया :) होली की फुल रंगत में
ReplyDeleteअरे ताऊ..... ताऊ की भैंस चंपाकली को तो झोटा भगा ले गया, उसे प्यार हो गया था , यह सब तेरी गलती है, ओर शक हम पर कर रहा है, वो गोरा करने वाली क्रीम के कारण यह सब हुआ, हुआ युं के जब मै अपने झोटे को रेहडे से बांध कर सीमेंट लेजा रहा था तो सामने से एक सुंदर सी भेंस गोरी चिट्टी, सुंदर सुंदर नयनो वाली आ रही थी, बस मेरा झोटा तो अड गया, बहुत समझाया कि भाई ठेके दार पेसे नही देगा, अगए समय पर माल नही पहुचाया तो, तो झोटा भाई तो पता नही केसे रेहडे से निकल कर भागा ओर बोला भटिया जी हम आप के गुलाम नही, हम तो गोरी चिट्टी चंपा के गुलाम है, ओर सारा सीमेंट भी पानी मे गिर गया, अब वो सारा खर्च तो आप को देना है,
ReplyDeleteप्रकाश गोविन्द जी को बधाई!
ताऊ जी सॊ बोरी सीमेंट का सारा पेसा भेज दे
ताऊ मन्ने थारी आधी भैंस पसंद आ गी है,.?
ReplyDeleteभेज दे
सभी विजेताओ को हार्दिक बधाई ....
ReplyDelete:) अपनी फोटो देखना तो भूल ही गया था मैं !
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