ताऊ पहेली अंक 31 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. नियमों के लिये आप यह पोस्ट पढ कर नियमों की विस्तृत जानकारी ले सकते हैं. क्ल्यु हमेशा की तरह रामप्यारी के ब्लाग से मिलेंगे. रामप्यारी के ब्लाग पर पहला क्ल्यु 11:30 बजे और दुसरा 2:30 बजे मिलेगा. रामप्यारी का जवाब अलग टिपणी में देवें. तो आईये अब आज की पहेली की तरफ़ चलते हैं.
हाय एवरी बडी..वैरी गुड मार्निंग फ़्रोम रामप्यारी. आज का रामप्यारी का सवाल बिल्कुल सिंपल है. मुझे यह सवाल पूछने के लिये समीर अंकल ने बोला है. जवाब तो मुझे भी नही पता. इसका जवाब भी समीर अंकल ही बतायेंगे. तो ध्यान से पढिये : - लंकापति रावण के माताजी और पिताजी का नाम बताईये और कुबेर से रावण का क्या रिश्ता था? विनम्र निवेदन : - कृपया मेरे सवाल का जवाब अलग टीपणी मे देवें. बडी मेहरवानी होगी. एक ही टिपणी मे दोनो जवाब मे से एक सही होने पर प्रकाशित नही की जा सकती और इससे आप कन्फ़्युजिया सकते हैं कि आपकी टिपणी रुकी हुई है. तो सही होगी? बस होगया सवाल. है ना सीधा सा सवाल? अब कन्फ़्युजियाईयेगा नही और इस सीधे से सवाल के मिलेंगे पूरे तीस नम्बर. और कुछ कन्फ़्युजिया जायें तो रामप्यारी से पूछने मे मत शर्माना कि पहली फ़ेल रामप्यारी से क्या पूछेंगें? अब आप मेरे ब्लाग पर पहली हिंट की पोस्ट पढ सकते हैं 11:30 बजे और दुसरी 2:30 बजे
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इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा
नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं.किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों और ताऊ साप्ताहिक पत्रिका के संपादक मंडल का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा.
मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
राम मंदिर अयोध्या..
ReplyDeleteताऊ जी
ReplyDeleteरावण के पिता का नाम Vishrava और माता का नाम केकसी था . और शायद कुबेर उनका सौतेला bhaii था....पक्क नहीं मालूम
राम राम
पौराणिक लंका के महाराज रावण के पिता वृशावासु और माता निकाशा थी | और यक्षों के राजा रिश्ते में उनके भाई लगते थे , और नाम था कुबेर ................(अंदाज शहंशाह ) |
ReplyDeleteरावन के माता पिता:
ReplyDeleteपिता: Vishrava.माता:Kaikesi
सौतेला भाई: कुबेर
ओहो थोडा बड़ा कर के लगा देते तो बोर्ड ही पढ लेते ..
ReplyDeleteअब तो केवल
राम राम स्वीकारें :)
रावण के पिता का नाम विश्रवा और माता का नाम कैकेशी था रावण कुबेर का सौतेला भाई था रावण समीर जी से डरता था.रावण सामीर जी की कक्षा में पढता था.
ReplyDeleteसमीर जी टीचर की टेबल पे च्विंगम चिपकाते थे..नाम रावण का आता था .रावण को डांट पड़ती थी.रावण बहुत अच्छा लड़का था .
rampyari ravan ke mata Daitya princess KAIKESI .pita ka naam Brahmin sage known as Vishrava ,aur kuber ravan ka bhai tha.
ReplyDeleteप्यारे ताऊ रावण बंधू तो हमारे ब्राह्मण बंधू ही थे ! उनकी माताजी से काफ़ी अच्छी जान पहचान थी हम उसे प्यार से ताईजी ताईजी पुकारा करते थे, नाम में ज़रा गड़बड़ है ! उनका नाम राशन कार्ड में एक बार देखा था उसमे जो नाम था कैकशी देवी (रावण की माँ )|
ReplyDeleteऔर रावण बंधू के पिताश्री विश्वश्रवा काफी बीजी व्यक्ति थे | इसलिए उनसे ज्यादा मुलाक़ात नहीं होती थी और कुबेर बंधू तो रावण के सौतेले भाई थे जिनकी माता का नाम था वरवर्णिनी | अब ज़रा वो मकान की तरफ घूम के आता हूँ जो आपने दिखाया है |
रावण ऋषि विश्रवा और कैकसी का पुत्र था, कुबेर उसका सौतेला भाई और ऋषि विश्रवा का पुत्र था.
ReplyDeleteअभी तक तो समझ में नहीं आ रहा है ताऊ जी ,जरा और स्पष्ट संकेत दें.
ReplyDeleteराम प्यारी तेरे सवाल का जबाब विकि बहन यूँ दे रही है..
ReplyDelete"Ravana was born to his father Brahmin sage known as Vishrava and his wife, the daitya princess Kaikesi. He was born in the Devagana gotra, as his grandfather, sage Pulastya, was the one of the six human sons of Brahma. Kaikesi's father, Sumali (or Sumalaya), king of the Daityas, wished her to marry the most powerful being in the mortal world, so as to produce an exceptional heir. He rejected the kings of the world, as they were less powerful than him. Kaikesi searched among the sages, and finally chose Vishrava, the father of Kubera. Ravana was thus partly Daitya and partly Brahmin."
जरा जल्दी में हूँ.. वक्त मिला तो हिन्दी कर दुगां..
Ravana was born to parents by name Visrawasa and Kaikasi. Kubera (the God of wealth) was his cousin.
ReplyDeleteBYE RAMPYARI
rampyari hint lekar aajao na jldi se...............
ReplyDeletebye
तस्वीर वाला जवाब अभी ढूंढ़ कर आते हैं...
ReplyDeleteरावण के पिता- विश्वा
रावण की माता- केकशी
कुबेर और रावण आपस में सौतेले भाई थे।
कुबेर की माता अयार्णा थीं....
haridwar...
ReplyDeleteregards
सूर्य मंदिर
ReplyDeleteसंकटमोचन मंदिर
ReplyDeleteरामप्यारी... हेल्प ..... हेल्प...... हेल्प.......
ReplyDeleteअर ताऊ इतणा तो कदै भाड़े का घर भी ढूंढना न पड्या !
ReplyDeleteJamdagni temple Thaan village ...
ReplyDeleteएक बार रावण से कक्षा में टीचर ने पूछा था
ReplyDeleteकि अपने पिताजी का नाम बतलाओ तो
उसने बतलाया था पिताजी
और माताजी का पूछने पर
बतलाया था माताजी
और कुबेर के बारे में पूछने पर
कहा था रिश्तेदार
अब भी रह गया कोई तार
सारे बंध खुल गए
जवाब सारे मिल गए
सारे सही हो गए
जब रावण ने बतलाए थे
तो सही ही बतलाए होंगे।
मेरे नंबर पूरे पक्का
मत देना इसमें
किसी और को हिस्सा।
ताऊजी घणी खम्मा
ReplyDeleteताऊ मन्नै तो यो रेलवे का माल गोदाम दिखै सै
कुण से रेलवे स्टेशन पै है यो ज्ञानदत्त पाण्डे जी बता देंगें
प्रणाम स्वीकार करें
प्यारी प्यारी रामप्यारी
ReplyDeleteरावण के पापा विश्रवस और मम्मी कैकेसी थी।
ॠषि पुलस्त्य रावण के दादाजी और राक्षस सुमाली नानाजी थे।
Sabarmati Ashram
ReplyDeleteरामप्यारी
ReplyDeleteकुबेर और रावण दोनों सौतेले भाई थे।
कुबेर की मम्मी का नाम वरवर्णिनी था।
इब जल्दी तै ताऊ की पहेली का हिंट दे दे
ताऊ जी, पहली बार आधा घंटे पहले आया आपके ब्लॉग पर...फोटो समझ नहीं आयी...फिर पन्द्रेह मिनट के बात आया...फोटो समझ में नहीं आयी...अभी दस मिनट पहले आया...फोटो समझ में नहीं आयी...अभी फिर आया हूँ...फोटो फिर भी समझ में नहीं आ रही है...इस से मैंने ये निष्कर्ष निकला की जिस बात को समझ में नहीं आना होता वो कभी भी समझ में नहीं आती है...इस से एक और बात समझ में आयी की ये दोहा "करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान...." गलत है...जड़मति जड़मति ही रहता है वो सुजान हो ही नहीं सकता...और जड़मति का रस्सी के आने जाने से सिल पर निशान पढने से कोई सम्बन्ध नहीं है...
ReplyDeleteनीरज
ताऊ !
ReplyDeleteये तो गांधी जी का साबरमती आंश्रम जैसा लग रहा है।
अगला कमेंट क्ल्यू आने के बाद करूँगा।
सुन रामप्यारी!
ReplyDeleteहमें रावण से क्या लेना-देना है।
हम तो जय श्री राम जी की बोलते हैं।
इस बार समय पर आ गया. मगर क्या करें , क्लु की ज़रूरत तो है.
ReplyDeleteरावण के पिता विशर्वा, माता कैकशी. कुबेर भाई था जी.
ReplyDeleteरामप्यारी रावण की माता का नाम था--कैकसी जो कि राक्षसराज सुमाली की पुत्री थी और इनके पिता विश्रवा नाम के एक श्रृषि थे।
ReplyDeleteकुबेर इनकी सौतेली माता इल्लविला के पुत्र थे यानि की रावण के सौतेले भाई थे।
ठीक है! कोई गलती सलती हो तो बता दिए......
लो भई रामप्यारी, तुम्हारे सवाल के जवाब:-
ReplyDeleteपिता-विश्वश्रवा
मां -कैकसी
कुबेर सौतेती मां वरवर्णिनी का पु़त्र.
एक बात और, जवाब गलत निकले तो wikipedia वालों के नंबर काट लेना, आज तुम्हारे पर्चे की मैंने वहीं से नकल मारी है.
रावन के माता पिता का नाम...
ReplyDeleteविसर्वासा और कैकसी था...
और कुबेर रावन का भाई था....
समझी रामप्यारी....
मीत
मैं तो पहली बार आया. ऐसे में पहेली का जवाब दे पाना संभव नहीं है. जब नीरज भइया इतनी बार आने के बाद भी नहीं बता पाए तो हम कौन से खेत के बैंगन हैं?
ReplyDeleteरामप्यारी बहुत सुन्दर दिख रही है. साज-वाज बहुत बढ़िया है.
ताऊ इस बार तो मैं जीत ही गया।ये मां दंतेश्वरी का मंदिर है।दंतेवअड़ा छत्तीसगढ मे।बहुत ही जागृत मंदिर है और इसमे प्रवेश के बाद धोती य बिना सिला हुआ वस्त्र पहन कर ही दर्शन करने मिलत है।जै दंतेश्वरी मैया।ड़
ReplyDeletechitrakot
ReplyDeleteregards
CHITRAKOOT (U.P)
ReplyDeleteREGARDS
chitrakot in madhey pradesh.
ReplyDeleteregards
ये रेल्वे स्टेशन का माल गोदाम है.
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब किसको पूछे? रावण जी तो कहीं मिल नही रहे।
ReplyDeleteरावण जी पुलस्त्य रिशी का पोता था पर पिताजी का नाम नही मालूम. उसकी पत्नी का नाम मंदोदरी था. रामप्यारी इसके जितने नम्बर हों उतने दे देना.
ReplyDeleteयह कोई डाक बंगला है.
ReplyDeleteरामप्यारी का जबाब है सुमाली और मंदोदरी.
ReplyDeleteकोई लोक अप रूम दिखाई देरहा है?
ReplyDeleteरामप्यारी तेरी हिंट से भी मामला सुलझ नही रहा? कुछ और हिंट चाहिये.
ReplyDeleteरामप्यारी का सवाल = पता कोनी
ReplyDeleteभेडाघात जबलपुर....
ReplyDeleteमीत
ताऊ अब ये तो हमको बिल्कुल भी देखा हुआ नही है. माल गोदाम है या पुलिस थाने का सीखंचा रूम.
ReplyDeleteदेख रामप्यारी आजकल तू बिल्कुल गलत सवाल पूछने लग गई है। अब राम जी के माता पिता का नाम पूछा होता तो बता देते। अब रावण दादा तो हारे हुये थे तो उनके बाप दादाओं को यशोगान लिखने की जरुरत इतिहास कारों को उचित नही जान पडी। अब मैं कहां से पता करुं? हां अगर रावण भाई साहब जीत गये होते तो ब्च्चे बच्चे की जुबान पर उनका और उनके खानदान का नाम होता।
ReplyDeleteऔर रामप्यारी तेरे ब्लाग का क्ल्यु समझ नही आया. ये झरना वही है ना जिसमे तू तेरी स्कूल के बच्चों को कूदवा २ कर स्विमिंग सिखाती है?
ReplyDeleteदन्तेश्वरी मन्दिर, छतीसगढ
ReplyDeleteTea Estate Bunglow Valparai kerla
ReplyDeleteअब की बार पहेली का प्रथम विजेता तो जरूर अनिल पुसादकर जी होंगे......आखिर ये तो उनके अपने राज्य में स्थित है। आज के बाद शायद उनका ताऊ पहेली न जीत पाने का मलाल भी खत्म हो जाएगा:)
ReplyDeleteसुबह की नमस्ते.....
ReplyDeleteआज की पहेली के क्लू रामप्यारी ने दे ही दिए हैं...
मैं भी कुछ हिंट दे देती हूँ--
१-क्लू में दिखाए गए एक जल प्रपात की तस्वीर बहु चर्चित ब्लॉगर के ब्लॉग के हेडर में भी लगी है.यह जल प्रपात भारत में प्रसिद्द है.
२-इस राज्य से बहुत से ब्लॉगर हिंदी ब्लॉग जगत में हैं.उम्मीद है की इस बार बहुत से जवाब सही हो सकते हैं???
३-अगला क्लू दो पहर ढाई बजे ही आएगा..
शुभकामनायें...और आभार :)
जय माँ दन्तेश्वरी देवी!!!
ReplyDeleteकंस का वो कारागार
ReplyDeleteजहां कृष्ण भगवान का जन्म हुआ
अब इसे रिलीज करके
भगवान से पंगा न ले लेना ताऊ।
रावण कैकसी एवम विश्वश्रवा का पुत्र था।
ReplyDeleteविश्वश्रवा की वरवर्णिनी और कैकसी नामक दो पत्नियां थी। वरवर्णिनी के कुबेर को जन्म देने पर सौतिया डाह वश कैकसी ने कुबेला में गर्भ धारण किया। यानी कुबेर उसका सोतेला भाई था
रावण कैकसी एवम विश्वश्रवा का पुत्र था।
ReplyDeleteविश्वश्रवा की वरवर्णिनी और कैकसी नामक दो पत्नियां थी। वरवर्णिनी के कुबेर को जन्म देने पर सौतिया डाह वश कैकसी ने कुबेला में गर्भ धारण किया। यानी कुबेर उसका सोतेला भाई था
rampayri ke blog pr jo hint hai vo to ye khta hai...
ReplyDeletehttp://www.indiadailyphoto.com/wp-content/uploads/2008/10/chitrakot-waterfalls.jpg
Largest waterfalls in India: Chitrakot
The Niagara Falls have competition. In the form of Chitrakot, India's largest waterfalls. About 38 km to the west of Jagdalpur, this Chitrakot Waterfallspectacular fall is formed when the river Indravati abruptly collapses into a 100 feet deep cavern. The mouth of the fall, when in full profusion, is over 1,000 feet wide. Chitrakot is a horseshoe shaped waterfall, best seen during and after the monsoon, between July and October. Chitrakot is a horse-shoe shaped waterfall, best seen during and after the monsoon, between July and October.
regards
ये कहाँ-कहाँ से ले आते हो ये तस्वीरं ताऊ..
ReplyDeleteहम तो उलझ गये हैं एकदम से। जगह है तो कहीं दक्षिण का ही है।
रामप्यारी से पहले और हिंट दे दिए जाएँ---
ReplyDelete.
-और अब तो १-२ नए जवाब भी स्ट्रोंग क्लू ही हैं!
-मुख्य पहेली का चित्र एक मंदिर का चित्र है.
-इस राज्य से हाल ही में कुछ दुखद समाचार भी सुनने को मिले थे.
कृपया नोट करें कि रामप्यारी के ब्लाग पर केवल हिंट हैं जो की पहेली मे पूछे गये स्थान के आसपास के हो सकते हैं. कृपया ध्यान से जवाब देवें.
ReplyDelete-आयोजक गण
अल्पना वर्मा जी का
ReplyDeleteनंबर 3 का हिंट
हिट के बिल्कुल
नजदीक है।
http://tbn2.google.com/images?q=tbn:bMDKP0uT45QP-
ReplyDeleteDanteshwari Temple at Jagdalpur
regards
danteshwari-temple. dantewada chattisgarh
ReplyDeleteताउ मुझे तो यह कोई दन्त चिकत्सालय जान पडता है।
ReplyDeleteप्रिसिपल ताऊजी भाई शनिवार को बच्चो को सरल प्रशन पुछा करे रामप्यारी मैडम की तरह, ताकी जल्दी छुटी का आनन्द ले सके।
jabalpur MP
ReplyDeleteमहर्षि विश्वेश्श्रवा तथा कैकसी मां-बाप तथा कुबेर सौतेला भाई. तस्वीर का पता नहीं
ReplyDeleteJagdalpur.
ReplyDeleteरामप्यारी आज तो तुमने कमाल कर दिया!
ReplyDeleteआखिरी क्लू में तुमने सारा जवाब ही बता दिया...!!!!!!!!!
लगता है बहुत सारी चॉकलेट मिल गयी हैं तुम्हें!
कोई बात नहीं...
शायद नयी ड्रेस की तारीफें बहुत मिल गयीं इस लिए भी बहुत खुश हो...अच्छा है..
Danteshwari Temple, Chhattisgarh
ReplyDeleteरामप्यारी के प्रश्न का उत्तर है:
ReplyDeleteरावण की माता: केकसी
पिता: मुनि विश्रवा
कुबेर और रावण दोनों भाई थे......
साभार
हमसफ़र यादों का.......
भेजा फ्राई
ReplyDeleteबल्कि
हो गया
भेजा ड्राई।
हनुमान जी
ReplyDeleteसंकटमोचन
है
चालीसा पढ़
लिया पर
जवाब नदारद।
ताऊ!
ReplyDeleteपहला कमेट कैंसिल।
दूसरा है-
चित्रकूट के घाट पऱ,
भई सन्तन की भीड़।
तुलसीदास चन्दन घिसें,
तिलक देत रधुवीर।।
उत्तर है- चित्रकूट।।
ज़रा देखिये तो http://www.taauji.com आपके ब्लाग का पायरेटड संस्करण तो नहीं.
ReplyDeleteआज तो हद ही हो गयी....ताउजी क्या पहेली लाये हो, मान गए.....कुएं के पास आकर भी प्यासा प्यासा ही रह गया....राज्य का पता तो सुबह ही चल गया था.....परन्तु हम क्या ढूंढ रहे थे.....उस राज्य के पर्यटक स्थल, ऐतिहासिक स्थल, महत्त्वपूर्ण इमारतें, आश्रम, जेल इत्यादि-इत्यादि.....एक बार भी दिमाग में नहीं आया कि चलो मंदिर ही खोज लें......और आखिरकार पता चला कि जिसे हम नज़रंदाज़ कर रहे थे, वही सही जवाब की कड़ी थी....लुट गए......
ReplyDeleteसाभार
हमसफ़र यादों का.......
दंतेश्वरी देवी मंदिर बस्तर.
ReplyDeletethriprayar, shri rama temple
ReplyDeleteदंतेश्वरी देवी मंदिर, जगदलपुर, छत्तीसगढ़.
ReplyDeleteबाबा समीरानन्द आश्रम
ReplyDeleteनियर चित्रकूट जल प्रपात-CG..
बाबा समीरानन्द जी की जय....वाकई बाबा आपका नेटवर्क वर्ल्डवाइड है आज पता चल गया, और कहाँ-कहाँ अपने आश्रम खोल रखे हैं आपने.....चंडीगढ़ में भी है क्या कोई ??
ReplyDeleteसाभार
हमसफ़र यादों का.......
ताऊ जी
ReplyDeleteहिंट पर फाल्स देखकर तो ये कुर्ग (कर्णाटक ) में लग रहे हैं..
फिर यर ओमकारेश्वर मंदिर है( मादिकेरी )
तुक्का.... कभी कभी एक्साम में भी करती थी ऐसा ..:)))
हमेशा की तरह लेटू। और जवाब भी नही मालूम।
ReplyDeleteदंतेश्वरी मंदिर, जगदलपुर
ReplyDeleteताऊ आज बहुत देर से आया मैं आपकी पहेली पर नहीं तो बहुत पहले ही बता दिया होता।
रावण के पिता का नाम ऋषि विश्रवा, मां का नाम कैकसी था।
ReplyDeleteकुबेर रावण का सौतेला भाई था।
चित्रकुट का का झरना तो तय है..
ReplyDeleteअंतिम क्लू--
ReplyDelete१-इस राज्य से पहली बार पहेली पूछी गयी है.
२-यह देवी सती के ५१ शक्तिपीठों में से एक है.
३-यह राज्य नए बने राज्यों में से एक है.
शुभ रात्रि.
युरेका.....
ReplyDeleteमिल गया...
मिल गया...
मिल गया...
मिल गया...
मिल गया...
मिल गया...
मिल गया...
मिल गया...
मिल गया...
ये है दांतेश्वरी मंदिर..
ताऊ डिटेल यहां है
http://travel.sulekha.com/india/chattisgarh/dantewada/photos/danteshwari-temple-history.jpg
थोड़ी जानकारी ये है..
Danteshwari Temple is a 600-year-old heritage pilgrim center built by Chalukya kings in the 14th century. The temple is located at Dantewada, about 80 km from Jagdalpur, near the Gole Bazaar and Bastar Palace, in Bastar District, Chhattisgarh. Two rivers, Shankini and Dhankini, meet here. Danteshwari got its name from the belief that a tooth of Devi Sati fell here.
The temple, with its unique idol made of black stone, is rich in architectural and sculptural wealth. It has four parts - Garbh Griha, Maha Mandap, Mukhya Mandap and Sabha Mandap - with a Garud Pillar at the entrance. The temple is decorated and lit up magnificently during the Dussehra festival. Hindu and tribal pilgrims flock to Danteshwari during this time.
मुझे तो ये जगह कोई जेल लग रही है.. औऱ रामप्यारी का जवाब है रावण के पिता का नाम फादर ऑफ रावण माता का नाम मदर ऑफ रावण औऱ दोनों का संयुक्त नाम पेरेंट्स ऑफ रावण
ReplyDeleteअटकलों की मान गये - रेलवे का मालगोदाम और साबरमती आश्रम!
ReplyDeleteबापू सिर पीट लेंगे!
ताऊ ये पक्के से कोई उल्टी सीधीजगह लग रही अहि मेरे को तो.
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब है सुमाली और मंदोदरी
ReplyDeleteताऊ जबान फ़िसल गई मंदोदरी तो रावण दादा की लुगाई का नाम था. उनके मम्मी और पापा का नाम बेरा कोनी.
ReplyDeleteअब सब चित्रकुट बताण लाग रे तो म्हारा भी नाम लिख लो इनके साथ.
ReplyDeleteकुबेर तो रावण का भाई था पर मा बापू का नाम बेरा कोनी.
ReplyDeleteयह तो कोई ट्रेजरी दिखती है. साफ़ बेरा कोनी चलदा. रात को टीप कर जवाब देंगे.
ReplyDeleteयह तो कोई ट्रेजरी दिखती है. साफ़ बेरा कोनी चलदा. रात को टीप कर जवाब देंगे.
ReplyDeleteरामप्यारी रावण के बापू का नाम तो विशेश्रवा था पर मां का नाम बेरा कोनी. आधे नम्बर दे दियो.
ReplyDeleteभेडा घाट
ReplyDeleteओह! इतना सीधा-सीधा हिंट! क्या करूं अभी फ़्री हुआ हूं वरना पहले ही उत्तर दे देता। ये दंतेश्वरी मंदिर है, दांतेवाड़ा छ्त्तीसगढ़ में जहां सती का दांत गिरा था।
ReplyDeleteरामप्यारी, आज इतना आसान सवाल क्यों पूछ रही हो? रावण की माता कैकसी तथा पिता विश्रवा ऋषि थे। कुबेर भी विश्रवा के पुत्र थे अतः रावण के भाई(actually half brother)हुए रिश्ते में।
ReplyDeleteरावण के माता का नाम था कैकसी, और पिता थे विश्रवा मुनी.
ReplyDeleteमरीचि ऋषि के भाई पुलस्य थे. उनके पुत्र थे विश्रवा,जिनका विवाह भरद्वाज ऋषि की कन्या देववर्णिनी से हुआ , और उन्हे एक पुत्र हुआ जिसका नाम था वैश्रवण, जो बाद में कुबेर नाम से प्रसिद्ध हुआ.उसने विष्वक्रमा से एक विमान बनवाया था , जिसका नाम था पुष्पक विमान.दैत्यों का लंका पर कब्ज़ा था, और जब वे सभी सुतल और पाताल चले गये तो कुबेर नें लंका पर अधिपत्य कर लिया.
राक्षसराज सुमाली पाताल से जब फ़िर भारतवर्ष आया, उसको कुबेर का लंका पर अधिपत्य सहन नही हुआ. इसीलिये उसने एक चाल रच कर अपनी कन्या कैकसी को कुबेर के पिता विश्रवा मुनी को आकर्षित करने के लिये प्रेरित किया .अतः कैकसी नें ही विश्रवा मुनी से स्वयं विवाह करने की इच्छा प्रकट की. उनका विवाह शाम को किसी क्रूर घडी में होने के कारण पुत्रों का क्रूर होना बताया गया. मगर दैत्य कुल में होने के बावजूद कैकसी सुस्वभावी थी, अतः उसने अपने पुत्रों को धार्मिक होने का वर मांगा.
अंतराल में उन्हे तीन पुत्र हुए और एक पुत्री (शूर्पणखा).रावण इसीलिये आर्य संस्कृति और दैत्य संस्कृति का संकर पुत्र था.
अतः कुबेर रावण का सौतेला भाई था जिससे बाद में अपने मातामह के कहने पर रावण नें लंका का राज और पुष्पक विमान छीन लिया.
रावण का संदर्भ सत्य युग में भी आता है और त्रेता युग में भी, इसिलिये कुछ विद्वान मानते हैं कि रावण भी दो थे.
ये जरूर
ReplyDeleteश्रीलंका का
रावणमंदिर है
तभी तो लोहे से बना
इतना मजबूत सै
छत्तीसगढ में डोंगरगांव ,जगदल्पुर के पास मां बमलेश्वरी देवी का मंदिर.
ReplyDeleteदंतेश्वरी देवी का मंदिर
ReplyDeleteDanteshvari devi Temple,Jagadalpur , Chatteesagarh.
ReplyDeleteसूचना : पहेली का जवाब देने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. अब जो भी जवाब आयेंगे उन्हें अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगें. आपके सहयोग और उत्साह वर्धन के लिये आपके आभारी हैं.
ReplyDelete-आयोजक गण
रामप्यारी रावण के बापू का नाम तो विशेश्रवा था पर मां का नाम बेरा कोनी. आधे नम्बर दे दियो.
ReplyDeleteताऊ ये दिलीप जी का टीप कर.....दंतेश्वरी देवी का मंदिर छत्तीसगढ़ ....!!
ReplyDeleteदंतेश्वरी देवी मंदिर, जगदलपुर, छत्तीसगढ़.
ReplyDeleteलो जी नकल टीप ली
चोरी के पचास ही सही
क्या बुरे हैं।
नकल नंबर 2
ReplyDeleteरावण की माता कैकसी तथा पिता विश्रवा ऋषि थे। कुबेर भी विश्रवा के पुत्र थे अतः रावण के भाई (मुन्नाभाई वाले मुंबई भाई नहीं) हुए रिश्ते में
डियर ताऊ ,रावण के पिता का नाम विश्रवा और माता का नाम कैकेशी था और रावण कुबेर का सौतेला भाई था । और यह जगह मुझे तो कोई मन्दिर लग रहा है । किस जगह पर है यह पता नही है।
ReplyDeleteअनिलजी को बधाई !!
ReplyDelete