ताऊ पहेली - 112

प्रिय बहणों और भाईयों, भतिजो और भतीजियों सबको शनिवार सबेरे की घणी राम राम.

ताऊ पहेली के अंक 112 में आपका हार्दिक स्वागत है. नीचे दिखाये गये चित्र को ध्यान से देखिये और फ़टाफ़ट बताईये कि यह कौन सी जगह का चित्र हैं? हमेशा की तरह पहेली के जवाब की पोस्ट मंगलवार सुबह 4:44 AM पर प्रकाशित की जायेगी.




ताऊ पहेली का प्रकाशन हर शनिवार 1:00 AM से 11:00 PM के मध्य कभी भी किया जा सकता है. ताऊ पहेली के जवाब देने का समय कल रविवार शाम 6:00 PM तक या अधिकतम कमेंट सुविधा बंद करने तक है.


जरुरी सूचना:-
टिप्पणी मॉडरेशन लागू है. समय सीमा से पूर्व ग़लत या सही दोनों ही तरह के जवाब प्रकाशित किए जा सकते हैं. जरूरी नही कि प्रकाशित किये गये जवाब गलत ही हैं. और रोचकता बनाये रखने के लिये गलत जवाब भी रोके जा सकते हैं. अत: अपना जवाब सोच समझकर देवें.

नोट : किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजकों का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा.


मग्गाबाबा का चिठ्ठाश्रम
मिस.रामप्यारी का ब्लाग
ताऊजी डाट काम
रामप्यारे ट्वीट्स

Comments

  1. मुझे तो इंदौर का राजवाड़ा लग रहा है जी।

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  2. अभी तो समझ रहे हैं,पक्का पता चलने पर फिर आते हैं.

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  3. tau ji , namaskar .

    mere khyaal se ye nasik me stith ek raam mandir hai , jinki moorthiyan kaale pathar se bani hui hai ....

    dhanywaad.

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  4. कोन्या बेरा

    जै रामजी की

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  5. घणी राम राम ताउजी!...यह है तो दक्षिण भारत का ही कोई मंदिर!

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  6. लग तो कोई मंदिर ही रहा है,शायद गुजरात का द्वारकाधीश मंदिर है .

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  7. राम राम ताऊ ...
    बहुत मुश्किल है आज तो ...

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  8. यह तो किसी नगर निगम के भवन का चित्र लग रहा है!

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  9. अरे वाह!
    बुढ़ापे में पज्ञा जरा देर से जागती है!
    यह तो द्वारिका जी का द्वारिकाधीश मन्दिर है जी!
    अक्टूबर 2008 में तो हम भी यहाँ दर्शनार्थ गये थे!

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  10. दक्षिणेश्वर मंदिर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल!

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  11. Dwarkadhish Temple dwarka gujarat

    regards

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  12. Dwarkadhish Temple is also known as the Jagad Mandir and it is made from limestone and sand. The spire of the temple is about 170 feet high. The flag on the top of the shrine is the symbol of the majesty of the Lord and is changed three times in a day. Dwarkadhish Temple has five storeys and stands on 60 pillars. It has a unique construction and did not even budge at the time of Tsunami or Earthquake. The temple mainly has two doors, with the entrance door being called the Swarga Dwara and the exit door the Moksha Dwara.

    Dwarkadhish Temple is adorned with rich carvings and is an architectural gem. It welcomes the poor and the rich alike. The temple is one of the important Moksh Dhams of India. One can have the splendid view of River Gomati from the temple, as it flows nearby. Apart from Lord Krishna, there are a number of deities present in the Dwarkadhish Temple. The temple holds the same significance for Hindus like Mecca for Muslims. It is thronged by thousands of pilgrims each year, who come here in quest of the eternal peace
    regards

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  13. दक्षिण भारत का कोई मंदिर लग रहा है..

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  14. किसी मंदिर का लगता है, बाँकेबिहारी मंदिर.. वृन्दावन

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  15. ये श्री कृष्ण्जी का मंदिर है ताऊ

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  16. द्वारका का श्री कृष्ण मंदिर

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  17. इसे द्वारकाधीष मंदिर भी कहते हैं। २००८ में हम गये थे। पक्का द्वारकाधीष मंदिर है.

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  18. अवध बिहारी मंदिर, मथुरा।

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  19. अवध बिहारी मंदिर, मथुरा।

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  20. It looks like Dwarkadhish Temple of Dwarka (Gujrat) dedicated to lord Krishna

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  21. It looks like Dwarkadhish Temple of Dwarka (Gujrat) dedicated to lord Krishna

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  22. Its arround 380 kilometer away from Ahemdabad. After visiting Dwarka we can visit Somnath and Gir jungles and Junagadh

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