प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनीवार सबेरे की घणी राम राम.
ताऊ पहेली अंक 27 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. आज की पहेली की तरफ़ बढने से पहले हमारे तकनीकी संपादक श्री आशीष खंडेलवाल आपसे कुछ कहना चाहेंगे.
यहां बार बार नियमों का उल्लेख ना करते हुये हम अब सीधे पहेली की तरफ़ चलते हैं. जो प्रतिभागी नये हैं वे यह पोस्ट पढ कर नियमों की विस्तृत जानकारी ले सकते हैं. क्ल्यु हमेशा की तरह रामप्यारी के ब्लाग से मिलेंगे.रामप्यारी के ब्लाग पर पहला क्ल्यु 11:30 बजे और दुसरा 2:30 बजे मिलेगा. तो आईये अब आज की पहेली की तरफ़ चलते हैं.
बताईये यह कौन सी जगह है?
अब रामप्यारी का विशेष बोनस सवाल : - ३० अंक के लिये
ताऊ पहेली अंक 27 में मैं ताऊ रामपुरिया, सह आयोजक सु. अल्पना वर्मा के साथ आपका हार्दिक स्वागत करता हूं. आज की पहेली की तरफ़ बढने से पहले हमारे तकनीकी संपादक श्री आशीष खंडेलवाल आपसे कुछ कहना चाहेंगे.
यहां बार बार नियमों का उल्लेख ना करते हुये हम अब सीधे पहेली की तरफ़ चलते हैं. जो प्रतिभागी नये हैं वे यह पोस्ट पढ कर नियमों की विस्तृत जानकारी ले सकते हैं. क्ल्यु हमेशा की तरह रामप्यारी के ब्लाग से मिलेंगे.रामप्यारी के ब्लाग पर पहला क्ल्यु 11:30 बजे और दुसरा 2:30 बजे मिलेगा. तो आईये अब आज की पहेली की तरफ़ चलते हैं.
अब रामप्यारी का विशेष बोनस सवाल : - ३० अंक के लिये
हाय आंटीज, अंकल्स एंड दीदी लोग.. वैरी सवीट एंड समाईली गुड मोर्निंग फ़्रोम मिस रामप्यारी… आजकल मग्गाबाबा हम बच्चों को महाभारत की कहानियां सुना रहे हैं. तो अब मैं आपसे महाभारत का ही एक बिल्कुल सीधा सा सवाल पूछती हूं. सवाल यह रहा ध्यान से पढिये :- महाराज धृतराष्ट्र की कुल कितनी संताने थी? बस होगया सवाल. है ना सीधा सा सवाल? अब कन्फ़्युजियाईयेगा नही और इस सीधे से सवाल के मिलेंगे पूरे तीस नम्बर. और कुछ कन्फ़्युजिया जायें तो रामप्यारी से पूछने मे मत शर्माना कि पहली फ़ेल रामप्यारी से क्या पूछेंगें? अब आप मेरे ब्लाग पर पहली हिंट की पोस्ट पढ सकते हैं 11:30 बजे और दुसरी 2:30 बजे. |
इस अंक के आयोजक हैं ताऊ रामपुरिया और सु,अल्पना वर्मा
नोट : यह पहेली प्रतियोगिता पुर्णत:मनोरंजन, शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिये है. इसमे किसी भी तरह के नगद या अन्य तरह के पुरुस्कार नही दिये जाते हैं. सिर्फ़ सोहाद्र और उत्साह वर्धन के लिये प्रमाणपत्र एवम उपाधियां दी जाती हैं. किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों और ताऊ साप्ताहिक पत्रिका के संपादक मंडल का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा.
चंडिगढ का रॉक गार्डन
ReplyDeleteऐतिहासिक तथ्य के रूप में तो ढृष्तराष्ट्र के सौ पुत्र थे पर आज भी ज्अहां-जहां सत्ता पर अंधे काबिज हैं उन्हे धृतराष्त्र की संतान/उत्तराधिकारी ही समझो।
ReplyDeleteये तो चंडीगढ़ का नेक चंद जी का बनाया हुआ राक गार्डन लगता है।
ReplyDeleteचंडीगढ़ राक गार्डन
ReplyDeleteChandigarh Rock Garden
रामप्यारी अब इतनी गर्मी में रिमझिम बारिश की जगह क्या ऊंट पटांग सवालों की बारिश कर रही हो।
ReplyDeleteकोई भी बता देगा कि उनकी १०० संताने थी लेकिन...
Rock Garden, Chandigarh hi hai Tau.
ReplyDeleteरामप्यारी का जबाब
ReplyDeleteमहाराज धृतराष्ट्र की कुल १०१ संताने थी।
इतनी सरल पहेली-रामप्यारी पूछ रही है कि ताऊ-समझ नहीं आया. :)
ReplyDeleteसिर्फ मग्गा बाबा ने बताया होगा कि १०१वीं संतान दुशाला थी। और १०२वीं युयुत्सू जो कि एक सेविका और धृतराष्ट्र का पुत्र था।
ReplyDeleteइस जगह का तो नहीं पता |
ReplyDeleteरॉक गार्डन है ताऊ चंडीगढ़ का.
ReplyDeleteताऊ, पहेली का उत्तर-राक गार्डेन चंडीगढ़
ReplyDeleteNek Chand Rock Garden mosaic art sculpture Chandigarh, India
ReplyDeleteमहाराजा ध्रतराष्ट्र के गंधारी से सौ संतानें थीं.
ReplyDeleteरामप्यारी! बड़ा मजेदार सवाल है। धृतराष्ट्र के दुर्योधनादि सौ पुत्र तो सब को स्मरण हैं। इन के अतिरिक्त एक पुत्री दुशाला है। एक पुत्र और भी है, युयुत्सु जो एक दासी से पैदा हुआ था। तो कुल हुई 102 संताने। सही है न?
ReplyDeleteम्हाँई भी सुमिरण ना हो री या ठौर, ताऊ! होव भी कश्याँ? खदी देखी ई कोनी।
ReplyDeleteYe hai Chandigarh ka nek chand garden (Rock garden )...jise Nek Chand ne waste material se banaya hai..cups n plates ke tuite tukdon se ..
ReplyDeleteIs it ??
Saadar !!
Dhritrastr ke 100 santane thee ..sabhee kauraw
ReplyDeleteRam Ram pyari :))
बूते बनाकर रखी गई हैं. पता नहीं कहाँ का है
ReplyDeleteचंडीगढ़
ReplyDeleteफिलहाल तो समझ में नहीं आया .
ReplyDeleteहां तो मैं कह रहा था कि वो संयुक्त परिवार का जमाना था, धृतराष्ट्र ५ पांडवों को भी अपना बेटा ही समझता था तो अब पहली फ़ेल गुड़िया तुम ही बताओ कुल कितने बेटे हुये नेत्रहीन राजा के?
ReplyDeleteरामप्यारी, गांधारी और धृतराष्ट्र के 100 और 1 पुत्री थे. धृतराष्ट्र का एक अन्य स्त्री से एक और युयुत्सु नामक पुत्र था, जिसने युद्घ में पांडवों का साथ दिया था...ये नक़ल मार कर दिया उत्तार कैसा रहा ?
ReplyDeleteTaao yah to chandhi Garh hai
ReplyDeleteRock Garden, Chandigarh, is right answer for taaoo main paheli
ReplyDelete- yogesh kumar
ram pyari itna aasaan sawaal poocha hai dhratrastra ke 100 puter the...
ReplyDeleteरॉक गार्डन चडिगड
ReplyDeleterampyari questions answer is
ReplyDelete100 childrens known as korwas
राम प्यारी
ReplyDelete१००
rock garden chandigarh
ReplyDeleterock garden chandigarh. Regards
ReplyDeleteराम प्यारी,
ReplyDeleteबड़ा आसान सवाल पुछा.. पर लगा कि तु इतना आसान सवाल तो पुछेगी नहीं तो थोड़ी तहकिकात की गुगल बाबा की मदद से.. ज्याद कुछ मिला नहीं पर लोग कह रहे थे कि महाराज धृतराष्ट्र की महारानी गंधारी से कुल १०१ संतान थी.. १०० बेटे और १ बेटी.. लोग कहते है मुझे नहीं पता कि सच है कि नहीं पर उनका एक बेटा नौकरानी के साथ भी था...(http://www.everything2.net/title/Mahabharata)
और थोडा खोजा तो नाम भी मिल गये ये ले..
ये लिखे है आदि पर्व CXVII... पुरे १०२ नाम..
1. Duryodhana
2. Yuyutsu (नौकरानी से)
3. Duhsasana
4. Duhsaha
5. Duhsala
6. Jalasandha
7. Sama
8. Saha
9. Vinda
10. Anuvinda
11. Durdharsha
12. Suvahu
13. Dushpradharshana
14. Durmarshana
15. Durmukha
16. Dushkarna
17. Karna
18. Vivinsati
19. Vikarna
20. Sala
21. Satwa
22. Sulochana
23. Chitra
24. Upachitra
25. Chitraksha
26. Charuchitra
27. Sarasana
28. Durmada
29. Durvigaha
30. Vivitsu
31. Vikatanana
32. Urnanabha
33. Sunabha
34. Nandaka
35. Upanandaka
36. Chitravana
37. Chitravarman
38. Suvarman
39. Durvimochana
40. Ayovahu
41. Mahavahu
42. Chitranga
43. Chitrakundala
44. Bhimavega
45. Bhimavala
46. Balaki
47. Balavardhana
48. Ugrayudha
49. Bhima
50. Karna
51. Kanakaya
52. Dridhayudha
53. Dridhavarman
54. Dridhakshatra
55. Somakitri
56. Anudara
57. Dridhasandha
58. Jarasandha
59. Satyasandha
60. Sada
61. Suvak
62. Ugrasravas
63. Ugrasena
64. Senani
65. Dushparajaya
66. Aparajita
67. Kundasayin
68. Visalaksha
69. Duradhara
70. Dridhahasta
71. Suhasta
72. Vatavega
73. Suvarchas
74. Adityaketu
75. Vahvashin
76. Nagadatta
77. Agrayayin
78. Kavachin
79. Krathana
80. Kunda
81. Kundadhara
82. Dhanurdhara
83. Ugra
84. Bhimaratha
85. Viravahu
86. Alolupa
87. Abhaya
88. Raudrakarman
89. Dridharatha
90. Anadhrishya
91. Kundabhedin
92. Viravi
93. Dhirghalochana
94. Pramatha
95. Pramathi
96. Dhirgharoma
97. Dirghavahu
98. Mahavahu
99. Vyudhoru
100. Kanakadhvaja
101. Kundasi
102. Virajas
यहां लिखे है खुद चेक कर ले..
http://sawaal.ibibo.com/puja-and-rituals/what-names-100-sons-dhritarashtra-516927.html
अरे राम प्यारी १०० पुत्र एवम एक पुत्री भी थी कुल सन्ताने १०१
ReplyDeleteजगह चण्डीगढ़ का बगीचा लग रहा है.
ReplyDeleteधृतराष्ट्र के सौ बेटे और एक बेटी थी.
ReplyDeleteचंडीगढ़ का रोक गार्डन
ReplyDeleteरामप्यारी का विशेष बोनस सवाल:
ReplyDeleteधृतराष्ट्र के कुल १०१ संतानें थीं. दुश्शला नाम की पुत्री और १०० पुत्र.
ताऊ आज इतने सरल सवाल क्यों पूछे हैं हमने अपने दिमाग माने कि "घुटने" पर बहुत दबाब डाला तब भी समझ में नहीं आया। आप अपने घुटने पर दबाब देकर बताओ।
ReplyDeleteकुल 101 संतानें थी, 100 पुत्र और एक पुत्री जिसका नाम शायद दुःशाला है या शान्ता है जिसका पति ही युद्ध में कृष्ण अर्जुन को बहुत दूर ले गया तब तक अभिमन्यु का वध हुआ।
ReplyDeleteजगह तो फ़िलहाल समझ में नहीं आ रही है।
मुझे दोनों ही सवालों के जवाब नही आते ..एक का याद नही आ रहा दुसरे का पता नही.
ReplyDeleteहिंट के आने का है इंतजार
ReplyDeleteऔर हम टिप्पणी करेंगे बार बार
लगातार भर कर प्यार ही प्यार
जिससे टिप्पणी हमारी जीत जाए
10 हजारवीं टिप्पणी का पुरस्कार।
हो सकता है जय हमारी ही हो
पर पहले होती है जय
सदा जय जयकार करने वालों की
तो चाहें हम न हों दस हजारवें
पर नंबर ऐसा आए कि
धाक जम जाए
999 या 10001
का नंबर भी चलेगा
पुरस्कार न मिले तब भी
नजरों में तो चढ़ेगा
सहानुभूति तो मिलेगी सबकी
कि हाय एक ज्यादा या
एक कम क्यों न हुई
पर 10000वीं टिप्पणी दाता को
मेरी अग्रिम शुभकामनाएं
यदि मेरा नंबर आए तो
खुद को दी गई शुभकामनाएं
वापिस ले लूंगा
पर यह मत समझना कि
मैं कोई नेता हूं
क्योंकि इस कला में महारत तो
उन्हीं को हासिल होती है
ऐसी कलाएं तो सिर्फ
नेताओं की ही बपौती हैं।
Hi,
ReplyDeleteThis is my first visit to this site, found interesting, good work ताऊ जी!!
ताऊ जी की पहेली का उत्तर है:
->जो जगह चित्र में दिखाई गयी है वह चंडीगढ़ स्तिथ "रॉक गार्डन(Rock Garden) " है.
and
-> धृतराष्ट्र की १०० संताने थी
यह भी तो लिख सकते हैं सिर्फ
ReplyDeleteजय हो
पर क्या तब भी गिनेंगे इसे
10 हजारवीं
या 999वीं या 1000एकवीं
और यह सदी है इक्कीसवीं।
धृतराष्ट्र की संतानें 100
ReplyDeleteपर इसमें भी कोई
पेच तो नहीं
जो हम घुमा न पाए हों
।
जय हो।
चलिए आप तब तक डिसाइड करिए
ReplyDeleteकि 10हजारवीं टिप्पणी का प्रमाण पत्र
कैसा हो
जय हो।
rock garden chandigarh
ReplyDeleteअलबेला खत्री जी से कल दिल्ली में हुई मुलाकात
ReplyDeleteपवन चंदन (चौखट ब्लॉगस्वामी) भी थे साथ
और मैं भी
एक कार 800 भी
कवि आदित्य जी की पगड़ी रस्म में भी हुए थे शामिल
जो लिए थे चित्र
अलबेला जी के
वे नुक्कड़ पर लगायेंगे
पर पहले फुर्सत तो मिले
10हजारवीं टिप्पणी टिपियाने से।
लो यह तो आगे सरक गई
और 10हजारवीं टिप्पणी पीछे रह गई।
जय हो।
लगता है सम्मान होकर रहेगा अपना भी।और रामप्यारी ये धृतराष्ट्र का क्यों बाज़ा बजाने पर उतर आई हो।ये जगह तो पता नही शायद स्कूल ही होगा।
ReplyDeleteNek Chand ka Rock Garden.
ReplyDeleteजब हम टिप्पणी दे रहे थे
ReplyDeleteहुआ चमत्कार
बीच में कोई नहीं घुसा
अर........ररररररर रे
ये कौन हंसा
प्रिय ताऊजी,
ReplyDeleteमेरे एक अध्यापक की आदत थी कि जरा जरा सी गल्ती पर वे या तो संटी से जम कर अपने शिष्यों को सूतते थे, या मुर्गा बना देते थे. कोई अपवाद न था.
जम कर होमवर्क देते थे, और उसे पूरी तरह हल करना विद्यार्थी के लिये छोडिये, उसका सारा परिवार रात भर लगा रहता तो भी हल न हो पाता. अगले दिन कक्षा के सारे बच्चे मुर्गा (मुर्गेमुर्गिया !!) बना दिये जाते थे.
इस तरह के होमवर्क जब बढने लगे तो हर शाम बच्चों का कलेजा मूँह को आने लगा. एक दिन सब ने मिल कर कुछ तय किया और घर चले गये.
अगले दिन अध्यापक कक्षा में घुसे तो सारे के सारे विद्यार्थी पहले से मुर्गा बने खडे थे!!
आज आपके चिट्ठे पर पहेली देख मेरी यही स्थिति है जो विद्यार्थीयों की थी. आपकी शान में एक शानदार मुर्गा पेश किया जाता है जिसके पास जवाब शून्य है!!
सस्नेह -- शास्त्री
हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है
http://www.Sarathi.info
http://tbn1.google.com/images?q=tbn:7MPRmQpe-CzOKM:http://img6.travelblog.org/Photos/32110/242704
ReplyDeleterock garden chandigarh
regards
Hi Rampyari..........
ReplyDeleteGandhari and his blind husband Dasharath have 100 sons and 1 daughter,whose name is dussala..all the sons were killed in the war..here are their names..
SONS
Duryodhanan
Dussaasanan
Dussahan
Dussalan
Jalagandhan
Saman
Sahan
Vindhan
Anuvindhan
Durdharshan
Subaahu
Dushpradharshan
Durmarshanan
Durmukhan
Dushkarnan
Karnan
Vikarnan
Salan
Sathwan
Sulochanan
Chithran
Upachithran
Chithraakshan
Chaaruchithran
Saraasanan
Durmadan
Durvigaahan
Vivilsu
Vikatinandan
Oornanaabhan
Sunaabhan
Nandan
Upanandan
Chithrabaanan
Chithravarman
Suvarman
Durvimochan
Ayobaahu
Mahabaahu
Chithraamgan
Chithrakundalan
Bheemavegan
Bheemabelan
Vaalaky
Belavardhanan
Ugraayudhan
Sushenan
Kundhaadharan
Mahodaran
Chithraayudhan
Nishamgy
Paasy
Vrindaarakan
Dridhavarman
Dridhakshathran
Somakeerthy
Anthudaran
Dridhasandhan
Jaraasandhan
Sathyasandhan
Sadaasuvaak
Ugrasravas
Ugrasenan
Senaany
Dushparaajan
Aparaajithan
Kundhasaai
Visaalaakshan
Duraadharan
Dridhahasthan
Suhasthan
Vaathavegan
Suvarchan
Aadithyakethu
Bahwaasy
Naagadathan
Ugrasaai
Kavachy
Kradhanan
Kundhy
Bheemavikran
Dhanurdharan
Veerabaahu
Alolupan
Abhayan
Dhridhakarmaavu
Dhridharathaasrayan
Anaadhrushyan
Kundhabhedy
Viraavy
Pramadhan
Amapramaadhy
Deerkharoman
Suveeryavaan
Dheerkhabaahu
Sujaathan
Kaanchanadhwajan
Kundhaasy
Virajass
Yuyulssu
DAUGHTER
Dussala
bye
मुझे तो राक गार्डन लग रहा है पंचकुला चण्डीगढ का
ReplyDeleteरामप्यारी
ReplyDeleteधृतराष्ट्र के 101 बालक थे।
100 छोरे अर 1 छोरी
चण्डीगढ का "राक गार्डेन" है।
ReplyDeleteराम प्यारी जी, यदि 'कान खुजियाया' नहीं हूं तो धृतराष्ट्र सौ बेटे और एक बेटी भी थी।
प्यारी-प्यारी रामप्यारी
ReplyDeleteपहला जवाब गलत हो गया उसे बदल दे
धृतराष्ट्र के 99 छोरे और एक छोरी दु:शला थी।
इस तरह धृतराष्ट्र के 100 बालक थे।
रामप्यारी के सवाल का जवाब है - 100
ReplyDeleteराक गार्डन चन्डीगढ
ReplyDeleteशिमला जाते वक्त रास्ते में पडता है
बाहर से देखा था, अन्दर नही गये
Rock Garden
ReplyDeletechandigarh
१०० संताने
ReplyDeleteरॉक गार्डन चंडीगढ़ है.
ReplyDeleteरामप्यारी का जवाब: ध्रितराष्ट्र को कुल १०२ संताने थी. गांधारी से १०० पुत्र और १ पुत्री दुशाला. एक वैश्य औरत से युयुत्सु.
ReplyDeleteYe chandigarh ka Rock Garden hai.
ReplyDeleteRaampyari, Dhritrashtra 100 putro aur 1 putri ka pita tha.
ReplyDeleteशनिवार सुबह की नमस्ते...
ReplyDeleteरामप्यारी ने अपने ब्लॉग पर क्लू की तस्वीरें छाप दी हैं...जिनसे आज की पहेली सुलझाने में अवश्य मदद होगी..
[१० हजारवीं टिप्पणी!किस की होगी????
सस्पेंस जारी है.....]
अंतिम क्लू दो पहर ढाई बजे प्रकाशित होगा...धन्यवाद.
100 santane
ReplyDeletehi rampyari
ReplyDeleteDhritarashtra had 101 sons and 1 daughter. 100 sons and 1 daughter were from Gandhari. There was one more son from another woman. The name of this son was Yuyutsu who sided with Pandavas in Mahabharat war. (so total 102 childrens)
bye
bye
ध्रतराष्ट्र के १०१ पुत्र थे....
ReplyDeleteऔर ये क्या रामप्यारी तू ताऊ को समझाती नहीं है? इतनी मुश्किल पहेली पूची है...
मीत
rampyari,
ReplyDeletehundred sons who were all heroes and mighty chariot-fighters, and
- a daughter over and above the hundred, and
- another son Yuyutsu of great energy and prowess begotten upon a Vaisya woman.'"
so 102 in total.
01. Duryodhanan 02. Dussaasanan 03. Dussahan 04. Dussalan 05. Jalagandhan 06. Saman 07. Sahan 08. Vindhan 09. Anuvindhan 10. Durdharshan 11. Subaahu 12. Dushpradharshan 13. Durmarshanan 14. Durmukhan 15. Dushkarnan 16. Karnan 17. Vikarnan 18. Salan 19. Sathwan 20. Sulochanan 21. Chithran 22. Upachithran 23. Chithraakshan 24. Chaaruchithran 25. Saraasanan 26. Durmadan 27. Durvigaahan 28. Vivilsu 29. Vikatinandan 30. Oornanaabhan 31. Sunaabhan 32. Nandan 33. Upanandan 34. Chithrabaanan 35. Chithravarman 36. Suvarman 37. Durvimochan 38. Ayobaahu 39. Mahabaahu 40. Chithraamgan 41. Chithrakundalan 42. Bheemavegan 43. Bheemabelan 44. Vaalaky 45. Belavardhanan 46. Ugraayudhan 47. Sushenan 48. Kundhaadharan 49. Mahodaran 50. Chithraayudhan 51. Nishamgy 52. Paasy 53. Vrindaarakan 54. Dridhavarman 55. Dridhakshathran 56. Somakeerthy 57. Anthudaran 58. Dridhasandhan 59. Jaraasandhan 60. Sathyasandhan 61. Sadaasuvaak 62. Ugrasravas 63. Ugrasenan 64. Senaany 65. Dushparaajan 66. Aparaajithan 67. Kundhasaai 68. Visaalaakshan 69. Duraadharan 70. Dridhahasthan 71. Suhasthan 72. Vaathavegan 73. Suvarchan 74. Aadithyakethu 75. Bahwaasy 76. Naagadathan 77. Ugrasaai 78. Kavachy 79. Kradhanan 80. Kundhy 81. Bheemavikran 82. Dhanurdharan 83. Veerabaahu 84. Alolupan 85. Abhayan 86. Dhridhakarmaavu 87. Dhridharathaasrayan 88. Anaadhrushyan 89. Kundhabhedy 90. Viraavy 91. Chithrakundalan 92. Pradhaman 93. Amapramaadhy 94. Deerkharoman 95. Suveeryavaan 96. Dheerkhabaahu 97. Sujaathan 98. Kaanchanadhwajan 99. Kundhaasy 100. Virajass 101. Yuyulssu * 102. Dussala
bye
अरे राम प्यारी तू भी न डरा देती...
ReplyDeleteमेरा पिछला जवाब गलत हो गया...
ध्रतराष्ट्र की १०२ संताने थी १०१ पुत्र और एक पुत्री...
मीत
चंडीगढ़
ReplyDeleteरॉक गॉर्डन इन चंडीगढ़
ReplyDeleteआज 10हजारवीं पोस्ट भी हो जाए
ReplyDeleteऔर पहला पुरस्कार भी मिल जाए
परन्तु समय अधिक हो गया है
शायद कोई पहले ही घुस गया हो।
ताऊ जी की पहेली का उत्तर है:
ReplyDeleteरॉक गार्डन, चंडीगढ़
साभार
हमसफ़र यादों का.......
अब दस000वीं टिप्पणी में न आएं तो भी नहीं कोई गम। अब तैयारी करते हैं अपने इंटरव्यू की हम।
ReplyDeleteताऊ जी, आज की पहेली तो बोहत ही आसान है...यो तो म्हारे लुधियाना के नजदीक चण्डीगड के राक गार्डन की फोटू है. लेकिन जवाब देने में आज देरी हो गई।
ReplyDeleteरामप्यारी धृ्तराष्ट्र की कुल 101 संताने थी.....100 पुत्र तथा 1 पुत्री. हालांकि अभी उस पुत्री का नाम दिमाग में नहीं आ रहा. यदि याद आ गया तो फिर बता दूंगा।
ReplyDeleteहाय राम ये क्या हो गया......?? इस पहेली का उत्तर तो सबसे पहले दे सकता था......मगर जब अल्लाह नहीं मेहरबान तो गधा कैसे पहलवान :-).....इसलिए चूक गया....और अब ब्लॉगर मन की व्यथा और अधिक बढ़ गयी है..... :-(
ReplyDeleteसाभार
हमसफ़र यादों का.......
पहेली का उत्तर है - रॉक गार्डन ,चंडीगढ़ जिसे श्री नेक चाँद जी ने स्थापित किया
ReplyDeleteरामप्यारी के सवाल का उत्तर :- महाराज ध्रितराष्ट्र की १०२ संतानें थी । १०० पुत्र और एक पुत्री दुशाला गांधारी से हुए थे .इसके आलावा एक वैश्य महिला दासी से उनके एक और पुत्र ने जन्म लिया था जिसका नाम था युयुत्सु ,यही उनका वह पुत्र था जो कुरुषेत्र के युद्घ के बाद जीवित बचा था क्योंकि वह पांडवों के ओर था ।
ReplyDeleteरामप्यारी, धृतराष्ट्र के १०२ संतानों का भी कहीं-कहीं उल्लेख मिलता है। १०० पुत्र और एक पुत्री गांधारी से और एक अन्य पुत्र युयुत्सु जो गांधारी से नहीं था और युयुत्सु ने महाभारत युद्ध में पांडवों का पक्ष लिया था।
ReplyDeleteअरे रामप्यारी हम क्या तुझे जनगणना विभाग के कर्मचारी दिखते हैं......जो धृतराष्ट्र की संतानों का हिसाब पूछ रही हो.....वैसे संतानें जितनी भी हों हमें क्या....किसी के व्यक्तिगत जीवन में दखल देना अच्छी बात नहीं....सुधर जा.....
ReplyDeleteसाभार
हमसफ़र यादों का.......
अरे यार तौ ये इतनी कठिन पहेली कहाँ से ढूंढ कर लाये हो...
ReplyDeleteमिल ही नहीं रहा जवाब इस बार लगता देती की हार जायेंगे हम..
मीत
अरे यार तौ ये इतनी कठिन पहेली कहाँ से ढूंढ कर लाये हो...
ReplyDeleteमिल ही नहीं रहा जवाब इस बार लगता देती की हार जायेंगे हम..
मीत
मिल गया ताऊ.... जवाब मैंने आखिर ढूंढ ही लिया...
ReplyDeleteझरने की वजह से...
जवाब है रॉक गार्डन चंडीगढ़...
इसे नेकचंद गार्डन भी कहते हैं....
नेकचंद ने १९५७ में गुपचुप तरीके से इस गार्डन को बनाना शुरू कर दिया था, अपने खली समय में यह ४० एकड़ में फैला है...
सबसे बड़ी खासियत यह है की यह गार्डन जो घरो का कूड़ा कचरा होता है उसी से बना है...
मीत
मैंने सोचा था की इस बार जवाब नहीं दे पाउँगा... पर... इश्वर ने जवाब ढूंढवा ही दिया...
ReplyDeleteमीत
My Answer :
ReplyDeleteROCK GARDEN - CHANDIGARH
Nek Chand's rock garden
ReplyDelete- Chandigarh
हस्तिनापुर के नेत्रहीन महाराज धृतराष्ट्र सौ पुत्रों और एक पुत्री के पिता थे। बाद में ये सौ पुत्र कौरव कहलाए । दुर्योधन और दु:शासन क्रमशः पहले दो पुत्र थे।
ReplyDeleteधृतराष्ट्र की एक मात्र पुत्री का नाम दुःशला था ! जिसका विवाह सिन्धु एवम सौविरा नरेश जयद्रथ से हुआ था जिसका वध अर्जुन द्वारा कुरुक्षेत्र में अभिमन्यु वध के फलस्वरूप किया गया ।
कुछ विशेष तथ्य :
दुःशला के पुत्र का नाम सुरथ था।
जब अर्जुन कुरुक्षेत्र युद्ध के बाद युधिष्ठिर द्वारा आयोजित अश्वमेध यज्ञ के परिणाम स्वरुप प्राप्त होने वाले कर (tax) को लेने सिन्धु पहुचे तो दु:शला के पौत्र से उनका युद्ध हुआ अर्जुन ने सदा दुर्योधन की बहन को अपनी बहन माना था अतः अपनी बहन के पौत्र और सुरथ के पुत्र को जीवन दान दे दिया !
आज की आवाज
चंडीगढ़ में रॉक गार्डन का चित्र है
ReplyDeleteएक सौ संतानें
ReplyDeleteहम यही मानें
और यह दसहजारवीं टिप्पणी में भाग्य जगाने के लिए
ReplyDeleteमामला गडबड है।
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
चंडीगढ़ का रॉक गार्डन है
ReplyDeleteकिसी ज़माने में रामप्यारी की ससुराल होती थी यहाँ पर
अरे ताऊ यह तो हमारा बचपन का जाट स्कुल है, जो रोहतक मै है. लेकिन यह फ़ोटू आप के हाथ कहा से लगी?????
ReplyDeleteमुझे शिकायत है
पराया देश
छोटी छोटी बातें
नन्हे मुन्हे
अरी राम प्यारी तो सुन इस धृतराष्ट्र के दो पुत्र थे, दुर्योधन और दु:शासन ,कहने को १०० कह लो कोन उन के नाम बतायेगा??
ReplyDeleteमुझे शिकायत है
पराया देश
छोटी छोटी बातें
नन्हे मुन्हे
राँक गाडेन चन्डीगढ
ReplyDeleteये संयोगितागंज हाईस्कूल है. जहां हम पीटी करते थे.t
ReplyDeleteरामप्यारीजी कौरव सौ और उनकी बहन मिलाकर १०१ थे.
ReplyDeleteरॉक गार्डन चंडीगढ़ ............ और ध्रतराष्ट्र की १०० संताने थीं .................
ReplyDeleteये जगह है राम प्यारी की ड्राइंग की कॉपी जिसमें उसे १००/१०० मिला था और साथ में वेरी गुड, ताऊ ने पहेली में वो ही छाप डाला. ये बात मुझे खुद रामप्यारी ने तीन टॉफी के बदले में बताई.
ReplyDeleteरामप्यारी के जबाब में १०० और उसके नीचे की सारी संख्या सही जबाब, क्योंकि जिसके १०० बच्चे होगे, उसके ९० भी होंगे, ८० भी होंगे तो आज सबको तीस अंक तय, यह राम प्यारी बोनस के नाम से सैम बाटेंगे. :)
रामप्यारी १०० पुत्र ....
ReplyDeleteएक सूचना: ताऊजी के ब्लाग पर मेरी यह १०,००० वीं टिपणी आपको दिखाई दे रही होगी. पर दस हजारवीं टिपणी का सम्मान मुझे नही जाने वाला.
ReplyDeleteक्योंकि आज मैं सुबह से ही ताऊजी की इस पहेली की टिपणीयों को देख रहा हूं कि किसकी टिपणी दस हजारवीं आती है? इस लिये मैने आज इस पहेली मे भाग नही लिया है. और ना ही कोई टिपणी मैने आज की है.
अभी तक ताऊजी ने 80 टिपणियां रोक रखी हैं. उन्ही मे से कोई एक वह भाग्यशाली होगा जिसे यह दस हजारवीं टिपणी करने का सम्मान मिलेगा.
इसकी घोषणा ताऊ साप्ताहिक पत्रिका के सोमवार के अंक मे की जायेगी.
आभार
राजा ध्र्त्रराष्ट की १०५ संताने थी....१०० कौरव और ५ पांडव।
ReplyDeleteये तो कोई गार्ड्न सा लागे है जहां पर ऎसी मुर्तियां लगी हुई हैं।
रॉक गार्डन चंडीगढ़ ...इस जगह को तो कभी भी भुला नहीं जा सकता ..न जाने कितनी कविताये लिखी गयी है इस जगह को देख कर :)
ReplyDeleteपहेली का उत्तर है - रॉक गार्डन ,चंडीगढ़ जिसे श्री नेक चाँद जी ने स्थापित किया
ReplyDeleterampyari
ReplyDeletethere are so many confusion.
answer is-
धृतराष्ट्र के दुर्योधनादि सौ पुत्र तो सब को स्मरण हैं। इन के अतिरिक्त एक पुत्री दुशाला है। एक पुत्र और भी है, युयुत्सु जो एक दासी से पैदा हुआ था। तो कुल हुई 102 संताने।
गिनती करते समय मुझसे दासी पुत्र युयुत्सु रह गया था ...
ReplyDeleteकृपया इसको भी भीड़ में शामिल करें !
यानी कि एक सौ एक पुत्र और एक पुत्री !
कुल जमा एक सौ दो !
वैसे ताऊ जी कृपया ध्रतराष्ट्र के रजिस्टर्ड पुत्रों को ही गिना जाए .... अन रजिस्टर्ड नहीं !
श्री रंजन जी और सुश्री सीमा जी विशेष पुरस्कार के हकदार हैं आखिरकार इन लोगों ने पूरी पुत्र-सूची ही निकाल दी !
ReplyDeleteमैं भी कई बार सोचता था कि धृतराष्ट्र के सौ पुत्रों के वास्तविक नाम क्या थे ?
आज पहेली के माध्यम से बहुत अच्छी जानकारी मिल गयी !
दोनों लोगों का आभार !
१०२ ??? यानि विकिपीडिया की जानकारी (१०१) गलत है... हमने तो वही से जवाब कॉपी किया था.
ReplyDeleteरामप्यारी के प्रश्न का उत्तर है:
ReplyDeleteधृतराष्ट्र की कुल १०२ संतानें थीं......
साभार
हमसफ़र यादों का.......
रामप्यारी, आज लवी की मम्मी पूछ रही थीं की समीर लाल जी और ताऊ जी क्या एक ही हैं ?
ReplyDeleteअब तुम ही बताओ...
@ सैयद अंकल : आज तक मुझे भी नही पता चला की आखिर असली ताऊ है कौन? पता चलते ही बताऊंगी.:)
ReplyDeleteएक जरुरी सूचना : आज की पहेली के जवाब देने की समय सीमा समाप्त हो चुकी है. अब जो भी जवाब आयेंगे उन्हे अधिकतम ५० अंक ही दिये जा सकेंगे.
ReplyDeleteधन्यवाद.
-आयोजक
ताऊ राम राम ....
ReplyDeleteपिछली प्रोतियोगिता में व्यस्तता के कारण भाग नहीं ले पाई थी इस बार भी जवाब टीप के दे रही हूँ ....
चंडीगढ़ का.रॉक गार्डन और रामप्यारी का जवाब .....धृतराष्ट्र के दुर्योधनादि सौ पुत्र थे इन के अतिरिक्त एक पुत्री दुशाला और एक पुत्र , युयुत्सु जो एक दासी से पैदा हुआ था।
रामप्यारी, तुम्हारी शनीचरी क्लास में हम तो अच्छे बच्चों की तरह 100, 101, 102...के कयास ही लगते रह गए लेकिन, हमसे भी होशियार बच्चों ने तो धृतराष्ट्र के सारे रामू, शामू, कल्लू, विक्की, पिंकियों के नाम याद करके भी तुम्हें सुना दिए…
ReplyDeleteताऊ भी, जल्दी ही 10 हज़ारवीं टिपण्णी की अन्नौंसमेंट करने वाले हैं...उम्मीद करनी चाहिए कि वो भी इसी तर्ज़ पर, दूसरे 9,999 टिपण्णीकर्ताओं के भी नाम बताएँगे :-)
चन्दिगढ का रॊक गार्डन है ये.
ReplyDeleteधृतराष्ट्र के १०० पुत्र और एक पुत्री. एक दासी पुत्र भी, अगर चले तो
ReplyDeleterock garden...chandigadh
ReplyDeleteTAAU
ReplyDeleteJO UTTAR SAHEE HAI VO MERAA UTTAR HAI
LAAO INAAM
कोई कोई १०२ संताने भी बोल रहा है तो हम भी १०२ बता देते हैं. दोनों बोल आना स्कूल में रामप्यारी.
ReplyDeletecomment itne aa chuke hain ki..hamare liye kuch bacha hi nahin
ReplyDeleteजहाँ तक मुझे लग रहा है ये चंडीगढ़ का रॉक गार्डन है! मैं ग़लत भी हो सकती हूँ पर अगर सही हुआ ताऊ जी तो इनाम पक्का है!
ReplyDeleteरामप्यारी, कल से मैं एक और गणित के बारे में सोच-सोच कर परेशान हूँ...कि अगर गांधारी और धृतराष्ट्र के 101 बच्चे थे तो इसका मतलब ये हुआ कि इन बच्चों के जन्म में कुल 909 महीने खर्च हुए. तो इस हिसाब से कुल 75.75 साल तक इनका जन्म चलता रहा, अगर गांधारी के जन्म से ही, हर 9 महीने पर एक बच्चे का जन्म मान लिया जाए तो…
ReplyDeleteहे रामप्यारी, क्या इस सवाल में कुछ गड़बड़ नहीं है...? मेरा ख्याल है कि जिस किसी ने भी अगर अपने उत्तर में 15-20 बच्चे भी लिख दिए हैं, उसे भी, सत्य के कहीं ज्यादा नज़दीक मानते हुए, विजेता घोषित करने की संतुति तुम्हें ताउ से कर देनी चाहिए .
आप सबको पिता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ...
ReplyDeleteDevPalmistry