By P. C. Rampuria (ताऊ)
कम में व्यक्त बड़ा सच।
एक से एक हाईकू है सटीक ताऊ जी लाए !
वाह !! बहुत बढ़िया,सुंदर हाइकू !RECENT POST : मर्ज जो अच्छा नहीं होता.
वाह !!! बहुत बढ़िया,सुंदर हाइकू !RECENT POST : मर्ज जो अच्छा नहीं होता.
मैं तेरा ताऊ बात मेरी मान ले समझ जा तू ............:-)))
आदरणीय ताऊ , आप कैसें हैं |ब्लॉग की दो पोस्टों के बीच लम्बा अंतराल?|बहुत ही सुंदर हायकू |
ताऊ !!कहाँ से मारा माल बता दे ताऊ प्यारे कुछ गुर हमको भी सिख्लादे ताऊ प्यारे ! हाइकू कभी नहीं लिख पाए, हम तो हीर न जाने कब से मांग रही हैं हमसे !!मिलेगा जो कुछ आधा आधा होगा वादा ताऊ इतना करो भरोसा, यार पुराना !
हाथ मलने के बाद भी फिर-फिर वही करेंगे..बहुत बढ़िया कहा..
चुनाव के ऊपर बहुत सुन्दर हाइकू !नवीनतम पोस्ट मिट्टी का खिलौना !नई पोस्ट साधू या शैतान
चुनावी माहौल है ..सामयिकऔर अच्छे हायकू लिखे हैं,
एकदम सटीक और समसामयिक .....
यहां दिल्ली में तो लोकसभा से पहले , विधानसभा के चुनाव आ रहे हैं इसलिए और भी ज़्यदा सामयिक लग रहे हैं पॉंचों बंद.
बहुत बढ़िया,...सुंदर सटीक हाइकू !
:)
जनता के हिस्से हाथ मलना ही रहा है अब तक !!व्यंग्य में भी कमाल धमाल !
5.अंधी जनताये हैं चुनावी वादेहाथ मलोगेबचके रहियो आरहा है ,बुद्धिमंद।
सच
गज़ब की बात कह दि इन हाइकू में ... छोटे तीर .. घाव करें गंभीर ...
अंधी जनताये हैं चुनावी वादेहाथ मलोगेचुनाव पर बहुत बढ़िया हाइकु ...!!
गुबार उठागधे रेंकने लगेचुनावी वादे5.अंधी जनताये हैं चुनावी वादेहाथ मलोगेumdaa, vichaarniy
वाह :)
सुंदर!
वाह, सुन्दर।
बढ़िया,सुंदर हाइकू
खबरदार करते हाइकु -सावधान वो आ रहा है। पैकेज में सिर्फ वायदे ला रहा है।
आपने भी बिगुल फूंक दिया
bahut khoob tau ji.kya tikat mila apko ya abhi vaydon se hi kaam chal rha hai.
बहुत सुन्दर हाइकु ... समसामयिक़ अभिव्यक्ति !!
चुनाव आये ,सभी सेकुलर समस्वर टर्राये।
बहुत दिनों के बाद आपको पढ़ना ...अच्छा लगा सटीक लेखन
सटीक हाईकू है ....
सच को कहते व्यंग्य पूर्ण हाइकु ।
आज को देखतीअभी को मांगती जनता भोली।आपका ये नया रंग अच्छा लगा।
आभार।
क्या चटपटे हाइकु बरसाए हैं ताऊ ! वाह मजा आ गया ।
बहुत सुन्दर ताऊ !!राम राम !!
चैतुए आयेपांच साला फ़सलऐसी की तैसी3.लोकसेवकशरीफ़ों का मुखौटाआदमखोरबहुत खूब ताऊ सा !सुभान!अल्लाह !
देखन में छोटन लागे....घाव करे गंभीर...वाह......
ताऊ जी आप कहाँ हैं आजकल ? न्यू पोस्ट नही दिखी आपकी
कम में व्यक्त बड़ा सच।
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ReplyDeleteएक से एक
हाईकू है सटीक
ताऊ जी लाए !
वाह !! बहुत बढ़िया,सुंदर हाइकू !
ReplyDeleteRECENT POST : मर्ज जो अच्छा नहीं होता.
वाह !!! बहुत बढ़िया,सुंदर हाइकू !
ReplyDeleteRECENT POST : मर्ज जो अच्छा नहीं होता.
मैं तेरा ताऊ
ReplyDeleteबात मेरी मान ले
समझ जा तू ............:-)))
आदरणीय ताऊ ,
ReplyDeleteआप कैसें हैं |ब्लॉग की दो पोस्टों के बीच लम्बा अंतराल?|
बहुत ही सुंदर हायकू |
ताऊ !!
ReplyDeleteकहाँ से मारा माल बता दे ताऊ प्यारे
कुछ गुर हमको भी सिख्लादे ताऊ प्यारे !
हाइकू कभी नहीं लिख पाए, हम तो
हीर न जाने कब से मांग रही हैं हमसे !!
मिलेगा जो कुछ आधा आधा होगा वादा
ताऊ इतना करो भरोसा, यार पुराना !
हाथ मलने के बाद भी फिर-फिर वही करेंगे..बहुत बढ़िया कहा..
ReplyDeleteचुनाव के ऊपर बहुत सुन्दर हाइकू !
ReplyDeleteनवीनतम पोस्ट मिट्टी का खिलौना !
नई पोस्ट साधू या शैतान
चुनावी माहौल है ..
ReplyDeleteसामयिकऔर अच्छे हायकू लिखे हैं,
एकदम सटीक और समसामयिक .....
ReplyDeleteयहां दिल्ली में तो लोकसभा से पहले , विधानसभा के चुनाव आ रहे हैं इसलिए और भी ज़्यदा सामयिक लग रहे हैं पॉंचों बंद.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया,...सुंदर सटीक हाइकू !
ReplyDelete:)
ReplyDeleteजनता के हिस्से हाथ मलना ही रहा है अब तक !!
ReplyDeleteव्यंग्य में भी कमाल धमाल !
5.
ReplyDeleteअंधी जनता
ये हैं चुनावी वादे
हाथ मलोगे
बचके रहियो
आरहा है ,
बुद्धिमंद।
सच
ReplyDeleteगज़ब की बात कह दि इन हाइकू में ...
ReplyDeleteछोटे तीर ..
घाव करें गंभीर ...
अंधी जनता
ReplyDeleteये हैं चुनावी वादे
हाथ मलोगे
चुनाव पर बहुत बढ़िया हाइकु ...!!
गुबार उठा
ReplyDeleteगधे रेंकने लगे
चुनावी वादे
5.
अंधी जनता
ये हैं चुनावी वादे
हाथ मलोगे
umdaa, vichaarniy
वाह :)
ReplyDeleteसुंदर!
ReplyDeleteवाह, सुन्दर।
ReplyDeleteबढ़िया,सुंदर हाइकू
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ReplyDeleteखबरदार करते हाइकु -
सावधान वो आ रहा है।
पैकेज में सिर्फ वायदे ला रहा है।
आपने भी बिगुल फूंक दिया
ReplyDeletebahut khoob tau ji.
ReplyDeletekya tikat mila apko ya abhi vaydon se hi kaam chal rha hai.
बहुत सुन्दर हाइकु ... समसामयिक़ अभिव्यक्ति !!
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ReplyDeleteचुनाव आये ,
सभी सेकुलर समस्वर टर्राये।
बहुत दिनों के बाद आपको पढ़ना ...अच्छा लगा
ReplyDeleteसटीक लेखन
सटीक हाईकू है ....
ReplyDeleteसच को कहते व्यंग्य पूर्ण हाइकु ।
ReplyDeleteआज को देखती
ReplyDeleteअभी को मांगती
जनता भोली।
आपका ये नया रंग अच्छा लगा।
आभार।
ReplyDeleteक्या चटपटे हाइकु बरसाए हैं ताऊ ! वाह मजा आ गया ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर ताऊ !!
ReplyDeleteराम राम !!
चैतुए आये
ReplyDeleteपांच साला फ़सल
ऐसी की तैसी
3.
लोकसेवक
शरीफ़ों का मुखौटा
आदमखोर
बहुत खूब ताऊ सा !सुभान!अल्लाह !
देखन में छोटन लागे....घाव करे गंभीर...
ReplyDeleteवाह......
ताऊ जी आप कहाँ हैं आजकल ? न्यू पोस्ट नही दिखी आपकी
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