बाबा ताऊश्री के पास भक्त जनों की भीड हर समागम में बढती ही जा रही है. यूं तो दुनियां में हर वस्तु का अनुपात बराबर ही होता है. इस नियम का पृकृति में भी अपवाद नही है. पर भक्त जन सुख को तो महसूस नही कर पाते और दुख आते ही बाबाश्री ताऊ महाराज को परेशान करने चले आते हैं. अब बाबाश्री ताऊ महाराज निहायत ही नरम दिल और दुखियों की सेवा करना अपना फ़र्ज समझते हैं. ऊपर वाले से बाबाश्री का डायरेक्ट संपर्क है और भगवान भी उनकी बात नही टाल सकता.
सतीश सक्सेना - ताऊ बाबा के चरणों में अरबी अरबी परणाम....
ताऊ बाबाश्री - भक्त, ये कोटि कोटि परणाम तो सुना था पर ये अरबी अरबी परणाम ..क्या होता है? कहीं तुम अरबी की भाजी तो नही ले आये हो? तुम्हें पता है कि हमें अरबी की भाजी से गैस हो जाती है?
सतीश सक्सेना - ताऊश्री, ये अरबी की भाजी नही...जैसे कोटि कोटि परणाम यानि करोड करोड परणाम...वैसे ही अरबी अरबी यानि एक सौ करोड...परणाम...
ताऊ बाबाश्री - वाह भक्त..वाह. हम तुम्हारी श्रद्धा और परणाम से विशेष रूप से प्रसन्न हुये.... अब तुम अपने अनुभव यहां उपस्थित भक्तों को बताओ और कल सुबह हमारे मार्निंग वाक के समय आश्रम के गार्डन में मुलाकात करना...वहां हम तुम पर विशेष किरपा करेंगे.
सतीश सक्सेना - बाबाजी के चरणों में अरबी अरबी परणाम करते हुये मैं बताना चाहुंगा कि बाबाजी आपकी किरपा से मेरे सर पर बाल आगये हैं...बाबा जी पहले मैं इसी वजह से बहुत दुखी रहता था...बाबाजी....आपके कहे अनुसार मैने सिर्फ़ पांच अमावस्या को "ताऊ छछूंदर तेल" आपकी बतायी विधी से पूजा करके लगाया...और मेरा पूरा सर बालों से लहलहा उठा...बाबाजी आपके चरणों में पुन: अरबी अरबी परणाम....
अब माईक मिस समीरा टेढी के हाथ में थमाया गया...और मिस टेढी ने बोलना शुरू किया - बाबाजी के चरणों में अरबी अरबी वंदन....बाबा जी आपने मुझे सात काली अमावस बिना नहाये सुबह से दोपहर तक सोमरस पान करने का कहा था...बाबाजी मैने ऐसा करना शुरू किया....और तीन अमावस में ही चमत्कार हो गया और सात अमावस ऐसा करने के बाद तो...बाबा जी..क्या बताऊं.....मेरे को कुछ भी दुख तकलीफ़ नही रही....बाबा जी अब एक तकलीफ़ है....मुझे भूख बहुत जोरों से लगने लगी है.....
ताऊ बाबाश्री - बालिके...भूख लगना तो अच्छी बात है....खाओ पीओ..तंदरूस्त रहो...
मिस टेढी - बाबाश्री...वो वाली भूख नही....बाबाजी...
ताऊ बाबाश्री - फ़िर कौन सी वाली भूख....कहीं गलत सलत भूख तो नही लग रही है बालिके तुमको?
मिस टेढी - नही बाबाश्री...मेरी टिप्पणियों की भूख बढ गई है...कितनी भी टिप्पणी आयें पर मेरी इच्छा भरती ही नही है...
ताऊ बाबाश्री - अच्छा अच्छा....एक काम करो..हमारे ताऊ बैंक के अकांऊंट नम्बर 000420 में पचास हजार डालर जमा करा दो..उससे हम तुम्हें एक "भूख मिटाओ यंत्र" बनाकर भिजवायेंगे...
मिस टेढी - बाबाजी के चरणों में अरबी अरबी परणाम...बाबाजी कल ही करवा दूंगी...
ताऊ बाबाश्री - और हां बालिके, कल सुबह सतीश सक्सेना के साथ हमारे आश्रम के गार्डन में दर्शन करने आना, हम तुम्हें वहीं पर भूख मिटाने की कुछ विशेष विधियां सिंखायेंगे...
मिस टेढी - जी बाबाश्री...
ताऊ बाबाश्री भक्तों को संबोधित करते हुये बोले - प्यारे भक्त जनों, हमारे रहते हुये मेरे प्यारे देशवासियों का दुख मैं नही देख सकता. यूं तो हमको चीन, जापान, रूस, अमेरिका व इंगलैंड आदि देशों से उनकी जनता के दुख दर्द मिटाने के लिए आमंत्रण मिलते रह्ते हैं पर हम सबसे पहले अपने देशवासियों के दुख दर्द मिटायेंगे....और इसके लिये हम "सर्व कष्ट मिटावो यज्ञ" शुरू करने जा रहे हैं....इस यज्ञ में जो भी भाग लेगा उसे भविष्य में कभी कोई कष्ट नही होगा. यह यज्ञ अलग अलग दिन अलग अलग केटेगरी अनुसार कराया जायेगा. निराशा से बचने के लिये अपनी सीट तुरंत बुक करवा लेवे. इस पोस्ट के आखिर में संपूर्ण डिटेल दी गई है.
"सर्व कष्ट मिटावो यज्ञ"
*"सर्व कष्ट मिटावो यज्ञ" मे भाग लेने के लिये रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है.
रजिस्ट्रेशन की तीन श्रेणियां रहेगी.
प्रथम श्रेणी की फ़ीस रूपये 21000/- मात्र
द्वितीय श्रेणी की फ़ीस रूपये 16000/- मात्र
तृतीय श्रेणि की फ़ीस रूपये 11000/- मात्र
सीटों की उपलब्धता हमारी वेवसाईट से जांच कर अग्रिम बुकिंग करालें...
कुछ ही सीमित तारीखों में सीटे उपलब्ध हैं.
फ़ीस का अग्रिम भुगतान हमारे ताऊ बैंक अकाऊंट नं. 000420 में करवा कर अपना एंट्री पास प्राप्त कर लेवें.
"सर्व कष्ट मिटावो यज्ञ" में भाग लेकर इस जीवन के सभी कष्टों से हमेशा के लिये मुक्ति पाईये!
बहुत बढ़िया प्रस्तुति!
ReplyDeleteआपकी प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (28-07-2012) के चर्चा मंच पर लगाई गई है!
चर्चा मंच सजा दिया, देख लीजिए आप।
टिप्पणियों से किसी को, देना मत सन्ताप।।
मित्रभाव से सभी को, देना सही सुझाव।
शिष्ट आचरण से सदा, अंकित करना भाव।।
ताऊ बाबाश्री के चरणों में अरबी अरबी परणाम
ReplyDeleteमैनें 21000 रुपये पिछले महिने जमा करा दिये थे, लेकिन अभी तक एन्ट्री पास नहीं मिला :)
बाबा जी , कुछ तो है जो आपकी कृपा फिर आने लगी है .
ReplyDeleteजय कृपालु बाबा !
खरबी खरबी परणाम बाबा :)
ReplyDelete@ अब बाबाश्री ताऊ महाराज निहायत ही नरम दिल और दुखियों की सेवा करना अपना फ़र्ज समझते हैं. ऊपर वाले से बाबाश्री का डायरेक्ट संपर्क है और भगवान भी उनकी बात नही टाल सकता.
ReplyDeleteअब लगता है ब्लोगर्स का कल्याण होने ही वाला है, सारे ब्लोगर्स से निवेदन है कि बावा के आश्रम में आने से पहले, बटुआ घर छोड़ कर ही आया करे !
ताऊ महाराज ज़िन्दाबाद!
ReplyDeleteहम तो अरबी नहीं फारसी प्रणाम बोलते ताऊ ! किन्तु परन्तु लेकिन बट बोला नहीं, नहीं तो लोग कहेंगे की बाबा प्रणाम ले फारसी और बेचे तेल |
ReplyDeleteबाबा जी सीधे धंधे पानी की बात करती हूं आप के समागम के बाहर पिपले मैंगो बेचती हूं अपने भक्त जनों से कहे की मेरे पिपले मैंगो खाये तो सभी कष्ट दूर हो जायेंगे , प्राफिट से आप का भी हिस्सा मिल जावेगा |
Waah sahi baat hai ji ...
DeleteTau shree mujhe to back door entry de dena ... Kiski sifarish chalti hai .. Ye to bata do ...
ReplyDeleteरोचक..:)
ReplyDeleteबाबा ताऊश्री के पास सब का इलाज है!
अरबी-खरबी प्रणाम.
ताऊ जी कुछ कंसेशन कर देते
ReplyDeleteतो अपना धंदा भी चल जाता
कुछ लोगों को फंसा कर
कमीशन बना कर आपके लिये
मैं भी ले आता
आप तो डुबकी लगा रहे हैं
मेरे भी हाथ में एक
आद लोटा आ जाता
आपका क्या जाता
सोच के बता दीजियेगा
समझ में आ जाये
मेरे लिये एक काउंटर
कहीं पर डलवा दीजियेगा !!!
'मिस टेढी को गले लगाकर "सर्व कष्ट मिटावो यज्ञ" के रजिस्ट्रेशन का काम संभालने का कार्यभार सौंपा'
ReplyDeleteयानी कि रजिस्ट्रेशन करवाने वालों को मिस समीरा टेढी से गले मिलने का अवसर भी मिलेगा? :)
राम राम
'मिस टेढी को गले लगाकर "सर्व कष्ट मिटावो यज्ञ" के रजिस्ट्रेशन का काम संभालने का कार्यभार सौंपा'
ReplyDeleteयानी कि रजिस्ट्रेशन करवाने वालों को मिस समीरा टेढी से गले मिलने का अवसर भी मिलेगा? :)
राम राम
बेहद सटीक लिखा ताऊ महाराज आपने। आजकल एक किरपा वाले बाबा की दुकान कमजोर पडी तो एक दूसरे बिना दाढी वाले बाबा कष्ट मिटावो यज्ञ करवा कर भोली भाली जनता को लूट रहे हैं। आपका चोट करने का अपना अंदाज है, किसी को खबर भी नही होती कि किस पर चोट कर रहे हैं।
ReplyDeleteबेहद सटीक लिखा ताऊ महाराज आपने। आजकल एक किरपा वाले बाबा की दुकान कमजोर पडी तो एक दूसरे बिना दाढी वाले बाबा कष्ट मिटावो यज्ञ करवा कर भोली भाली जनता को लूट रहे हैं। आपका चोट करने का अपना अंदाज है, किसी को खबर भी नही होती कि किस पर चोट कर रहे हैं।
ReplyDeleteबाबाजी अरबों अरब प्रणाम ... बाबाजी यहाँ पर टिप्पणी खाऊ बढ़ गए हैं और खा खाकर मुटा रहे हैं . बाबाजी हमकों भी टिप्पणी पचाने का कोई मूल मन्त्र बताइए ... आपकी कृपा से हमारा ब्लॉग बिना टिप्पणी के चल रहा है ....
ReplyDeleteबहुत बढ़िया...
ReplyDeleteताऊ जी , नमस्कार .
ReplyDeleteआप थे कहाँ इतने दिन . हम तो आपके दरस को तरस गये है ..
अब अच्छा लगा आपको देख कर और पढकर.
मैं भी यज्ञ में शामिल होना चाहता हूँ. लेकिन धन की कमी है . आप को मैं सिर्फ अपनी कुछ कविताएं ही भेंट कर सकता हूँ.
इसे ही दक्षिणा मानकर हमें अपना चेला मान लीजिए .
नमस्कार
आपका
विजय
लाजवाब...आपके लेखन का चुटीलापन लाजवाब है...
ReplyDeleteखरबी खरबी परणाम...
बढिया हैं ...सबने कुछ ना कुछ मांग ही लिया बाबा के दरबार से ....बहुत खूब
ReplyDeleteरोचक प्रस्तुति
ReplyDelete:):) रजिस्ट्रेशन के लिए पैसे का जुगाड़ ही सबसे बड़ा कष्ट है
ReplyDeleteबाबा जी , ये इक्कीस हजारी कमेन्ट हैं , रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के बदले .
ReplyDeleteशानदार... चुटीला... आनंद आ गया...
ReplyDeleteअरबी खरबी प्रणाम...
सादर.
ताऊ जी , आपके ब्लॉग पर देरी से आने के लिए पहले तो क्षमा चाहता हूँ. कुछ ऐसी व्यस्तताएं रहीं के मुझे ब्लॉग जगत से दूर रहना पड़ा...अब इस हर्जाने की भरपाई आपकी सभी पुरानी रचनाएँ पढ़ कर करूँगा....कमेन्ट भले सब पर न कर पाऊं लेकिन पढूंगा जरूर
ReplyDeleteआपके बताये अकाउंट में फ्राड बैंक का चैक भेज दिया है...आप चैक कर लें...
नीरज
ताऊ जी , आपके ब्लॉग पर देरी से आने के लिए पहले तो क्षमा चाहता हूँ. कुछ ऐसी व्यस्तताएं रहीं के मुझे ब्लॉग जगत से दूर रहना पड़ा...अब इस हर्जाने की भरपाई आपकी सभी पुरानी रचनाएँ पढ़ कर करूँगा....कमेन्ट भले सब पर न कर पाऊं लेकिन पढूंगा जरूर
ReplyDeleteआपके बताये अकाउंट में फ्राड बैंक का चैक भेज दिया है...आप चैक कर लें...
नीरज
बाबा ताऊश्री को शंख शंख प्रणाम. ....... मै आपके समागम में अवश्य आऊँगा किन्तु बाबा जी मेरे ब्लॉग पर कमेन्ट भी नहीं आ रहे हैं और न ही फोल्लोवर बढ़ रहे हैं . कोई उपाय बताएं।
ReplyDeleteबाबा ताऊश्री को शंख शंख प्रणाम. ....... मै आपके समागम में अवश्य आऊँगा किन्तु बाबा जी मेरे ब्लॉग पर कमेन्ट भी नहीं आ रहे हैं और न ही फोल्लोवर बढ़ रहे हैं . कोई उपाय बताएं।
ReplyDeleteबहुत ही आवश्यक है यह यज्ञ महाराज..
ReplyDeleteTau maharaj ki hamesha hi jai ho ..
ReplyDeleteYe aapki kirpa ka hi chakkar hai ki log timpani ak karte hain or aapke paas do do aa rahi hain .maan gaye aap ko bhi or aap ki kirpa ko bhi....
बाबा जी के चरणों में अरबी अरबी परणाम !
ReplyDeleteअरबी अरबी परणाम
ReplyDeleteमिस समीरा टेढी पर तो जबरदस्त कृपा बरसाते नजर आ रहे हैं तस्वीर में..हा हा!!
अरबी अरबी परणाम
आप वापस आ गए तो अब कृपा भी आ ही जाएगी।
ReplyDeleteसर्व कष्ट मिटावो यज्ञ"...?
ReplyDeleteबाबा जी हीर प्रसन्न हुई ...
क्योंकि सबसे ज्यादा दुखी तो हीर ही रहती है ....:))
बाबा जी सुना है 'मिस टेढ़ी' अपने प्रिय ब्लोगरों को कुछ मुफ्त के पास बाँट रही है
देखते हैं अगर मिल गया तो जरुर आयेंगे ....
अगर न भी मिला तो भी कोशिश तो रहेगी भीड़ में घुस आने की .....:))
प्रणाम !
ReplyDeleteइस गलत सलत भूख का भी जवाब नहीं. बड़ों बड़ों को खड़ा कर देती है...
ReplyDeleteसर्व कष्ट मिटावो यज्ञ kam se kam baba ke kasht to mita hi dega.
ReplyDelete............
कितनी बदल रही है हिन्दी !
स्वतन्त्रता दिवस की बहुत-बहुत ............शुभकामनाएँ.........
ReplyDelete.............जयहिन्द............
............वन्दे मातरम्..........